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क्या NDA में शामिल होंगे हनुमान बेनीवाल? खुद साफ कर दिया मामला, INDIA अलायंस में टूट और नाराजगी आई सामने*

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के बाद भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन एक बार फिर से केंद्र में सरकार बनाने जा रहा है। वहीं, दूसरी विपक्षी दलों के INDIA अलायंस में टूट और नाराजगी सामने आने लगी है। पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया तो दूसरी ओर अब राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल भी कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे थे। अटकलें लगाई जा रही थीं कि बेनीवाल एनडीए के साथ जा सकते हैं। हालांकि, अब हनुमान बेनीवाल ने खुद सामने आकर इस मामले पर अपना रुख साफ कर दिया है। क्या बोले हनुमान बेनीवाल? नागौर लोकसभा सीट से विजयी उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने कहा कि 5 जून को INDIA गठबंधन की एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें मुझे आमंत्रित नहीं किया गया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुझे फोन किया और कहा कि यह हमसे गलती हुई है। हमने राजस्थान में ग्यारह लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी की जीत में बड़ी भूमिका निभाई। हनुमान ने आगे कहा कि अगर वे मुझे अगली बैठक में नहीं बुलाते हैं, तो भी मैं एनडीए के साथ नहीं जाऊंगा। मैं तीसरी ताकत के रूप में लड़ूंगा। हनुमान ने कहा कि अग्निवीर योजना को खत्म किया जाना चाहिए। बेनीवाल को क्यों नहीं बुलाया गया? अपनी नाराजगी जताते हुए बेनीवाल ने कहा कि दो बार बैठक हुई। मतदान के अंतिम चरण वाले दिन एक जून को जो बैठक थी उसमें भी मुझे आमंत्रित नहीं किया और चुनाव के बाद जब पांच जून को बैठक बुलाई गई थी उसमें भी मुझे नहीं बुलाया गया। बेनीवाल ने कहा कि जब केरल के छोटे दल को बुलाया गया, दक्षिण की छोटी पार्टियों को बुलाया गया था, तो हनुमान बेनीवाल को क्यों नहीं बुलाया गया? बेनीवाल ने ज्योति मिर्धा को हराया हनुमान बेनीवाल राजस्थान की खींवसर सीट से विधायक भी हैं। बेनीवाल ने लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को 42,225 मतों के अंतर हराया। राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटों में से भाजपा ने 14, कांग्रेस ने आठ और इंडिया गठबंधन के सहयोगी माकपा, रालोपा और भारत आदिवासी पार्टी बीएपी ने एक-एक सीट जीती।
Soybean Variety 2024: किसानों के लिए जरूरी खबर, सोयाबीन की ये 3 किस्म देगी खूब मुनाफा, कम वक्त में होगी ज्यादा पैदावार

