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बलौदाबाजार कांड : भाजपा की जांच समिति पर कांग्रेस का तंज, कहा- यह सिर्फ ध्यानाकर्षण के लिए

रायपुर- सतनामी समाज के विरोध प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आगजनी की घटना की जांच के लिए भाजपा ने पांच सदस्यीय समिति आज बलौदाबाजार में है. इस बीच कांग्रेस ने भाजपा की जांच समिति पर तंज कसते हुए कहा कि यह सिर्फ ध्यानाकर्षण के लिए है. 

भाजपा की जांच समिति के बलौदाबाजार जाने पर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना पर संगठन द्वारा जांच दल का बनाकर भेजना हास्यास्पद है. भाजपा की सरकार है, सारी मशीनरी उनके पास है. सरकार में बैठे हुए लोग इतने सक्षम नहीं हैं कि निष्पक्ष जांच कर पाए, जो जांच दल बनाने की जरूरत पड़ी. यह सिर्फ ध्यानाकर्षण के किए ये किया जा रहा है.

सुशील आनंद शुक्ला ने इसके साथ प्रदेश में प्रत्यक्ष प्रणाली से नगरीय निकाय चुनाव कराने की साय सरकार की तैयारी पर कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. भाजपा के ख़िलाफ़ वातावरण है, जिसकी वजह से कांग्रेस के पक्ष में नतीजे आएंगे. चुनाव किसी भी प्रणाली से हो, हम सब ढंग से चुनाव लड़ने के किए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि सरकार सीधे चुनाव करा रही इसका मतलब है कि भाजपा में डर है. धांधली कर महापौर बनाने की तैयारी की जा रही है.

वहीं उप मुख्यमंत्री अरुण साव के आज ट्रेन से बिलासपुर जाने पर सुशील आंनद शुक्ला ने कहा कि ट्रेन में सफर करके अरुण साव क्या संदेश देना चाहते हैं कि मोदी सरकार ट्रेन चलाने में विफल हो गई है. ये ट्रेन में आवाजाही का पीक समय होता है. बिना बताए ट्रेन रद्द किया जा रहा है, रूट चेंज कर दिया जा रहा है. अरुण साव नौटंकी ना करे. ट्रेन में जाकर आप क्या करेंगे.

भाजपा जांच समिति बलौदाबाजार में

इस बीच भाजपा की पांच सदस्यीय जांच समिति आज बलौदाबाजार पहुंची. समिति के संयोजक मंत्री दयाल दास बघेल की अगुवाई में मंत्री टंकराम राम वर्मा, पूर्व विधायक नवीन मारकंडेय, शिवरतन शर्मा और रंजना साहू अमर गुफा व अग्निकांड स्थल का निरीक्षण करने के साथ अधिकारियों के साथ आम जनों से चर्चा करेंगे.

छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के कारण शाला प्रवेश उत्सव की तिथि बढ़ी, सीएम साय ने दिए निर्देश

रायपुर- प्रदेश मेें भीषण गर्मी को देखते हुए शासन ने शाला प्रवेश उत्सव की तिथि को आगे बढ़ाने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भीषण गर्मी में बच्चों की स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए शाला प्रवेश उत्सव की तिथि 18 जून से एक सप्ताह आगे बढ़ाने के निर्देश दिए है.

सीएमओ के अधिकारिक एक्स हैंडल इस संबंध में जानकारी दी गई है. बता दें कि अब शाला प्रवेश उत्सव 26 जून से शुरू होगा. वहीं शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी गर्मी के कारण स्कूल के अवकाश को 25 जून तक बढ़ा देने की घोषणा की है.

बृजमोहन का कद घटाने के लिए तोखन को मंत्री बनाया : भूपेश बघेल

रायपुर- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के 10 साल के कार्यकाल में भाजपा नेताओं की लगातार अवमानना हुई है। अमर अग्रवाल और धरमलाल कौशिक को पहले ही किनारे कर दिया गया था, अब तोखन साहू को केंद्रीय मंत्री बनाकर बृजमोहन अग्रवाल घटाने की कोशिश की गई है।

निजी प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे बघेल ने छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए आरोप लगाया कि बलौदाबाजार की घटना भाजपा प्रायोजित थी। कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव वहां जरूर थे लेकिन 10 मिनट में ही लौट गए थे। वे मंच पर भी नहीं गए। उन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया जा रहा है। कोई ऐसा कह रहा है तो उसका एक भी वीडियो फुटेज दिखा दे। इस घटना से छत्तीसगढ़ के आम आदमी में डर समा गया है। सरकार से उनका भरोसा उठ गया है।

कई सवालों का जवाब सामने आना चाहिए, जिससे मामला साफ हो। धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से अनुमति किसने दिलाई? रैली में आने वाले 15 हजार लोगों के लिए पंडाल, माइक, भोजन इत्यादि की व्यवस्था किसने की? बघेल ने कहा कि नागपुर से 250 से अधिक लोगों के आने की बात कही जा रही है। वह कौन लोग थे और सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखी? भीड़ में जब लाठी डंडा लेकर लोग पहुंचे तब प्रशासन ने उनको रोकने के लिए क्या किया?

बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को विभागों की समीक्षा करने के बजाय अपनी पूरी सरकार का ही अवलोकन करना चाहिए। यह सरकार 6 महीने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। कलेक्टर एसपी के ऑफिस जला दिए जाते हैं, हत्याओं का नया रिकॉर्ड बन रहा है।

बघेल ने दावा किया कि एनडीए गठबंधन की सरकार 6 महीने से अधिक नहीं चलने वाली है। केंद्रीय मंत्रिमंडल के गठन के दौरान अजीत पवार और शिंदे गुट के बीच घमासान मचा हुआ है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश और आरएसएस के विचारक इंद्रेश कुमार के बयानों से स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी बेहद कमजोर हो चुके हैं।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिलने के लिए योगी आदित्यनाथ का जाना भी एक बड़ी घटना है। जब से भाजपा के अल्प बहुमत की सरकार बनी है, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बीच भी रिश्तों में खटास आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल कल बिलासपुर के अलावा बेलगहना सिद्ध बाबा आश्रम भी गए। इसके बाद वे मरवाही तथा अमरकंटक भी गए।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ईद-उल-अजहा की दी मुबारकबाद

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा है कि यह पर्व ईश्वर के प्रति समर्पण, त्याग एवं बलिदान को प्रेरित करता है। इससे ईश्वर के प्रति आस्था और समाज में प्रेम, सहिष्णुता, भाईचारा एवं एकजुटता की भावना बढ़ती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों से परस्पर सद्भाव, एकता व भाईचारे की गौरवशाली परंपरा के अनुसार पर्व मनाने की अपील की है।

मुख्यमंत्री ने दिव्यांग नव दंपत्तियों को दिए आशीर्वाद, 250 दिव्यांग जोड़े बंधे परिणय सूत्र में, आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान का आयोजन

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज अखिल भारतीय निर्धन दिव्यांग सामुहिक आदर्श विवाह समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। दुर्ग के अग्रसेन भवन में समाजसेवी संस्था आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित इस सामुहिक आदर्श विवाह में सभी समाज के 250 दिव्यांग जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। समारोह में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, झारखंड के अलावा अन्य राज्यों के दिव्यांगजन शामिल हुए। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं अन्य अतिथियों ने परिणय सूत्र में बंधे दिव्यांग नव दंपत्तियों को उनके सुखमय दाम्पत्य जीवन के लिए आशीर्वाद दिए। समारोह में लोकसभा सांसद विजय बघेल, विधायक ललित चंद्राकर और नगर निगम दुर्ग के महापौर धीरज बाकलीवाल भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान का यह आयोजन पुण्य का कार्य है। संस्था लगातार जनकल्याण का कार्य कर रही है। चाहे वह लावारिश लाशों को सद्गति देेने का कार्य हो, रक्तदान कार्य हो या दिव्यांगजनों का वैवाहिक कार्यक्रम हो। संस्था से जुड़े सभी पदाधिकारी पुण्य के कार्य में सहभागी हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शारीरिक रूप से विकृत लोगों को पहले विकलांग के नाम से जाना जाता था, जिसे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मान-जनक नाम दिव्यांग दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर हर संभव सहयोग का प्रयास कर रही है। उन्होंने आदर्श विवाह में सम्मिलित होने पहुंचे हुए नवदम्पत्तियों के परिजनों को भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने करकमलों से आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान के विकास में उल्लेखनीय योगदान करने वालों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान के संरक्षक सांसद विजय बघेल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि यह संस्था विगत 19 वर्ष से दिव्यांगजनों आदर्श विवाह करते आ रही हैं। अब तक 1890 दिव्यांग जोड़े का विवाह संपन्न करायी जा चुकी है। आज यहां पर लगभग 250 से अधिक जोड़ों का विवाह कार्यक्रम संपन्न होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह संस्था अब तक 1789 लावारिश लाशों को सद्गति प्रदान कर चुकी हैं। सांसद श्री बघेल ने संस्था के कार्यों को विस्तारपूर्वक रेखांकित करते हुए संस्था से जुड़े सभी लोगों कोे साधुवाद दिया। कार्यक्रम में आस्था संस्थान के अध्यक्ष प्रकाश गेडाम और संयोजक प्रहलाद गुप्ता तथा विवाह आयोजन समिति के अध्यक्ष रामफल शर्मा और संयोजक सुरेन्द्र शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक तथा दिव्यांगजनों के परिजन एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

