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कम राजस्व प्राप्त करने वाले 13 आरटीओ और एआरटीओ को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि
लखनऊ । परिवहन विभाग के आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने कम राजस्व प्राप्त करने वाले 13 आरटीओ और एआरटीओ को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। राजस्व को लेकर हुई समीक्षा बैठक में यह पाया गया कि कई अफसर लक्ष्य से काफी पीछे चल रहे हैं। परिवहन आयुक्त ने राजस्व कम वसूलने वाले ऐसे अफसरों पर कार्रवाई की है, जिससे अन्य अफसर सकते में आ गए हैं। जिन अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।

उसमें चित्रकूट धाम बांदा के आरटीओ संत देव सिंह, कानपुर परिक्षेत्र के उप परिवहन आयुक्त डॉ विजय कुमार, आजमगढ़ के आरटीओ राधेश्याम, प्रयागराज के आरटीओ राजेश कुमार मौर्य, एआरटीओ प्रशासन प्रवर्तन कौशांबी तारकेश्वर मल्ल, आरटीओ प्रशासन प्रवर्तन उन्नाव अरविंद कुमार सिंह, एआरटीओ प्रशासन फतेहपुर पुष्पांजलि मित्रा गौतम, एआरटीओ प्रशासन फर्रुखाबाद बृजेंद्र नाथ चौधरी, एआरटीओ प्रशासन सीतापुर माला बाजपेई, एआरटीओ प्रवर्तन सीतापुर संजय कुमार गुप्ता, एआरटीओ प्रवर्तन अयोध्या प्रवीण कुमार सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन फिरोजाबाद सुरेश चंद्र यादव, एआरटीओ प्रशासन प्रवर्तन कन्नौज इज्या तिवारी शामिल हैं।

परिवहन आयुक्त ने बीती 14 मई को आयोजित विभागीय राजस्व समीक्षा बैठक में अधिकारियों को चेतावनी दी गई थी कि राजस्व प्राप्ति सुधारी जाए लेकिन अफसरों ने ऐसा नहीं किया। शिथिलता बरतते रहे। यही वजह है कि राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति में शिथिलता बरतते रहने के कारण विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई।
संजीवनी पहल के तहत सौ से अधिक यातायात पुलिस के जवानों को दिया गया प्रशिक्षण

लखनऊ । मंगलवार  को अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल तथा यातायात पुलिस लखनऊ के सहयोग से ‘‘संजीवनी’’ पहल के अंतर्गत सीपीआर वर्कशॉप में 100 से अधिक यातायात पुलिस के जवानों को प्रशिक्षण दिया गया। इस पहल का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं या अन्य आपातकालीन स्थितियों में पीड़ितों की जान बचाने के लिए पुलिसकर्मियों को जीवनरक्षक कौशल से लैस करना है। इस अवसर पर  कमलेश कुमार दीक्षित पुलिस उपायुक्त, यातायात, अजय कुमार अपर पुलिस उपायुक्त यातायात,  इंद्रपाल सिंह सहायक पुलिस आयुक्त, शिवाजी सिंह सहायक पुलिस आयुक्त यातायात, सुबोध कुमार जायसवाल सहायक पुलिस आयुक्त यातायात और जेएन अस्थाना सहायक पुलिस आयुक्त यातायात मौजूद रहे।

सीपीआर कब दिया जाना चाहिए, इसका समझाया महत्व

अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल के सीईओ एवं एमडी डॉ मयंक सोमानी ने कहा, सड़क दुर्घटना और आपात स्थिति में यदि तुरंत सीपीआर प्रदान किया जाता है, तो यह किसी की जान बचा सकता है। सीपीआर एक सरल तकनीक है जिसे कोई भी सीख सकता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपातकालीन स्थिति में इसका उपयोग कैसे किया जाए।’’ वर्कशॉप में डा. अजय कुमार,  एमडी, इन्टर्नल मेडिसीन द्वारा यातायात पुलिस के जवानों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) की बुनियादी बातें सिखाईं।  जिसमें छाती संपीड़न और बचाव के लिए सांसें देना भी शामिल है।

यातायात पुलिस के जवानों को फिट रहनें के लिए  जरूरी व्यायाम की दी गई जानकारी

सीपीआर एक जीवन रक्षक तकनीक है जिसका उपयोग हृदय गति रुकने पर किसी व्यक्ति की जान बचाने के लिए किया जाता है। चूंकि यातायात पुलिस के जवान अक्सर मेडिकल इमरजेंसी के पहले उत्तरदाता होते हैं, इसलिए उनके लिए सीपीआर प्रशिक्षण प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। इससे यह भी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को समय पर और प्रभावी ढंग से प्राथमिक चिकित्सा मिल सके। वर्कशॉप के अन्त में डा. यगोश द्वारा यातायात पुलिस के जवानों को फिट रहनें के लिए  जरूरी व्यायाम के बारे में जानकारी दी गयी। पुलिस उपायुक्त, यातायात  द्वारा वर्कशॉप में यातायात पुलिस के जवानों को सीखायी गई तकनीकों के लिए अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल का आभार व्यक्त किया।

