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केरल चुनाव परिणाम 2024 लाइव: तिरुवनंतपुरम में शशि थरूर आगे

राज्य में सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF), कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तीखी राजनीतिक लड़ाई आज सामने आ गई है जब लोगों की पसंद कुछ ही घंटों में पता चल जाएगी।रुझानों के अनुसार केरल के वायनाड, कन्नूर, पलक्कड़, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर, कासरगोड और कोझीकोड के प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में इंडिया गठबंधन आगे चल रही है । 

केरल में 20 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं, जहां भीषण राजनीतिक लड़ाई हुई, 26 अप्रैल, 2024 को राज्य में एक चरण के चुनाव में 67.08% मतदान दर्ज किया गया। वायनाड से राहुल गांधी (यूडीएफ), एनी राजा (एलडीएफ) और के सुरेंद्रन (भाजपा), तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर (यूडीएफ) और राजीव चंद्रशेखर (भाजपा), त्रिशूर से सुरेश गोपी (भाजपा) और के. मुरलीधरन (यूडीएफ), कोझीकोड से एलामारम करीम (एलडीएफ) और एम. के. राघवन (यूडीएफ), कन्नूर से एम. वी. जयराजन (एलडीएफ) और के. सुधाकरन (यूडीएफ), कासरगोड से राजमोहन उन्नीथन (यूडीएफ) और एम. वी. बालकृष्णन (एलडीएफ), पलक्कड़ से वी. के. श्रीकंदन (यूडीएफ) और ए. विजयराघवन (एलडीएफ) प्रमुख खिलाड़ी हैं। 

उनके अलावा, वडकारा से शफी परम्बिल (यूडीएफ) और के के शैलजा (एलडीएफ), पथानामथिट्टा से अनिल एंटनी (बीजेपी) और थॉमस इसाक (एलडीएफ) कुछ प्रमुख खिलाड़ी हैं जिन पर नज़र रखी जानी चाहिए। मतगणना शुरू होने के साथ ही सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या भारतीय जनता पार्टी इस साल केरल में अपना खाता खोल पाएगी। एनडीए के नेतृत्व वाली पार्टी राज्य में पैठ बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। बीजेपी ने केरल में कभी भी लोकसभा सीट नहीं जीती है और अपना खाता खोलने के लिए उसने जोरदार प्रचार किया। भगवा पार्टी अपने प्रमुख खिलाड़ियों केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और वी. मुरलीधरन, अभिनेता सुरेश गोपी और पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता ए.के. एंटनी के बेटे अनिल एंटनी के साथ आश्वस्त दिखती है।

एग्जिट पोल की भविष्यवाणी:

एग्जिट पोल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के लिए स्पष्ट जनादेश की भविष्यवाणी की है। न्यूज़18 मेगा एग्जिट पोल के अनुसार, 20 लोकसभा क्षेत्रों में से UDF को 15 से 18 सीटें जीतने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की है कि LDF के पास 2 से 5 सीटें जीतने का मौका है, और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ-ETG ने भी भविष्यवाणी की है कि UDF को 14 से 15 सीटें मिल सकती हैं। LDF को 4 और NDA को एक सीट मिलने की संभावना है।

एबीपी-सी वोटर के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), केरल कांग्रेस और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी का गठबंधन 17 से 19 सीटों के बीच कहीं भी जीत सकता है। इसने LDF को शून्य सीटें और NDA को 1 से 3 सीटें दी हैं।

एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 2-3 सीटें, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ को 17-18 सीटें और सीपीआई-एम के नेतृत्व वाले एलडीएफ को 0-1 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।

मनोरमा न्यूज-वीएमआर एग्जिट पोल ने केरल में यूडीएफ को लोकसभा चुनाव में 16-18 सीटों के साथ फिर से जीत मिलने की भविष्यवाणी की है और सीपीएम के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को 2-4 सीटें मिलने की उम्मीद है। जहां तक ​​भाजपा की बात है, तो मनोरमा न्यूज-वीएमआर एग्जिट पोल में पार्टी को इस बार राज्य में अपना खाता खोलते नहीं देखा जा रहा है। सर्वे के अनुसार, यूडीएफ को 42.46 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि एलडीएफ को 35.09 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। एनडीए को केवल 18.64 प्रतिशत वोट मिलेंगे।

