*एक बुराई त्यागने के संकल्प के साथ गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया गया*
अमेठी ।गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ अमेठी पर पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं गुरु पर्व पूजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। रविवार को सुबह से ही गायत्री शक्तिपीठ पर श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहा।
प्रातः 8 बजे से प्रारंभ हुए यज्ञ में कई पालियों में श्रद्धालुओं ने आहुतियाँ डाली ।
युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार से पधारे टोलीनायक बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि जीवन का लक्ष्य एक ही है अपने अंदर देवत्व का उदय।
मनुष्य श्रेष्ठ मार्ग पर चले और देवतुल्य बन जाये इसके लिए आवश्यक है जीवन में एक सद्गुरू का होना। वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एक ऐसे सद्गुरू हैं जिन्होंने अपनी तपश्चर्या से सदबुद्धि और सन्मार्ग के मंत्र गायत्री मंत्र को घर-घर पहुँचाया। गुरुदेव के दिखाये मार्ग पर चलकर हम अपना जीवन धन्य बना सकते हैं।
आराधना, समय दान, अंशदान को अपने जीवन का अंग बना लीजिए इस मार्ग पर चलकर आपको जीवन में शुचिता, संपन्नता, प्रसन्नता सभी की प्राप्ति होगी। गुरुदेव के प्रति श्रद्धा और समर्पण से ही जीवन में उत्कृष्टता आती है।
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने एक बुराई छोड़ने के संकल्प के साथ गुरुदेव एवं वंदनीया माताजी के प्रतीक स्थल सजल श्रद्धा एवं प्रखर प्रज्ञा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में अजय करन दूबे का दीक्षा संस्कार एवं मास्टर शौर्य का जन्मदिवस संस्कार भी कराया गया। शौर्य ने अपने माता पिता व भाई बहन के साथ एक पौधे का पूजन कर वृक्षारोपण का संकल्प लिया।
शान्तिकुंज की संगीत टोली के भास्कर तिवारी, राम शंकर, अभय शंकर के गीत ‘जहाँ ले चलोगे, वहाँ मैं चलूँगा’ ने श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।
गाँव-गाँव पहुँचेगा शांतिकुंज से आया शक्ति कलश
गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ में स्थापित शक्ति कलश क्षेत्र भ्रमण के लिए रवाना हो गया। शान्तिकुंज हरिद्वार से पूजित शक्तिकलश 13 जून को गायत्री शक्तिपीठ पर स्थापित किया गया था तभी से निरंतर शक्ति कलश के सम्मुख राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की सफलता हेतु गायत्री मंत्र जप का कार्यक्रम निरंतर चल रहा था। गुरु पूर्णिमा पर्व से यह कलश एक रथ पर स्थापित कर गाँव-गाँव में जायेगा, जिसके माध्यम से कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार व गाँव गाँव में कलश पूजन का कार्यक्रम संपन्न होगा। आज गायत्री शक्तिपीठ पर विधिवत पूजन के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में नगर भ्रमण के साथ शक्ति कलश पंडरी के लिये रवाना हुआ।
Jul 22 2024, 18:08