पूर्व कमिश्नर की पत्नी की हत्या का पर्दाफाश, उन्हीं के ड्राइवर ने भाई और दोस्त के साथ मिलकर रची थी साजिश, तीनों गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र सेवानिवृत्त कमिश्नर अधिकारी देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या का खुलासा पुलिस ने मंगलवार को कर दिया है। हत्या की साजिश रचने में ड्राइवर, उसका भाई और एक साथी पकड़ा गया है। एनकाउंटर में मुख्य आरोपित को गोली लगी है, जबकि एक सिपाही घायल हुआ है। पुलिस ने इनके कब्जे से लूटा हुआ करीब एक करोड़ रुपये के जेवरात और स्कूटी भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने गिरफ्तार अभियक्तों से पूछताछ की तो पता चला कि हत्या व लूट की साजिश रचने वाला कोई और नहीं बल्कि सेवानिवृत्त कमिश्रर का 13 साल पुराना उनका ही ड्राइवर निकला।


*मास्टरमाइंड उनका ड्राइवर अखिलेश था, भाई व साथी के साथ मिलकर की वारदात*


घटना का खुलासा करते हुए पुलिस कमिश्नर एस बी शिरडकर, जेसीपी क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि थाना गाजीपुर क्षेत्र के इंदिरानगर सेक्टर 20 में शनिवार सुबह पूर्व आईएएस व प्रयागराज के पूर्व कमिश्नर देवेंद्र दुबे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी और घर से नगदी सहित कीमती जेवरात लूटकर मौके से फरार हो गए थे। इस पूरे मामले की जांच  में जुटी पुलिस टीमों ने सीसीटीवी कैमरे  की सहायता से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और वारदात का मास्टर माइंड अखिलेश ने ड्राइवर रवि  और एक साथी की मदद से घटना को अंजाम दिया था।


*लूट का सारा सामान कुकरैल बंधे के पास झाड़ियों में छुपा रखा था*


गिरफ्तार मुख्य आरोपी अखिलेश से जब पूछताछ की तो उसने बताया की लूट का सारा सामान उसने कुकरैल बंधे के पास झाड़ियों में छुपा रखा है। जब पुलिस ने उसकी निशानदेही पर लूट का माल बरामद करने के लिए उसे साथ ले गई तो उसने एक बैग में लूट के माल के साथ एक अवैध तमचा छुपा रखा था और जब पुलिस ने उससे  बैग खोलने को कहा तो उसने भागने की नियत से बैग में रखे असलहे से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो अखिलेश के  पैर में गोली लग गई। इस दौरान थाना गाजीपुर में तैनात एक सिपाही को भी  चोटें आई हैं। दोनों को  इलाज के लिए अस्पताल में भेज दिया गया है और लूट के माल सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है।


*पिछले 13 साल से सेवानिवृत्त कमिश्नर के घर रह रहे थे दोनों भाई*


पूछताछ में वारदात के मुख्य आरोपी अखिलेश यादव ने बताया  कि वह और उसका भाई रवि पिछले 13 वर्षो  से देवेन्द्र नाथ दुबे निवासी इन्दिरानगर थाना गाजीपुर लखनऊ रिटायर्ड आईएएस के यहां गाड़ी चलाने व घर का काम करते थे। जो अपनी पत्नी ललित मोहनी दुबे के साथ अकेले  रहते थे। पुराने  होने के कारण हम लोग विश्वसनीय थे एक दिन वह स्टोर रूम में सफाई कर रहा था तभी ललित मोहनी दुबे  ने वहां पर रखी अलमारी में से गहने निकाले और कहीं जाने के लिए उनमें से कुछ गहने छांट कर बेड पर रख दिये। जिनको उसने देखा तब मुझे पता चला कि मैडम की इस आलमारी में गहने रखे हैं तभी उसके मन में जल्दी अमीर बनने का लालच आ गया।