हमारे साथ बने रहें क्योंकि हम इन महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्रों से नवीनतम घटनाक्रमों का विश्लेषण करते हैं। केरल की इन सीटों पर कौन जीत रहा है/कौन पीछे चल रहा है, यह जानने के लिए लाइव ब्लॉग का अनुसरण करें।

लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र विजेता/अग्रणी उम्मीदवार विजेता/अग्रणी पार्टी

तिरुवनंतपुरम  शशि थरूर (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)

त्रिशूर        परिणाम प्रतीक्षित

कोझिकोड    एम. के. राघवन ;(भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस) 

वायनाड      राहुल गाँधी (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस )

कन्नूर        कुंभकुडी सुधाकरन (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)

कासरगोड    एम. वी. बालकृष्णन (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)

पलक्कड़     परिणाम प्रतीक्षित

विदिशा से शिवराज आगे, इंदौर से शंकर लालवानी आगे, कांग्रेस एक सीट पर आगे

  

मध्यप्रदेश मे 10 सीटों पर बीजेपी आगे चल रही है। विदिशा से बीजेपी प्रत्याशी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी आलोक शर्मा, इंदौर से बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी, खजुराहो से बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा आगे चल रहे हैं। वहीं देवास ,उज्जैन ,खरगोन, मंदसौर ,खंडवा ,होशंगाबाद सीट पर भी बीजेपी आगे चल रही है। 

कांग्रेस एक सीट पर आगे

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ पीछे चल रहे, नकुलनाथ का मुकाबला बीजेपी के विवेक साहू के साथ है

पोस्टल बैलेट की गिनती में ज्योतिरादित्य को बढ़त मिली है।

भारत आम चुनाव 2024: मतगणना शुरू होने से पहले ही भाजपा ने 1 सीट कैसे जीता

 2024 के चुनावों में लोकसभा सीटों के लिए डाले गए वोटों की गिनती का विशाल अभ्यास मंगलवार को सुबह 8 बजे शुरू हुआ। सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नतीजे 543 सदस्यीय लोकसभा के लिए मतदान के साथ-साथ आए। आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा क्षेत्रों और ओडिशा में 147 विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम और 25 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के परिणाम भी आज घोषित किए जाएंगे। 

लेकिन नतीजे आने से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने सूरत लोकसभा सीट पर मुकेश दलाल के निर्विरोध जीतने के साथ ही पहला खून बहा दिया है, क्योंकि कांग्रेस के नीलेश कुंभानी का नामांकन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में अनियमितताओं के कारण खारिज कर दिया गया था और अन्य उम्मीदवारों ने मतदान से पहले अपना नाम वापस ले लिया था। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि निर्विरोध चुनावों के मामलों में, चुनाव आयोग तब हस्तक्षेप करता है जब मैदान में अन्य उम्मीदवार दबाव में नामांकन वापस लेते हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि निर्विरोध चुनावों के मामले में किसी व्यक्ति को विजेता घोषित करने से रोकने वाला कोई भी प्रावधान कानून के अनुसार नहीं हो सकता है। वह एक संवाददाता सम्मेलन में लोकसभा या विधानसभा के लिए निर्विरोध चुने गए उम्मीदवारों के लिए 'इनमें से कोई नहीं' विकल्प संबंधी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।

कहा जा रहा है आज दोपहर तक 2024 रुझान स्पस्ट हो जाएंगे, अभी तक के चुनाव के नतीजों के अनुसार बीजेपी आगे चल रही और गुजरात में अमित शाह आगे चल रहे हैं, वही एक सीट पर कांग्रेस आगे चल रही है, देखना यह है की बीजेपी पूर्ण बहुमत हासिल कर पाएंगे या फिर इंडिया गठबंधन लीड ले पाएगी, हलाकि बीजेपी ने 100 से अधिक सीटों पर पार्टी की तौर पर आगे चल रही है।

