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बकरा बाजार में सबसे महंगा सुल्तान: लंबे-चौड़े और खूबसूरत बकरे की अधिक डिमांड, 10 से 40 हजार रुपए तक कीमत

बेगुसराय: 17 जुलाई को ईद उल अजहा (बकरीद) को लेकर तैयारी तेज है। बकरे का बाजार सज गया है। कुर्बानी देने के लिए लोग बड़ी संख्या में बकरा खरीद रहे हैं। बेगूसराय में भी विभिन्न जगहों पर बकरा बिक रहा है। लेकिन सबसे बड़ा बाजार जिला मुख्यालय के कचहरी चौक मस्जिद के समीप लगता है। जहां जिले के विभिन्न हिस्से से 2 सौ से अधिक बकरा बिक्री के लिए आ रहा है। यहां 10 हजार से लेकर 40 हजार तक का बकरा उपलब्ध है।

सबसे बड़ा बकरा मटिहानी प्रखंड के रामपुर से सुल्तान आया है। सुल्तान को लेकर बेचने आए मो. सलीम ने बताया कि वह दो वर्षों से अपने इस बकरे को तैयार कर रहे थे। हम अपने बकरे को परिवार के सदस्य की तरह पालते हैं और हर एक साल इसी मार्केट में बेचने आते हैं‌। बकरे को हम चना, चोकर, अनाज से लेकर बादाम तक खिलाते हैं‌। जिससे बकरा काफी साफ-सुथरा और खूबसूरत रहता है।

स्थानीय मो. नूर आलम ने बताया कि कचहरी मस्जिद के समीप दशकों से बड़े पैमाने पर बकरे की बिक्री होती है‌। लंबे-चौड़े और चुस्त बकरे की अधिक डिमांड होती है। लोग अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार बकरा खरीद रहे हैं। यहां सभी धर्म-संप्रदाय के लोग दूर-दूर के गांव से अपना बकरा बेचने आते हैं। जिनका बकरा जितना अच्छा होता है, उनका दाम उतना ही बेहतर होता है। यहां सबसे अधिक 20 हजार के आसपास के बकरे की डिमांड होती है।

उन्होंने कहा कि ईद उल अजहा (बकरीद) पर बकरा की कुर्बानी दिए जाने का रिवाज है। जिसका बकरा खूबसूरत होता है, उसकी कुर्बानी अच्छी मानी जाती है, लोग वजन की परवाह नहीं करते हैं, बल्कि खूबसूरती देखते हैं। अब तक यहां 2 सौ से अधिक बकरा की बिक्री हो चुकी है और 17 जून की सुबह तक बिक्री होगी। उन्होंने बताया कि बकरीद त्याग और कुर्बानी का प्रतीक पर्व है। इसमें सेवई के अलावा अन्य चीजों की भी काफी डिमांड है। मस्जिद और ईदगाह में नवाज की विशेष व्यवस्था की गई है।

बकरीद की नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला होगा, जो जितना समर्थ है, वह उतने बड़े बकरे की कुर्बानी देगा। अपने रिश्तेदारों और गरीबों के बीच मांस का वितरण करेगा। जो कुर्बानी नहीं दे पाते हैं, वह सेवई अपने मित्रों को जरूर पड़ोसते हैं।

उन्होंने बताया कि इस्लाम धर्म के प्रमुख पैगंबरों में एक हजरत इब्राहिम से कुर्बानी देने की यह परंपरा शुरू हुई। हजरत इब्राहिम को औलाद नहीं थी, अल्लाह से काफी मिन्नतों के बाद उन्हें बेटा हुआ। जिसका नाम उन्होंने इस्माइल रखा।

कहा जाता है कि एक रात अल्लाह ने इब्राहिम के ख्वाब में आकर उनसे सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी मांगी। इब्राहिम को पूरी दुनिया में अपना बेटा ही प्यारा था। वह अपने बेटे की ही कुर्बानी देने जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक शैतान मिला और ऐसा करने से मना किया। शैतान ने इब्राहिम से पूछा कि वह अपने बेटे की कुर्बानी देने क्यों जा रहे हैं। इसे सुनकर इब्राहिम का मन डगमगा गया, लेकिन उन्हें अल्लाह की बात याद आई और कुर्बानी के लिए चल पड़े।