*दोनों भाई और उसके दोस्त ने लूट का बनाया प्लान*


यह बात उसने घर जाकर अपने भाई रवि यादव को बताई तो उसने मुझे सलाह दी कि देवेन्द्र नाथ दुबे  सुबह 7 बजे प्रतिदिन गोल्फ खेलने कालिदास मार्ग गोल्फ क्लब लखनऊ जाते हैं। जब वह देवेंद्र नाथ दुबे को गोल्फ खिलाने ले जाऊंगा तब तुम किसी के साथ आकर गहने लूट लेना और यदि मैडम को पता चल जाए तो उनको जान से मार देना। इसी षडयंत्र के चलते उसने यह बात अपने पुराने मित्र रंजीत से बतायी जिसने घटना में शामिल होने के लिए एक तिहाई हिस्सा तय कर सहायता करने में हां कर दी। घटना वाले दिन रंजीत उपरोक्त अपनी स्कूटी लेकर आया था जिसे वह चला रहा था। देवेन्द्र नाथ दुबे  के घर निकलने से पहले करीब 7 बजे वह और रंजीत आगे वाले चौराहे पर इन्तजार करने लगे जब रवि, दुबे को गोल्फ खिलाने घर से बाहर निकले तो रास्ते में हमें इशारा करते हुए चला गया । इसके बाद हम दोनों देवेंद्र नाथ दुबे के घर पहुंचकर बेल बजाई तो मैडम बाहर आयी।


*एक ने मोहिनी का पैर छुआ तो दूसरे ने पकड़ा गला*


उन्होंने मुझे देखकर विश्वास में आाकर गेट खोल दिया, वह अन्दर चला गया और मैडम मोहिनी को बताया कि मेरे साथ मेरा एक मित्र आया है जो मेरे काम काज में हाथ बंटा देगा। इस पर उन्होंने उस मित्र को अन्दर बुलाने के लिए कहा तो वह रंजीत को अन्दर बुलाया, रंजीत ने अन्दर आकर जैसे ही मैडम के पैर छुए उसी समय वह मैडम का पीछे से गला दबा दिया और रंजीत ने मैडम को पकड़ लिया। जैसे ही मैडम नीचे गिरी हम लोगों ने पास में रखे मैडम के दुपट्टे से गला कस दिया । मैडम द्वारा छटपटाने पर साथ लाये पेचकस से मैडम के ऊपर कई वार किये कुछ समय पश्चात मैडम की सांस रूक गयी और हम लोग अलमारी में रखे जेवरात लूट कर वहां से भाग गये।


*सीसीटीवी फुटेज से अखिलेश व रंजीत की हुई पहचान*


वारदात के दौरान जांच में कैंट इलाके में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में उसी स्कूटी पर अखिलेश और रंजीत को देखा, जिससे वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने शक के आधार पर अखिलेश और रवि को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने अपना गुनाह स्वीकारा। मंगलवार को पुलिस मुख्य आरोपित अखिलेश को लेकर माल बरामदगी के लिए कुकरैल नदी के पास पहुंची। यहां पर बैग में छिपाकर रखा गया तमंचा निकालकर अखिलेश ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया, जिसमें मुख्य आरक्षी बाल कृष्ण घायल हो गये। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलायी तो अखिलेश को जा लगी। दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।


*हत्यारोपी मोहिनी के अंतिम संस्कार में भी हिस्सा लिया और खूब रोये*


इस पूरे वारदात में मजे की बात यह है कि हत्या करने के बाद अखिलेश और रवि ने मोहिनी दुबे की अंतिम संस्कार में भी हिस्सा लिया। साथ ही फूट-फूटकर खूब रोए भी थे। ताकि किसी को उनके ऊपर शक न हो। इसलिए शुरूआम में पुलिस को इन पर शक भी नहीं हुआ। साथ ही पूर्व कमिश्नर के ड्राइवर होने के कारण पुलिस की निगाह भी नहीं गई लेकिन जैसे-जैसे पुलिस की जांच बढ़ती गई और यह घेरे में आते गए तो रवि से पूछताछ करना शुरू कर दिया। डीसीपी उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि गहने और रुपये की लालच में हत्या की गई है।


*आरोपियों ने पुलिस को यह भी बताई कहानी*


मुख्य साजिशकर्ता अखिलेश पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसे टीबी की बीमारी थी। जिसका इलाज कराते-कराते काफी कर्जदार हो गया था। जिसे चुका नहीं पा रहा था। इसलिए अपने भाई रवि और दोस्त रंजीत के साथ मिलकर लूट का प्लान बनाया। अभी हाल में रंजीत की शादी हुई थी। जिसमें वह काफी कर्जदार हो गया था। पूर्व कमिश्नर ने रंजीत को आश्वासन दिया था कि उनकी शादी में मदद करेंगे लेकिन मदद के नाम पर केवल 21 हजार रुपये दिये। जिसकी वजह से उसके मन में यह खुन्नस थी। इसीलिए वह भी लूट में शामिल हो गया।
यूपी में दिन रात गर्मी का कहर जारी, कई जिलों में पारा 48 के पार


