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ईरान में पूर्व जनरल सुलेमानी की कब्र के पास सिलसिलेवार दो धमाके, 73 लोगों की मौत

#blasts_near_qasem_soleimani_grave_in_iran_many_killed 

ईरान से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां सिलसिलेवार दो बम धमाकों में 73 लोगों की मौत हो गई है। कहा जा रहा है कि ये धमाके ईरान के पूर्व जनरल कासिम सुलेमानी की चौथी बरसी पर उनकी कब्र के पास हो रहे एक समारोह को निशाना बनाकर किए गए। बता दें कि ईरान के पूर्व जनरल सुलेमानी की 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई थी।

2020 में ईराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए जनरल सुलेमानी की बुधवार को चौथी बरसी थी, ऐसे में उनकी याद में एक समारोह के तौर पर बुधवार को सैकड़ों लोग सुलेमानी की कब्र की ओर जा रहे थे। उसी वक्त यह हमला हो गया। धमाका करमान शहर में कब्रिस्तान के पास हुए हैं। अब तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। मामले सेना सक्रिय हो चुकी है और सरकार ने अलर्ट के आदेश दिए हैं। ईरानी डिप्टी गवर्नर ने इन धमाकों को 'आतंकवादी' हमला बताया है।

बता दें कि ईरान में सुलेमानी एक कद्दावर शख्सियत थे। सुलेमानी ईरान की कुर्द फोर्स के प्रमुख जनरल थे। उन्हें ईरान से सुप्रीम नेता अयातुल्ला खुमैनी के बाद दूसरा सबसे ताकतवर शख्स माना जाता था। वे पूरे क्षेत्र में ईरानी नीति के सर्वेसर्वा थे। कुद्स फोर्स के गुप्त मिशनों और हमास और हिजबुल्लाह सहित सहयोगी सरकारों और सशस्त्र समूहों को मार्गदर्शन, धन, हथियार, खुफिया और रसद सहायता के प्रावधान के प्रभारी थे।

क्या जेलों में जाति के आधार पर होता है भेदभाव? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र समेत 11 राज्यों से मांगा जवाब
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जेल में जाति के आधार पर भेदभाव होने की जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार समेत 11 राज्यों से जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत 11 राज्यों से उस जनहित याचिका पर जवाब मांगा है, जिनमें आरोप लगाए गए हैं कि इन राज्यों की जेल की नियमावली कारागार में जाति के आधार पर भेदभाव को बढ़ावा देती है। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड, न्यामूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने बुधवार को इस मामले की सुनवाई की। इसमें वरिष्ठ अधिवक्ता एस मुरलीधर ने बताया कि कैसे 11 राज्यों की जेल नियमावली अपनी जेलों के भीतर कार्य के बंटवारे में भेदभाव करती है और जाति के आधार पर कैदियों को रखा जाना तय होता है। वरिष्ठ अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि कुछ गैर अधिसूचित आदिवासियों और आदतन अपराधियों से अलग तरीके से बर्ताव किया जाता है और उनके साथ भेदभाव होता है। अदालत ने मुरलीधर से राज्यों से जेल नियमावलियों को एकत्र करने को कहा और याचिका को चार सप्ताह के बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। पीठ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य को नोटिस जारी किया साथ ही सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि वह महाराष्ट्र के कल्याण की मूल निवासी सुकन्या शांता द्वारा दायर जनहित याचिका में उठाए गए मुद्दों से निपटने में अदालत की सहायता करें। आपको बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, ओडिशा, झारखंड, केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से जवाब मांगा है।
नहीं बनाए जाने पर छलका शिवराज सिंह चौहान का दर्द, बोले- कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पार्टी के वो नेता है, जिसने दम पर मध्य प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की। हालांकि, उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं मिली। बीजेपी की भारी जीत के बाद पार्टी ने चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री चुना। उन्होंने सीएम आवास भी खाली कर दिया है। इस बीच नए साल में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने गृह जिले सीहोर पहुंचे थे। वहां वह एक स्थानीय कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान मंच से संबोधन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा है कि कई बार राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है, जो किसी न किसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए होता है। मेरे मुख्यमंत्री न बनने के पीछे भी कोई बड़ा उद्देश्य ही है।

