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पवन सिंह की जगह आसनसोल से कौन होगा बीजेपी प्रत्याशी? जानें शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ किसे उतारने की है तैयारी

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आसनसोल सीट से पवन सिंह की ओर से नाम वापस लेने पर बीजेपी नए प्रत्याशी की तलाश में है। बीजेपी इस सीट से किसी भोजपुरी स्टार को ही उतारना चाहती है। ऐसे में अक्षरा सिंह दावेदारों में सबसे आगे दिखाई दे रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी में अक्षरा को लेकर बातचीत शुरू हो गई है। बता दें कि बीजेपी ने शनिवार को 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया गया था। इसके एक दिन बाद ही यानी रविवार को पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर ऐलान कर दिया कि वह निजी कारणों से चुनाव नहीं लड़ेंगे। जिसके बाद बीजेपी नए प्रत्याशी की तलाश में हैं।

इस बीच चर्चा है कि बीजेपी आसनसोल से पवन सिंह की जगह किसी महिला उम्मीदवार को उतारने की प्लानिंग कर रही है। इस महिला उम्मीदवार के भोजपुरी फिल्मों की हीरोइन होने की चर्चाएं सियासी गलियारों में तेजी से फैल रही हैं। संभावना है कि अब बीजेपी आसनसोल से शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ भोजपुरी हीरोइन अक्षरा सिंह को लड़ा सकती है। अक्षरा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम है। वह बिहार के साथ अन्य राज्यों में भी काफी लोकप्रिय हैं।

पवन सिंह को आसनसोल सीट पर बीजेपी की तरफ से टिकट मिलने के बाद पवन सिंह के खिलाफ आरोपों की बाढ़ आ गई थी। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें महिला विरोधी और महिलाओं पर अत्याचार करने वाला बताने लगे। कुछ लोगों ने उनकी पत्नियों के मामलों को उठाया तो कई लोगों ने भोजपुरी इंडस्ट्री में उनके अश्लील गानों पर सवाल खड़े किए। पवन सिंह को टिकट मिला तो इसका विरोध पार्टी के अंदर ही हुआ और कई नेताओं ने पवन सिंह को हटाने के लिए अमित शाह और जेपी नड्डा को लेटर लिख दिया। पार्टी नेताओं का मानना है कि पवन सिंह को टिकट मिलने से महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर स्टैंड कमजोर पड़ जाता। वो भी ऐसे समय में जब बीजेपी संदेश खाली में महिलाओं के खिलाफ हुए अत्याचार के लिए मोर्चा खोले हुए है। उनका टिकट बंगाल बीजेपी के नेताओं के कहने पर ही पार्टी हाईकमान ने वापस ले लिया है।

वहीं, तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए पवन सिंह पर निशाना साधा।तृणमूल कांग्रेस ने पवन सिंह के जरिये बीजेपी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगा रही है। पार्टी समर्थकों का कहना था कि पीएम मोदी एक तरफ तो नारी शक्ति के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वहीं दूसरी तरफ स्त्री द्वेषी, महिला के साथ दुर्व्यवहार करने वाले को चुनाव मैदान में उतारते हैं। पवन सिंह के खिलाफ अपनी पत्नी के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा था। इतना ही नहीं एक मशहूर भोजपुरी अभिनेत्री के साथ उनके दुर्व्यवहार की खबरें भी मीडिया में सुर्खियां बनी थीं।

बता दें कि अक्षरा सिंह, पवन सिंह की धुर विरोधी मानी जाती है। अक्षरा और पवन सिंह की पहले काफी नजदीकी हुआ करती थी। दोनों ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है। ऐसा माना जाने लगा था कि दोनों शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। हालांकि दोनों के रास्ते अलग हो गए। अक्षरा सिंह कई मौकों पर पवन सिंह पर गंभीर आरोप लगा चुकी हैं।

लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सांसद धनंजय सिंह को झटका, अभिनव सिंघल अपहरण केस में दोषी करार

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जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके सहयोगी संतोष विक्रम को अपहरण और रंगदारी मामले में अपर सत्र न्यायाधीश शरद त्रिपाठी द्वारा दोषी करार ठहराया गया है। सजा पर कल सुनवाई होगी।धनंजय सिंह को अगर दो साल या उससे अधिक समय की सजा हुई तो वह जौनपुर से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। उनके अरमानों पर पानी फिर जाएगा।

