सरायकेला :पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने अपने समर्थकों के साथ लिट्टी पार्टी में तीस साल राजनीति उथल पुथल पर की चर्चा।
सरायकेला : राजनीति एक प्रकार से समाजसेवा है, इसका एकमात्र लक्ष्य चुनाव जीतना ही नहीं होता है. वर्तमान में राजनीति का मकसद ही बदल गया है लोग किसी भी हद तक जाकर चुनाव जीतना चाहते हैं।
वैसे लोगों का मकसद राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करना कतई नहीं होता है. उक्त बातें इचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह उर्फ़ मलखान सिंह ने कहीं. वे शनिवार की रात चौका स्थित बीएन दादुर बागान में आयोजित लिट्टी पार्टी में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे. शनिवार को चौका में पहली बार बड़े स्तर पर लिट्टी चोखा पार्टी का आयोजन हुआ था।
लिट्टी चोखा पार्टी में पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह ने अपने पुराने समर्थक और सहयोगियों के साथ मुलाकात किया और ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान स्थिति पर चर्चा किया।
लंबे अरसे के बाद चौका में अपने सहयोगी और समर्थकों के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श भी किया. लिट्टी चोखा पार्टी के अवसर पर पूर्व विधायक अरविंद सिंह के लगभग सभी समर्थक और सही होगी शामिल हुए।
30 साल से पुराना है इचागढ़ से नाता
मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले 30 वर्षों से अधिक समय से वे ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ जुड़े हैं. दिन-रात उनकी सेवा करते आए हैं. उनका मकसद चुनाव लड़ना और चुनाव जीतना नहीं रहा है.
तीन बार ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि बनाया. उन्होंने जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और क्षेत्र के विकास के लिए ऐतिहासिक काम किया. चुनाव हारने के बाद भी वे लोगों के साथ जुड़े रहे और उनके दुख तकलीफों में साथ दिया. आज भी लगातार क्षेत्र की जनता के साथ जुड़े हैं और उनकी सेवा कर रहे हैं। अरविंद कुमार सिंह की सोच दुरदशिता था।जिसे गांव का आगे विकास हो सकता था। लेकिन दुरदशिता का परिणाम कुछ तक चांडिल के लोग को मिल रहा है। पंचायत राज से उपर उठाने की प्रयास की गई। चांडिल को नगर पंचायत के रूप विकास के अधिक राशि मिलने पर अधिक विकास होता ।लेकिन इसका भी विरोध किया गया। पंचायत के फंड नगर पंचायत का फंड में अंतर है।कापली का विकास हो रहा है।
उनके कार्यकाल में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक रूप से स्वच्छ और प्रगतिशील विधानसभा क्षेत्र के रूप में जाना जाता था. वहीं राजनीति में हिंसा और विद्वेष की भावना पनपने के बाद ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की छवि ही बदलती जा रही है. राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए. काम ऐसा करें कि लोग बिना प्रलोभन और भय के उन्हें अपना जन्म प्रतिनिधि बनाएं।
Dec 31 2023, 20:57