दरअसल, नए साल में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने गृह जिले सीहोर पहुंचे थे। वहां एक स्थानीय कार्यक्रम के दौरान कुछ महिलाएं वहां फूट-फूटकर रोने लगी। वह शिवराज सिंह चौहान से कह रही थीं कि आप हमलोगों को छोड़कर मत जाइए। महिलाओं को रोते देखकर वह भावुक हो गए। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं से कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। वह बार-बार उन्हें भरोसा देते रहे कि हम कहीं नहीं जा रहे हैं। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों की योजनाएं भी जारी रहेंगी। लाडली बहना योजना से लेकर मुख्यमंत्री लाडली बहना आवास योजना चलती रहेगी।

चौहान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, नई सरकार इन सभी कार्यों को आगे बढ़ाएगी। कहीं न कहीं कोई बड़ा उद्देश्य होगा, कभी-कभी जब तक ‘राजतिलक' का समय आता है, व्यक्ति वनवास में भी चला जाता है। लेकिन यह सब, किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार इन सभी योजनाओं को लागू करेगी क्योंकि राज्य में कांग्रेस की नहीं बल्कि भाजपा की सरकार है। मैं नहीं हूं लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। उन्होंने कहा कि भांजे-भांजियों के कल्याण में भी कोई कसर नहीं रहेगी। सारी योजनाएं चलती रहेंगी।

वहीं, कार्यक्रम के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने अपने नए बंगले का पता और नाम भी बताया। उन्होंने कहा कि उनके बंगले का नया पता है बी-8, 74 बंगला, जिसका नाम उन्होंने मामा का घर रख दिया है। शिवराज सिंह के नए बंगले के मेन गेट पर एक तरफ जहां उनके नाम की नेम प्लेट लगी है, वहीं दूसरी तरफ बड़े-बड़े अक्षरों में मामा का घर लिखा हुआ है।

बता दें कि शिवराज सिंह चौहान पहली बार साल 2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उसके बाद से लगातार 15 साल तक उन्होंने सूबे की कमान बतौर मुख्यमंत्री संभाली। वो राज्य की जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे, खासतौर पर महिलाओं के साथ उनका भाई बहन वाला रिश्ता था, यही वजह है कि राज्य में वो मामा के नाम से मशहूर थे। शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

साक्षी मलिक का बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप,बोलीं- परिवार को मिल रही हैं धमकियां

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हाल में कुश्ती से संन्यास की घोषणा करने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद बृजभूषण सिंह पर आरोप लगाया है।भारत की ओलिंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा है कि उनके परिवार को धमकी भरे फोन आए हैं और वह इस मामले में सरकार से मदद चाहती हैं।साक्षी मलिका उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे।

साक्षी ने बुधवार को अपने दिल्ली आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि उनकी मां को किसी का फोन आया और वो शख्स कह रहा था कि उनके घर में किसी पर केस होने वाला है। साक्षी ने कहा कि बृजभूषण के लोग उन्हें फोन कर रहे हैं।उन्होंने भारतीय सरकार से सुरक्षा मांगी है। साक्षी ने साथ ही कहा है कि वह इस मामले की पूरी जानकारी पुलिस को देंगी। साक्षी ने कहा कि उन्होंने इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी और फिर भी उन्हें धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव होने के बाद भी बृजभूषण का आदमी संघ में आया था।

फेडरेशन रद्द किए जाने पर उन्होंने कहा, फेडरेशन में संजय सिंह का दखलअंदाजी न हो। नई फेडरेशन दोबारा आती है तो हमें कोई दिकत नहीं है। उन्होंने आगे कहा,सरकार ने जो नए फेडरेशन का सस्पेंशन किया उसका हम स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा ,हमें नये महासंघ से कोई परेशानी नहीं है। सिर्फ एक व्यक्ति संजय सिंह के रहने से परेशानी है। संजय सिंह के बिना नए महासंघ से या तदर्थ समिति से भी हमें कोई मसला नहीं है। 