इब्राहिम ने बेटे की कुर्बानी देने के समय अपने आंखों पर पट्टी बांध ली, जिससे उन्हें दुख नहीं हो। कुर्बानी के बाद जैसे ही उन्होंने आंख से अपनी पट्टी खोली तो बेटे को सही-सलामत सामने पाया और कुर्बानी वाले जगह पर भेड़ था, तभी से कुर्बानी दी जाने लगी है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

5 और 19 जून को लगेगा जॉब कैंप:650 महिला-पुरुष को मिलेगी नौकरी, बेगूसराय में 13 हजार तक मिलेगी सैलरी

बेगूसराय ; जिले में बिहार सरकार का श्रम संसाधन विभाग शिक्षित बेरोजगारों को निजी क्षेत्र में रोजगार दिलाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है। जिला नियोजनालय में जॉब कैंप के माध्यम से शिक्षित पुरुष और महिला को रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर 15 और 19 जून को बेगूसराय के जिला नियोजनालय में जॉब कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 650 महिला और पुरुष को नौकरी दी जाएगी। 

जिला नियोजन पदाधिकारी राणा अमितेश ने बताया कि बेगूसराय जिला मुख्यालय के आईटीआई कैंपस स्थित संयुक्त श्रम भवन में दोनों जॉब कैंप का आयोजन किया जाएगा। 15 जून को जॉब कैंप का आयोजन एसपीएनएन बिजनेस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है। जिसमें ग्रेजुएशन पास 10 मोबिलाइजर की नियुक्ति की जाएगी। जॉब लोकेशन बेगूसराय होगा और 9000 से 13000 प्रत्येक महीना सैलरी के साथ-साथ इंसेंटिव, ट्रेवलिंग अलाउंस आदि भी मिलेगा। 

इसी कंपनी की ओर से 10वीं पास 300 सिलाई मशीन ऑपरेटर और लाइन असेंबलर की भी नियुक्ति की जाएगी। इसमें दसवीं पास 18 से 25 वर्ग की महिला शामिल हो सकती हैं। सिलाई मशीन ऑपरेटर को 12000 से 15000 प्रत्येक महीना सैलरी मिलेगा।

पहले 300 घंटे का प्रशिक्षण बेगूसराय में दिया जाएगा, जिसमें उनके रहने और खाने की व्यवस्था होगी। उसके बाद स्थाई रूप से नौकरी पर भेजा जाएगा।

लाइन असेंबलर के पद पर 18 से 25 वर्ष के महिला दसवीं पास महिला भाग ले सकते हैं। इन्हें 14000 से 18000 रुपए प्रत्येक महीना सैलरी मिलेगी। बेगूसराय में 570 घंटे प्रशिक्षण के बाद इन्हें नौकरी पर भेजा जाएगा। इच्छुक लोग 15 जून को सुबह 10:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक बायोडाटा, आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं शैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ इसमें भाग ले सकते हैं। भाग लेने के इच्छुक लोगों को एनसीएस पोर्टल www.ncs.gov.in पर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है।

इसके बाद 19 जून को भी आईटीआई कैंपस स्थित संयुक्त श्रम भवन जिला नियोजनालय में जॉब कैंप का आयोजन किया जाएगा। नवभारत फर्टिलाइजर्स लिमिटेड की ओर से आयोजित जॉब कैंप में 40 लोगों को नौकरी दी जाएगी। 10वीं से अधिक शिक्षित 20 से 40 वर्ष के कोई भी लोग सेल्स ट्रेनी के पद पर रोजगार के लिए जॉब कैंप में आ सकते हैं। उन्हें 8000 से 12000 वेतन के अलावा टीए, डीए, कमीशन, इंसेंटिव और पीएफ की सुविधा मिलेगी। जॉब लोकेशन बेगूसराय और समस्तीपुर होगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

