संक्रमण बीमारियों से बचाव को करें सफाई
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। संक्रामक बीमारी से बचाव को बस्ती - मुहल्लों में गंदा पानी कदापि न जमा होने दें। मौसम में बदलाव आते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है। मच्छर काटने से लोग सर्दी, बुखार, टाइफाइड, मलेरिया व डेंगू जैसे घातक बीमारी की चेपट में फंस रहें हैं। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मच्छरों के प्रकोप से बचाव को हर व्यक्ति को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। नगर पंचायत प्रशासन स्तर से नियमित फागिंग कराया जाए।
मच्छरों से होने वाले बीमारियों को खत्म करने के लिए जनसमुदाय का सहयोग अंत्यंत जरुरी है। कूड़ा को निस्तारण करके जल का एकत्र न होने दें। जल निकासी नियमित रूप से कराते रहें। जिले में 1174 आशाएं व 873 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मच्छर से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक कर रही है। जब तक हर व्यक्ति गंभीर नहीं होगा। तब तक मच्छरों से होने वाले बीमारी से बचाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एडीज पजिप्टी मच्छर से डेंगू बीमारी होती है। यह छोटा काले रंग का मच्छर होता है।
मच्छरों से निजात को पानी एकत्र नहीं होने दें। एडीज पजिप्टी मच्छर काटने से डेंगू बीमारी होता है। यह एक छोटा काले रंग का मच्छर होता। जिसपर सफेद धारियां होती है। यह मच्छर दिन में ही बार - बार काटते हैं।
ऐसे पनपता है वेक्टर जनित रोग का खतरा
जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि रोगजनक व परजीवियों की वजह से मनुष्यों में होने वाली बीमारियों को वेक्टर जनित रोग कहते हैं। जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया व स्वाइन फ्लू। इससे बचने के लिए घर के आसपास दूषित पानी कदापि न एकत्रित होने दें। कूलर का पानी कदापि न एकत्रित होने दें। एसी से निकलने वाले पानी को सप्ताह में एक बार बदलते रहें। बीमारी का लक्षण दिखते ही तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें
मच्छरों के खेतों पर किया जा रहा प्रहार
घर में मच्छर के काटने का ज्यादा खतरा होता है। पुर्चीचर वाले स्थान पर भी पाए जाते हैं। ऐसे में रोग बचाव के लिए उनके पनपने के स्त्रोतों पर ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रहार किया जा रहा है। एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाता है तो फाॅगिंग भी कराई जाती है।
Feb 23 2024, 19:56