मंगलवार को जौनपुर के अपर सत्र न्यायाधीश शरद त्रिपाठी ने धनंजय सिंह पर दर्ज अपहरण-रंगदारी मामले में फैसला सुनाते हुए उन्हें दोषी करार दिया। साथ ही धनंजय सिंह के साथी संतोष विक्रम को दोषी पाया। पुलिस ने कोर्ट से ही धनंजय सिंह और उनके साथी संतोष विक्रम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनकी सजा पर कल सुनवाई होगी। मुजफ्फरनगर निवासी नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में अपहरण रंगदारी और अन्य धाराओं में धनंजय व उनके साथी विक्रम पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

क्या है पूरा मामला

मुजफ्फरनगर निवासी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को थाना लाइनबाजार में अपहरण रंगदारी व अन्य धाराओं में धनंजय सिंह व उनके साथी विक्रम पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि संतोष विक्रम दो साथियों के साथ वादी का अपहरण कर पूर्व सांसद के आवास पर ले गए थे। वहां धनंजय सिंह पिस्टल लेकर आए और गालियां देते हुए वादी को कम गुणवत्ता वाली सामग्री की आपूर्ति करने के लिए दबाव बनाए। इंकार करने पर धमकी देते हुए रंगदारी मांगी।

गिरफ्तार भी हुए थे धनंजय सिंह

मुकदमा होने के बाद इस मामले में पूर्व सांसद गिरफ्तार हुए और बाद में जमानत उच्च न्यायालय इलाहाबाद से हुई। पिछली तारीख पर धनंजय व संतोष विक्रम ने आरोप मुक्ति प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें कहा था कि वादी पर दबाव डालकर मुकदमा दर्ज करवाया गया। उच्चाधिकारियों के दबाव में कोर्ट में केस डायरी दाखिल की गई। वादी ने पुलिस को दिए बयान व धारा 164 के बयान में घटना का समर्थन नहीं किया है। शासकीय अधिवक्ता ने लिखित आपत्ति किया कि वादी की लिखित तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ। सीसीटीवी फुटेज, सीडीआर, व्हाट्सएप मेसेज, गवाहों के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ अपराध साबित है। वादी पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया गया। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद आरोपियों का प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया था। अगली तिथि पर दोनों आरोपी न्यायालय में उपस्थित हुए और आरोप तय हुआ था। कोर्ट ने वादी अभिनव को गवाही के लिए तलब किया था।

'मोदी चाहते हैं आप जय श्रीराम बोलें और भूखे मर जाएं', जानें राहुल गांधी ने ऐसा क्यों कहा

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राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इन दिनों मध्य प्रदेश में हैं। राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याया यात्रा के साथ उज्जैन पहुंच चुकी है। उज्जैन पहुंचने से पहले शाजापुर में राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशान साधा। राहुल गांधी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी चाहते हैं कि तुम मोबाइल पर लगे रहो... जय श्री राम बोलो और भूखे मर जाओ।

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राघौगढ़ से चलकर शाजापुर पहुंची। यहां उन्होंने रोड शो किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाने साधे।राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा भाषा को भाषा से लड़ाती है। धर्म को धर्म से लड़ाती है। जाति को जाति से लड़ाती है। इसके खिलाफ हमने भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली है। उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं को बेरोजगार बना दिया है और वह दिनभर रील्स देखते रहते हैं। कांग्रेस नेता ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी जी चाहते हैं आप मोबाइल देखो और जय श्री राम बोलो और भूखे मर जाओ। सारा रोजगार तो चीन के युवाओं को मिल रहा है। इन युवाओं को न्याय दिलाने के लिए ही यात्रा निकाल रहा हूं।

शाजापुर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत में ही भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का झंडा लेकर मौजूद थे। उन्होंने राहुल गांधी का स्वागत मोदी-मोदी नारे लगाकर किया। मोदी के नारे सुनकर राहुल गांधी खुद गाड़ी से उतरे। भाजपा कार्यकर्ताओं के पास पहुंचे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे भी लगाए। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के हाथ में आलू दे दिए। आलू देते हुए कहा कि आलू से सोना बना दीजिए।

बताते चलें कि सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का आलू से सोना बनाने वाला वीडियो जमकर वायरल हुआ था। इस वीडियो में राहुल गांधी ये कहते हुए नजर आए थे, कि ऐसी मशीन लाएंगे जिसमें इधर से आलू डालोगे तो उधर से सोना निकलेगा। बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध का ये अंदाज आज उसी वीडियो की याद दिला गया