एनडीए ने बनाई बढ़त, विपक्षी गठबंधन भी दे रहा टक्कर

#lok_sabha_election_2024_results

लोकसभा चुनाव 2024 के वोटों की गिनती शुरू हो गई है और रुझान भी मिलने शुरू हो गए हैं। रुझानों में एनडीए ने बढ़त बना ली है। वहीं विपक्षी गठबंधन भी टक्कर दे रहा है।दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर भाजपा आगे चल रही है।गांधीनगर से अमित शाह आगे चल रहे हैं। 

आगरा से भाजपा के एसपी सिंह बघेल आगे। भाजपा नेता मोदी, शिवराज, गडकरी, रूडी आगे चल रहे हैं।राहुल गांधी अपनी दोनों सीटों वायनाड और रायबरेली पर आगे चल रहे हैं। 

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक रूझान इस तरह से हैः-

Party Won Leading Total

Bharatiya Janata Party - BJP 1

30

31

Indian National Congress - INC 0 10

10

Aam Aadmi Party - AAAP 0 2

2

Telugu Desam - TDP 0 1

1

Janata Dal (Secular) - JD(S) 0 1

1

Naga Peoples Front - NPF 0 1

1

Zoram People’s Movement - ZPM 0 1

1

Nationalist Democratic Progressive Party - NDPP 0 1

1

Sikkim Krantikari Morcha - SKM 0 1

1

Jammu & Kashmir People Conference - JPC 0 1

1

Jammu & Kashmir National Conference - JKN 0 1

1

Total 1 50 51

भारत के आम चुनाव 2024 के नतीजो पर एक रुख

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआती रुझानों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने बढ़त हासिल की है। समाचार चैनलों के अनुसार, 2024 के चुनावों में लोकसभा सीटों के लिए डाले गए वोटों की गिनती के लिए मंगलवार, 4 जून को सुबह 8 बजे शुरू हुए बड़े पैमाने पर काम के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने शुरुआती रुझानों में बढ़त हासिल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष उन्हें सत्ता से बेदखल करना चाहता है। 

अधिकांश एग्जिट पोल ने पीएम मोदी की सत्ता में वापसी की भविष्यवाणी की है, ऐसा विकास जो उन्हें जवाहरलाल नेहरू के बाद सत्ता में लगातार तीसरी बार आने वाले पहले प्रधानमंत्री बना देगा। आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों और ओडिशा की 147 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना और 25 विधानसभा सीटों के उपचुनावों के नतीजे भी शुरू हो गए हैं। इस आम चुनाव में 8,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए मतगणना के सुचारू संचालन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लोकसभा चुनावों के लिए मतगणना शुरू हो गई है, जिसमें सबसे ज़्यादा मतदाताओं ने हिस्सा लिया है। 

अब राजनीतिक स्पेक्ट्रम के कई नेताओं के चुनावी भाग्य का फ़ैसला होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मैदान में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी, एनसीपी की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित प्रमुख विपक्षी नेता भी चुनाव लड़ रहे हैं। दो सर्वेक्षणों ने भविष्यवाणी की है कि भाजपा 2019 के लोकसभा चुनावों में जीती गई 303 सीटों से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी। 2019 के चुनावों में एनडीए ने 353 सीटें जीती थीं, जिनमें से अकेले भाजपा ने 303 सीटें जीती थीं। विपक्षी यूपीए को सिर्फ़ 93 सीटें मिलीं, जिनमें से कांग्रेस को 52 सीटें मिलीं। भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्ष इंडिया ब्लॉक के तहत सत्ताधारी पार्टी से सत्ता छीनने की कोशिश कर रहा है। इस बीच, सभी एग्जिट पोल ने भाजपा के शानदार बहुमत के साथ सत्ता में लौटने की भविष्यवाणी की है, साथ ही ओडिशा, पश्चिम बंगाल और दक्षिणी राज्यों में भी बढ़त हासिल की है।

लोकसभा के निचले सदन की 543 सीटों के लिए सात चरणों में चुनाव हुए। मतों की गिनती मंगलवार, 4 जून को हो रही है । लोकसभा चुनाव सात चरणों में हुए थे- 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को।

