मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से बेटियों के विवाह की चिंता हुई दूर, रायगढ़ में 45 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में
रायपुर। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को होने वाली आर्थिक परेशानियों को दूर करना, शादी के मौके पर फिजुलखर्ची को रोकना, सामूहिक विवाह के आयोजन से सामाजिक स्थिति में सुधार लाना है। गतदिवस को रायगढ़ जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 45 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। शासन की ओर से प्रत्येक जोड़े को कन्या के नाम से 35 हजार रूपये की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई। उपहार के रूप में बैग, श्रृंगार सामाग्री, कपड़े इत्यादि वर-वधु को दिया गया तथा जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र दिया गया।
इनमें से गोपालपुर, बोईरदादर की निवासी देवंती सिदार ने और भगवानपुर निवासी श्रीमती भारती ने बताया कि उनकी शादी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 16 जुलाई 2024 को हुई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से उनका पंजीयन किया गया और इस योजना का लाभ मिला। उन्होंने बताया कि वे अभी अपने अपने पति के साथ बेहद खुश है। गरीबी के कारण परिवार वालों के लिए शादी कराना बहुत बड़ी चुनौती थी पर इस योजना के चलते यह चुनौती आसानी से हल हो गई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को धन्यवाद देते हुए हितग्राहियों कहा कि इस योजना ने हमारे माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर धूमधाम से विवाह करने समर्थ बना दिया।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। महतारी वंदन योजना, महतारी जतन योजना, इनमें से और एक योजना है, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना। इस योजना के तहत सरकार द्वारा उन लोगों को सहायता प्रदान किया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ऐसे परिवार की बेटियों को इस योजना का लाभ दिया जाता है। इस योजना के तहत गरीब परिवारों की बेटियों को विवाह के लिए सरकार सहायता राशि प्रदान करती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना कमजोर, आर्थिक परिस्थितियों वाले परिवारों की बेटियों के हाथ पीले कर माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर रही है, जिनके घर में बेटियां होती है, उनके माता-पिता को बेटी की शादी योग्य उम्र होते ही चिंता सताने लगती है। हर मां-बाप का सपना होता है कि उनकी बेटी की शादी धूमधाम से हो, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से हजारों परिवारों के माता-पिता के आर्थिक बोझ को कम कर उनकी चिंता दूर कर रही है।

रायपुर। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को होने वाली आर्थिक परेशानियों को दूर करना, शादी के मौके पर फिजुलखर्ची को रोकना, सामूहिक विवाह के आयोजन से सामाजिक स्थिति में सुधार लाना है। गतदिवस को रायगढ़ जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 45 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। शासन की ओर से प्रत्येक जोड़े को कन्या के नाम से 35 हजार रूपये की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित की गई। उपहार के रूप में बैग, श्रृंगार सामाग्री, कपड़े इत्यादि वर-वधु को दिया गया तथा जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र दिया गया।
रायपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत ‘स्कूल रेडीनेस’ कार्यक्रम- ग्रेड 1 के बच्चों के लिए 3 माह का खेल आधारित शाला तैयारी के कक्षा संचालन, शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में वर्तमान शिक्षा सत्र हेतु पढ़ाने वाले शिक्षकों के 4 दिवसीय वर्चुअल प्रशिक्षण एससीईआरटी छत्तीसगढ़ रायपुर के संचालक, राजेंद्र कुमार कटारा के मार्गदर्शन में दिया गया। बच्चे खेल-खेल में 3 माह में सीखेंगे और साथ ही उनका सर्वांगीण विकास होगा।
रायपुर। भाजपा सरकार का छत्तीसगढ़ी ओलंपिक बंद करने का निर्णय गलत है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ी खेलों के प्रति दुर्भावना को दर्शाता है। यह छत्तीसगढ़ी अस्मिता से खिलवाड़ है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक चालू करके पूर्ववर्ती सरकार ने छत्तीसगढ़ के जो पारंपरिक खेल थे उनको बढ़ावा दिया था। इसका व्यापक पैमाने पर स्वागत हुआ था। हर वर्ग के लोग, बच्चें, युवा, बूढ़े, महिला सभी इसमें भाग लेते थे और इससे न सिर्फ छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रोत्साहन मिलता था, लोगों को इसके कारण शारीरिक रूप से भी मजबूती मिलती थी। अपने पारंपरिक खेलों को खेलकर नागरिकों में गर्व की अनुभूति भी होती थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि हमारे पारंपरिक छत्तीसगढ़ी खेल दिनोंदिन लुप्त होते जा रहे हैं।
मुंगेली। लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मुंगेली कलेक्टर राहुल देव ने मुंगेली नगर पालिका में पदस्थ उप अभियंता दीपक देवांगन को निलंबित कर दिया है. 