रूस के विदेश मंत्री ने की एस जयशंकर की प्रशंसा, जानें क्या है वजह

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यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस की पश्चिमी देशों ने चौतरफा हमले किए। अमेरिका समेत कई देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध भी लगाए। हालांकि, इस दौरान भारत ने तटस्थ रहते हुए रूस के साथ बेहतर संबंध बनाए रखा। भारत ने हमेशा युद्ध की आलोचना की लेकिन रूस पर सीधे तौर पर कभी अंगुली नहीं उठाई। वहीं, रूस ने कई मौकों पर भारत की प्रशंसा की है। रूस और यूक्रेन की जंग के दौरान पुतिन ने भारत को अपना पारंपरिक दोस्त बताया था और पीएम मोदी की तारीफ की थी। इस बीच रूस ने भारती की प्रशंसा की है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जयशंकर की तारीफ करते हुए कहा कि एस जयशंकर ने रूस से भारत के तेल ख़रीदने पर पश्चिमी देशों के सवाल का क़ायदे से जवाब दिया था।

रूस के सोच्ची शहर में आयोजित विश्व युवा मंच को संबोधित करने के दौरान सर्गेई लावरोव ने एस जयशंकर की तारीफ करते हुए उनके पिछले बयान को याद किया। यहां उनसे रूस से भारत की तेल खरीद के बारे में पूछा गया। इस पर उन्होंने एस जयशंकर के शब्दों को याद किया, जिन्होंने यूरोपीय लोगों को दूसरों को व्याख्यान देने से पहले खुद को देखने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा, "मेरे मित्र, विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर, एक बार संयुक्त राष्ट्र में भाषण दे रहे थे। उनसे पूछा गया कि उन्होंने रूस से इतना अधिक तेल क्यों खरीदना शुरू कर दिया। उन्होंने उनको अपने काम से काम रखने की सलाह दी और याद दिलाया कि पश्चिम ने कितना तेल खरीदना शुरू कर दिया है। भारत ने लगातारक रूसी संघ से तेल खरीदना जारी रखा है। यह उनकी हमारे लिए सोच दिखाता है।"

सर्गेई लावरोव ने इस दौरान भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक साझेदारी पर भी बात की।उन्होंने कहा कि शीतयुद्ध के दौरान सोवियत संघ ने भारत की मदद की थी. तब पाकिस्तान अमेरिकी खेमे में था और भारत ने इस खेमे में शामिल होने से इनकार कर दिया था। रूसी विदेश मंत्री भारत के साथ सोवियत यूनियन और बाद में रूस के साथ बढ़ते सहयोग का हवाला देते हुए कहा, ''जब पश्चिम के देश भारत में आधुनिक हथियार भेजने के लिए सोचते तक नहीं थे तब सोवियत यूनियन और बाद में रूस ने न केवल आधुनिक हथियारों की आपूर्ति की, बल्कि हाईटेक मिसाइल का संयुक्त उत्पादन भी शुरू किया। मिसाल के तौर पर ब्रह्मोस मिसाइल। इसी का नतीजा है कि हम मुश्किल वक़्त में भी हमेशा एक दूसरे के साथ खड़े रहते हैं। हम इसे कभी भूल नहीं पाते हैं और भारतीयों में भी यह ख़ूबी है।

बता दें कि भारत अभी रूस के कच्चे तेल के बड़े ख़रीदारों में से एक है। फ़रवरी 2022 में जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तब से रूसी तेल का आयात भारत बढ़ाता गया। 2022 के अक्तूबर में तो रूस भारत में सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश बन गया था। इससे पहले सऊदी अरब और इराक़ भारत के बड़े तेल आपूर्तिकर्ता देश थे। अप्रैल 2022 में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जयशंकर तब अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के साथ वॉशिंगटन में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। एक पत्रकार ने रूस से भारत के तेल ख़रीदने पर सवाल पूछा था। इसके जवाब में एस जयशंकर ने कहा था, ''आप भारत के तेल ख़रीदने से चिंतित हैं लेकिन यूरोप जितना तेल एक दोपहर में ख़रीदता है, उतना भारत एक महीने में भी नहीं ख़रीदता है।''

डीके शिवकुमार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, मनी लॉन्ड्रिंग का केस ख़ारिज

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लोकसभा चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार को बड़ी राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस को खारिज कर दिया है। इससे पहले कर्नाटक हाईकोर्ट ने डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के समन को खारिज करने से मना कर दिया था। इस फैसले के खिलाफ डीके शिवकुमार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। अब जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने कांग्रेस नेता को राहत देते हुए मामले को खारिज कर दिया। 

