श्री चित्रगुप्त परिवार कल्याण समिति के तत्वाधान में की गई बैठक, पांच एजेंडा तय
गया। रविवार को शहर के ब्राहमणीघाट के समीप श्री चित्रगुप्त परिवार कल्याण समिति के तत्वाधान में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता रंजीत कुमार सिन्हा व संचालन सुनील कुमार सिन्हा ने की। इस मौके पर गया नगर निगम के वार्ड संख्या 39 के पार्षद संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि श्री चित्रगुप्त परिवार कल्याण समिति के सदस्यों के द्वारा पांच एजेंडा तय किया गया। जिसमें समिति का गठन, प्रतिमा की स्थापना, शिक्षा व विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर करने वाले समाज के बच्चों को सम्मानित करना, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का उत्थान और समिति के सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर लोगों को समिति से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। वहीं सर्वप्रथम श्री चित्रगुप्त परिवार कल्याण समिति के सदस्यों ने स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।उन्होंने बताया कि बैठक में 11 लोगों की कमिटी बनाई गई। जो आगे समिति का चुनाव कराएंगे।मौके पर कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा, ओमप्रकाश उर्फ मुन्ना बाबू, गणेश कुमार सिन्हा, जितेंद्र कुमार सिन्हा उर्फ जीतू, अंजनी कुमार सिन्हा, राकेश कुमार सिन्हा, दिनेश नंदन सिन्हा, विरेन्द्र कुमार सिन्हा, पंकज कुमार सिन्हा, रमेश कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा बिहार के विकास में सार्थक: गौरव सिन्हा
गया: प्रगति यात्रा बिहार के विकास की इबारत है। इस यात्रा का मुख्यमंत्री का मकसद है कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के आखिरी पायदान तक पहुंच पाया है या नहीं या फिर किसी अन्य जरूरत को लोगों से जानकारी लेकर उसे पूरा कर रहे है।

यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री स्थानीय मांगों को केंद्रित करते हुए घोषणाएं करते हैं और उसको पूरा करने के लिए कैबिनेट की बैठक में पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार की भी सूरत बदल रही है। गांव-घर में कितनी खुशहाली देखने को मिल रही है। जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम के अंतर्गत अब तालाब न सिर्फ सुरक्षित और संरक्षित हो रहे हैं बल्कि तरह-तरह की गतिविधियां भी हो रही हैं।

तालाब को पुनर्स्थापित किया जाता है तो पूरा पर्यावरण सुरक्षित होता है। पर्यावरण सुरक्षित होता है तो मानव जीवन सुरक्षित होता है। वहीं महिला सशक्तीकरण पर उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए जो काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया किया है उसकी चर्चा सिर्फ देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में चर्चा हो रही है।
गया में बम विस्फोट से दो बच्चा गंभीर रूप से घायल, छानबीन में जुटी पुलिस
गया। बिहार के गया में बम विस्फोट से दो बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है। दरअसल्या घटना मंगलवार की शाम शेरघाटी शहर के रमना मोहल्ले में एक बम विस्फोट से दो बच्चा गम्भीर रूप से घायल हो गया है।

दोनों घायल बच्चों को स्थानीय लोगो के सहयोग से शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बम विस्फोट रमना मोहल्ले निवासी मंसूरी उर्फ जुमन मिस्त्र के घर पर हुआ है। घायल बच्चों के पहचान सुहैल युरैन उम्र 12 वर्ष एंव 13 वर्षीय आयान के रूप में किया गया है। घटना के सूचना मिलते ही शेरघाटी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शैलेंद्र सिंह घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
परिजनों के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोनों बच्चों छत पर खेल रहे थे। इसी बीच बम विस्फोट हो गया। बम विस्फोट के खबर से शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है। बम किसने फेका इसकी जानकारी अभी तक नही मिल है लेकिन सवाल बनता है कि बम घर में रखा हुआ था जिसे किसी पड़ोसी ने फेंका है, जो जांच की विषय है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह
एमयू के रसायन शास्त्र विभाग के नए प्रभारी को बीजेपी युवा नेता गणेशजी ने भगवान विष्णु चरण देखकर दिया बधाई
गया। मगध विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग के नये प्रभारी डॉ अतुल कुमार श्रीवास्तव को बनाये जाने पर भाजपा युवा नेता गणेशजी ने भगवान विष्णु का चरण देकर सम्मानित कर बधाई दिया।