लोकसभा चुनाव 2024 के वोटों की गिनती शुरू, दोपहर तक तस्वीरें हो जाएंगी साफ

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जिस दिन का इंतजार राजनीतिक पार्टियों को पिछले कुछ दिनों से था वो आ गया है।आज लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने वाले हैं। देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 के वोटों की गिनती शुरू हो गई है। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती हो रही है। थोड़ी ही देर में रुझान मिल जाएंगे और दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी।लोकसभा चुनाव के लिए डाले गए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। देश की 543 लोकसभा सीटों पर कुल सात चरण में चुनाव संपन्न हुए हैं। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को हुई थी तो आखिरी चरण की वोटिंग 1 जून को हुई। देशभर के मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम हैं। किसी भी गड़बड़ी से निपटने के लिए काउंटिंग सेंटर्स पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। उधर, चुनाव में जीत के बाद जश्न की बड़ी तैयारी हो रही है।

आज साफ हो जाएगा कि केंद्र में किसकी सरकार बनने जा रही है। क्या नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं या विपक्षी गठबंधन इंडिया अपने प्रदर्शन से चौंकाएगा। लोकसभा चुनाव के नतीजों में अगर भाजपा को जीत मिलती है तो पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद पीएम मोदी दूसरे ऐसे नेता बन जाएंगे, जो लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। भाजपा की तरफ से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। इस बार जीत के साथ ही पीएम मोदी उनकी बराबरी कर लेंगे। 

बीजेपी जहां 400 से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है तो इंडिया गठबंधन दावा कर रहा है कि उसको 295 सीटें मिल रही हैं। बता दें कि साल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति की लहर पर सवार कांग्रेस को आम चुनाव में 415 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार अगर एनडीए को इससे ज्यादा सीटें मिलीं तो यह भी एक रिकॉर्ड होगा।

दिल्ली से झांसी जा रही ताज एक्सप्रेस ट्रेन के तीन डिब्बों में लगी भीषण आग, यात्रियों में मची चीख-पुकार, आज रहेगी रद्द


दिल्ली से झांसी जा रही ताज एक्सप्रेस के तीन डिब्बों में सोमवार दोपहर बाद आग लग गई। हालांकि घटना में किसी से घायल होने की खबर नहीं है. हालांकि जब ट्रेन में आग लगी तो उस समय यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. यात्री समय रहते प्रभावित डिब्बों से बाहर निकलने में सफल रहे. आज यानी मंगलवार को ताज एक्सप्रेस रद्द कर दी है। आग लगने के कारणों का तत्काल पता नहीं चला अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के कारणों का तत्काल पता नहीं चला. दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक अधिकारी ने बताया, हमें दोपहर चार बजकर 24 मिनट पर ताज एक्सप्रेस के तीन डिब्बों में आग लगने की सूचना मिली. आग बुझाने के लिए दमकल के आठ वाहनों को मौके पर भेजा गया है और आग पर शाम पांच बजकर 43 मिनट पर काबू पा लिया गया. इससे पहले डीएफएस अधिकारियों ने बताया था कि चार डिब्बों में आग लगी है. डी3 और डी4 डिब्बे पूरी तरह जल गए पुलिस ने बताया कि शाम को करीब चार बजकर 40 मिनट पर आग लगने की सूचना पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को मिली. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, सूचना मिलने के बाद पुलिस कर्मी तत्काल अपोलो अस्पताल के नजदीक स्थित घटनास्थल पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पाया गया कि ताज एक्सप्रेस के तीन डिब्बों में आग लगी है. ट्रेन रुकी हुई थी. उन्होंने बताया कि डी3 और डी4 डिब्बे पूरी तरह जल गए हैं जबकि डी2 को आंशिक नुकसान पहुंचा है. अधिकारी ने बताया कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है क्योंकि समय रहते यात्री दूसरे डिब्बों में चले गए और फिर ट्रेन से उतर गए. पुलिस ने बताया कि रेलवे द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है. ताज एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली से वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी के बीच चलती है. बताया जा रहा है कि सबसे पहले ट्रेल के कुर्सीयान कोच में आग लगी. उसके बाद अन्य बोगियों में भी आग फैल गई. बताया जा रहा है कि ट्रेन तय समय से करीब 8 घंटे 40 मिनट देर चल रही थी.
मोदी रचेंगे इतिहास या चौंकाएगा INDIA गठबंधन? कुछ ही देर में शुरू होगी मतगणना, यहां देखें लाइव

