झारखंड में दल बदलू नेताओं को जनता ने नकारा, गीता-सीता काम न आई भाजपा के, जेपी पटेल भी कांग्रेस को नहीं दिला सके जीत
रांची से जयंत की रिपोर्ट
रांची : झारखंड में लोकसभा चुनाव के नतीजे कल 4 जून को आने के बाद तय हो गया कि दलबदल करने वाले नेता भी अपनी-अपनी पार्टी को जीत नही दिला पाए। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले झारखंड के राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेताओं ने जीत सुनिश्चित के आस में दलबदल किया था। लेकिन दलबदल करने वाले नेताओं को जीत हासिल नहीं हो पाया।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ने संसदीय चुनावों से अपनी जीत की संभावनाओं को मजबूत करने के लिए प्रतिद्वंद्वी खेमों में फूट डाली थी। लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले मार्च में कांग्रेस की सिंहभूम निर्वाचन क्षेत्र से इसकी मौजूदा सांसद गीता कोड़ा भाजपा में शामिल हो गईं। इस घटनाक्रम के कारण कांग्रेस को अपनी सीट अपने सहयोगी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को सौंपनी पड़ी।
क्योंकि अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित इस सीट पर भाजपा को चुनौती देने वाला कोई संभावित उम्मीदवार कांग्रेस में नही था। इंडिया गटबधन का यह फैसला रह लाया और गीता कोड़ा को इंडिया अलायंस की साझा प्रत्याशी जोबा मांझी ने 168402 वोटों के अंतर से पराजित किया। जोबा मांझी का कोल्हान इलाके में मजबूत राजनीतिक पकड़ है और वो मनोहरपुर विधानसभा सीट से विधायक भी हैं।
शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को भी पार्टी बदलना महंगा पड़ा
दुमका में लोकसभा की बात करे तो जामा से जेएमएम की विधायक सीता सोरेन ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा कथित तौर पर वह जेएमएम के संरक्षक शिबू सोरेन की बड़ी बहू होने के बावजूद जेएमएम के भीतर अपनी लगातार उपेक्षा से परेशान थीं। दुमका को जेएमएम का गढ़ माना जाता रहा है। जिसके विपरीत सीता का जादू मतदाताओं पर नहीं चला और भाजपा को जीत हासिल नही हो पाया। यहां से जेएमएम के नलिन सोरेन ने सीता को 22527 मतों से हराया।
बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में जाने वाले जेपी पटेल को भी झटका लगा
कांग्रेस भी कही न कहीं इससे अछूता नहीं रहा। पहले चरण का मतदान के बाद ही मांडू के बीजेपी विधायक जेपी पटेल भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। हजारीबाग सीट से कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया तो दूसरी और भाजपा खेमे में मुकाबला करने के लिए एक मजबूत और विश्वसनीय चेहरा चाहिए था। भाजपा ने सदर विधायक मनीष जायसवाल पर अपना भरोसा जताया और पहली बार संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया। इस भरोसे पर भाजपा के मनीष जायसवाल खड़े उतरे और 276686 मतों के विशाल अंतर से विजयी हुए।
Jun 05 2024, 18:51