देश में मानसून की शुरुआत के साथ ही अब किसान सोयाबीन की खेती करने के लिए अपनी जमीन को तैयार कर रहे हैं। बारिश में होने वाली खेती के दौरान खेतों में चारे की समस्या काफी ज्यादा रहती है। इस वजह से किसान बोवनी से पहले खेतों को पूरा क्लीन कर देते हैं, ताकि पैदावार में किसी भी तरह की कमी ना हो और ज्यादा कीटनाशक दवाओं का भी उपयोग न करना पड़े। किसानों के सामने बीज चयन को लेकर भी काफी ज्यादा कन्फ्यूजन रहता है। आज बाजार में सोयाबीन की ढेरों वैरायटी मौजूद है, लेकिन किसान के सामने इन वैरियटयों में से अपने उपयोग की बहुत ज्यादा पैदावार की वैरायटी का चयन करने में काफी परेशानियां होती है, जिसकी वजह से कई बार किसान ऐसे बीच का चुनाव कर लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें पैदावार भी अच्छी नहीं मिल पाती है। इसकी उत्पादन क्षमता काफी अच्छी है। इन वैरायटी में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी अच्छी रहती है इस वजह से किसानों को ज्यादा दवा के छिड़काव की जरूरत भी नहीं पड़ती है। बारिश के समय में सबसे ज्यादा समस्या रहती है पीला मोजेक की। लेकिन यह किस्म इससे भी लड़ने में कारगर रहती हैं। जेएस 2172 सोयाबीन की उन्नत किस्म सोयाबीन की यह किस्म किसने की पहली पसंद बन गई है, क्योंकि इसका रिजल्ट पिछले सीजन काफी अच्छा देखने को मिला था। बता दे कि, इस किस्म को जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा साल 2022 में तैयार की गई है। 2172 किस्म की विशेषता यह सोयाबीन वैरायटी कम बारिश, अधिक गर्मी, कम सिंचाई और कई रोग बीमारी के सामने प्रतिरोधक है। चारकोल रट राइज क्टन या एरियल ब्लाइट मोजक वायरस और जो ट्रेस मुक्त यह वैरायटी तैयार की गई है। 90 से 95 दिन में हो जाती है तैयार सोयाबीन की यह उन्नत किस्म के बीज बुवाई के बाद 90 से 95 दिन में अच्छे से पक के तैयार हो जाती है। इन में लगी फलिया रोहेदार होती है। इन के दाने चमकदार और पीले रंग का होता है। इन के दाने एक एकड़ के लिए 25 किलोग्राम तक की जरूरत होती है। इस किस्म के इन के पौधे अधिक फैलावदार होते है। और सफ़ेद रंग के फूल होते है। इन के उत्पादन की बात करें तो एक एकड़ से 15 से 16 क्विंटल तक प्राप्त होता है। ब्लैक बोल्ड सोयाबीन की उन्नत किस्म सोयाबीन की यह किस्म भी किसानों को काफी पसंद आई है, साल 2023 में किसानों को ब्लैक बोल्ड किस्म की पैदावार अच्छी हुई थी। इस किस्म की बात करें तो इसके दाने धारी वाले होते है और दाने का आकर बोल्ट होता है। इस लिए सोयाबीन की यह उन्नत किस्म का नाम ब्लैक बोल्ड रखा गया है। दानों का साइज बड़ा होता है इनके दाने की साइज बड़ी और वजन में भरी चमकदार होता है। इन के पौधे पर लगने वाली फलिया चिकनी और तीन दाने वाली होती है। इन के फूल बैंगनी रंग के और गुलाबी रंग के होते है। रोग प्रतिरोधक क्षमता भी है ज्यादा सोयाबीन की यह उन्नत किस्म एलोमेजेक वायरस के सामने सहनशी हैं यह 90 से 95 दिन में पक के कटाई के लिए तैयार हो जाती है। सोयाबीन की यह किस्म में फली चटकने वाली समस्या नहीं रहती है। इतना ही नहीं एक एकड़ जमीन में बोवनी के लिए आप 25 से 30 किलोग्राम तक बीज डाल सकते हैं, जो कि सही मात्रा रहती है। वहीं, वोबनी की सही समय की बात करें तो मध्य जून से मध्य जुलाई तक की जाती है। पैदावार में भी है अच्छी सोयाबीन की यह उन्नत किस्म के उत्पादन एक एकड़ में से 12 से 13 क्विंटल तक प्राप्त होता है। पर बेड विधि से इस किस्म की खेती की जाए तो उत्पादन इन से अधिक भी प्राप्त हो शकता है। यह माध्यम भूमि में अच्छा पैदावार के लिए जानी जाती है। इन राज्यों में होती है इस किस्म की ज्यादा बोवनी मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, कर्णाटक, राजस्थान आदि राज्य में यह सोयाबीन की खेती की जाती है। जेएस 2117 सोयाबीन की उन्नत किस्म सोयाबीन की JS 2117 किस्म भी किसानों के लिए अच्छी मानी जा रही है, इसकी पैदावार भी अच्छी रही है। इसके चलते इस बार किसानों के बीच 2117 भी चर्चा में है।
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में 8000 लोगों को न्योता, मुइज़्ज़ू भी होंगे मेहमान*
#narendra_modi_oath_ceremony_8000_people_invited
नरेन्द्र मोदी तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने को तैयार हैं।राष्ट्रपति भवन का प्रांगण तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण का साक्षी होगा। नरेंद्र मोदी नौ जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में 8000 मेहमान शामिल हो सकते हैं। इस शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया के कई शीर्ष नेता शामिल हो सकते हैं। इस बार शपथ ग्रहण कई मायनों में खास होगा, क्योंकि इसमें न सिर्फ पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे, बल्कि समाज के हर वर्ग के महत्वपूर्ण लोगों को न्योता दिया गया है। 18वीं लोकसभा के शपथ ग्रहण समारोह में कई देशों के प्रमुख बुलाए गए हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया है कि इस समारोह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफ़ीफ़, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड', मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू को आने का निमंत्रण दिया गया है। बयान में कहा गया है कि इन नेताओं ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। केंद्र सरकार की विज्ञप्ति के मुताबिक़ शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने वाले विदेशी नेताओं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज देंगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पड़ोसी देशों के नेताओं को भारत की ‘नेबरहुड पॉलिसी’ और ‘सागर’ विज़न के तहत बुलाया गया है। इसके अलावा समारोह के लिए 8,000 से ज़्यादा मेहमानों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई है। सरकार की तरफ़ से मेहमानों की सूची तैयार कर निमंत्रण कार्ड भेज दिए गए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मेहमानों की सूची में वकील, डॉक्टर, कलाकार, सांस्कृतिक कलाकार और प्रभावशाली लोग शामिल हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना पहली विदेशी शख्सियत हैं जो शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत पहुंची हैं। उन्होंने उनके स्वागत की दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं और लिखा, वो भारत के सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक हैं। उनकी यह यात्रा दोनों मुल्कों के बीच की दोस्ती के घनिष्ठ और गहरे संबंधों को और मज़बूत करेगी।
सपा विधायक इरफान सोलंकी को हुई सात साल की सजा, विधायकी भी गई*