इस मौके पर रिसर्च स्कॉलर सुधांशु कुमार, प्रमोद कुमार उपस्थित थे। युवा नेता गणेशजी ने बताया है कि रसायन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष रहे प्रो0 बृज बिहारी शर्मा के सेवानिवृत होने के बाद कामकाज को संचालित रखने के लिए विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अतुल कुमार श्रीवास्तव को अस्थायी रूप से विभाग का प्रभार सौंपा हैं।
रिटायर प्रोफेसर ने ठंड से राहत के लिए दिखाये हमदर्दी, सैकड़ो गरीब और असहाय लोगों के बीच बाटे कंबल
गया शहर के मंगला गौरी मंदिर, पिता महेश्वर, शनि मंदिर सहित शहर के कई अन्य जगहों पर स्वयंसेवी संस्था सृष्टि महिला स्वाभिमान ट्रस्ट की ओर से बढ़ती ठंड को देखते हुए गरीब-असहाय लोगों को राहत के लिए कंबल का वितरण किया गया।

स्वयंसेवी संस्था सृष्टि महिला स्वाभिमान ट्रस्ट के अध्यक्ष सह रिटायर प्रोफेसर डॉ अश्वनी कुमार ने बताया कि गया जिले में इन दिनों कड़ाके की ठंड एवं शीतलहरी जारी है। इसी से बचाव के लिए खुले में रहने वाले गरीब-असहाय लोगों को थोड़ी राहत पहुंचाने के उद्देश्य से कंबल का वितरण किया गया। रिटायर प्रोफेसर डॉ अश्वनी कुमार ने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांत सेवा परमो धर्म: के तर्ज पर यह कार्य करने में बड़ा ही सुकून महसूस होता है।
हमारा प्रयास है कि समाज के गरीब और सहायक लोगों को ट्रस्ट के माध्यम से लाभ मिलता रहे। जिसको लेकर आगामी दिनों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रिटायर होने के बावजूद भी अपने पेंशन के 10% भाग समाज हित को भलाई के लिए खर्च करने का पीड़ा उठाया है। बता दे कि रिटायर प्रोफेसर डॉ अश्वनी कुमार मगध विश्वविद्यालय बोधगया के अर्थशास्त्र विभाग के सेवानिवृत विभाग अध्यक्ष है।
गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर भाजपा नेता डॉ मनीष पंकज मिश्रा ने गुरुद्वारा में जाकर माथा टेका, किया नमन
गया। गुरु गोविंद सिंह, सिख धर्म के दसवें गुरु, न केवल एक धार्मिक नेता थे, बल्कि एक वीर योद्धा, महान कवि और समाज सुधारक भी थे। उनकी जयंती पर राष्ट्री मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने उनके अद्वितीय साहस, बलिदान और समाज के प्रति उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी की वीरता आज भी प्रेरणा का स्रोत है।
आज उनके जयंती पर गया गुरुद्वारा मे जाकर माथा
टेककर नमन किया। आज उनके जयंती पर नमन करते हुए कहागुरु गोविंद सिंह जी का जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना साहिब में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही धर्म और न्याय के लिए लड़ने का साहस दिखाया। 1699 में, बैसाखी के दिन उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की, जो मानवता की सेवा और न्याय के लिए लड़ने का प्रतीक बना। उन्होंने पांच प्यारों को दीक्षा देकर यह संदेश दिया कि हर इंसान समान है और सभी को अन्याय के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। उनकी वीरता का सबसे बड़ा उदाहरण उनके द्वारा मुगलों के अत्याचार के खिलाफ लड़ी गई लड़ाई है। चमकौर की लड़ाई में गुरु गोविंद सिंह ने अपने 40 सैनिकों के साथ मुगलों की विशाल सेना का सामना किया।
यह लड़ाई न केवल उनकी रणनीतिक क्षमता का प्रतीक है, बल्कि यह उनके साहस और बलिदान का उदाहरण भी है। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा गुरु गोविंद सिंह ने अपने चार पुत्रों का बलिदान धर्म और न्याय के लिए दिया। उनके बड़े पुत्रों अजीत सिंह और जुझार सिंह ने चमकौर की लड़ाई में वीरगति प्राप्त की, जबकि छोटे पुत्रों जोरावर सिंह और फतेह सिंह को सरहिंद में जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया। उनके इस बलिदान ने धर्म और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए दुनिया को प्रेरित किया। गुरु गोविंद सिंह जी का जीवन हमें सिखाता है कि जीवन में धर्म और मानवता की रक्षा के लिए कोई भी बलिदान छोटा नहीं होता। उनके द्वारा रचित "चंडी दी वार" और "जफरनामा" उनके साहित्यिक योगदान के अद्वितीय उदाहरण हैं, जो प्रेरणा और साहस का संदेश देते हैं।गुरु गोविंद सिंह जी ने न केवल सिख धर्म को एक नई दिशा दी, बल्कि समाज में समानता, भाईचारे और मानवाधिकारों के महत्व को स्थापित किया।