मेड से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपी निलंबित अंचलाधिकारी दो साल बाद गिरफ्तार

बेगूसराय : जिले में निलंबित अंचलाधिकारी इंद्रदेव राम ने 2 साल पहले घर में काम करने वाली लड़की से दुष्कर्म का प्रयास किया था। इस मामले में पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूरा मामला 22 मई 2022 की शाम का है, जब 18 वर्षीय युवती पूर्व मुखिया के घर पर झाड़ू-पोछा करने और खाना बनाने जाती थी। 

22 मई की शाम में जब वह काम करने गई तो पूर्व मुखिया अपने घर में नहीं थी। उसके पति इंद्रदेव राम अकेले थे। अकेला पाकर इंद्रदेव राम ने दुष्कर्म का प्रयास किया। जान बचाने के लिए वह किसी तरह से भागकर एक कमरे में बंद हो गई। थोड़ी देर बाद पूर्व मुखिया के वापस लौटने पर उसने दरवाजा खोला और पूरी घटना की जानकारी दी, तो उन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी।

वहीं घटना के बाद पीड़िता काफी परेशान थी। इसी बीच 25 मई को तेघरा स्टेशन के समीप आत्महत्या करने आ गई। आस-पास के लोगों की नजर युवती पर पड़ी तो उसे बचाने के लिए दौड़े, लेकिन तब तक ट्रेन के झटके से वह घायल हो गई। घायल युवती को लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद 2 जून 2022 को तेघड़ा थाने में दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करवाया।

वहीं दुष्कर्म का प्रयास और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने वाले बिहार राजस्व सेवा के निलंबित अंचलाधिकारी इंद्रदेव राम को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ करते हुए न्यायालय ने उसे आज जेल भेज दिया। 

तेघड़ा डीएसपी डॉ. रविन्द्र मोहन प्रसाद ने बताया कि एक युवती ने इसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसकी जांच-पड़ताल चल रही थी। जांच में मामला सत्य पाए जाने के बाद गुप्त सूचना के आधार पर इंद्रदेव राम को घर से गिरफ्तार किया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में बदमाशों ने बस रोककर किया लूटपाट, आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस

बेगूसराय – जिले में एनएच-31 फोरलेन पर बुधवार को दिनदहाड़े बस को रोककर ज्वेलर्स के साथ हुई लूटपाट के 24 घंटे बाद भी मामले का उद्भेदन नहीं हो सका है। हालांकि पुलिस की अलग-अलग टीम घटना में शामिल अपराधियों को चिन्हित करने के लिए लगातार जांच और छापेमारी कर रही है। क्षेत्र के बदमाशों का फोटो दिखाकर पीड़ित से पहचान कराया जा रहा है।

पुलिस की टीम बलिया से साहेबपुर कमाल तक विभिन्न जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, लेकिन बगैर चेहरा ढंके लूट करने वाले बदमाशों की पहचान नहीं हो सकी है। घटना में चौंकाने वाली बात यह है कि करीब 25 लाख रुपए की संपत्ति गंवाने वाले जितेन्द्र कुमार सोनी ने कभी सोचा भी नहीं था कि जिस डर से वह बाइक के बदले पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा कर रहा है, वह एक दिन उसके लिए दुखद साबित होगा।

बलिया बाजार के ऊपर टोला निवासी स्वर्गीय महादेव साह का पुत्र जितेन्द्र कुमार सोनी लंबे समय से कुरहा बाजार में महादेव बाबू ज्वेलर्स के नाम से आभूषण की दुकान चलाता है। 1975 में उसके पिता महादेव साह ने यह दुकान खोली थी। 2009 में पिता की मौत के बाद जितेन्द्र कुमार सोनी के हिस्से में यह दुकान आया और दुकान चलाता है। ग्रामीण बाजार रहने के कारण लोग यहां दोपहर में ही खरीदारी करने आते हैं।