डेस्क: कानपुर की सीसामऊ विधानसभा से 4 बार समाजवादी पार्टी से विधायक इरफान सोलंकी को कोर्ट से तगड़ा झटका लगा है। एमपी/एमएलए कोर्ट ने महिला के घर आगजनी मामले में इरफान सोलंकी को 7 साल की सजा सुनाई है। कोर्ट के इस फैसले के बाद सपा विधायक इरफान सोलंकी की गई विधायकी भी चली गई है। इरफान सोलंकी को 8 नवंबर 2022 को करोड़ो का प्लॉट हड़पने के लिए महिला की झोपड़ी में आग लगाने का दोषी पाया गया है। भाई को भी सजा सपा विधायक इरफान सोलंकी, उसके भाई रिजवान समेत तीन अन्य साथियों को इस मामले में सजा सुनाई गई है। इस महीने की शुरुआत में ही इन सभी को दोषी ठहराया गया था। इरफान सोलंकी आईपीसी की धारा 436, 427, 147, 504, 506, 323 में दोषी ठहराया गया था। कोर्ट में सोलंकी के खिलाफ आगजनी केस में सारे आरोप साबित हो गए थे। सजा मिलने के बाद इरफान सोलंकी समेत सभी दोषियों को पुलिस कड़ी सुरक्षा में लेकर रवाना हुई है। क्या है पूरा मामला? सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व उनके साथियों पर जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली नजीर फातिमा ने उनके घर में आग लगाने का आरोप लगाया था। पुलिस रिपोर्ट में फातिमा का आरोप था कि उनके घर में 7 नवंबर 2022 को आग लगी थी। उनका परिवार और वह एक रिश्तेदार की शादी में गई हुईं थी। शादी के बीच जब उनका बेटा किसी काम से अपने घर पहुंचा तो देखा कि उसके घर में आग लगी हुई है। इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी और उनके साथियों ने उनके बेटे से मारपीट भी की थी और उसे आग में धकेलने की कोशिश भी की थी। मामले को लेकर जब विधायक सोलंकी के खिलाफ FIR दर्ज हुई तो वह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गए।
मुस्लिम महिलाओं ने AAP के संजय सिंह और राघव चड्ढा की कार को घेरा, कहा – जो वादा किया था वो पैसे दो*

