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नामांकन के साथ जयराम की गिरफ्तारी की कोशिश, क्या सियासी अखाड़े से टाइगर को हटाने की है साजिश...?


झारखंड डेस्क

गिरिडीह लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार जयराम महतो क्या भाजपा और इंडिया गठबंधन के लिए गले की हड्डी बन गया है..? यह एक सवाल इन दिनों सियासी गलियारी में गूंज रही है.

टाटा सूमो के वॉनट पर खड़ा होकर भाषण देने वाला एक साधारण सा युवक जयराम इन दिनों राजनितिक धुरंधरों के लिए ख़ौप बन गया है।गिरिडीह सीट पर दो महारथी आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी और जेएमएम के माथुरा महतो की सांस लटकी हुई है कि जयराम के कारण कही चुनाव हार नही जाएं.

इसीलिए जयराम महतो को नामांकन के बाद हीं तत्काल रांची से पुलिस टीम को गिरफ्तारी के लिए भेज दिया गया।वह भी किसी संगीन जुर्म में नही,बल्कि एक जन आंदोलन को लेकर दर्ज़ मामले में निकली वारंट को लेकर.

हालांकिं पुलिस जयराम के समर्थको की भीड़ को देखते हुए किसी तरह विधि व्यवस्था विगड़े नही इसीलिए उसे चुनावी सभा करने दिया गया। शाम तक अलग अलग जगहों पर सभा करते हुए जयराम महतो गायव हो गये और पुलिस् हाथ मलते रह गयी.

 सत्ता के इशारे पर गिरफ्तारी?


अपनी गिरफ्तार को एक साजिश बताते हुए जयराम ने कहा है कि यह इस बात का सबूत है कि सरकार और सत्ता उससे किस कदर डरी हुई है. उसे पत्ता है कि गिरिडीह का समीकरण बदलने वाला है. सत्ता पक्ष की हार होने वाली है. इस हताशा में वह हमें अखाड़े से हटाना चाहती है, ताकि हम अपना प्रचार प्रसार नहीं कर सकें. लेकिन सरकार की यह मंशा पूरी नहीं होने वाली है. इस घटना के बाद हमारे समर्थक और भी बुलंद होंगे और इसकी अंतिम परिणति झारखंड क्रांतिकारी लोकतांत्रिक मोर्चा की जीत में होगी. इसके साथ ही यह सवाल भी खड़ा होने लगा है कि क्या वाकई सियासी दलों में टाईगर जयराम का खौफ पसर रहा है, हालांकि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन यदि इस गिरफ्तारी को भाजपा की ओर से विरोध नहीं होता है, तब तो सवालों के घेरे में भाजपा भी आयेगी. यह सवाल भी खड़ा होगा कि क्या टाईगर जयराम के सवाल पर स्थापित सियासी दलों का रवैया एक है. बेचैनी दोनों ओर है और टाईगर जयराम को अखाड़े से हटाने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की सहमति है.

नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तारी क्यों..?


लेकिन मूल सवाल यह है कि आखिर प्रशासन ने टाईगर जयराम की गिरफ्तारी के लिए इस वक्त को ही क्यों चूना? टाईगर जयराम का दावा है कि जिस मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई है, वह विधान सभा घेराव से जुड़ा है. जबकि उस वक्त प्रशासन की ओर से यह भरोसा दिलाया गया था कि किसी भी छात्र पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होगी, प्राथमिकी दर्ज भी नहीं हुई थी, लेकिन अब अचानक से गिरफ्तारी का फरमान जारी हुआ है. तो क्या सत्ताधारी दल में टाईगर जयराम का खौफ है, क्या इस गिरफ्तारी का फरमान रांची से जारी हुआ है, क्या झामुमो टाईगर जयराम को गिरिडीह के अखाड़े से हटाना चाहती है, क्या बगैर टाईगर जयराम को गिरफ्तार किये, मथुरा महतो की जीत पर संशय है, क्या इस बात खौफ है कि युवाओं का जो तूफान टाईगर जयराम के पक्ष में उमड़ रहा है, उसका नुकसान झामुमो को हो सकता है. टाईगर जयराम की इस गिरफ्तारी के पीछे कारण कुछ भी हो, लेकिन इतना तय है कि इस गिरफ्तारी ने टाईगर जयराम को एक हीरो के रुप में स्थापित जरुर कर दिया है, अब उसकी दहाड़ और भी दूर तक जाती दिखलायी देगी.