जिसके कारण जितेन्द्र प्रत्येक दिन बस या ऑटो सहित किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बलिया से कुरहा जाता था और देर शाम करीब 8:00 बजे दुकान बंद कर घर लौटता था। वह रोज अपने साथ सभी प्रकार की ज्वेलरी और कुछ कैश लेकर जाता था। सोचता था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने के कारण वह सुरक्षित रहेगा। इसके दो भाई उत्तम और गौतम बलिया में जबकि एक भाई राजेश कुरहा में ही आभूषण की दुकान चलाते हैं।

रोज की तरह बुधवार को भी जितेन्द्र करीब डेढ़ बजे घर से झोला में विभिन्न प्रकार का 300-400 ग्राम सोने का आभूषण एवं चांदी का एक चोटी लेकर चला था। महाजन को देने के लिए उसने पांच लाख रुपए कैश भी रखा था। एनएच पर पहुंचते ही उसे बेगूसराय से परवत्ता जाने वाली मां भगवती ट्रेवल्स की बस आई तो वह बस में बैठ गया। लेकिन सनहा ढ़ाला के पास पहुंचते ही बदमाशों ने लूट लिया।

जितेन्द्र कुमार सोनी का कहना है कि वह बस की सीट पर बैठा हुआ था। एक झोपड़ी में बाइक लगाकर दो बदमाश बैठे हुए थे, जबकि एक ने बस रुकवाया। ड्राइवर को लगा कि यह पैसेंजर होगा, इसलिए उसने बस रोक दिया। बस के रुकते ही बस रोकने वाला अंदर आकर मेरा कॉलर पकड़ कर गाली-गलौज करते हुए बकाया पांच लाख मांगने लगा, जबकि मेरे यहां किसी का बकाया नहीं था।

मैंने जब विरोध किया तो उसके एक और साथी बस में आ गए तथा गाली-गलौज करने लगे, झोला छीनने का प्रयास किया। जिसका 3-4 मिनट तक विरोध करने पर एक बदमाश में गोली चला दी, उसके द्वारा चलाई गई दोनों गोली से मैं बच गया, लेकिन दूसरे यात्री को लग गई। इसके बाद दोनों बदमाश झोला लेकर नीचे उतर गए। इस दौरान गंजी पहना एक बदमाश नीचे बाइक पर ही बैठा हुआ था और तीनों झोला लेकर बलिया की ओर भाग गए। 20 मिनट बाद पुलिस पहुंची और उस समय से जांच की बात कह रही है।

बलिया डीएसपी नेहा कुमारी ने बताया कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पीड़ित से पूछताछ के बाद अपराधी को चिन्हित किया जा रहा है। सीसीटीवी एवं टेक्निकल एविडेंस जुटाए जा रहे हैं। अपराधियों की पहचान के लिए छापेमारी चल रही है। बहुत जल्द ही उद्भेदन हो जाएगा, घटना क्यों और कैसे हुई यह जांच के बाद जल्द ही स्पष्ट हो जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

ससुराल में पेड़ से लटका मिला युवक का शव:पत्नी से विवाद के बाद रात में ही घर से निकल गया था, पुलिस को आत्महत्या की आशंका

बेगूसराय : जिले में ससुराल आए एक युवक का पेड़ से लटका शव बरामद किया गया है। घटना चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के कुंभी गांव के समीप की है। मृतक युवक की पहचान साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रहुआ गांव निवासी अर्जुन सहनी के पुत्र रोहित सहनी (35) के रूप में की गई है।

घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजकर सभी पहलुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रहुआ निवासी रोहित सहनी की शादी कुंभी निवासी शंभू सहनी की बेटी से हुई है।

दो दिन पहले वह अपने ससुराल कुंभी आया हुआ था। जहां आर्थिक तंगी के कारण पति-पत्नी में विवाद हो गया तथा रात में वह घर से निकल गया। काफी देर बाद भी रोहित के वापस नहीं लौटने पर ससुराल वालों ने सोचा कि वह अपने घर चला गया होगा। इसके कारण खोजबीन नहीं हुई और वह अपने गांव भी नहीं पहुंचा।आज जब कुछ लोग खेत की ओर जा रहे थे तो शिव यादव के बगीचे के पीछे पेड़ से गले में गमछा लपेटकर लटका हुआ देखा। इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया तथा क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शव को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जानकारी मिलते ही ससुराल में कोहराम मच गया तथा लोग दौड़े।