आज पूरे देश की धड़कनें बढ़ी हुई है। सभी को लोकसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार है। लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न हुए थे और आज इसके नतीजे आने वाले हैं। सभी की निगाहें बस इसी बात पर टिकी हुई है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर इतिहास रचेंगे या फिर इंडिया गठबंधन पूरे देश को चौंकाएगा? हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे की बात की जाए तो एक बार फिर एनडीए की सरकार बनती हुई नजर आ रही है। ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजे में भारतीय जनता पार्टी ज्यादा सीटें जीत रही है। वहीं इंडिया गठबंधन को कम सीटें मिल रही है। हालांकि यह स्पष्ट तो चुनाव के नतीजे आने के बाद ही हो पाएगा। कुछ ही देर में चुनाव की मतगणना शुरू होने वाली है। 8:00 बजे से मतगणना शुरू होगी। इसके बाद धीरे-धीरे यह स्पष्ट हो जाएगा की केंद्र में किसकी सरकार बनेगी और किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेगी। अगर नतीजे एग्जिट पोल की तरह होंगे तो नरेंद्र मोदी, गांधी परिवार से बाहर के ऐसे पहले व्यक्ति होंगे, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। इससे पहले ये करने का रिकॉर्ड सिर्फ जवाहरलाल नेहरू के पास है। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट की हर एक अपडेट देखने के लिए यहाँ क्लिक करें--- Https://Rashtiyaekta.Com/
लोकसभा चुनाव के परिणाम से पहले पीएम मोदी से मिले नीतिश कुमार, क्या हैं इसके सियासी मायने

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लोकसभा चुनाव के नतीजे कुछ ही घंटों में आने वाले हैं। इससे पहले पूरे देश में सियासी हलचल बढ़ी हुई है। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पर 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे। इस मुलाकात के दौरान दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच क्या बात हुई, इस बारे में आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि, मतगणना से ठीक एक दिन पहले इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं।

सीएम नीतीश कुमार की पीएम से मुलाकात के कई मायने हैं। बिहार सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच नतीजों से पहले ये मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है। माना जा रहा है मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने बिहार समेत देश भर में एनडीए की सीटों का आकलन किया होगा। सरकार बनने के वक्त जेडीयू का रोल क्या होगा कैबिनेट में। आगे दोनों सरकार कैसे मिल कर काम करे। 

वैसे तो सीएम सीएम नीतीश कुमार गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करने वाले थे, लेकिन जानाकरी के अनुसार अब वो अमित शाह से मुलाकात किए बिना ही बिना ही पटना लौट रहे हैं। उन्होंने अमित शाह से फोन पर ही बातचीत की है। इसके बाद वो आज ही पटना के लिए रवाना हो गए हैं।

बता दें कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों के एग्जिट पोल में एनडीए बाजी मारती नजर आ रही है।बिहार में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. एग्जिट पोल में ये सभी सीटें बीजेपी के खाते में आती दिख रही हैं, जबकि जेडीयू को 7 सीट, हम को 1 सीट और एलजेपी के खाते में 4 सीटें आ रही हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक, इंडिया गठबंधन में आरजेडी को 6 और कांग्रेस को महज 2 सीटों पर ही जीत मिल रही है।

*क्या रूस-यूक्रेन के लिए “शांतिदूत” बन सकेगा भारत? स्विट्जरलैंड में 15-16 जून को शांति शिखर सम्मेलन में मिल रहा मंच