स्थापित राजनेताओं के लिए बना चुनौती


आज जयराम स्थापित सियासतदानों के बीच एक नया चेहरा है. टाईगर जयराम का चेहरा पहली बार सुर्खियों में तब आया था, जब भाषा आन्दोलन के दौरान गिरिडीह-धनबाद में मानव श्रृखंला का निर्माण हुआ था. भाषा आन्दोलन की आंच कम होते ही जयराम खतियान आन्दोलन के साथ जुड गयें, और अब यह सियासी इंट्री हो रही है. इस हालत में देखना होगा कि वह सियासत के इन पुराने धुरंधरों के सामने कितनी गंभीर चुनौती पेश कर पाते हैं, हालांकि सोशल मीडिया पर जयराम समर्थकों की एक बड़ी संख्या है, लेकिन असली मुकाबला तो जमीन पर लड़ी जानी है. और इस मुकाबले से ही तय होगा कि जिन मुद्दों और नारों के सहारे जयराम झारखंड को बदलने का दावा करते रहे हैं, उन मुद्दों और नारों की आम जनता के बीच कितनी स्वीकार्यता है, या वे नारें महज सोशल मीडिया की सुर्खियों तक ही सीमित है. सवाल यह भी है कि जयराम की इस इंट्री से क्या किसी का खेल बिगड़ने वाला है, या जयराम अपना खेल बनाने की स्थिति में आ ख़ड़े हुए हैं, और क्या उनकी गिरफ्तारी की असली वजह यही है.

 कहीं गिरिडीह सीट पर संकट तो नही


हालांकि जानकारों का दावा है कि जयराम की कोशिश लोकसभा चुनाव के बहाने विधान सभा के लिए अपनी जमीन को तैयार करने की है. ताकि स्वीकार्यता का विस्तार के साथ ही संगठन का दायरा भी बढ़ें. लेकिन जिस तरीके से गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया है, उससे तो लगता है कि संकट कहीं गहरा है, और बहुत संभव है कि इस बार गिरिडीह में एक बड़ा बदलाव देखने को मिले या फिर इस बदलाव की धूरी बन कर टाईगर जयराम सामने आयें.

पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने और 14 दिनों के लिए बढ़ाई पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत

झारखंड डेस्क

रांची स्थित पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है।

हेमंत सोरेन को अब 16 मई तक रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल में रहना होगा।

गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में उनकी उनकी पेशी हुई और इसके बाद न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ा दी गई।

जमीन घोटाले के इसी मामले में जेल में बंद राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मास्टरमाइंड मो. सद्दाम की भी आज अदालत में ऑनलाइन पेशी हुई और उनकी हिरासत भी 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई।

बता दें कि रांची के बड़गाईं अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीदारी करने के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को बीते 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं।

अपडेट: संजय सेठ ने पूरे शाही अंदाज में पहुंचे नामांकन के लिए,समर्थकों पर जेसीवी से वरसाए गये पुष्प,रैली में युवाओं में था उत्साह

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानता से किया अपील,भारत को मज़बूत बनाने के लिए सेठ को एक बार फिर दें मौका

रांची लोकसभा सीट के लिए भाजपा प्रत्याशी सांसद संजय सेठ ने पुन: पर्चा दाखिल किया।

नामांकन से पहले मोरहाबादी मैदान में हजारों समर्थकजुटे। यहां से रैली निकली और समाहरणालय तक पहुंची। रैली के दौरान जेसीबी मशीन से से समर्थकों के उपर फूलों की वर्षा की गई।

जेसीबी पर बड़ी-बड़ी टोकरियों में भरकर फूलों की पंखुड़ियां रखी गयी थी। जिसे उस मशीन के सहारे रैली में निकले समर्थको पर बरसाया गया।

संजय सेठ के नामांकन में शामिल होने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रांची आए थे। उन्होंने अपील किया कि रांची की जनता एक बार फिर्। संजय सेठ को रांची से विजयी बनाकर लोकसभा भेजें, ताकि पीएम मोदी का हाथ मजबूत हो और देश का और तेजी से विकास हो सके।

संजय सेठ के नामांकन में एवं मोराबादी सभा में भारी भीड़ जुटी। इस अवसर पर युवाओं में भरपूर जोश दिखा। पूरे रांची लोकसभा क्षेत्र से हजारों लोग मोरहाबादी में पहुंचे थे

संजय सेठ के नामांकन में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि देश की जनता उन्हीं लोगों को वोट देगी, जो 10 साल से देश को विकसित भारत बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

सुदेश महतो ने मोदी विरोधी गठबंधन I.N.D.I.A. पर तंज कसते हुए कहा कि इनकी बारात तैयार है. लेकिन, दूल्हे का पता नहीं है. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन ने सिर्फ अपना नाम बदला है. चेहरे आज भी वही हैं।

अंतत:रांची पुलिस नही कर सकी जयराम महतो की गिरफ्तार,बैरंग लौटी वापस,हुई पुलिस कि किरकिरी,जानिये क्यों...?

