सरायकेला: जंगली हाथी ने दो मकानों को किया ध्वस्त, खाया अनाज और फसल।
सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. रोज किसी ना किसी गांव में जंगली हाथी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। जंगली हाथियों के आतंक के कारण लोग शाम ढलने के बाद अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। देर शाम अावागमन करने के दौरान लोग विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप और अपने परिचितों के संपर्क में रहते हुए चलते हैं, ताकि उन्हें हर पल की सूचना मिलते रहे. मंगलवार की रात चांडिल वन क्षेत्र के सालडीह में दो जंगली हाथी ने धावा बोल दिया.
इस दौरान हाथियों ने दो मकानों को अपना निशाना बनाया और उसे ध्वस्त कर दिया. सालडीह के उज्जवला महतो और सूची महतो के मकान को जंगली हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. इसके साथ ही हाथियों ने मकान के अंदर रखे अनाज को भी अपना निवाला बनाया. इस घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ है.
सोमवार की रात को भी ध्वस्त किया था मकान
जानकारी के अनुसार सोमवार की रात को भी जंगली हाथी ने रावताड़ा में एक मकान को ध्वस्त किया था. वहीं जंगली हाथी रोज किसी ना किसी गांव में खेतों में लगी फसल को अपना निवाला बना रहे हैं. जंगली हाथी ने कुकडू प्रखंड के पांडरा में बीते तीन दिनों से खलिहान में रखे धान और खेतों में लगी सब्जी की फसल को अपना निवाला बना रहे हैं.
रोज किसी ना किसी गांव में हाथी द्वारा उपस्थिति दर्ज कराए जाने के बाद भी वन विभाग उसे वापस जंगल में पहुंचाने की दिशा में सार्थक कदम नहीं उठा रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि जंगली हाथियों को लेकर बार-बार गुहार लगाए जाने के बाद भी विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है. जंगली हाथियों से ग्रामीणों को हो रही परेशानी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी दिखाई नहीं दे रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जंगली हाथियों से हो रही जान व माल की क्षति पर जनप्रतिनिधियों की चुप्पी का मतलब क्या है।
Feb 07 2024, 17:56