डेस्क: चुनाव जीतने के लिए कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I. गठबंधन ने बड़े-बड़े वादे किए थे और लालच दिया था, जो अब उसकी ही गले की फाँस बन रहे हैं। मुस्लिम महिलाओं ने विपक्षी दलों के इन नेताओं से रुपयों की माँग करते हुए अब हंगामा शुरू कर दिया है। अब AAP (आम आदमी पार्टी) के राज्यसभा सांसदों संजय सिंह और राघव चड्ढा के कार को घेर कर महिलाओं ने पैसों की माँग की है। विपक्षी दलों ने मुस्लिमों से ‘खटाखट पोसे भेजने’ का वादा किया था। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में संजय सिंह और राघव चड्ढा से महिलाओं ने चुनावी वादे के एक-एक लाख रुपए माँगे। इन महिलाओं का कहना था कि उन्हें जो खटाखट-खटाखट पैसे दिए जाने के वादे किए गए थे, अब वो पैसे कहाँ हैं? बता दें कि इस चुनाव में विपक्षी दलों ने जम कर मुफ्त रेवड़ियाँ बाँटने का लालच देने की योजना पर काम किया। कॉन्ग्रेस अपने ही घोषणा-पत्र और आम लोगों में बाँटे गए गारंटी कार्ड में फँस गई हैं। कॉन्ग्रेस दफ्तरों पर भी महिलाएँ पहुँच रही है। असल में कॉन्ग्रेस ने इन महिलाओं से वादा किया था कि 5 जून, 2024 से ही महिलाओं के खाते में पैसे पहुँचने शुरू हो जाएँगे। संजय सिंह और राघव चड्ढा को घेर कर ये महिलाएँ कह रही थीं आप हमसे दुआ लेकर ही जाना। हालाँकि, इस दौरान दोनों ही AAP नेता इन महिलाओं से बच कर निकलते हुए नज़र आए। कॉन्ग्रेस ने इन महिलाओं को हर साल एक लाख रुपए देने का वादा किया था। बेरोजगार युवाओं को भी नियमित वेतन देने का वादा किया गया था। इससे पहले उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित कॉन्ग्रेस मुख्यालय के बाहर मुस्लिम महिलाओं की लंबी कतार लग गई थी। ये सभी 1 लाख रुपए की माँग कर रही थीं, साथ ही कह रही थीं कि उन्हें वित्तीय लाभ दिया जाए। मुस्लिम महिलाएँ अपना-अपना पहचान-पत्र समेत अन्य दस्तावेज लेकर कॉन्ग्रेस के दफ्तर पहुँची थीं। इन महिलाओं ने अपने हाथों में कॉन्ग्रेस का ‘गारंटी कार्ड’ भी थाम रखा था, जिसमें एक लाख रुपए के वेतन के अलावा हर शिक्षित युवा को पक्की नौकरी देने का वादा किया गया है। ‘इस गारंटी कार्ड’ में कर्जमाफी का भी वादा है। मुस्लिम महिलाओं ने इन कार्ड्स को भर भी रखा था।
कोलकाता हाई कोर्ट ने ममता सरकार को चेताया, कहा- बंगाल में हिंसा नहीं रूकी तो...

#west_bengal_post_poll_violence_high_court_warns_govt 

लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर बंगाल में हिंसा का डर बढ़ गया है। यही वजह है कि कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है।चुनाव के बाद हुई हिंसा में 11 लोगों की मौत का आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में शिकायत की गई थी कि हिंसा से जनहानि हो रही है। पुलिस शिकायतें नहीं ले रही है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले में गंभीर चिंता जताते हुए ममता बनर्जी सरकार को कड़ी फटकार लगाई। अदालत ने कहा, अगर राज्य सरकार हिंसा पर काबू नहीं कर पाती है तो अगले पांच वर्षों तक के लिए प्रदेश में केंद्रीय बल को तैनात करने का निर्देश देना पड़ सकता है।

कोर्ट ने हिंसा से जुड़ी रिपोर्ट्स को लेकर निराशा और चिंता जाहिर की। जस्टिस कौशिक चंदा ने कहा, हर दिन हम मीडिया में चुनाव के बाद की हिंसा के बारे में देख रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद जो हुआ वही इस बार भी हो रहा है। आपको (राज्य को) शर्म आनी चाहिए। अगर राज्य इस हिंसा को कंट्रोल करने में विफल रहता है तो हमें फैसला लेना होगा कि अगले पांच सालों तक केंद्रीय बल राज्य में रहेंगे।