ये केस साल 2018 का है। इसी केस को लेकर सितंबर 2019 में डीके शिवकुमार को ईडी ने गिरफ़्तार भी किया था। ईडी ने ये मामला आयकर विभाग की शिकायत पर दर्ज किया था। यह मामला 8.33 करोड़ रुपये का है। यह रकम आयकर विभाग के अधिकारियों को कथित तौर पर दिल्ली के उस अपार्टमेंट से मिली थी जहां शिवकुमार रुके हुए थे। हालांकि शिवकुमार का कहना है कि उनका इन पैसों से कोई लेना-देना नहीं है।

अगस्त 2017 में आयकर विभाग ने डीके शिवकुमार के खिलाफ कथित टैक्स गड़बड़ी के मामले में दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में आयकर विभाग ने 8.33 करोड़ रुपये जब्त किए थे। आयकर विभाग ने इस मामले में बेंगलुरु की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की, जिस पर ईडी ने संज्ञान लेकर साल 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

भारत से तकरार, चीन से बढ़ रहा प्यारः मालदीव की ड्रैगन के साथ सीक्रेट मिल‍िट्री डील

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मालदीव और भारत के बीच रिश्‍तों में तनाव और बढ़ता दिख रहा है। भारत के साथ तनाव के बाद मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार की चीन से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। एक ओर मालदीव को भारतीय सैनिकों की उपस्थिति से दिक्कत हो रही है। वहीं, दूसरी ओर चीनी सैनिकों से अपनापन बढ़ रहा है।भारत के 85 सैनिकों को जाने का आदेश देने के बाद अब मालदीव की सरकार ने चीन के साथ दो सीक्रेट मिल‍िट्री डील की है। इन समझौतों को चीन और मालदीव के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में एक नए चैप्‍टर की शुरुआत माना जा रहा है।

राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू द्वारा अपने द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैन्य कर्मियों के पहले समूह की वापसी के लिए समय सीमा तय करने के कुछ हफ्तों बाद, चीन ने सोमवार को मालदीव के साथ "मजबूत" द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की और एक कदम उठाया। चीन ने मालदीव के साथ मुफ्त सैन्य सहायता प्रदान करने के लिए एक रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों पर मालदीव के रक्षा मंत्री घसान मौमून और चीनी सेना के मेजर जनरल झांग बाओकून ने हस्‍ताक्षर किया है।

मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, मौमून और मेजर जनरल बाओकुन ने 'मालदीव गणराज्य को मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सैन्य सहायता प्रावधान वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए।' मालदीव की मीडिया के मुताबिक इन समझौतों को गुप्‍त रखा गया है और किसी को भी इनकी जानकारी नहीं दी जा रही है।

माना जा रहा है कि चीन मालदीव में शक्तिशाली रेडॉर लगा सकता है जिससे भारत के हर युद्धपोत की मालदीव निगरानी कर सकेगा। मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि इस समझौते में प्रावधान है कि चीन मुफ्त में मालदीव को सैन्‍य मुहैया करा सकता है। मालदीव ने चीन के साथ इन डील की कोई भी डिटेल खुद अपनी जनता के लिए भी सार्वजनिक नहीं किया है। इससे ड्रैगन की मंशा को लेकर मालदीव की मीडिया में भी सवाल उठ रहे हैं।

इससे पहले चीन ने मालदीव को 12 इको-फ्रेंडली एंबुलेंस भी गिफ्ट किया है। रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में आयोजित एक समारोह में मालदीव में चीनी राजदूत वांग लिक्सिन ने मालदीव को एम्बुलेंस का उपहार देने वाला पत्र प्रस्तुत किया।

दोनों देशों का समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब एक उच्च तकनीक वाले चीनी अनुसंधान जहाज जियांग यांग होंग 03 को माले में रोका गया था। कर्मियों के रोटेशन के लिए बंदरगाह पर कॉल की अनुमति देने के कुछ दिनों बाद अब मुफ्त सैन्य सहायता का समझौता हुआ है।

हल्द्वानी हिंसा मामले में अब्दुल मलिक से वसूली शुरू, 2.68 करोड़ का मांग पत्र मलिक के घर पर चस्पा किया, 11 मार्च तक का दिया समय

वाहन जलाने, नगर निगम की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के खिलाफ आरसी जारी की गई थी। अब तहसील प्रशासन ने वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को अब्दुल मलिक के घर पर तहसीलदार ने 2.68 करोड़ का मांग पत्र चस्पा किया।