उनकी जयंती पर हम सभी को उनके आदर्शों का पालन करते हुए समाज के कल्याण के लिए कार्य करने का संकल्प लेना चाहिए।आज उनके जयंती पर नमन करने वालों में राणा रंजीत सिंह, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर,वार्ड पार्षद 16 उपेंद्र कुमार सिंह,दीपक पांडेय, सुनील बंबइया,मंटू कुमार, बबलू गुप्ता,महेश यादव।
घर से पटना के लिए निकला युवक हुआ लापता, मामला दर्ज

गया/वजीरगंज। प्रखंड के बलियारी गांव निवासी मो सहुद खान ने अपने 20 वर्षीय पुत्र मो फिरदोस खान की लापता की सुचना देते हुए प्र वज़ीरगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है |लापता युवक के पिता ने बताया कि पटना में मेरा बैंड बाजा का कारोबार है। मै पटना में ही कमरा लेकर अपना कारोबार चलाता हूँ एवं मेरा बेटा फिरदोस भी यही रहकर बीसीए कर रहा था, लेकिन उसका पढ़ाई पर ध्यान कम और मोबाइल से पबजी गेम खेलने पर ज्यादा था।

जिसके कारण हम उसे पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए कहते थे लेकिन वह हमेशा पब जी गेम के द्वारा कई दोस्त बना लिया था एवं हमेशा ऑनलाइन गेम में व्यस्त रहता था। 18 दिसंबर को वह अपने घर बलियारी से सुबह सात बजे पटना जाने के निकला था लेकिन जब 12बजे फोन किया गया तो बताया कि जहानाबाद से आने ट्रेन निकली है उसके बाद फोम स्विच ऑफ़ कर दिया। फिर शाम छः बजे अपनी मम्मी के मोबाईल पर मैसेज दिया कि वह दिल्ली जा रहा है कैरियर बनाने।

उसके बाद 21दिसंबर को मैसेज दिया कि हम दिल्ली पहुँच गए है काम मिल गया है चिंता नहीं करेंगे लेकिन फोन हमेशा स्विच ऑफ़ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि किसी जॉब ऑनलाइन गेम एवं जॉब वाले फ्रॉड गिरोह के चंगुल में फंस गया है |उन्होंने वज़ीरगंज थानाध्यक्ष से कानूनी कार्रवाई कर खोजबीन करने की गुहार लगाईं है।

सावित्रीबाई फुले के नाम पर हर राज्य में महिला विश्वविद्यालय की स्थापना करें केंद्र सरकार: विनय कुशवाहा

गया। महात्मा ज्योतिबा क्रांतिकारी संघ के बैनर तले गया के गांधी मंडप में देश की प्रथम महिला शिक्षिका महान समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले का जयंती समारोह मनाया गया। जयंती समारोह का अध्यक्षता राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा ने किया।

जयंती समारोह को संबोधित करते हुए संघ के राष्ट्रीय संयोजक राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता विनय कुशवाहा ने कहा कि सावित्रीबाई फुले देश की प्रथम शिक्षिका थी। सावित्रीबाई फुले देश की प्रथम बहादुर महिला थी जिन्होंने जात-पात, छुआछूत, बाल विवाह, विधवा विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़कर इस देश की महिलाओं के लिए क्रांतिकारी काम किया। 

विनय कुशवाहा ने कहा कि 18वीं सदी में महिलाओं को पढ़ने लिखने की आजादी नहीं थी महिलाओं को दासी समझा जाता था उन्हें घर से बाहर निकालने की आजादी नहीं थी। उसे समय सावित्रीबाई फुले अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर महज 17 साल की उम्र में महिलाओं के पढ़ाने के लिए क्रांतिकारी कदम उठाई।

सावित्रीबाई फुले ने जब महिलाओं के पढ़ने पढ़ाने की बात कही तो उन्हें घर से निकाल दिया गया लेकिन इन्होंने हिम्मत नहीं हारी उसे समय फातिमा शेख के साथ मिलकर महिलाओं के पढ़ने के लिए स्कूल की स्थापना की और महिलाओं को पढ़ाना शुरू किया है। इस देश की महिलाएं अगर शिक्षित हैं तो उन्हें सरस्वती की पूजा नहीं बल्कि सावित्रीबाई फुले की पूजा करनी चाहिए क्योंकि सावित्रीबाई फुले का देन है कि आज इस देश की महिलाएं शिक्षित हैं।