स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना चेरिया बरियारपुर थानाध्यक्ष को दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष विवेक भारती ने मौके पर पहुंच कर शव पेड़ से नीचे उतारा तथा कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टया आत्महत्या लग रहा है, सभी पहलुओं पर छानबीन चल रही है।

बेगूसराय  से नोमानुल हक की रिपोर्ट
दुष्कर्म के विरोध पर महादलित महिला का गला रेता : पत्नी की कराहने की आवाज सुन मौके पर पहुंचा पति, शोर मचाने पर सीने पर चढ़ अपराधी फरार

बेगूसराय : जिले में शनिवार की रात महादलित महिला का गला रेता गया था। पीड़िता का गंभीर स्थिति में इलाज चल रहा है। मामले में एसपी मनीष कुमार ने कहा कि पूछताछ में पता चला है कि शौच जाने के दौरान दुष्कर्म का प्रयास किया गया। जब महिला ने विरोध किया तो धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया गया।

वहीं, पीड़िता के पति ने कहा कि मैं पत्नी की कराहने की आवाज सुन मौके पर पहुंचा तो देखा एक व्यक्ति मेरी पत्नी के सीने पर चढ़कर उसका गला रेत रहा था। झाड़ियों की वजह से सामने से एक ही व्यक्ति दिख रहा था, लेकिन आसपास और लोगों भी थे। शोर मचाने पर वे लोग भाग गए। मामला छौड़ाही थाना क्षेत्र का है।

गंभीर रूप से घायल महिला का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। वो अभी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। पहले महिला को छौड़ाही पीएचसी में भर्ती कराया गया था, लेकिन स्थिति गंभीर देखते हुए पीड़िता को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके पति हमेशा बाहर रहते हैं। साल में एक ही बार आना होता है।

महिला के पति ने कहा कि हम दोनों पति-पत्नी घर पर ही थे। पत्नी बोली सब्जी ले आओ। जिसके बाद मैं सब्जी लेकर घर लौटा तो मेरी पत्नी घर में नहीं थी। आसपास के लोगों और गोतिया से पूछा पर किसी ने उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

मैं गाछी की तरफ उसे खोजते हुए गया तो पानी पीला दो, पानी पीला दो आवाज आ रही थी। मैं थोड़ा आगे तेजी से बढ़ा तो देखा कि मेरी पत्नी का गला रेत रहा है। मैंने शोर मचाई तो वो भाग गया। मैं अपनी पत्नी को उठाकर थोड़ा दूर ले गया। फिर प्राइवेट गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया।

गला काटने वाला अमर नाथ महतो है। किस बात की दुश्मनी थी ये पता नहीं। हम तो बाहर रहते हैं। साल में एक बार घर आते हैं।

एसपी मनीष ने कहा कि मामले को गंभीरता से ले लेते हुए मंझौल डीएसपी के नेतृत्व में घटना में शामिल बदमाशों की पहचान की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। FSL की टीम को बुलाया जा रहा है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह को फिर मोदी कैबिनेट में जगह मिलना तय : कभी चलाते थे पंपसेट की एजेंसी, बिहार और केंद्र में पहले भी संभाल चुके हैं कई

बेगूसराय : सांसद गिरिराज सिंह को मोदी कैबिनेट में जगह मिलना तय माना जा रहा है। रविवार को शपथ ग्रहण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभावित मंत्रियों के संग एक मीटिंग की। इसमें गिरिराज सिंह भी मौजूद थे। गिरिराज सिंह इससे पहले भी दो बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में नवादा से और 2019 में बेगूसराय से। 

आइए जानते हैं गिरिराज सिंह के बारे में...