साक्षी मलिका ने कहा, हम जानते थे कि बृजभूषण प्रभावशाली हैं, लेकिन हमें नहीं पता था कि वह इतने शक्तिशाली थे कि वह अपने निवास से किसी से चर्चा किए बिना राष्ट्रीय घोषित कर देंगे। अब हम पर जूनियरों के कुश्ती करियर को खराब करने का आरोप लगाया जा रहा है. मैंने कुश्ती से संन्यास ले लिया है। मैं चाहती हूं कि जूनियर लड़कियां वह पूरा करें जो मैं नहीं कर सकी- मैं चाहती हूं कि वे देश के लिए रजत, स्वर्ण पदक जीतें। मैं नहीं चाहती कि किसी भी जूनियर को हमारे लिए परेशानी उठानी पड़े।

jamal kudu dance : भाभी जी ने अपने सिर पर ग्लास रख किया ‘जमाल कुडू’ गाने पर जबर बेली डांस, सोशल मीडिया पर जमकर हो रहा वायरल

सोशल मीडिया डांस के वीडियो जमकर वायरल होते हैं। ऐसे वीडियो लोगों को काफी पसंद आते हैं। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म एनिमल का गाना जमाल कुडू काफी हिट हुआ था। इस गाने पर कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा ही वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। वीडियो में एक भाभी जमाल कुडू गाने पर बेली डांस करती नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस डांस वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। वहीं, लोग इसे जमकर शेयर भी कर रहे हैं।

 

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक भाभी नीली साड़ी पहन जमाल कुडू गाने पर जमकर ठुमके लगा रही हैं। इतना ही नहीं, भाभी अपने सिर पर ग्लास डालकर ये गाना परफार्म कर रही हैं। भाभी का एक्सप्रेशन कमाल का है, जिसे देख लोग कमेंट करने पर मजबूर हो रहे हैं। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर नाम के यूजर ने शेयर किया है। वीडियो को अब तक 2 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं। वहीं, लोग इस वीडियो पर जमकर अपना रिएक्शन भी दिए हैं। बता दें यूजर के हैंडल ऐसे कई डांस वीडियो मौजूद हैं।

 

वायरल वीडियो पर लोगों ने दिया ऐसा रिएक्शन

वायरल वीडियो पर लोग जमकर अपना रिएक्शन दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘बहुत शानदार डांस’, एक और यूजर ने लिखा, ‘एक्सप्रेशन कमाल के हैं। वहीं, एक और यूजर ने लिखा, ‘जमाल कुडू गाने पर अब तक का सबसे बेहतरीन डांस।

2024 के लोकसभा चुनाव मे दक्षिण का किला भेदने की तैयारी में बीजेपी, पीएम मोदी ने खुद संभाली कमान

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लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। लिहाजा सभी राजनीतिक दलों ने चुनावी दंगल के लिए कसरत शुरू कर दी है। हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से 3 में जीत के बाद बीजेपी का फोकस दक्षिण भारतीय राज्यों की तरफ है।बीजेपी ने दक्षिण भारत की कुल 131 सीटों में से 84 को टारगेट करना शुरू किया है। दक्षिण भारत की कमान पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद अपने हाथों में रखी है।

2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के लिए दक्षिण भारत खासा अहम है। इसके पीछे वजह है कि उत्तर भारत में लोकसभा सीटों के लिहाज से बीजेपी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर चुकी है। उतर भारत में बीजेपी के पास अब लोकसभा की सीटें और बढ़ाने की संभावना नहीं है, क्योकि यहां बीजेपी सैचुरेशन के स्तर पर है। बीजेपी को ये भी एहसास है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के चलते तेलंगाना में बीजेपी को नुकसान हुआ है।ऐसे में बीजेपी को लगता है कि अगर लोकसभा चुनाव में बीजेपी की सीटें कम होती है तो उसकी भरपाई या उसको बढ़ाने की गुंजाइश दक्षिण भारत में वोट और लोकसभा सीट लेकर किया जा सकता है।