लखनऊ । भीषण गर्मी के चलते लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। चूंकि हर दिन चढ़ता पारा और चिलचिलाती धूप के साथ भीषण गर्मी ने अपने सभी रिकार्ड को तोड़ दिया है। यही वजह है कि मंगलवार को यूपी में मई में अब तक सबसे गर्म रहा। एक साथ गर्मी ने कई रिकॉर्ड तोड़े। झांसी में पारा 49 डिग्री पहुंच गया, आगरा में दिन का तापमान 48.6 डिग्री रहा और वाराणसी का पारा 47.6 डिग्री रहा। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, इससे पहले ये तीनों ही शहर मई माह में इतने गर्म कभी नहीं रहे। झांसी तो गर्मी के मौसम में कभी भी इतना गर्म नहीं रहा।

इन जिलों में गर्मी ने कई सालों का तोड़ा रिकार्ड

वहीं हमीरपुर में दिन के पारे ने मई 2005 की बराबरी की और यहां पर अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, झांसी के 1892 से मौसम का रिकार्ड उपलब्ध है। वहीं आगरा के मौसम का रिकार्ड 1884 यानी 140 वर्षों का रिकार्ड है, जबकि वाराणसी का 1977 यानी 47 वर्षों का रिकार्ड उपलब्ध है। जिन तीनों शहरों में आज तापमान का रिकार्ड टूटा है, वहां इतने वर्षों में इतना गर्म कभी रहा ही नहीं। इन जिलों में जैसे आसमान से आग बरस रही थी। इस भीषण गर्मी में बिजली भी साथ नहीं दे पा रही है। चूंकि ट्रांसफार्मर भी फुंक जा रहे है। कूलर से भी लोगों को घरों में राहत नहीं मिल पा रही है।

गर्म हवा के चलते तप रहा प्रदेश

मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, ऊपरी क्षोभ मंडल में प्रति चक्रवात सक्रिय है। राजस्थान व पाकिस्तान तप रहे और वहां से गर्म हवा का असर प्रदेश को तपा रहा है। इसी तरह इस वक्त सूर्य धरती के सबसे करीब है, बादल हैं नहीं, इसके कारण सूर्य की किरणें सीधी पड़ रही हैं। अलनीनो प्रभाव गर्मी बढ़ा रहा है। इसी के कारण प्रति चक्रवात यानी एंटी साइक्लोन की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में इस तरह के मौसम में बहुत सावधान रहने की जरूरत है।

इन जिलों को किया गया अलर्ट

मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में भीषण लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, हाथरस, एटा, मैनपुरी व आसपास भी लू को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।प्रतापगढ़, चंदौली, फर्रूखाबाद, उन्नाव, रायबरेली, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, कासगंज व आसपास के इलाकों में भी लू चल सकती है।

एक जून से लू से मुक्ति मिलने के आसार

मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, बुधवार को ऐसे ही हालात रहने के आसार हैं। बृहस्पतिवार से पुरवा हवा का प्रभाव बढ़ने से पछुआ हवा का असर कम होगा। बादलों की आवाजाही शुरू होगी। तराई वाले इलाकों, गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन आदि मंडलों के आसपास बारिश शुरू हो सकती है। इससे कुछ राहत मिलेगी। एक जून को प्रदेश से लू से मुक्ति मिलने के आसार हैं। यह यूपी में रहने वालों के लिए राहत भरी खबर है।
राजकोट में गेमिंग जोन के अग्निकांड के बाद लखनऊ में भी अलर्ट,राजधानी में चला अभियान, ट्रैम्पोलीन पार्क सहित छह गेमिंग जोन बंद
लखनऊ। आसमान से बरसती आग ने लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। जिसमें चिकित्सा संस्थानों से लेकर होटल रेस्टोरेंट,गेमिंग जोन,शापिंग मॉल,बिजली का आवागमन,ट्रान्सफार्मर,शॉर्ट सर्किट आए दिन होने की घटनाएं चर्चा का विषय बन गयी है। वहीं राजधानी में खुले गेमिंग जोन फायर सर्विस के दिशा निर्देशों का कितना अनुपालन कर रहे हैं, यह बखूबी गुजरात के राजकोट की घटना से देखा व समझा जा सकता है।

जिसमें गेमिंग जोन का लुफ्त उठाने के लिए बच्चे उत्साहित रहते हैं और उन्हें अप्रिय घटना होने का कोई अंदेशा भी नहीं होता है,वह गेम का भरपूर आनंद लेने में लगे रहते हैं। वहीं राजकोट की घटना ने देश दुनिया को झकझोर के रख दिया है। इन घटनाओं को देखते हुए लखनऊ समेत पूरे प्रदेश को अलर्ट कर दिया गया है। राजधानी में ट्रैम्पलीन पार्क सहित छह गोमिंग जोन को बंद करा दिया गया है।

बताया जा रहा है कि जिस गेम जोन को संचालित किया जा रहा था उसने फायर की एनओसी भी नहीं ले रखी थी। जिसे गुजराज हाईकोर्ट ने मानव निर्मित आपदा का नाम दिया है। बताया जा रहा है कि उस गेमिंग जोन चलाने के लिए डीजल पेट्रोल कैन में भर रखा था जिससे आग और अपना भयंकर रूप ले लिया था। इन्हीं सब परिस्थितियों को देखते हुए राजधानी में गेमिंग जोन खोलने की अनुमति तो जारी कर दी गयी फिर भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कितने पर्याप्त संसाधन उपलब्ध है।

यह सब देखना और समझना जरूरी हो गया है जिससे इस प्रचंड गर्मी से बच्चों के उमंग को धूमिल कर सके।इसके अलावा चिकित्सा संस्थानों में पीजीआई,केजीएमयू,डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल चिकित्सालय,भी आग लगने की घटनाओं से अछूते नहीं रहे है। जिसमें दिल्ली के न्यू बॉर्न बेबी केयर अस्पताल में फैली आग से सात बच्चों की जिंदगी ले ली है। जिसे आग को काबू करने के लिए फायर सर्विस की दर्जनों गाड़ियों के दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद काबू कर पाये ।

इन सभी घटनाओं को देखा जाए तो होटल रेस्टोरेंट में  लिवाना में फैली आग से व्यवस्था की पोल खुल गयी थी।  इससे यह साबित होता है कि जब आग की घटना होने पर ही शासन प्रशासन में तत्परता दिखाई देती है। यही तत्परता पहले से की जाए तो होने वाली अप्रिय घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। ज्ञात हो कि गेमिंग जोन चलाने के लिए अग्निशमन विभाग से एनओसी लेनी होती है। जिसमें गेम मशीन को चलाने के लिए इलेक्ट्रिक या पेट्रोल का प्रयोग किया जाता है।
राजधानी में इन क्षेत्रों में संचालित गेम जोन

फंचूरा बोलिंग एरिया,हेमलेस लूलू मॉल नियर शहीद पथ,स्काई जम्पर विकल्प खंड गोमती नगर,फन अनलिमिटेड गेम द्वितीय तल क्राउन मॉल अयोध्या रोड चिनहट, 5 डी मोशन थिएटर जनेश्वर मिश्र पार्क,फन इन्टरटेनमेंट द्वितीय तल फिनिक्स पलासियो मॉल,टाइम जोन फिनिक्स पलासियो मॉल,सेवन टू मैड स्ट्रीट गेम जोन वेब मॉल गोमती नगर ,मार्डन मस्ती प्रा.लि.तृतीय तल वन अवध मॉल गोमती नगर ट्रम्पलीन पार्क बेहसा कानपुर रोड सरोजनी नगर, हाउस आॅफ फियर्स सहारा मॉल हजरतगंज,गेम जोन सहारा मॉल दोनों बंद चल रहे हैं।

9डी एनिमेशन हाउस सहारा मॉल ,हारर हाउस उमराव मॉल,बम्पर कार हाउस ,गेम आॅन उमराव मॉल,मस्ती जोन शालीमार मॉल नियर आलमबाग बस स्टैंड,फन सिटी फिनिक्स मॉल आलमबाग में स्थापित है। यह उन गेमिंग जोन की लिस्त है जिन्होंने अग्निशमन विभाग के द्वारा एनओसी ले रखी है। मुख्य अग्निशम अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि गोमिंग जोन कर्मियों को आग बुझाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा अन्य संस्थानों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।
यूपी में 48 के पार पहुंचा पारा, लूट व गर्मी की चपेट में आगर छह की गई जान
लखनऊ । नौतपा के तीसरे दिन मई के महीने में प्रदेश में झांसी सबसे गर्म रहा, यहां का पारा 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां इतना पारा 132 साल पहले दर्ज किया गया था। वहीं, आगरा में गर्मी ने पिछले 26 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यहां का पारा सोमवार को 47.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो प्रदेश में दूसरा सबसे गर्म शहर था। इससे पहले 27 मई 1998 में आगरा का अधिकतम तापमान 48.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था।