गिरिराज सिंह का जन्म लखीसराय स्थित बड़हिया में 08 सितम्बर 1952 को हुआ था। पिता रामावतार सिंह किसान थे। मां तारा देवी गृहणी थीं। गिरिराज सिंह ने बेगूसराय और पटना में अपनी पढ़ाई पूरी की। बेगूसराय में वो कभी पंपसेट की एजेंसी चलाते थे। 1975 में उनकी उमा सिन्हा से शादी हुई। उमा सिन्हा रिटायर्ड शिक्षिका हैं। इनकी एक बेटी डॉ. आकांक्षा सिन्हा हैं। पत्नी उमा सिन्हा पटना में रहती हैं। बेटी डॉ. आकांक्षा वाराणसी में रहती है। दामाद भी डॉक्टर हैं।

भाजपा नेता कैलाशपति मिश्र से प्रेरित होकर गिरिराज सिंह ने भाजपा का दामन थामा। 1985-86 में पटना गए और भाजयुमो से जुड़े‌। भाजयुमो के बेगूसराय, समस्तीपुर और खगड़िया के संगठन प्रभारी रहने के अलावा 1990 में भाजयुमो के प्रदेश महासचिव बने। गिरिराज सिंह एमएलसी भी रहे हैं। वो लगातार तीसरी बार सांसद बने हैं।

कब-कब बने मंत्री

2007 से 2010 तक बिहार में सहकारिता मंत्री।

2010 से 2013 तक बिहार में पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री।

9 नवम्बर 2014 को केंद्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के राज्य मंत्री।

4 सितम्बर 2014 से 30 मई 2019 तक केंद्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)।

30 मई 2019 से 7 जुलाई 2021 तक केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री।

8 जुलाई से अब तक केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री।

बेगूसराय से ही राजनीति की शुरुआत की

गिरिराज सिंह के पुराने मित्र बेगूसराय के बदलपुरा निवासी ललन प्रसाद सिंह कहते हैं कि 50 वर्षों से उनसे दोस्ती है। गिरिराज सिंह का जो स्वभाव और संस्कार पार्टी के सदस्य के समय था। वही, केंद्रीय मंत्री रहते हुए भी, उनके व्यवहार में कोई अंतर नहीं हुआ। हजारों लोगों का नाम उनकी जुबान पर है और हमेशा ही उनसे बात करते रहते हैं। उनका घर भले ही लखीसराय स्थित बड़हिया है। लेकिन बेगूसराय से उनका राजनीतिक ही नहीं पारिवारिक संबंध है। मंझौल के सिऊरी गांव में ननिहाल तो सदानंदपुर में फुआ की शादी हुई है। यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। राज्य में मंत्री बने या केंद्र में, कभी लोगों को उनके स्वभाव में कोई अंतर नहीं दिखा। उनके बढ़ते राजनीतिक कद से हम सब मित्र काफी खुश हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय से एनडीए उम्मीदवार गिरिराज सिंह जीते, सीपीआई के अवधेश राय को हराया

बेगूसराय : लोकसभा चुनाव के मतों की गिनती पूरी हो गई है। गिरिराज सिंह चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी इंडिया महागठबंधन के सीपीआई प्रत्याशी अवधेश कुमार राय को 81480 मत से हराया है। 

गिरिराज सिंह को 649331 और अवधेश कुमार राय को 567851 वोट मिले हैं। जबकि नोटा को 22383 मत पड़े हैं। काउंटिंग बाजार समिति में हुई है। कुल 26 राउंड में गिनती हुई।

मतगणना परिसर में कंट्रोल रूम से सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी गई। सभी सात विधानसभा बेगूसराय सदर, साहेबपुर कमाल, बखरी, चेरिया बरियारपुर, मटिहानी, तेघड़ा और बछवाड़ा के मतों की गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाए गए। सबसे पहले पोस्टल और सेवा बैलेट की गिनती हुई। उसके बाद सभी विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर-1 से ईवीएम की गिनती शुरू हुई।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में मतगणना शुरू : 7 विधानसभा में काउंटिंग के लिए लगे 98 टेबल, गिरिराज और अवधेश राय के बीच टक्कर

