*नियमित जप और पूजा से आत्मकल्याण के साथ विश्वकल्याण सम्भव हो सकेगा*
अमेठी । गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के उन्नचासवें चरण में हीरापुर, भेंटुआ के 24 घरों व गौरीगंज के 11 घरों सहित कुल 35 घरों में गायत्री महायज्ञ एक साथ एक समय सम्पन्न हुआ।
जिला समन्वयक डॉ त्रिवेणी सिंह ने कहा कि गायत्री यज्ञ और उपासना मनुष्य के अन्दर विद्यमान अनेकों विभूतियों का खजाना खोल देती है। हीरापुर गांव के लोगों का भाग्योदय आज गायत्री यज्ञ और उपासना से सुनिश्चित हो गया। नियमित जप और पूजा से आत्मकल्याण के साथ विश्वकल्याण सम्भव हो सकेगा।
यज्ञाचार्य अखिलेश तिवारी ने बताया कि गुण, कर्म ,स्वभाव को उच्चस्तरीय बनाये बिना आत्मिक उत्कर्ष को प्राप्त नहीं किया जा सकता। डॉ धर्मेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि मनुष्य सम्पत्तियों से नहीं बल्कि विभूतियों से ही सुखी और समुन्नत हो सकता है।
रविवार की सुबह युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार अमेठी के यज्ञाचार्यों इन्द्र देव शर्मा, सविता शर्मा, सरिता शर्मा,डा राकेश कुमार मिश्र, शशांक शुक्ला, अशोक कुमार मिश्र, रमेश चंद्र पांडेय, देवी प्रसाद शर्मा, राम प्रकाश मिश्र, राधेश्याम तिवारी,डा धर्मेन्द्र कुमार तिवारी, शिव प्रसाद तिवारी, गिरिजा शंकर शर्मा,पवन प्रकाश मिश्र, त्रिवेणी प्रसाद सिंह, महेंद्र प्रताप मिश्र, सुनील कुमार तिवारी, राम यश शर्मा, रामशंकर पाठक, कमलेश पांडेय, अखिलेश तिवारी, अविनाश सिंह, सत्य प्रकाश तिवारी, प्रतीक मिश्र, दिनेश शुक्ला, वेद प्रकाश, बृजेन्द्र तिवारी, नरसिंह बहादुर व रजनीश तिवारी ने हीरापुर के यजमान सत्य प्रकाश ओझा, देवेन्द्र नाथ ओझा, इन्द्र भान तिवारी, घनश्याम तिवारी, प्रवीण कुमार तिवारी, अवधेश कुमार पाण्डेय,हनुमत प्रसाद तिवारी, कन्हैया लाल कनौजिया, ब्रज भूषण पाण्डेय,डा अमर नाथ तिवारी,उदय भान तिवारी, वीरेन्द्र प्रकाश ओझा, राजेन्द्र प्रसाद तिवारी, छोटे लाल तिवारी, शिव राम तिवारी, प्रेम नारायण श्रीवास्तव, अंजनी प्रसाद श्रीवास्तव,पवन पांडेय,राजू जायसवाल, त्रिभुवन नाथ तिवारी, रमाकांत तिवारी, अवधेश तिवारी, विजय शंकर मिश्र, अम्बिका प्रसाद तिवारी तथा गौरीगंज के यजमान माया श्रीवास्तव, जीत कुमार चौरसिया, राकेश बहादुर, बजरंग बहादुर, राम कुमार अग्रहरि, अशोक कुमार, अजय कुमार, अनिल अग्रहरि, सुरेश तिवारी, माता प्रसाद वैश्य व शुचि तिवारी के यहां विधि विधान के साथ यज्ञ कर्म कराते हुए देव स्थापना कराई व लोगों को भारतीय संस्कृति व संस्कारों को अपनाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में राहुल ओझा, अवधेश बहादुर सिंह, लाल अशोक चन्द्र सिंह, सन्दीप तिवारी आदि का सराहनीय योगदान रहा।
Jul 03 2023, 13:41