15 अगस्त पर असम के कई इलाकों में उल्फा ने लगाए बम,असम में सुरक्षा बढ़ाई गई
असम पुलिस ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गुवाहाटी के 8 स्थानों पर बम जैसी सामग्री बरामद की है. अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर असम में 24 स्थानों पर सिलसिलेवार बम विस्फोट का दावा किया गया था, जिसके बाद पुलिस तलाशी अभियान में जुट गई.
उल्फा-आई ने कथित तौर पर बम की जानकारी देने के लिए मीडिया संस्थान को मेल भेजा, ईमेल में उग्रवादी संगठन ने दावा किया कि बम तकनीकी विफलता के कारण नहीं फटे. उल्फा ने साथ ही कहा कि विस्फोट गुरुवार सुबह 6 बजे से दोपहर के बीच होने वाले थे, लेकिन तकनीकी वजह से बम नहीं फटे. प्रतिबंधित संगठन ने तस्वीरों के साथ 19 बमों के सटीक स्थानों की पहचान करने वाली एक लिस्ट भी जारी की.
उल्फा ने भेजा “बम” का ईमेल
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने अपना भाषण पूरा किया ही था कि उल्फा ने उन्हें बम से जुड़ा ईमेल भेजा, जिसके बाद सुरक्षा बलों की टीम इन बमों की छानबीन करने फौरन पहुंची. हालांकि, असम में उल्फा के बढ़ते हौसले ने खुफिया एजेंसी पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि जब तक उल्फा ने खुद बम की जानकारी देते हुए ईमेल नहीं किया तब तक पुलिस और सुरक्षा बलों को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. जहां एक तरफ पुलिस को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी वहीं बड़ी बात यह है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे और पूरा राज्य हाई अलर्ट पर था.
राज्य में तलाशी अभियान तेज
पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा, असम पुलिस ने बम की तलाश में आज पूरे राज्य में तलाशी अभियान चलाया, गुवाहाटी में दो स्थानों पर संदिग्ध चीजे मिलीं, जिन्हें पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने खोला, उन्होंने कहा कि इन वस्तुओं के अंदर कोई विस्फोटक उपकरण नहीं था, हालांकि कुछ सर्किट और बैटरियां देखी गईं. उन्होंने कहा कि अंदर की सामग्री को जांच के लिए भेजा गया है.
महानिदेशक जीपी सिंह ने कहा, लखीमपुर, शिवसागर, नलबाड़ी और नागांव में भी इसी तरह की सामग्री पाई गई, जिनका सुरक्षित निपटान कर दिया गया है. साथ ही जांच की जा रही है. इन 24 स्थानों में से आठ गुवाहाटी में हैं. राजधानी शहर में गांधी मंडप के पास आश्रम रोड, पानबाजार, जोराबाट, भेटापारा, मालीगांव और राजगढ़ में भी बम लगाने का दावा किया गया है.
असम में सुरक्षा बढ़ाई गई
पुलिस ने ईमेल में उल्लिखित स्थानों और उसके आसपास की सभी सड़कों को बंद कर दिया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सभी स्थानों पर पहुंच गए हैं और खोजबीन अभियान जारी है. असम पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बम निरोधक दस्ते, मेटल डिटेक्टर और खोजी कुत्तों को हर स्थान पर भेजा गया है. अब तक हमें लगभग आठ बैग और बक्सों की बरामदगी की जानकारी मिली है, जिनमें बम जैसी सामग्री है.
विपक्ष ने किया हमला
असम में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यह मामला सामने आया और पुलिस को इस बात की ईमेल से पहले इसकी भनक नहीं थी इस बात को अब विपक्ष ने सियासी मुद्दा बना कर सीएम हेमंत बिस्वा सरमा को घेरने का इरादा कर लिया है. विपक्ष ने इसको राज्य सरकार की विफलता कहा है और इसको लेकर सीएम सरमा के तत्काल इस्तीफे की मांग की है.
“बीजेपी काम करने में विफल रही”
दूसरी ओर मुख्यमंत्री सरमा ने उल्फा (आई) प्रमुख परेश बरुआ से उनकी समस्याओं और मांगों पर चर्चा करने के लिए बातचीत करने की बात सामने रखी है. असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, असम का अराजकता में घिरना भयावह है!
भारी समर्थन के बावजूद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार काम करने में विफल रही है. जिहाद संबंधी बयानबाजी के प्रति सीएम के जुनून ने महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटका दिया है, सुरक्षा और विकास से समझौता किया गया है. उन्होंने कहा कि उल्फा (आई) द्वारा असम में विभिन्न स्थानों पर बम लगाना गंभीर खुफिया और सुरक्षा खामियों को उजागर करता है
Aug 16 2024, 12:55