चुनावी साल की शुरुआत दक्षिण भारत से

यही वजह है कि चुनावी साल की शुरुआत के साथ ही बीजेपी ने विपक्ष का दक्षिणी दुर्ग भेदने के लिए अपने सबसे बड़े चेहरे पीएम मोदी को मैदान में उतार दिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की शुरुआत दक्षिण भारत से की है। पीएम मोदी इन दिनों दक्षिण के तीन राज्यों तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल के दो दिवसीय दौरे पर हैं।इसी क्रम में पीएम एक नए हवाई अड्डे सहित 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए मंगलवार को तमिलनाडु में थे।आज बुधवार को पीएम मोदी केरल के त्रिशूर में एक बड़ा रोड शो और एक सार्वजनिक बैठक करेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक बैठक में लगभग दो लाख भाजपा महिला कार्यकर्ता मौजूद रहेंगी।जानकारों की मानें तो इसका असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है।

दक्षिण भारत में क्या है बीजेपी की स्थिति?

बता दें कि दक्षिण भारत में 131 लोकसभा सीटें हैं। जिसमें से तमिलनाडु में 39, आंध्र प्रदेश में 25, कर्नाटक में 28, केरल में 20, तेलंगाना में 17, पुदुच्चेरी और लक्षद्वीप में एक-एक सीट है। दक्षिण भारत में सिर्फ तेलंगाना और कर्नाटक में ही बीजेपी की लोकसभा सीटें हैं। इसलिए बीजेपी का पूरा प्लॉन लोकसभा चुनाव में तेजी के साथ काम करने का काम है। इनमें पर बीजेपी का फोकस उन 84 सीटों पर है, जो बीजेपी कभी नहीं जीती है। इन सीटों का क्लस्टर बनाकर इनकी जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों को दी गई है। तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, केरल और तमिलनाडु को लेकर लगातार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह बैठकें कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश के शाजापुर में ट्रक ड्राइवर से 'औकात' पूछना कलेक्टर को पड़ा भारी, CM मोहन ने किया बर्खास्त, कहा, ऐसा व्यवहार मंजूर नहीं

 मध्य प्रदेश के शाजापुर में ट्रक डाइवर्स से संबंधित घटना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम डॉ मोहन यादव ने शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल को हटा दिया है। ड्राइवर से 'औकात' पूछने वाले बयान को लेकर कलेक्टर के खिलाफ यह एक्शन लिया गया है। किशोर कन्याल की जगह अब सरकार ने नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर का नया कलेक्टर बनाया है।

वही इस मामले को लेकर सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा, यह सरकार निर्धनों की सरकार है। सबके काम का सम्मान होना चाहिए तथा भाव का भी सम्मान होना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। हम निरंतर गरीबों की सेवा कर रहे हैं। सीएम ने कहा मानवता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं। मैं स्वयं मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस प्रकार की भाषा बोलना उचित नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें।

बता दें कि ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल के बीच शाजापुर के कलेक्टर का एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें वह एकमीटिंग के चलते एक ड्राइवर से 'औकात' पूछते दिखाई दे रहे हैं। बाद में कलेक्टर किशोर कान्याल ने इस शब्द के उपयोग को लेकर अफसोस प्रकट किया था। दरअसल, ड्राइवर यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के चलते कलेक्टर अपना आपा खो बैठे थे। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जब ड्राइवर्स के एक प्रतिनिधि ने कलेक्टर से ठीक ढंग से चर्चा करने का आग्रह किया तो उन्होंने ड्राइवर्स और अन्य से कानून अपने हाथ में नहीं लेने को बोला। साथ एक एक व्यक्ति से बोले, क्या करोगे तुम, क्या औकात है तुम्हारी? 