47 डिग्री के साथ मथुरा-वृंदावन व एटा दूसरे स्थान पर रहे। एटा में पीआरडी जवान बेहोश होकर गिरा जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। कासगंज में 45.6 डिग्री, फिरोजाबाद में 45 व मैनपुरी का अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री रहा। तपते बुदेलखंड में भीषण गर्मी की चपेट में आकर छह लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन चित्रकूट, दो महोबा और एक-एक हमीरपुर और औरैया के हैं।

कई शहरों में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री के पार हो गया। हरदोई, लखीमपुर खीरी, वाराणसी बहराइच, प्रयागराज और लखनऊ में न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री से 31.8 डिग्री के बीच रहा। मौसम विभाग के मुताबिक 29 मई तक फिलहाल मौसम में कोई बदलाव नहीं होगा, 30 मई से तापमान में बदलाव शुरू होगा।  गाजियाबाद, गौतमबद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाके में भीषण लू चलने के आसार हैं।

लखनऊ में सीजन में पहली बार सबसे गर्म दिन, पारा 44.3 डिग्री

प्रदेश के अन्य शहरों की तरह राजधानी भी भीषण गर्मी झेल रही है। सोमवार को इस सीजन का सर्वाधिक गर्म दिन रहा। अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि रात का पारा 31.2 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले 18 मई को दिन का तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड हुआ था। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह व मो. दानिश के मुताबिक, फिलहाल दो दिन गर्मी से राहत के कोई आसार नहीं हैं। मई के अंतिम दिन में पारे में गिरावट शुरू होगी। लखनऊ में इससे अधिक गर्मी वर्ष 2019 की मई में पड़ी थी। उस समय पारा 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था।
सेवानिवृत्त आईएएस की पत्नी का हत्याकांड : स्कूटी व कॉल डिटेज के सहारे हत्यारों तक पहुंची पुलिस, बड़ा खुलासा

लखनऊ। राजधानी में सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या व लूट के मामले में पुलिस स्कूटी व काल डिटेल के सहारे हत्यारों तक पहुंचने का दावा कर रही है। चूंकि पुलिस के हाथ स्कूटी लग गई है जिससे वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश भागे थे।सूत्रों की माने तो पुलिस ने स्कूटी मालिक की पहचान करने के बाद उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरी घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।

*इस वारदात में किसी करीबी का बड़ा हाथ*

के अलावा हत्या कर लूट की वारदात के मामले में पुलिस तीन अलग-अलग पहलुओं पर तफ्तीश कर रही है। मोहिनी के तीन करीबी शक के दायरे में हैं। इसमें एक शख्स बेहद करीबी है।  पुलिस ये भी देख रही है कि मोहिनी की मौत से किन लोगों को फायदा हो सकता है या फिर उनसे कौन कौन लोग खुन्नस रखते थे। फिलहाल पुलिस के पास अब तक कोई बहुत ठोस सुराग नहीं है। सबसे अहम सीसीटीवी फुटेज ही मिला है। जिसके आधार पर तफ्तीश की जा रही है। फुटेज में कैद हुए दोनों संदिग्ध बदमाश की पुलिस ने पहचान कर ली है। पुलिस का कहना है कि उसके हाथ कई अहम सुराग लगे है।

*इस पूरे मामले में पुलिस कई पहलुओं पर कर रही जांच*

चूंकि पुलिस को एक अंदेशा ये है कि मोहिनी के परिचित ने लूट की साजिश रची। इसके तहत उसने अपने साथियों से रेकी कराई। फिर शनिवार सुबह वारदात को अंजाम दिलाने के लिए साथियों को मोहिनी के घर भेजा। जब बदमाश घर में दाखिल हो गए तो उनको देख मोहिनी ने विरोध किया। बदमाशों ने उनसे अलमारियों की चाबी। शोर न मचा पाएं इसलिए उनकी गला कसकर हत्या कर दी। फिर जेवर-नकदी लूट कर भाग गए। इस पहलू पर भी जांच चल रही है। पुलिस की तफ्तीश इस पहलू पर बेहद गंभीरता से चल रही है। आशंका है कि बदमाशों का मकसद सिर्फ मोहिनी की हत्या करना था। साजिश किसी तीसरे ने रची। साजिश रचने वाला शख्स मोहिनी का बेहद करीबी है। जेवर व नकदी इसलिए उठा ले गया, जिससे वारदात लूट की लगे और करीबी पर शक न जाए।