राजनांदगांव, कोरबा, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा जिलों से आए युवक-युवतियों ने संस्था द्वारा कराए जा रहे आदर्श सामुहिक विवाह को सराहा। विवाह करने आए नवदम्पत्तियों ने बताया कि घर की आर्थिक स्थित कमजोर होने के कारण विवाह में होने वाले खर्चे को वहन करने में परिवार वाले सक्षम नही थे। निःशुल्क सामूहिक आदर्श विवाह में हम बेटियों की शादी होने से घर वालों की चिंता अब दूर हो गई। उन्होंने इस विवाह के लिए राज्य सरकार और संस्था को धन्यवाद दिया। सामुहिक विवाह में युवतियों को संस्था द्वारा गृहस्थी का सामान थाली, चम्मच, गिलास, पानी टंकी, लोटा, कटोरी उपहार स्वरूप प्रदान किया गया। साथ ही मंगलसूत्र, पायल, बिछिया, साड़ी उपहार के रूप में दिया गया।

लम्बे समय से सुनने की समस्या से ग्रसित थे अनेर सिंह, मुख्यमंत्री ने घर बुलाकर दिया श्रवण यंत्र

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज उनके रायपुर निवास में जशपुर जिले के अनेर सिंह मिलने आए। इस खास मुलाकात ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अपने विधायकी और संघर्ष के दिनों की याद दिला दी। अनेक यात्राएं, अनेर सिंह के दुलदुला निवास में गुजारे दिन, राजदूत की सवारी, 90 के दशक के पुराने किस्से-कहानियां और घर-परिवार की जब बातें हुई, तो मानो सब कुछ मुख्यमंत्री के आंखों के सामने तैरने लगा। जशपुर जिले के ग्राम सिरिमकेला के रहने वाले श्री अनेर सिंह दरअसल पिछले 15-20 सालों से कान की समस्या से ग्रसित है और उन्हें सुनने में कठिनाई होती है। धीरे-धीरे उनकी श्रवण क्षमता कम हो गई। मुख्यमंत्री श्री साय को जब यह बात पता चली, उन्होंने तत्काल अनेर सिंह को रायपुर मिलने बुलाया और स्वयं उन्हें श्रवण यंत्र प्रदान किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अनेर सिंह से ढेर सारी बाते की, उनका हालचाल जाना और स्वास्थ्य की जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री ने यंत्र लगाने के बाद पूछा आवाज आत हे, सुनात हे। श्री सिंह ने जवाब दिया अब अच्छे से आवाज आ रही है और इसे चलाना भी सीख गया हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री को पहले जैसा पाकर अपनी खुशी भी जाहिर की। मुख्यमंत्री ने कहा अपनों से मुलाकात हमेशा सुखद होता है। उन्होंने श्री सिंह से जशपुर आकर मिलने का वादा भी किया। इस दौरान कृष्ण कुमार राय और समाज कल्याण विभाग के अपर संचालक पंकज वर्मा भी उपस्थित थे।

महतारी वंदन योजना : जरूरतमंद महिलाओं के लिए मुश्किल वक्त का सहारा, छोटी-मोटी जरूरतों के लिए अब नही पड़ रही है किसी के पास हाथ फैलाने की जरूरत

रायपुर-  छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप महतारी वंदन योजना निम्न एवं मध्यम वर्ग के महिलाओं के लिए अनेक दृष्टि से लाभप्रद सिद्ध होकर मुश्किल वक्त का सहारा बन गई है। आज भी पुरुष प्रधान भारतीय समाज में महिलाओं को छोटी-बड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पुरुषों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। आज के दौर में भी कामकाजी महिलाओं के द्वारा अपने मेहनत से किए गए अनेक कार्यों का पैसा भी उनके पिता, पति, ससुर या उनके घर के मुखिया के पास जमा होता है। लेकिन राज्य सरकार के महतारी वंदन योजना की राशि प्रतिमाह संबंधित महिला के खाते में सीधे जमा होने से यह राशि राज्य के महिलाओं के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो रही है।

पूरे प्रदेश की भाँति बालोद जिले में भी इस योजना का बेहतर प्रतिसाद देखने को मिल रहा है। राज्य सरकार की इस लोक कल्याणकारी योजना के माध्यम से प्रतिमाह एक हजार रूपये की राशि मिलने से जिले के ग्राम झलमला के वार्ड नंबर 08 की निवासी डिलेश्वरी के लिए आर्थिक संबलता का आधार बन गया है। इस योजना के फलस्वरूप राशि मिलने से डिलेश्वरी अपने छोटे बच्चों के लिए नियमित रूप से पौष्टिक भोज्य पदार्थों की प्रबंध करने के अलावा जरूरत पड़ने पर ईलाज एवं साबुन, सोडा इत्यादि छोटी-मोटी जरूरतों को आसानी से पूरा कर पा रही हैं। अब उन्हें अपने दैनिक आवश्यकताओं के लिए लगने वाली चीजों की पूर्ति तथा ईलाज आदि आवश्यक कार्यों के लिए अब किसी के पास हाथ फैलाने की आवश्यकता नही पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई महतारी वंदन योजना हमारे जैसे अनेक गरीब एवं मध्यम वर्ग के महिलाओं के लिए हर तरह से उपयोगी सिद्ध होकर मुश्किल वक्त का सहारा बन गई है। प्रत्येक माह इस योजना की राशि उनके खाते में जमा होने से अब उसे इन चीजों का प्रबंध करने में किसी प्रकार की कठिनाई नही हो रही है। इसके अलावा वे अपने दो छोटे बच्चे कुमारी पूर्वी एवं 02 वर्षीय बालक जतिन पटेल के लिए भी आसानी से पौष्टिक खाद्य पदार्थों का प्रबंध कर पा रही हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा एक सच्चे अभिभावक की भाँति राज्य की असंख्य महिलाओं की वास्तविक पीड़ा एवं जरूरतों को समझते हुए राज्य में जो महतारी वंदन योजना लागू की गई है वह हर दृष्टि से सराहनीय एवं काबिले तारीफ है। श्रीमती डिलेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा इस योजना को लागू कर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सक्षम बनाने का कार्य किया है। जिसके फलस्वरूप हम महिलाओं में आत्मनिर्भरता एवं आत्मविश्वास का संचार हुआ है। उन्होंने राज्य के महिलाओं की वास्तवित जरूरतों को समझते हुए छत्तीसगढ़ में इस अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।

बलौदाबाजार हिंसा मामले में अमित जोगी की एंट्री, इन मांगों को लेकर 1 जुलाई से करेंगे आमरण अनशन…

रायपुर- बलौदाबाजार हिंसा मामले में अमित जोगी ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने घोषणा की है कि वे 1 जुलाई से बलौदाबाजार में आमरण अनशन करेंगे. जोगी की इस अनशन की मुख्य दो मांगे हैं. उनकी पहली मांग है कि नवनिर्मित जिला बलौदाबाजार का नाम “घासीदासधाम” किया जाए और दूसरी मांग है कि हाई कोर्ट के जज की विवेचना रिपोर्ट आने तक सभी बंदियों की निःशर्त रिहाई की जाए. उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी लिखा है कि यही मेरे स्वर्गीय पिता (अजीत जोगी) जी को सही श्रद्धांजलि होगी.

अमित जोगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि कांग्रेस और बीजेपी ने सतनामियों को प्रताड़ित किया है, जिसके विरोध में वे आमरण अनशन करेंगे. वहीं उनके इस ऐलान से बलौदाबाजार हिंसा मामले में एक नया मोड़ आ गया है. उन्होंने 5 बिंदुओं में ट्वीट कर अपनी मांगे रखी है, जो इस प्रकार हैं:

1. धर्मपुरा से लेकर अमर गुफा तक,विगत 6 सालों से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार और भाजपा की साय सरकार ने सतनाम पंथ के अनुयायियों को अपनी वोटबैंक पॉलिटिक्स के कारण प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

भूपेश सरकार ने उनका आरक्षण- 16 से 13%- कम कर दिया,उनके धर्म स्थलों को ध्वस्त कर दिया और उनकी जगह- 30,000 आरक्षित पदों में-अन्य वर्गों को रोज़गार दे दिया और इन सबके विरोध में लड़ाई लड़ने वाले समाज के युवाओं को जेल में डाल दिया.यही कारण है कि दिसंबर 2023 में सरकार को बदल दिया.

2. बलौदा बाजार SP की 10 मई 2024 की अमर गुफा घटना की फर्जी विवेचना और जिला प्रशासन की 15 जून 2024 को अभूतपूर्व प्रशासनिक विफलता सिद्ध करती है कि भाजपा की साय सरकार भी भूपेश सरकार की राह में चल रही है.