बेगूसराय : लोकसभा चुनाव के मतों की गिनती शुरू हो गई है। कृषि उत्पादन बाजार समिति में मतगणना हो रही है। इसको लेकर कई स्तर पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। पनहांस चौक और सदर ब्लॉक से आगे सिर्फ मतगणना पास वालों को ही आगे बढ़ने दिया जा रहा है।

मतगणना परिसर में कंट्रोल रूम से सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। सभी सात विधानसभा बेगूसराय सदर, साहेबपुर कमाल, बखरी, चेरिया बरियारपुर, मटिहानी, तेघड़ा और बछवाड़ा के मतों की गिनती के लिए 14-14 टेबल लगाए गए हैं। कुल 98 टेबल हैं। सबसे पहले पोस्टल और सेवा बैलेट की गिनती होगी, उसके बाद सभी विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर-1 से इवीएम की गिनती शुरू होगी।

मुख्य द्वार पर कड़ी जांच के बाद सिर्फ काउंटिंग एजेंट को प्रवेश करने दिया जा रहा है। उनके लिए भी मोबाइल, किसी प्रकार के हथियार, तंबाकू, गुटखा आदि ले जाने पर रोक है। मतगणना को लेकर चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक, जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-डीएम और एसपी पल-पल की गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।

बेगूसराय में 13 मई को हुए मतदान में 58.70 प्रतिशत वोट पड़े थे। कुल 21 लाख 96 हजार 89 में से 12 लाख 89 हजार 76 लोगों ने वोट किया था। जिसमें सबसे अधिक 60.49 प्रतिशत वोट बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पड़े थे। जबकि चेरिया बरियारपुर में 59.01, तेघरा में 59.29, मटिहानी विधानसभा क्षेत्र में 58.79, साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र में 58.86, बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में 55.29 एवं बखरी विधानसभा क्षेत्र में 59.80 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था।

बेगूसराय में मुख्य मुकाबला एनडीए के प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अवधेश राय के बीच है। गिरिराज सिंह का पलड़ा भारी दिख रहा है, लेकिन बेगूसराय के वोटर हमेशा चौंकाने वाले परिणाम देते रहे हैं। जिसके कारण कुछ भी कहना मुश्किल है। फिलहाल देखना है कि कौन विजेता बनते हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में रंगदारी का केस नहीं उठाने पर लूटपाट के बाद बदमाशों ने की आगजनी, फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू

बेगूसराय : जिले के बछवाड़ा थाना क्षेत्र के दादुपुर पंचायत स्थित झमटिया दियारा में रंगदारी नहीं देने पर असमाजिक तत्वों ने किसान के डेरा पर रखा फसल लूटने के बाद डेरा में आग लगा दिया है, जिसमें झमटिया निवासी आनंद कुंवर को बड़ी क्षति पहुंची है।

पीड़ित ने बताया कि विगत दिनों श्रवण टोल निवासी पारस यादव, पशुपति यादव, रामदेव यादव, यशवंत यादव, अंकित यादव, रामानुज यादव, जीतो यादव, विक्रम यादव, गणेश यादव, मिठ्ठु यादव द्वारा रंगदारी मांगी गई थी। इसकी लिखित शिकायत प्रशासन से किया था। इसके बाद केस उठाने को लेकर उक्त लोगों के द्वारा मेरे भाई के साथ मारपीट किया गया। उक्त लोगों ने ही डेरा पर रखा मकई का करीब 95 बोरा अपने ट्रैक्टर पर लोड करते हुए डेरा में आग लगा दिया। आग से डेरा में रखा बिछावन, कपड़ा, बर्तन, बक्सा समेत बचा हुआ मकई जलकर राख हो गया।

बछवाड़ा थाना को सूचना दिया तो घटना की सूचना पर आ रहे पुलिस बल और फायर ब्रिगेड को रास्ते में अवरूद्ध करने की कोशिश भी किया गया। बाद में प्रशासन द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पाया गया। थानाध्यक्ष अमित कुमार कांत ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है, जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट