मुझे उम्मीद है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने देंगे', लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से बोले राहुल गांधी
ओम बिरला को लोकसभा का नया स्पीकर चुन लिया गया है. इससे पहले सदन की कार्यवाही आरम्भ होते ही प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका राजनाथ सिंह और ललन सिंह ने समर्थन किया. बुधवार को लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव का गवाह बनी जो 1976 के पश्चात् इस प्रकार का पहला मौका है. स्वतंत्र भारत में लोकसभा स्पीकर पद के लिए सिर्फ 3 बार 1952, 1967 तथा 1976 में चुनाव हुए.
सपा के मुखिया एवं सांसद अखिलेश यादव ने ओम बिरला को लोकसभा का अध्यक्ष बनने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि इस पद से बहुत सारी गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं तथा हम यही मानते हैं कि बिना पक्षपात के सदन आगे बढ़ेगा. अध्यक्ष के रूप में आप हर सांसद और दल को बराबरी का अवसर देंगे. हमारी अपेक्षा है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज दबाई न जाए तथा न ही निष्काशन जैसी कार्रवाई से सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाएं.
वही लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर को बधाई देते हुए कहा कि विपक्ष भारत की आवाज है. मुझे उम्मीद है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने देंगे. विपक्ष की आवाज को दबाना अलोकतांत्रिक होता है. उसको चुप कराकर संसद नहीं चला सकते हैं. विपक्ष सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है. हमें बोलने का मौका मिलना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि आप जिस तरह से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है.









लोकसभा स्पीकर के पद को लेकर आम सहमति नहीं बन पाई, जिसके कारण चुनाव कराने की नौबत आई है। आज 18वीं लोकसभा के स्पीकर के लिए चुनाव होने हैं।लोकसभा में स्पीकर चुनने के लिए सुबह 11 बजे वोटिंग होगी। सत्ता पक्ष यानी एनडीए की ओर से ओम बिरला और कांग्रेस की ओर से के सुरेश के बीच मुकाबला है।48 साल में पहली बार ऐसा होगा, जब आम सहमति नहीं बन पाने की वजह से स्पीकर के लिए चुनाव कराया जाएगा। ऐसे में सबकी नजर संख्या बल पर होगी। भाजपा-कांग्रेस के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। एक-दूसरे के खेमे में सेंध लगाने की कोशिश भी हो सकती है। भाजपा के सामने जहां हर हाल में जीत के इतर राजग में एकजुटता बनाए रखने की चुनौती है, वहीं कांग्रेस के सामने इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों को एकसूत्र में बांधे रखने की। दोनों ही खेमे एकदूसरे के गठजोड़ में सेंध लगाने की कोशिश में भी जुट गए हैं। विपक्ष के पास पर्याप्त नंबर नहीं हैं, फिर भी कांग्रेस की अगुवाई में इंडिया अलायंस ताल ठोंक रहा है। गठबंधन के पास 236 सांसद हैं। इसके अलावा निर्दलीय समेत अन्य 13 सांसद हैं। अगर ये 13 सांसद इंडिया गठबंधन को वोट देते हैं, तब भी संख्या 249 रह जाएगी, लेकिन स्पीकर पद का चुनाव जीतने के लिए इंडिया गठबंधन को 271 वोटों की जरूरत होगी। उसके पास 22 सांसद कम हैं पहले कहा जा रहा था कि शायद तृणमूल कांग्रेस स्पीकर के चुनाव में इंडिया अलायंस का साथ नहीं देगी, लेकिन रात में हुई बैठक में उनके नेता नजर आए। उधर, भाजपा के नेतृत्व में एनडीए के दल भी एकजुट नजर आ रहे हैं। संख्या बल की दृष्टि से भाजपा की अगुवाई वाले राजग को आरामदायक बहुमत हासिल है। एनडीए के पक्ष में 293 सांसद हैं जो जीत के लिए जरूरी संख्या से 21 ज्यादा हैं। आंकड़ों को देखें तो लोकसभा में अभी 240 अकेले बीजेपी के पास हैं। जबकि टीडीपी के 16 और जेडीयू के 12 सांसदों समेत 53 सांसदों का उन्हें समर्थन है। उधर, आंध्र प्रदेश के जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी ने भी एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया है। इससे एनडीए के पास आंकड़ा बढ़कर 293 हो गया है। बीजेपी के नेताओं ने कुछ और दलों और निर्दलीय सांसदों से भी बात की है। सूत्रों के मुताबिक, आकाली दल, नगीने से सांसद चंद्रशेखर, शिलांग से सांसद डॉ रिक्की एंड्रयू भी NDA उम्मीदवार के समर्थन में वोट कर सकते हैं। भाजपा की चुनौती यह है कि मतदान के दौरान राजग में यह एकजुटता बनी रहे। एक भी दल का राजग उम्मीदवार से किनारा करना, गठबंधन में फूट पड़ने का संदेश देगा। यही वजह है कि स्पीकर चुनाव के पहले एनडीए फ्लोर मैनेजमेंट करने में लगी हुई है। आज एनडीए के नेता ब्रेकफास्ट पर बैठकें करेंगे। महाराष्ट्र के सभी सांसद महाराष्ट्र सदन में, तो यूपी के सांसद पंकज चौधरी के घर नाश्ते पर मिलेंगे। सर्बानंद सोनोवाल के घर पर असम समेत सभी पूर्वोत्तर सांसद और आंध्र प्रदेश के सांसद 50 अशोक रोड नाश्ते पर मिलेंगे। कर्नाटक के सांसद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के घर नाश्ते पर मिलेंगे।


Jun 26 2024, 14:46
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