इसके साथ ही हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश जारी किया है कि वो हिंसा से प्रभावित लोगों को ईमेल के जरिए राज्य के डीजीपी को शिकायत दर्ज कराने की अनुमति दे। बेंच ने कहा कि वो किसी भी कीमत पर राज्य के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहते हैं। अदालत ने डीजीपी संजय मुखोपाध्याय को चुनाव के बाद पुलिस को मिली हिंसा की शिकायतों की संख्या, दर्ज की गई एफआईआर की संख्या और उसके बाद की गई कार्रवाई पर 10 दिनों के अंदर एक रिपोर्ट सौंपने का भी आदेश दिया है। अदालत ने पुलिस से संबंधित शिकायतों को तुरंत अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने को भी कहा।

लखनऊ के बाद दिल्ली की महिलाएं भी इंडिया गठबंधन से मांग रही 1 लाख, आप सांसद राघव चड्ढा की कार को घेरा

#women_demand_money 

चुनावी घोषणाओं की हकीकत से हर कोई वाकिफ है। हर पार्टी चुनाव जीतने के लिए बड़े-बड़े वादे करती है। हालांकि, चुनाव जीतने के बाद कितने पूरे होते हैं इस पर हमेशा से बड़ा प्रश्नचिन्ह होता है। 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस का ऐसा ही क वादा उसके गले की फांस बनता नजर आ रहा है। कांग्रेस ने भी 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे। कांग्रेस के ऐसे ही एक चुनावी स्कीम “खटाकट” के कारण फजीहत हो रही है।

दरअसल, कांग्रेस पार्टी की तरफ से पांच न्याय गारंटी का मेनिफेस्टो जारी किया गया था। जिसमें एक गारंटी महिलाओं को ₹100000 देने की थी। इसके लिए कांग्रेस ने चुनाव के समय महिलाओं के बीच अपने फार्म बांटे भी थे और उनसे वह फार्म भरवाए भी थे पर जब मंगलवार 4 तारीख को नतीजे आ गए उसके बाद आज 5 तारीख को कई महिलाएं कांग्रेस पार्टी के लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर अपने ₹100000 लेने पहुंच गई। अब देश की राजधानी दिल्ली में भी ऐसे हालात देखे गए।

लखनऊ के बाद अब दिल्ली की महिलाएं भी इंडिया गठबंधन से अपना पैसा मांग रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में संजय सिंह और राघव चड्ढा से महिलाओं ने चुनावी वादे के एक-एक लाख रुपए माँगे। इन महिलाओं का कहना था कि उन्हें जो खटाखट-खटाखट पैसे दिए जाने के वादे किए गए थे, अब वो पैसे कहाँ हैं? 

इससे पहले उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर मुस्लिम महिलाओं की लंबी कतार लग गई थी। ये सभी 1 लाख रुपए की माँग कर रही थीं, साथ ही कह रही थीं कि उन्हें वित्तीय लाभ दिया जाए। मुस्लिम महिलाएँ अपना-अपना पहचान-पत्र समेत अन्य दस्तावेज लेकर कांग्रेस के दफ्तर पहुँची थीं। इन महिलाओं ने अपने हाथों में कांग्रेस का ‘गारंटी कार्ड’ भी थाम रखा था, जिसमें एक लाख रुपए के वेतन के अलावा हर शिक्षित युवा को पक्की नौकरी देने का वादा किया गया है। ‘इस गारंटी कार्ड’ में कर्जमाफी का भी वादा है। मुस्लिम महिलाओं ने इन कार्ड्स को भर भी रखा था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की 'खटाखट स्कीम' पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये लोग कितना बड़ा झूठ बोलते रहे हैं। चुनाव के समय इन्होंने देश के सामान्य नागरिकों को गुमराह करने के लिए जो पर्चियां बांटी, दो दिन से मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस के दफ्तरों पर लोग कतार लगाकर खड़े हैं, एक लाख रुपये कहां है, लोग पैसा मांग रहे हैं।

INDIA’s Biggest Electoral Scam”
“ Congress used its cadre and that of its alliance partners to influence voters by promising them ₹8500 per month if they vote for Congress. Poor needy and greedy people bought this lie and voted for Congress
If you eat mango
If you eat mango
Residents of thrissur give grand welcome to their newly elected and 1st BJP MP from Kerala, Shri Suresh Gopi
Residents of thrissur give grand welcome to their newly elected and 1st BJP MP from Kerala, Shri Suresh Gopi