झारखंड डेस्क

झारखंड सरकार की रांची पुलिस कि उस समय भद्द पिट गयी जब जयराम महतो ने गिरफ्तारी देने से इंकार कर दिया।रांची पुलिस 2022 में विधानसभा घेराव करने के मामले में दर्ज़ मुकदमा में निकले वारंट को लेकर बोकारो पहुंची थी। ताकि नामांकन दाखिल करने के बाद जयराम महतो को गिरफ्तार कर लिया जा सके, लेकिन पुलिस की उम्मीदों पर पानी फिर गया।

समहारणालय परिसर में उसे गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी भी की गयी लेकिन वहां जूटे हज़ारों लोगों कि भीड़ को देखते हुए पुलिस ने उसे चुनावी सभा को सम्बोधित करने दिया।

चुनावी सभा के बाद जयराम महतो ने गिरफ्तारी देने से इनकार कर दिया। इस दौरान उनके समर्थकों व पुलिस के बीच नोंक-झोंक भी हुई।

नामांकन दाखिल करने के बाद जयराम महतो ने रांची पुलिस से कहा कि वे बोकारो के चास स्थित सभास्थल पर गिरफ्तारी देंगे। उन्हें चुनावी सभा करने दी जाए।वे समर्थकों के बीच सभास्थल पर पहुंचे। पहले उन्होंने शाम पांच बजे तक लोगों को संबोधित करने की बात कही वह। जब गिरफ्तारी देने की बात आई तो वे लापता हो गये।

इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच हल्की नोंक-झोंक हुई। समर्थकों ने गो बैक के नारे लगाए। आखिरकार पुलिस बैरंग लौट गयी।

हालांकि जयराम महतो ने मंच से नॉमिनेशन रद्द करने की धमकी देने पर चुनौती देते हुए कहा कि संविधान पर विश्वास रखते हुए सदन जाने के लिए मैंने नामांकन दाखिल किया कि। अगर आप नॉमिनेशन रद्द करने की धमकी देते हैं तो हम झुमरा और पारसनाथ में रहकर अपना काम करेंगे। हमें अपराधी बनाने की कोशिश नहीं करें। जयराम महतो के नामांकन को लेकर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे के। तमाम प्रयास के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस प्रशासन की किरकिरी हुई।

इस बीच पुलिस ने सख्ती से इस मामले को लेकर और प्राथमिकी दर्ज कर ली है।और जयराम महतो के 6 समर्थोको को गिरफ्तार भी कर लिया है।पुलिस सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय पुलिस जयराम महतो कि तालाश कर रही है।और करवाई की बात कर रही है।

कोडरमा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनपूर्णा देवी ने किया नामांकन, चुनावी सभा को युपी के उप्मुख्य् मंत्री केशव प्रसाद मौर्य किया सम्बोधित

झारखंड डेस्क

कोडरमा लोकसभा की प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी ने आज गिरिडीह समाहरणालय में अपना नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन में बाबूलाल मरांडी भी शामिल हुए।

उसके बाद सर्कस मैदान में उनके चुनावी सभा को केशव प्रसाद मौर्य ने संबोधित किया।

अनपूर्णा देवी वर्तमान में केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री हैं।पिछले चुनाव में वे कोडरमा से भारी मतों से जीती थी।इस बार भी भाजपा ने इनपर भरोसा जताया है।

आज् वे गुरुवार (2 मई) को गिरिडीह समाहरणालय पहुंचकर डीसी सह निर्वाची पदाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा के समक्ष अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया।

इस दौरान अन्नपूर्णा देवी के साथ मुख्य रूप से पूर्व मुख्यमंत्री सह झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, जमुआ विधायक केदार हाजरा, कोडरमा विधायक नीरा यादव, पूर्व आईजी सह भाजपा नेता लक्ष्मण प्रसाद सिंह, अशोक उपाध्याय, मुकेश जालान समेत कई भाजपा नेता शमिल हुए।

उधर, नामांकन के बाद शहर के सर्कस मैदान में चुनावी सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता कर्मवीर सिंह समेत कई अन्य नेता शामिल हुए।

लोहरदगा के भंडरा में भाजपा के चुनावी कार्यालय का उद्घाटन मंडल अध्यक्ष विवेक सोनी ने किया