वही शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल ने 'औकात' वाले बयान पर माफी मांग ली थी। वहीं, अपनी सफाई में कहा था कि जिला और पुलिस प्रशासन ने जिले के 250 ड्राइवर्स की बैठक बुलाई थी। दरअसल, सोमवार को उनमें से कई ड्राइवर्स ने बहुत उपद्रव मचाया था। इसी के चलते कलेक्टर ऑफिस में बैठक बुलाकर ड्राइवर्स को समझाइश दी जा रही थी कि कानून को हाथ में न लें। प्रजातांत्रिक तरीके से अपना विरोध जताएं। इसी के चलते बैठक में सम्मिलित एक शख्स बार-बार पर खलल डाल रहा था तथा कह रहा था कि 3 जनवरी तक मांगें नहीं मानी तो हम किसी भी स्तर पर जा सकते हैं। उसी समय यह शब्द मेरे मुंह से निकल गए गए थे। अगर किसी को मेरी बातचीत से दुख पहुंचा हो तो माफी चाहता हूं।

'कुछ इस तरह से मारती है पुलिस...' बोलकर दोस्तों ने की रस्सी से बांधकर की पिटाई, हुई मौत, पढ़िए, पूरी खबर

मध्य प्रदेश के शाजापुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहां स्थित टुकराना गांव के पास ढाबे से मिली लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। मंगलवार को इस मामले में एक और अपराधी जितेंद्र सौराष्ट्रीय को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने राजेश सौराष्ट्रीय को गिरफ्तार किया था। अपराधियों ने पुलिस को बताया कि वे तीनों शराब के नशे में थे। इसी के चलते उन लोगों ने चोर-पुलिस की गेम खेली। जिसमें सुनील को चोर बनाया गया।

जबकि, राजेश और जितेंद्र पुलिस बने. दोनों ने सुनील को बांध दिया एवं उसे पीटने लगे। कहने लगे कि पुलिस ऐसे पीटती है। फिर वे दोनों वहां से सुनील को उसी स्थिति में छोड़कर चले गए। चोटिल सुनील की फिर मौत हो गई। अगले दिन सुनील की लाश मिली तो पुलिस ने तहकीकात आरम्भ की। घटना 24 दिसंबर की है. पुलिस तभी से अपराधियों की तलाश कर रही थी। इस के चलते पाटीदार समाज के लोगों ने भी एसपी कार्यालय पहुंचकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस की मेहनत रंग लाई तथा उन्होंने एक आरोपी राजेश सौराष्ट्रीय को गिरफ्तार कर लिया। फिर मंगलवार को दूसरे अपराधी जितेंद्र सौराष्ट्रीय को भी रंथभंवर-बेरछा के पास से गिरफ्तार कर लिया।

कोतवाली टीआई ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि इस कार्यवाही में कोतवाली टीआई ब्रजेश मिश्रा, उप निरीक्षक सुरेंद्र मेहता, आरक्षक शैलेंद्रसिंह गुर्जर, आरक्षक शैलेंद्र शर्मा, प्रधान आरक्षक कपिल नागर, प्रधान आरक्षक दीपक शर्मा, आरक्षक संजय पटेल, प्रधान आरक्षक रवि सेंगर, आरक्षक मनोज धाकड़ व मिथुन का सराहनीय किरदार रहा।

बिना छुए 16 साल की लड़की के साथ गैंगरेप! दर्ज हुआ रेप का ऐसा पहला केस, डिटेल में समझिए क्या है यह मामला

 यूनाइटेड किंगडम यानी यूके में मेटावर्स में रेप का पहला मामला दर्ज हुआ है। ऑनलाइन मेटावर्स में 16 साल की लड़की के साथ गैंगरेप के इस मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है। आरोप लगाने वाली नाबालिग लड़की का कहना है कि कुछ लोगों ने रिएलिटी गेम में उससे ऑनलाइन अवतार में गैंगरेप किया। बताया जा रहा है कि इस वजह से नाबालिग लड़की सदमें में और डरी हुई है।