*ड्राइवर, नौकर, माली व सफाई कर्मी से भी पुलिस कर चुकी है पूछताछ*

जानकारी के लिए बता दें कि आमतौर पर ऐसी वारदातों में लुटेरे एक-एक जेवर ले जाते हैं। लेकिन, इसमें ऐसा नहीं हुआ। तमाम जेवरात मोहिनी पहने हुई थीं, वह सुरक्षित मिले। संपत्ति या आपसी विवाद के अंदेशे पर इस बिंदु पर जांच चल रही है। पुलिस ने रविवार को देवेंद्र के घर पर काम करने वाले ड्राइवर, नौकर, माली, सफाई कर्मी से लंबी पूछताछ की। सभी से अलग-अलग पूछताछ की। सभी के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल और लोकेशन भी देखी। ताकि हत्यारोपियों तक आसानी से पहुंचा जा सके।

*सीसीटीवी फुटेज से पुलिस बड़ा खुलासा करने का कर रही दावा*

सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे (58) की हत्या कर लूट की वारदात के मामले में रविवार को सीसीटीवी फुटेज से बड़ा खुलासा हुआ। बदमाशों ने जेवर और नकदी एक बैग में भरे थे। फिर स्कूटी से भागे थे। फुटेज में स्कूटी में पीछे बैठा बदमाश बैग पीठ पर टांगे हुए दिख रहा है। कुछ दूर जाकर उसने हेलमेट भी उतार दिया था। पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे को तलाशने के बाद स्कूटी पर सवार बदमाशों तक पहुंच गई। अब पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि पुलिस भले ही दावा कर रही है लेकिन हत्यारोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।

*मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और लोकेशन भी देखी जा रही*

पुलिस सूत्रों के मुताबिक बदमाश जब सुबह आ रहे थे तब रास्ते में एक बार कपड़े बदले थे। वारदात के बाद कैमरे में जब वह कैद हुए तब वह दूसरे कपड़ों में नजर आए। शहर में इधर-उधर घूमते हुए वह निलमथा कैंट पहुंचे थे। उधर पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। ये भी पता कर रही है कि वारदात में यही लोग शामिल हैं या फिर पर्दे के पीछे कोई साजिशकर्ता भी है। सभी से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। उनके मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और लोकेशन भी देखी जा रही है। ताकि मामले के तह तक पहुंचा जा सके।

*वारदात में नीली रंग की स्कूटी का किया गया था इस्तेमाल*

साक्ष्यों का सत्यापन करने में पुलिस जुटी है। फुटेज से पता चला था कि बदमाश नीले रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे थे। सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपी ने अपने परिचित की स्कूटी का इस्तेमाल किया। नंबर प्लेट निकाल दी थी। स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली है। चूंकि वारदात में इस्तेमाल नीले रंग की स्कूटी का इस्तेमाल किया गया था। सूत्रों की माने तो पुलिस ने स्कूटी के मालिक की भी पहचान कर ली है। उससे भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस जल्द ही वारदात का खुलासा कर सकती है।
मुख्यमंत्री योगी ने विनायक दामोदर सावरकर को श्रद्धांजलि दी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है।मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि असंख्य अमानवीय यातनाएं सहते हुए राष्ट्र आराधना में अपना जीवन अर्पित करने वाले माँ भारती के अमर सपूत, युगद्रष्टा, 'स्वातंत्र्यवीर' विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!क्रांति के मुकुट-मणि वीर सावरकर के असाधारण संघर्ष ने लोगों के मन में देश की आजादी के लिए अथाह देशभक्ति का दीप प्रज्वलित किया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने एक्स पर लिखा कि एक निडर व उत्कृष्ट स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक एवं देश के करोड़ो लोगों के हृदय में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करने वाले श्रेष्ठ क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर 'वीर सावरकर' जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। वीर सावरकर जी का जीवन मातृभूमि की सेवा में समर्पित रहा एवं उनका त्याग, तप और संघर्ष सदैव वंदनीय रहेगा।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि कष्ट ही तो वह प्रेरक शक्ति है जो मनुष्य को कसौटी पर परखती है और आगे बढ़ाती है। माँ भारती के महान सपूत, राष्ट्रवाद के पर्याय, सिद्धहस्त लेखक, ओजस्वी वक्ता एवं दूरदर्शी विधिवेत्ता तथा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले, प्रसिद्ध समाज सुधारक श्रद्धेय विनायक दामोदर वीर सावरकर जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।इसी तरह उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विनायक दामोदर सावरकर को याद किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि भारत की स्वाधीनता के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करने वाले महान क्रांतिकारी, विनायक दामोदर सावरकर जी जयंती पर शत-शत नमन।
यूपी में नए सत्र 2024-25 में 115 फार्मेसी के और नए कॉलेज खुलने की तैयारी