झारखंड डेस्क

लोहरदगा। भारतीय जनता पार्टी का लोकसभा चुनाव को लेकर भंडरा में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन मंडल अध्यक्ष विवेक सोनी की अध्यक्षता में प्रदेश महामंत्री भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा बिंदेश्वर उरांव ने फीता काटकर एवं नारियल फोड़़कर किया गया।

मौके पर भाजपा नेता बिंदेश्वर उरांव ने कहा कि कार्यालय खुलने के बाद प्रचार प्रसार में सुगमता होगी। सभी कार्यकर्ता कार्यालय आकर चुनाव प्रचार में लग जाये। इस बार भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी समीर उरांव को भारी बहुमत से जिताने का आह्वान किया। इस बीच बैठक को प्रभारी ब्रजबिहारी प्रसाद, नीरज नलिन, त्रिवेणी दास, उमेश कास्यंकार ने भी संबोधित किया और सभी ने एक स्वर में समीर उरांव को जिताने की बात कही।

यहां पर उद्घाटन समारोह में राजकिशोर साहू,बिंदेश्वर महतो, राजेश साहू, रामविलास साहू, श्रवण गुप्ता, केदार प्रसाद, धनंजय तिवारी, दामोदर तिवारी, संजय महतो , बिना देवी, उमेश प्रजापति आदि मौजूद थे।

इंडिया गठबंधन के लिए चमरा लिंडा बने मुसीबत, आदिवासियों का मिल रहा समर्थन,आदिवासी महासभा ने भी कर दिया इसका एलान

झारखंड डेस्क

बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने JMM पार्टी से बगावत कर पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करती जा रही है। उन्‍होंने लोहरदगा में पार्टी नेतृत्व की इच्छा के विरुद्ध नामांकन कर दिया। वह यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। उनके इस फैसले से पार्टी नाराज है। पार्टी ने यह भी कह दिया कि अगर उन्‍होंने नामांकन वापस नहीं लिया तो उनके खिलाफ एक्‍शन लिया जा सकता है।

इधर इस बीच आदिवासियो का समर्थन भी इन्हे मिल रहा है जिसके कारण इंडिया गठबंधन के लिए ये मुसीबत बनते जा रहे हैं।ताज़ा सूचना के अनुसार सात पाड़हा दरहा मर्चा चनगनी बेड़ो मे पूर्व मंत्री सह आदिवासी महासभा के संयोजक देवकुमार धान की अध्यक्षता मे आदिवासी महासभा का बैठक हुइ जिसमे आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर गहन विचार विमर्श के बाद लोहरदगा लोकसभा के निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा को समर्थन देकर भारी मतो से विजयी दिलाने की बात कही गयी।

आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासियो की अस्मिता और अस्तित्व को मिटाने पर तुली हुई है। जिसमे काग्रेस का भी हाथ है जिसने हमेशा आदिवासियो की उपेक्षा की है 2024 के लोकसभा चुनाव मे बीजेपी और काग्रेस ने अपने चुनाव मेनोफेस्टो मे आदिवासियो के पहचान धर्म कोड के बारे मे कोई भी बात नही कही गई है।

आदिवासियो के जल ,जंगल और जमीन के संरक्षण मे दोनो पार्टी विफल रही है। बैठक मे पूर्व प्रमुख बुधवा उरांव माण्डर,पूर्व प्रमुख महतो भगत बेड़ो, नारायण उरांव आदिवासी महासभा अध्यक्ष, जतरू उरांव, सात पाड़हा राजा जीतू उरांव, बारह पाड़हा राजा सोहराई उरांव समेत सैकड़ो लोग मौजूद थे।

*जानिए झारखंड राज्य में लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव में अब तक कितने आचार सहिंता उल्लंघन के मामले हुए दर्ज़,कितनी हुई जब्ती...?*