सावित्रीबाई फुले जब पढ़ाने जाती थी तो धर्म के ठेकेदार इन पर गोबर मैला कीचड़ फेंका करते थे गालियां देते थे तरह-तरह के अलाक्षणा लगते थे, लेकिन बहादुर सावित्रीबाई फुले ने इन तमाम प्रताड़ना से लड़कर आगे बढ़ते रही और महिलाओं को पढाने का काम करते रही। महज 3 साल में अनेको महिलाओं के पढ़ाने के लिए स्कूल की स्थापना की जो इस देश के लिए वरदान साबित हुआ। इतना ही नहीं समाज सुधार की दिशा में क्रांतिकारी काम किया विधवा महिलाओं को समाज में तिरस्कार के रूप में देखा जाता था लेकिन सावित्रीबाई फुले ने उनका अधिकार दिलाने के लिए समाज के ठेकेदारों से दिन निर्णायक लड़ाई लड़ी और कामयाब रही आज हम सभी लोग इस बहादुर महान महिला को जन्म दिवस के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं और इस देश की केंद्र की सरकार से सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने की मांग करते हैं।

विनय कुशवाहा ने कहा कि सावित्रीबाई फुले के जीवनी को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि इस देश के महिलाओं में सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ने का प्रेरणा मिले। देश के हर जिला में सावित्रीबाई के नाम से एक महिला विश्वविद्यालय की स्थापना हो जिसमें कमजोर गरीब वर्ग के महिलाओं के पढ़ने की पूरी व्यवस्था हो। इस मौके पर सत्येंद्र प्रसाद सुमन, निशांत कुशवाहा, गयाजी, शुशील कुमार कुशवाहा, रवि कुशवाहा, विक्रमादित्य सिंह कुशवाहा, केदार कुशवाहा, रणधीर यादव, उपेंद्र नारायण यादव, पंकज यादव, संजीव कुशवाहा सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में 8 वर्षीय बच्ची को किडनैप कर भाग रहा था युवक, लोगों ने जमकर की पिटाई, पुलिस को बुलाकर सौंपा

गया। कोतवाली थाना क्षेत्र के स्वराज पुरी रोड स्थित दुल्हिन गली में 8 वर्षीय बच्ची को किडनैप कर भागते एक युवक को रंगे हाथ स्थानीय लोगों ने पड़कर जमकर पिटाई कर दिया। युवक को लात-घूसों से जमकर पिटाई की गई और उसके बाद पुलिस को बुलाकर सौंप दिया गया। 

दुल्हिन गंज के रहने वाला अमर ठाकुर के 8 वर्षीय बच्ची घर के बाहर दुकान से सामान लेने के लिए गई थी, इसी दौरान एक युवक मोहम्मद इरशाद खान उसे जबरदस्ती उठाकर ले जाने लगा। जिसे दूध बेचने वाली एक महिला ने देखा लिया और हल्ला करने लगी, तब इसके बाद स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई और युवक को पकड़कर जमकर पिटाई की गई। उसके बाद इसकी सूचना डायल 112 के टीम को दी गई। जिसके बाद मौके पर डायल 112 पहुंचकर आरोपी युवक को कब्जे में लेकर कोतवाली थाना को सौंप दिया गया। 

आरोपी युवक मोहम्मद इरशाद खान के साथ में एक और भी युवक था जो मौके से भाग निकला। कोतवाली थाना की पुलिस आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है और इस गैंग से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

वजीरगंज में ट्रेन से महिला का पैर कटा, रेफर

गया/वजीरगंज। गया-किउल रेलखंड पर वजीरगंज थाना क्षेत्र अतर्गत् बभंडिह के निकट एक 32 वर्षीय महिला ट्रैक पार करते समय एक पैर कट गया। घटना के समय माजूद ग्रामिणों ने उसे एम्बुलेंस से इलाज के लिये वजीरगंज सीएचसी लाया।

जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद एएनएमसीएच गया रेफर कर दिया। पीड़िता की पहचान कुर्किहार गांव निवासी रामकेश्वर दास की पुत्री कांति देवी के रूप में की गई है। ग्रामीण सह समाजसेवी मिथलेश शर्मा ने बताया कि वह किसी परिजन को स्टेशन छोड़ने आयी थी, इसी दरम्यान यह हादसा हुआ है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मालगाड़ी तिलैया के तरफ जा रही थी और ट्रैक पार करने के दरम्यान घटना घटी, जिसके बाद एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया गया तथा इलाज के लिये वज़ीरगंज सीएचसी लाये।