फिल्म 'हमारे बारह' से हट सकता है बैन, बॉम्बे हाईकोर्ट ने 3 डायलॉग्स डिलीट कर रिलीज करने को कहा
डेस्क: एक्टर अन्नू कपूर की फिल्म 'हमारे बारह' लगातार चर्चा में है। इसका जबसे ट्रेलर रिलीज हुआ है, तभी से इस पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। विवादों में ये मूवी छाई हुई है। जहां यह फिल्म 7 जून को रिलीज होने वाली थी। वहीं, उसके पहले 5 जून को बॉम्बे हाई कोर्ट ने 14 जून तक इसकी रिलीज पर रोक लगा दी थी। हालांकि, 7 जून को हाई कोर्ट ने मेकर्स से उन आपत्तिजनक डायलॉग्स को हटाने का आदेश दिया है, जो याचिकाकर्ता ने माने हैं। इसके बाद मूवी को रिलीज किया जा सकता है।
'बॉलीवुड हंगामा' ने सोर्स के हवाले से बताया है कि कि सीबीएफसी से पास होने के बावजूद 'हमारे बारह' को कोर्ट ने इसमें और कट्स लगाने के लिए कहा है। आमतौर पर, जब कोई भी फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए कोर्ट जाता है, तो आमतौर पर याचिका पर विचार नहीं किया जाता है, यह कहते हुए कि फिल्म को सेंसर बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।
इन तीन डायलॉग्स पर चलेगी कैंची
बॉलीवुड हंगामा को 7 जून को उन कट्स की लिस्ट मिली, जिन्हें CBFC ने अप्रूव कर दिया था। इसमें फिल्म में तीन कट्स का जिक्र है। फिल्म की शुरुआत में 'अल्लाह हू अकबर' का नारा दबा दिया गया था। सेंसर किए गए दूसरे डायलॉग्स थे 'शौहर मजाज़-ए-खुदा होता है और मजाज़-ए-खुदा के खिलाफ़ जाना कुफरा है', 'कुफ्र की सहा मौत है ' और 'औरत सलवार के नाडे की तरह होनी चाहिए, जब तक अंदर रहेगी, बेहतर रहेगी।'
CBFC ने हटाए और बदले थे ये शब्द
अजहर बाशा तंबोली की तरफ से दायर याचिका में दावा किया गया है कि यह फिल्म सिनेमैटोग्राफ अधिनियम, 1952 के प्रावधानों का पूरी तरह से उल्लंघन करती है। इसमें आगे कहा गया है कि फिल्म में दिखाया गया है कि मुस्लिम महिलाओं को समाज में कोई स्वतंत्र अधिकार नहीं हैं। याचिकाकर्ता के अनुसार, निर्माताओं ने कुरान की आयत की गलत व्याख्या की है। इसके अलावा, CBFC ने 'बाजारू औरत' शब्दों को बदलने और 'इस्लाम' को 'मजहब' के साथ बदलने को कहा था। फिल्म में एक मौलाना द्वारा बोला गया डायलॉग, 'अपनी खेती करो...ज्यादा से ज्यादा मुसलमान पैदा करो' , हटा दिया गया।
Jun 23 2024, 21:30