भट्टी में तब्दील हो रहा धरती का वातावरण, सदी के मध्य तक गर्मी से हुई मौतों में 4.7 गुना तक हो सकती है वृद्धि
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दुनियाभर में तापमान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दुनिया भर में लगातार होते कार्बन उत्सर्जन की वजह से बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग आने वाले दशक में मानव सभ्यता के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर उभरने वाली है। इस बढ़ते तापमान ने एक लाख वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल दुनिया में 1,00,000 से अधिक वर्षों में सबसे अधिक वैश्विक तापमान दर्ज किया गया। प्रतिष्ठित पत्रिका लैंसेट ने स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन को लेकर ऐसे कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। जो डराने के लिए संभल जाने के लिए हैं। बता दें लैंसेट ने जलवायु परिवर्तन को लेकर 8वीं रिपोर्ट जारी की है।
गर्मी से होने वाली मौतों में 370 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है
प्रतिष्ठित पत्रिका लैंसेट ने गर्मी से होने वाली मौतों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। मंगलवार को प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार अगर इस सदी के अंत तक तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ेतरी होती है तो गर्मी से होने वाली मौतों में 370 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। रिपोर्ट में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया है कि जलवायु परिवर्तन आज जीवन और आजीविका को कैसे नुकसान पहुंचा रही है। 2022 में, व्यक्ति औसतन 86 दिनों तक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक उच्च तापमान के संपर्क में आए। जिनमें से 60 प्रतिशत मानव-जनित जलवायु परिवर्तन के कारण हुआ।
प्रति सैकंड 1337 टन कार्बनडाई ऑक्साइड का उत्सर्जन हो रहा
रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण आज दुनियाभर के लोग जीवन और आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लैंसेट काउंटडाउन के कार्यकारी निदेशक ने लंदन स्थित एक काॅलेज में दिए अपने बयान में कहा कि तापमान में हो रही वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना जरूरी है वरना इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमें औद्योगिक उत्पादन को सीमित करना होगा। अभी भी प्रति सैकंड 1337 टन कार्बनडाई ऑक्साइड का उत्सर्जन होता है। हमें कार्बन उत्सर्जन में कमी लानी होगी।
डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर 52 संस्थाओं ने किया है रिसर्च
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में यह विश्लेषण विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) सहित दुनिया भर के 52 अनुसंधान संस्थानों ने किया है। यह संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के 114 प्रमुख विशेषज्ञों के काम का प्रतिनिधित्व करता है, जो स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन के बीच संबंधों के आंकलन का नवीनतम अपडेट प्रदान करने वाला है। 28वें संयुक्त राष्ट्र कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी) से पहले प्रकाशित, विश्लेषण में 47 बिंदुओं में सिलसिलेवार तरीके से आंकड़े प्रस्तुत किए गए हैं। इनमें नए और बेहतर मेट्रिक्स शामिल हैं जो घरेलू वायु प्रदूषण, जीवाश्म ईंधन के वित्तपोषण और जलवायु शमन के स्वास्थ्य सह-लाभों पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों के एक दूसरे से जुड़ाव की निगरानी करते हैं।
Nov 16 2023, 09:54