आठ फरवरी को मलिक के बगीचे से अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए उपद्रव में नगर निगम की जेसीबी, वाहन सहित कई सामान को जलाया गया और लूट लिया गया था। इस मामले में नगर निगम ने अब्दुल मलिक को मुख्य आरोपी माना था। उसे इस नुकसान के एवज में 2.44 करोड़ का नोटिस भेजा गया था। अब्दुल मलिक उस समय फरार था। इस कारण मलिक ने नोटिस प्राप्त नहीं किया। इसके बाद नगर निगम ने इसकी आरसी काटकर डीएम को भेज दी थी। डीएम ने तहसीलदार को आरसी भेजकर वसूली के आदेश दिए।

वसूली का खर्च लगाकर यह धनराशि 2.68 करोड़ पहुंच गई। सोमवार को तहसीलदार सचिन कुमार अब्दुल मलिक के आवास पहुंचे। मांग पत्र चस्पा करते हुए 11 मार्च तक का समय दिया गया है। इसमें कहा गया है कि यह धनराशि जमा करें या न्यायालय में आकर अपना पक्ष रखें। तहसीलदार सचिन कुमार ने बताया कि अब्दुल मलिक नैनीताल जेल में है। मंगलवार को जेल में मांग पत्र रिसीव कराया जाएगा।

सतना की बेटी वैष्णवी ने बढ़ाया मध्यप्रदेश का मान, 48 केजी भार वर्ग में जीता पदक, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 30 देशों के खिलाड़ी ले रहे हिस्सा


मध्यप्रदेश के प्रतिभावान वूशु खिलाड़ी अंजुल नामदेव, शुभमनी पांडे, वैष्णवी त्रिपाठी, प्रियंका केवट इंटरनेशनल प्रतियोगिता खेलने के लिए रूस रवाना हो चुके है। मध्य प्रदेश वूशु संघ की सचिव सारिका गुप्ता ने कहा है कि चारों खिलाड़ी राष्ट्रीय स्पर्धा के पदक विजेता खिलाड़ी हैं। अंजुल कई इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं स्पर्धा में भाग ले चुके हैं।

खबरों का कहना है कि मध्‍य प्रदेश को आप पर गर्व है वैष्‍णवी बिटिया रशिया में आयोजित इंटरनेशनल मास्को वुशु चैम्पियनशिप- 2024 में 48 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मैडल जीतकर सतना की बेटी वैष्णवी ने मध्‍य प्रदेश सहित देश का गौरव और भी ज्यादा बढ़ा दिया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में लगभग 30 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे

इतना ही नहीं वर्तमान में अंजुल नामदेव भारतीय वायु सेना में कार्यरत हैं। अंजुल विगत एशियाड में चौथे नंबर पर बने हुए है, लेकिन इस बार उनके रशिया में पदक जीतने का अवसर भी प्रदान किया है। अंजुल एशियन गेम्स में चनकवान स्पर्धा में, शुभमणि शंगदाओ में और वैष्णवी प्रियंका केवट सांदा स्पर्धा में भारत की तरफ से भाग लेने वाले है। मास्को वूशु स्टार इंटरनेशनल प्रतियोगिता में लगभग 30 देशों के खिलाड़ी भाग लेने वाले है। पूर्व में इसी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में मध्यप्रदेश की कृष्णिका गुप्ता, दिव्यांश गुप्ता ने गोल्ड मेडल जीते थे।

राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आज चौथा दिन, महाकाल की नगरी पहुंचकर करेंगे दर्शन

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मध्य प्रदेश में आज चौथा दिन बताया जा रहा है। राहुल गांधी की न्याय यात्रा आज उज्जैन पहुंचने वाली है। राहुल गांधी सबसे पहले उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन करने वाले है। जिसके उपरांत महाकाल से देवास गेट तक रोड शो होने वाले है।

वहीं रोड शो के उपरांत राहुल गांधी सभा को संबोधित करने वाले है। राहुल गांधी के उज्जैन आगमन पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूरी तैयारी भी कर चुकी है। आम सभा के बाद राहुल गांधी इंगोरिया के लिए रवाना होने वाले है। जहां रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन बड़नगर होते हुए बदनावर पहुंचने वाले है।