3. सतनामी समाज के गिरौधपुरी से लेकर भंडारपुरी धाम तक लगभग सभी गुरुओं ने सत्ता के साथ 1980 से अपनी-अपनी बदलती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण सरकार न कि समाज का साथ दिया है.यही कारण है कि सदियों से ग़ुलामी के ख़िलाफ़ बग़ावत करने वाला सतनामी समाज सामाजिक और राजनीतिक रूप से पूर्णतः नेतृत्वविहीन हो चुका है और गुरुओं की जगह समाज के युवाओं ने ले ली है.

4. 10 मई 2024 की अमर गुफा एक अकेली घटना नहीं थी. इसे 22 जुलाई 2022 को धर्मपुरा के जैतख़ाम और भूपेश सरकार द्वारा बुलडोज़र से गुरुद्वारा के ध्वस्तीकरण के साथ जोड़ना आवश्यक इसलिए है क्योंकि दोनों राष्ट्रीय दलों भाजपा और कांग्रेस ने सतनामी समाज की ताक़त को ख़त्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.इसका ख़ामियाज़ा दोनों को भुगतना पड़ेगा.

5. 2001 में कबीर पंथ के गुरु प्रकाश मुनि नान साहेब के आग्रह पर पापा स्वर्गीय अजीत जोगी ने कवर्धा ज़िले का नाम कबीरधाम कर दिया था. इसी परंपरा का निर्वहन करके बाबा गुरु घासीदास की जन्मभूमि,मातृभूमि और कर्मभूमि,नवनिर्मित जिला बलौदाबाजार को घासीदास करने और हाई कोर्ट के जज की विवेचना रिपोर्ट आने तक सभी बंदियों की निःशर्त रिहाई की दो माँगों को लेकर मैं 1 जुलाई 2024 से बलौदा बाज़ार में आमरण अनशन करूँगा. यही मेरे स्वर्गीय पिता जी को सही श्रद्धांजलि होगी.

छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव: प्रत्यक्ष प्रणाली से हो सकता है महापौर और अध्यक्ष का चुनाव, भाजपा विधायक दल की बैठक में बनी सहमती

रायपुर- प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब नवंबर-दिसंबर 2024 में नगरीय निकाय के चुनाव होने हैं. इसके पहले राज्य सरकार ने अगले चुनाव में नियमों में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. दरअसल, आज राजधानी में बीजेपी विधायक दल की बैठक में महापौर और अध्यक्ष के पद के लिए प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराये जाने को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान ज्यादातर विधायक प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने पर सहमति जताई है।

बता दें कि अविभाजित मध्यप्रदेश में 1999 में कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार ने राज्य में महापौर चुनने का अधिकार पार्षदों से छीनकर जनता के हाथ में दिया था. तब नगर निगम रायपुर में तरुण चटर्जी पहले महापौर बने थे. वह 2000 से 2003 तक महापौर रहे. इसके बाद हुए 3 चुनावों में भाजपा के सुनील सोनी, कांग्रेस से डॉ. किरणमयी नायक और फिर कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे महापौर बने.

भूपेश सरकार ने पार्षदों को दिया महापौर चुनने का अधिकार

पांच साल पहले भूपेश सरकार ने दिग्जविजय के द्वारा दिए गए अधिकार देने वाले नियम में बदलाव करके जनता से अधिकारी छीन लिया और पार्षदों को महापौर चुनने का अधिकार दिया गया. इस नियम से रायपुर नगर निगम के एजाज ढेबर समेत अन्य निकायों में भी अप्रत्यक्ष अध्यक्ष और महापौर चुने गए थे. वहीं 5 साल बाद प्रदेश की सत्ता में वापसी के बाद अब बीजेपी एक बार फिर नियम में बदलाव करने जा रही हैं.

श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन 18 एवं 19 जून को विभागीय समीक्षा बैठक लेंगे

रायपुर- श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन मंगलवार 18 जून को सुबह 11 बजे नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल कार्यालय में विभीय समीक्षा बैठक लेंगे। जिसमें सचिव छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल, प्रभारी अधिकारी, छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल नवा रायपुर, कल्याण आयुक्त छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल एवं संचालक संचालनालय राज्य कर्मचारी बीमा सेवायें, नवा रायपुर को उपस्थित रहने निर्देशित किया है।

श्रम मंत्री श्री देवांगन बुधवार 19 जून का सुबह 11 बजे श्रम विभाग के मैदानी अधिकारियों जिसमें सभी जिलों के सहायक श्रमायुक्त एवं श्रम पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। यह बैठक नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल कार्यालय सेक्टर-24 में आयोजित होगी।