#can_india_foster_peace_between_russia_and_ukraine 

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की और स्विस परिसंघ के राष्ट्रपति वियोला एमहर्ड के बीच जनवरी में हुए समझौते के बाद यूक्रेन के लिए पहला शांति शिखर सम्मेलन 15-16 जून को आयोजित किया जाएगा।शिखर सम्मेलन का आयोजन यूक्रेनी और स्विस पक्षों के समन्वित प्रयासों का परिणाम है। इसमें दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्ष और सरकार प्रमुख भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के मानदंडों के अनुसार यूक्रेन के लिए एक व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति प्राप्त करने के तरीकों पर बातचीत के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। हमेशा से शांति का पक्षधर रहे भारत के लिए ये शांति शिखर सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय मामलों में इसके महत्व और योगदान को साबित करने का एक बड़ा मौका हो सकता है।

4 जून को संसदीय चुनावों के नतीजे आने के बाद नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधान मंत्री के रूप में एक और कार्यकाल मिलने की संभावना है। उस स्थिति में, उनके स्विस शिखर सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है। प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने हमेशा से रूस-यूक्रन संघर्ष के लिए कूटनीतिक समाधान का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था, "आज का युग युद्ध का युग नहीं है।" 

रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करना भारत के लिए दुनियाभर के देशों के बीच खुद को स्थापित करने में एक बार फिर अहम भूमिका निभा सकता है। एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा था कि भारत इन शिखर सम्मेलनों में वैश्विक संवाद को आकार देने, मानव केंद्रित विकास, समृद्धि और शांतिपूर्ण दुनिया की दृष्टि को आगे बढ़ाने के लिए ग्लोबल साउथ की आवाज बनेगा।

जानकारों का कहना है कि रूस-यूक्रेन संकट को कम करना भारत के रणनीतिक हित में है। अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने यूक्रेन को जो समर्थन दिया है, उसने रूस को चीन (और उत्तरी कोरिया) के करीब ला दिया है। अब रूसी और चीनी सशस्त्र बल नियमित रूप से सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं, सैन्य-तकनीक साझा करते हैं और सुदूर पूर्व और यूरोप में संयुक्त अभ्यास करते हैं। नई दिल्ली को रूस और चीन, दोनों परमाणु शक्तियों के बीच बढ़ते तालमेल से सावधान रहना चाहिए। यह बीजिंग की सैन्य शक्ति को बढ़ाता है। चीन अपनी सैन्य शक्ति में वृद्धि का उपयोग भारत की क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा पैदा करने के लिए कर सकता है।

रूस-यूक्रेनी युद्ध पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी रहा है। माना जाता है कि चल रहे युद्ध में सैकड़ों हज़ार रूसी और यूक्रेनी लोगों की जान चली गई है। युद्ध ने यूक्रेन और रूस दोनों की अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित किया है। युद्ध के कारण अधिकांश देशों को ऊर्जा और खाद्य पदार्थों की उच्च कीमतों का सामना करना पड़ा है। यूक्रेनी संकट के मद्देनजर संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध लगभग सभी देशों के लिए बहुत महंगे साबित हुए हैं, जिनमें अमेरिका भी शामिल है। आज, अमेरिकी गैस के लिए अधिक भुगतान कर रहे हैं। तेल और गैसोलीन की कीमतें 2014 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।

वहीं रूस-यूक्रन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से ही भारत ने तटस्थता की नीति अपनाई है। युद्ध शुरू होने के बाद से, नई दिल्ली ने कीव को लगभग 117 टन मानवीय सहायता भेजी है, जिसमें "दवाएँ, चिकित्सा उपकरण, कंबल, टेंट, तिरपाल, सौर लैंप, गरिमा किट, स्लीपिंग मैट और डीजल जनरेटर सेट" शामिल हैं। साथ ही, नई दिल्ली ने यह भी सुनिश्चित किया है कि वह ऐसा कुछ न करे जिससे मास्को को नुकसान हो। लेकिन नई दिल्ली ने रूस की आलोचना करने वाले अमेरिका के नेतृत्व वाले संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों पर मतदान से परहेज किया है। भारत ने रूस से अपनी तेल खरीद भी बढ़ा दी है।