झारखंड डेस्क: राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने राज्य में लोकसभा चुनाव 2024 में आचार सहिंता के दर्ज मामले और जब्ती की जानकारी दी। उन्होने कहा है कि अब तक झारखंड में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 41 मामले दर्ज हो चुके हैं। इसमें सबसे अधिक पलामू, हजारीबाग और रांची में 6-6 मामले दर्ज हुए हैं। धनबाद में 5, सरायकेला खारसावां में 4, गढ़वा और गिरिडीह में 3-3, सिमडेगा में 2 और साहेबगंज व खूंटी में 1-1 मामले दर्ज हुए हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी धुर्वा में मीडिया से बात कर रहे थे। मुख्‍य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पांचवें चरण के चुनाव के लिए अब तक 25 नामांकन पत्र दाखिल किये गए हैं। उनमें चतरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 12, कोडरमा से 7 और हजारीबाग से 6 नामांकन दर्ज हुए हैं। गाण्डेय विधानसभा उपचुनाव के लिए अब तक 3 नामांकन पत्र दाखिल किए गये हैं। छठे चरण के चुनाव के लिए अब तक 14 नामांकन किये गए हैं। उनमें गिरिडीह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 3, धनबाद से 5, रांची से 2 और जमशेदपुर लोकसभा निर्वाचन सीट के लिए 4 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। रवि कुमार ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक विभिन्न कैटेगरी में 71 करोड़ 30 लाख रुपये के सामान और नकदी भी जब्त किये गये हैं।
आज रांची लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ कर रहे हैँ नामांकन,उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के अलावे प्रदेश के कई बड़े नेता हैं साथ

झारखंड डेस्क:आज रांची लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार संजय सेठ नॉमिनेशन रहें हैँ। उनके नामांकन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हो रहे हैँ नामांकन से पहले मोरहाबादी मैदान् में एक विशाल जनसभा हो रही है, जिसमें भाजपा ने दावा किया है कि 50 हजार से अधिक कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैँ। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी , आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो , जनता दल यूनाइटेड के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में भाजपा के कई सांसद, विधायक एवं प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी शामिल होंगे। इस लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र के मतदाता रांची लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा ईचागढ़, सिल्ली, खिजरी (ST), रांची, हटिया और कांके (SC) आते हैं। रांची लोकसभा सीट पर 21.88 लाख वोटर हैं, जो अपने सांसद का चुनाव करते हैं। इनमें 11.08 लाख पुरुष और 10.80 लाख महिला मतदाता हैं. रांची लोकसभा सीट पर 69 थर्ड जेंडर वोटर भी हैं, जिन्होंने मतदान के लिए अपना नाम पंजीकृत करवाया है। छठे चरण में 25 मई को होगी वोटिंग रांची लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को वोटिंग होगी। उस दिन गिरिडीह, धनबाद और जमशेदपुर संसदीय सीट पर भी मतदान होंगे। रांची, धनबाद, गिरिडीह और जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए 29 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई, जो 6 मई तक चलेगी। 7 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 9 मई तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे। विदित् हो कि रांची लोकसभा क्षेत्र के चुनाव की अधिसूचना साेमवार काे जारी कर दी गई है। इसी के साथ नामांकन पत्राें की बिक्री और पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू हाे गई। पहले ही दिन भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ, निर्दलीय मनाेरंजन भट्टाचार्य और मनाेज कुमार, एसयूसीआई के मिंटू पासवान, एपीआई के रामहरि गाेप, भारतीय जनतंत्र माेर्चा के धर्मेंद्र तिवारी, लाेकहित अधिकार पार्टी के हरिनाथ साहू, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के पंकज कुमार रवि ने नामांकन पत्र खरीदा। वहीं मिंटू पासवान ने पहले ही दिन पर्चा दाखिल भी कर दिया।
झारखंड में कोंग्रेस पार्टी के अंदर अंतर्कलह आया सामने, जानिये झारखंड युवा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव ने दिया क्यों इस्तीफा...?

झारखंड डेस्क: कांग्रेस में चल रहा अंतर्कलह सामने आ गया है ।झारखंड युवा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव मुकेश राणा ने झरिया में पत्रकार वार्ता कर अपने सभी पदों से इस्तीफा देने की घोषणा की। उनके समर्थकों ने भी त्याग पत्र दिया। इस घोषणा से कांग्रेस पार्टी में हलचल और तेजी आ गई है। पत्रकार वार्ता में मुकेश ने कहा कि 12 वर्षों तक यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में काम किया। वर्षों तक पार्टी में बिना पद पर रहते हुए सेवा का मौका मिला।

बीते तीन वर्षों से झारखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का रवैया मेरे प्रति ठीक नहीं रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के बातचीत करने के तरीके व कार्यशैली से झारखंड यूथ कांग्रेस के कई कार्यकर्ता उनसे नाराज हैं।

यह पार्टी हित के लिए सही नहीं है। मुकेश ने कहा कि मैं उनसे काफी दुखी होकर अपने पद व पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। इसकी जानकारी मैंने यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास व झारखंड यूथ कांग्रेस प्रभारी इशिता सेढ़ा को दे दी है। इस दौरान निखिल शर्मा, शक्ति मिसरा, निखिल महतो, विजय कुमार, रिशु कुमार, काली प्रधान मौजूद थे।