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नए सत्र 2024-25 में 115 फार्मेसी के और नए कॉलेज खुलने की तैयारी में हैं। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) व शासन स्तर पर चल रही संबद्धता प्रक्रिया में नए सत्र के लिए 191 आवेदन आए हैं। इसमें सर्वाधिक कॉलेज फार्मेसी के हैं। साथ ही इंजीनियरिंग व अन्य कोर्स के भी कॉलेज शामिल हैं। कई कॉलेजों ने अतिरिक्त ब्रांच के लिए भी आवेदन किया है।

एकेटीयू की ओर से नए सत्र की संबद्धता प्रक्रिया इस बार काफी समय से शुरू कर दी गई थी। जो अब आखिरी चरण में पहुंच रही है। वहीं इस बार शासन ने संबद्धता से जुड़ी प्रक्रिया में बदलाव करते हुए जिला प्रशासन को भी जमीन आदि की जांच में शामिल किया है। अब तक आए आवेदनों को विश्वविद्यालय की ओर से संबंधित जिलाधिकारी को भेजा गया। डीएम की ओर से आवेदक कॉलेज की भूमि और नक्शे की जांच करके अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन विश्वविद्यालय को दी गई।


अब विश्वविद्यालय ने इसकी एनओसी के लिए शासन को भेज दिया है। इसके अनुसार 191 में से 122 कॉलेजों की रिपोर्ट एप्रूव किया जबकि 44 के आवेदन रिजेक्ट किए गए हैं। 25 अभी उनके स्तर पर लंबित है। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि अब तक स्वीकृत हुए आवेदन में 113 फार्मेसी व 9 इंजीनियरिंग के हैं। अन्य के लिए भी संबंधित डीएम को पत्र भेजा गया है। उन्होंने बताया कि शासन की एनओसी के बाद कॉलेज पीसीआई, एआईसीटीई से भी अनुमति लेगा।

हां की हरी झंडी मिलने पर विवि इनकी भौतिक जांच कराएगा। इसमें डीएम के प्रतिनिधि, एक प्रोफेसर, एक एसोसिएट प्रोफेसर शामिल होंगे। इसके बाद अंतिम रूप से कॉलेजों को संबद्धता जारी की जाएगी। बता दें कि गत वर्ष भी लगभग 200 फार्मेसी कॉलेजों ने संबद्धता के लिए आवेदन किया था। किंतु इसमें से कुछ कोर्ट के निर्देश को छोड़कर अन्य को संबद्धता नहीं दी गई थी। वर्तमान में विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रदेश में लगभग 400 फार्मेसी कॉलेज हैं, जहां पर लगभग 30 हजार सीटें हैं।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सत्र के लिए संबद्धता विस्तार के आवेदन 25 मई तक मांगे थे। इसके बाद भी कुछ कॉलेज कतिपय कारणों से आवेदन नहीं कर सके। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए तिथि बढ़ा दी है। रजिस्ट्रार रीना सिंह ने बताया कि संबद्धता विस्तार के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया अनिवार्य रूप से पांच जून तक पूरी कर ली जाए।
कार में टक्कर लगने पर निशानेबाज खोया आपा ,दूसरी कार चालक को पिस्टल की बट्ट से पीटा, गिरफ्तार

लखनऊ। राजधानी के थाना विभूतिखंड  थाना क्षेत्र में कार के टकराने के बाद एक अंतराष्ट्रीय निशानेबाज ने सरेआम अपनी पिस्टल निकाल ली और उसकी बट्ट से कार चालक को जमकर पीटा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस ने निशानेबाज को गिरफ्तार कर लिया है। 


राजधानी के विभूतिखंड इलाके में सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज विनोद मिश्रा  गोमतीनगर के विवेक खंड के निवासी है और सोमवार दोपहर  रंजीत शुक्ला पुत्र अनिल शुक्ला निवासी डोगरा पट्टी थाना नैमी सारण जनपद सीतापुर के निवासी है,यहा ओला चलाता है। अपनी ओला गाड़ी  से बीबीडी की तरफ से भूतनाथ जा रहा था कि रास्ते में बांस मंडी के पास फैजाबाद रोड पर आगे चल रही सफारी से टकराई गई। चूंकि सफारी को विनोद मिश्रा पुत्र राधा कृष्ण मिश्रा निवासी विवेक खंड गोमती नगर चला रहे थे।

सफारी में ठोकर लगते ही विनोद मिश्रा गाड़ी से उतरकर दूसरे कार चालक  रंजीत शुक्ला को अपने लाइसेंसी पिस्टल की बट से मारना पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान पूरे सड़क जाम हो गई। इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह के मुताबिक मामले को जांच की जा रही है। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होते ही पुलिस सक्रिय हो गई। उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लाइसेंसी पिस्टल को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।