रायपुर- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम ने उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष (12वी) की मुख्य परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए है. बता दें कि इससे पहले 16 मई को मंडलम ने कक्षा पूर्व मध्यमा द्वितीय वर्ष (10वीं) और उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष (12वी) की मुख्य परीक्षा के रिजल्ट जारी किये थे, लेकिन परीक्षा परिणामों में विसंगति की बात सामने आने के बाद विभागीय सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने परिशुद्ध परीक्षा परिणाम जारी करने के निर्देशित अधिकारियों को दिए थे. बता दें कि विभागीय सचिव के निर्देशों के अनुसार मंडलम् के सचिव राकेश पाण्डेय के निर्देशन में मंडल के अधिकारी और कर्मचारियों ने 4520 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया और 664 परीक्षार्थियों का परिणाम जारी किया है. इसमें से 549 परीक्षार्थी पास हुए, जिसका परिणाम 82.68% है. परीक्षा में 50 छात्रों को पूरक परीक्षा के लिए अर्ह माना गया, और 14 छात्रों को अनुत्तीर्ण घोषित किया गया. इसके अलावा, 51 छात्रों के परिणाम में पुर्नमुल्यांकन के दौरान विसंगति के कारण रोका गया है, जिनके परिणाम बाद में शुद्ध किए जाएंगे.
रायपुर- वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप ने जिला प्रशासन बीजापुर के अभिनव पहल ‘‘घर-घर पुस्तक, हर-घर लाइब्रेरी’’ का शुभारंभ किया। मंत्री श्री कश्यप अपने एक दिवसीय बीजापुर जिले के प्रवास के दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानगुड़ी एजुकेशन सिटी में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नीति आयोग से प्राप्त राशि के द्वारा जिले के सभी घरों में कम से कम 10 पुस्तकें जिला प्रशासन द्वारा प्रदाय किया जा रहा है। यह पुस्तकें लोगों के मांग पर उनके मनपसंद साहित्यकारों की पुस्तके दी जाएगी। लोगों के मांग के अनुरूप पुस्तक की भाषा, विषय, साहित्यिक, दर्शन, सामान्य ज्ञान सहित सभी प्रकार की प्रत्येक इच्छानुसार पुस्तकें दी जाएगी। मंत्री श्री कश्यप ने इस अभिनव पहल सराहना करते हुए कहा कि लोगों को अपने घर में ही लाइब्रेरी का अनुभव हो सकेगा। इस दौरान उन्होंने लाभार्थियों को पुस्तक का भी वितरण किया। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के निर्देशन में जिले में शिक्षा के स्तर में व्यापक बदलाव लाने एवं अंदरूनी क्षेत्रों में पहली बार स्कूल खुलने की खुशी स्कूली बच्चों के उमंग और उत्साह का डाक्यूमेंट्री विडियो का एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि शिक्षा के स्तर में सुधार लाने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देर्शों पर अमल करते हुए मुतवेंडी कांवड़गांव, डुमरीपालनार जैसे सुदूर एवं संवेदनशील गावों में पुनः स्कूल खोला गया जिसमें हजारों बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा गया। शिक्षा के साथ-साथ नियद नेल्लानार योजना के तहत बिजली, पानी, राशन जैसे बुनियादि सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इस दौरान इन 25 स्कूलों के स्थानीय स्तर पर नियुक्त शिक्षादूतों का सम्मान किया गया। वहीं जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री को एक भारत श्रेष्ठ भारत नामक पुस्तक एवं सांसद महेश कश्यप को वीर सावरकर के जीवन पर आधारित पुस्तकें भेंट की। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष कमलेश कारम, जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, नीना रावतिया उद्दे, बी पुष्पाराव, वरिष्ठ नागरिक जी वेंकट, श्रीनिवास मुदलियार, पुलिस अधीक्षक डा. जितेन्द्र यादव सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
Jul 17 2024, 15:53
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