संकट में कांग्रेसः लगातार पार्टी से दूर हो रहे हैं बड़े चेहरे

#congress_facing_troubles 

कांग्रेस इस वक्त सबसे बुरे दौर में हैं। कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की लिस्ट बहुत लंबी है। नेताओं में कांग्रेस छोड़ने की होड़ सी लगी हुई है। भारत जोड़ो यात्रा और अब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए खोई साख हासिल करने में जुटी कांग्रेस अपने ही नेताओं को जोड़े रखने में विफल नजर आ रही है। महाराष्ट्र, असम,पश्चिम बंगाल के बाद अब गुजरात में भी दिग्गजों ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। गुजरात में अर्जुन मोढवाडिया, अंबरीश डेर ने कांग्रेस का हाथ झटक दिया। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले अंबरीश डेर और सीनियर विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में अंबरीश डेर, वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया और अन्य ने भाजपा की सदस्यता ली। बता दें कि कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर और वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने सोमवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘बहिष्कार’ करने के पार्टी के निर्णय पर आक्रोश प्रकट करते हुए इस्तीफा दे दिया था।

पिछले चार महीनों में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक

कांग्रेस से जो लंबे समय से जुड़े हुए बड़े नेता थे, वे धीरे धीरे पार्टी से किनारा करने लगे हैं। लगातार कांग्रेस नेता नाराज होकर पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं जो आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। कांग्रेस छोड़ने का ताजा मामला गुजरात का है। 7 मार्च को राहुल गांधी की न्याय जोड़ो यात्रा गुजरात पहुंचेगी। लेकिन राहुल के गुजरात में कदम रखने से पहले ही कांग्रेस के लिए सोमवार को बुरी खबर आई। राज्य में कांग्रेस को अंबरीश डेर के बाद एक और बड़ा झटका दिग्गज नेता अर्जुन मोढवाडिया ने दिया। विधायक अर्जुन मोढवाडिया के इस्तीफे के साथ ही 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 14 रह गई है। मोढवाडिया पिछले चार महीनों में चिराग पटेल और सीजे चावड़ा के बाद इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं। पटेल ने दिसंबर और चावड़ा ने जनवरी में इस्तीफा दिया था।

लगातार कांग्रेस से दूर हो रहे हैं बड़े चेहरे

लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को रोज एक न एक झटका लग रहा है। उसके नेता कब उसका साथ छोड़ दें पता नहीं चलता। जैसे ही कोई चुनाव शुरू होता है, उसी समय से नेताओं का कांग्रेस छोड़कर जाना शुरू हो जाता है। क्या गुजरात, क्या महाराष्ट्र, क्या मध्य प्रदेश, क्या कर्नाटक, सभी राज्यों से कांग्रेस के कई बड़े नेता या तो पार्टी छोड़ चुके हैं या छोड़ने की अटकलें लग रही हैं। इससे पहले 28 फरवरी को कांग्रेस को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राणा गोस्वामी और पश्चिम बंगाल कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने झटका दिया था। दोनों ही नेताओं ने काग्रेंस से नाता तोड़ लिया था। असम में गोस्वामी जोरहाट से विधायक थे। इससे पहले असम में कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ और बसंत दास ने अपने-अपने पार्टी पदों से इस्तीफा दिया था। इतना ही नहीं इन दोनों ही नेताओं ने भाजपा के विकास एजेंडे का समर्थन भी किया था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण 13 फरवरी को मुंबई में भाजपा में शामिल हुए थे। महाराष्ट्र में कांग्रेस को छोड़ने वाले अन्य दिग्गजों में मिलिंद देवरा और बाबा सिद्दीकी भी का नाम भी शामिल है।

अंतर्कलह के कारण टूटती कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी के अंदर अभी जो हलचल है, वह हाल-फिलहाल से नहीं है। बल्कि अंतर्कलह की वजहों से काफी सालों से है, जिसको सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अब मल्लिकार्जुन खरगे तक रोकने में असक्षम दिख रहे हैं। सोनिया गांधी के साथी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, गुलाम नबी आजाद (अलग पार्टी), रीता बहुगुणा जोशी, तो वहीं राहुल गांधी की लगभग टीम आज बीजेपी के साथ हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा, सुष्मिता देव, प्रियंका चतुर्वेदी, जितिन प्रसाद, अशोक तंवर, आरपीएन सिंह, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, जैसे नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं। इसके अलावा अशोक चौधरी, हिमन्त बिश्व शर्मा, सुनील जाखड़, अश्वनी कुमार, जैसे बड़े नेता भी पार्टी को अलविदा कर चुके हैं।