शंकराचार्य स्वामी उद्धव ठाकरे को महान बता रहे हैं कह रहे हैं कि उनके साथ विश्वासघात हुआ है
लेकिन मेरा सवाल शंकराचार्य स्वामी से है की क्या पाल गांव में हुई घटना में मारे गए साधु के साथ विश्वासघात नहीं हुआ ?
क्या बाला साहब ठाकरे की विचारधारा के साथ विश्वास घात नहीं हुआ ?
हिंदुओं के नाम पर बनी पार्टी आज गठबंधन करके राजनीति राजनीति खेल रही है तो क्या हिंदुओं के साथ विश्वास घात नहीं हुआ था ?
और दूसरों का छोड़ दीजिए कम से कम पाल गांव में मारे गए उस साधु को तो याद कर लेते शंकराचार्य स्वामी जी जिसको उद्धव ठाकरे की पुलिस ने भीड़ के हवाले कर दिया था
Jul 25 2024, 09:53