पीड़िता ने बताया है कि असली दुनिया में यौन शोषण के दौरान असली दुनिया में जैसी तकलीफ होती है वैसी ही उसे इस दौरान हुई। एक ऑनलाइन रूप में कई लोगों की मौजूदगी में उसे शिकार बनाया गया। बताया जा रहा है कि मेटावर्स पर वर्चुअल दुनिया में रेप का यह अपनी तरह का पहला मामला है। किशोरी को दुष्कर्म पीड़िता की तरह ही मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक 16 साल की यह लड़की एक इमर्सिव गेम में वर्चुअल रियलिटी (वीआर) हेडसेट का इस्तेमाल कर रही थी। इसी दौरान उसपर हमला किया गया। रिपोर्ट में ब्रिटिश अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि पीड़िता को इससे शारीरिक नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन इस घटना से उसपर पड़े भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव को गंभीरता से लिया गया है।

वहीं इसे पहला वर्चुअल यौन अपराध बताया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इससे कानून के सामने भी नई चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि इस तरह के अपराध के लिए कानून में कोई प्रावधान नहीं है। बता दें कि वर्चुअल दुनिया मेटावर्स में असल दुनिया की तरह ही काम हो रहे हैं। इस दुनिया में लोग नहीं होते बल्कि लोगों के अवतार होते हैं। मेटावर्स में साइन इन करने वाले लोग वर्चुअल दुनिया में चले जाते हैं। वे वर्चुअल अवतार में ही लोगों से मिलते हैं।

Adani-Hindenburg Case: सुप्रीम कोर्ट ने SEBI की जांच को उचित ठहराया, गौतम अदाणी ने कहा 'सत्यमेव जयते'

 सुप्रीम कोर्ट ने गौतम अदाणी को हिंडनबर्ग मामले में बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने सेबी की जांच को सही ठहराया है। कोर्ट ने मामले में अपना फैसला सुनाते हुए दो मामलों की जांच के लिए 3 महीने का समय और दिया है। साथ ही, मामले की जांच सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) से एसआईटी को ट्रांसफर करने का कोई आधार नहीं हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कहा कि सेबी ने रिपोर्ट में आरोपों से जुड़ी हुई 22 मामलों में से 20 पर अपनी जांच को पूरा कर लिया है। सुनवाई के द्वारा सॉलिसिटर जनरल की ओर से दिये गए आश्वासन को ध्यान में रखते हुए हमने सेबी को अन्य दो मामलों में 3 महीने के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश दिया है. बता दें कि इससे पहले 24 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। हालांकि, शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को अमेरिकी ने भी फर्जी करार दे दिया है।

गौतम अदाणी ने दी प्रतिक्रिया

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर गौतम अदाणी ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सत्यमेव जयते सत्य की जीत हुई है। साथ देने वाले सभी का आभारी हूं। देश के विकास कार्य में योगदान जारी रहेगा। गौरतलब है कि इससे पहले कंपनी के एजीएम में 18 जुलाई को कहा था कि उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का मकसद केवल ग्रुप की छवि को वैश्विक बाजार में खराब करके मुनाफा कमाना था। रिपोर्ट गलत सूचना और बेबुनियाद आरोपों को मिलाकर तैयार की गई थी, जिनमें से ज्यादातर आरोप 2004 से 2015 तक के थे।

सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में क्या कहा था

उच्चतम न्यायालय ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करने वाले बाजार नियामक सेबी पर संदेह करने की कोई वजह नहीं है। उसने कहा कि बाजार नियामक की जांच के बारे में भरोसा नहीं करने के लायक कोई भी तथ्य उसके समक्ष नहीं है। इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने कहा कि वह हिंडनबर्ग रिपोर्ट में किए गए दावों को पूरी तरह तथ्यों पर आधारित नहीं मानकर चल रहा है। पीठ ने कहा कि उसके समक्ष कोई तथ्य न होने पर अपने स्तर पर विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करना उचित नहीं होगा। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने अडाणी-हिंडनबर्ग मामले से संबंधित पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। न्यायालय ने कुछ मीडिया रिपोर्ट के आधार पर सेबी को अदाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए कहे जाने पर आपत्ति जताई। उसने कहा कि वह एक वैधानिक नियामक को मीडिया में प्रकाशित किसी बात को अटल सत्य मानने को नहीं कह सकता है।