*थाना समाधान दिवस में तहसीलदार ने सुनी फरियाद*

खजनी गोरखपुर।थाने में आयोजित वर्ष के आखिरी समाधान दिवस की अध्यक्षता के लिए पहुंचे तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर पेश हुए कुल 8 फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुनते हुए विभागीय अधिनस्थ लेखपालों और पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर पहुंचकर जांच करने और समाधान कराने का निर्देश दिया।

इस दौरान रामपुर मलौली, पुरासपार, नंदापार और रावतडांड़ी गांवों के 4 मामले भूमि विवाद के तथा नगर पंचायत उनवल, केवटली, कोटियाडांड़, भीटी खोरिया गांवों से 4 मामले पुलिस विभाग से संबंधित पेश हुए।दिवस प्रभारी थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा सहित राजस्व विभाग के लेखपाल और पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

शैक्षिक उन्नयन और निपुण लक्ष्य के लिए बीआरसी में संगोष्ठी का आयोजन

खजनी गोरखपुर।ब्लॉक संसाधन केंद्र परिसर में शैक्षिक उन्नयन और शत प्रतिशत निपुण लक्ष्य हासिल करने के लिए बीईओ की अध्यक्षता में स्थानीय जन प्रतिनिधि ग्रामप्रधानों एवं प्रधानाध्यापकों की एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे ने कहा कि शिक्षा के स्तर में व्यापक सुधार और बच्चों के क्रमिक शैक्षणिक योग्यताओं के विकास के लिए गांव में स्थित परिषदीय सरकारी स्कूलों के शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों के साथ ग्राम प्रधानों का बेहतर सामंजस्य होना जरूरी है, जिससे कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गांवों के बच्चे प्रतिभावान संस्कारित बनें उनकी प्रारंभिक प्राथमिक शिक्षा की नींव मजबूत हो। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों के सहयोग से शत प्रतिशत निपुण लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

कार्यक्रम को ग्राम प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष रूद्र प्रताप सिंह सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। संगोष्ठी का कुशल संचालन एआरपी राजेश यादव ने किया। इससे पूर्व बीईओ ने उपस्थित ग्रामप्रधानों और शिक्षक प्रधानाध्यापकों को फूल माला पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट देकर सम्मानित किया।

संगोष्ठी में सतुआभार, देवडार तुला, आशापार, खुटहना, बदरां, शहीदाबाद, बरपार बरगाह आदि गांवों के ग्राम प्रधान तथा संजय मिश्र, आशुतोष त्रिपाठी, सुरेंद्र बहादुर सिंह, प्रेम नारायण तिवारी, राकेश सिंह, अंजनी कुमार त्रिपाठी, संजय यादव, रामानंद मौर्य, ज्ञानेश्वर शुक्ल, राम मूरत मौर्य, विजय मिश्रा, नीरज राय, अरविंद पाठक, संजीव सिंह राजपूत ,शशि कला त्रिपाठी नीति यादव

भगवती, नरसिंह मौर्य, राकेश चौहान,विश्वनाथ,वीरेंद्र प्रसाद, सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।

शिक्षा के साथ अनुशासन का पाठ पढ़ा रही है नवागत प्रधानाचार्य आयशा हक

गोरखपुर। योगी सरकार की मंशा के अनुसार कार्य करते हुए इमामबाड़ा मुस्लिम गर्ल्स इंटर कॉलेज की नवागत प्रधानाचार्य आयशा हक ने 25 नवंबर को चार्ज ग्रहण किया । उसके बाद से लगातार कॉलेज की व्यवस्थाओं को बेहतर करने की दिशा में कार्य कर रही हैं । साफ सफाई पर विशेष फोकस रहता है क्योंकि स्वच्छ वातावरण में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। प्रधानाचार्य आयशा हक छात्राओं को शिक्षा के साथ अनुशासन का भी पाठ पढ़ाया जा रहा है । अनुशासन शिक्षा की पहली सीढ़ी है जिस पर चढ़कर आदमी बुलंदियों को छूता है।

शनिवार दोपहर 1:00 बजे इमामबाड़ा मुस्लिम गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य आयशा हक ने स्कूल के टीचरों के साथ जरूरतमंद छात्राओं को लाल स्वेटर व स्कूल ड्रेस वितरित किया गया।

मीडिया से बात करते हुए प्रधानाचार्य आयशा हक ने बताया कि आज क्लास 1 से लेकर 12 तक के छात्राओं को लाल स्वेटर और क्लास एक से छः तक के छात्राओं को स्कूल ड्रेस वितरित किए गए हैं, जिसमें लगभग 250 छात्राओं को लाल स्वेटर और स्कूल ड्रेस उपलब्ध कराया गया है ।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले 10 से 15 दोनों से लगातार छात्राओं को स्कूल ड्रेस और स्वेटर में आने के लिए कहा जा रहा था इसी बीच छात्राओं से लाल स्वेटर और स्कूल ड्रेस में ना आने की वजह पता की गई तो छात्राओं का दर्द छलका और उन्होंने अपनी परेशानियों को साझा किया। इस समस्या के समाधान के लिए मियां साहब की धर्मपत्नी श्रीमती गजाला शाह से चर्चा की गई । उनके मशवरे के बाद पाया गया कि ऐसी जरूरतमंद छात्राओं को स्कूल की तरफ से लाल स्वेटर और ड्रेस उपलब्ध कराया जाए जिससे यूनिफॉर्म कोड का पालन हो और छात्राओं को शिक्षा के साथ अनुशासित ढंग से स्कूल में प्रवेश हो, इसके लिए स्कूल प्रबंधन तंत्र ने अपने खुद के फंड से इन छात्राओं को लाल स्वेटर और स्कूल ड्रेस उपलब्ध कराया जा रहा है । स्कूल की प्रधानाचार्य आयशा हक के इस प्रयास की चहुँओर चर्चा हो रही है क्योंकि इमामबाड़ा मुस्लिम इंटर कॉलेज एक अल्पसंख्यक मरकज है जहां पर हर जरूरतमंद लोगों को शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है ताकि छात्राएं शिक्षा हासिल करके अपने मुस्तकबिल और अपने परिवार को बेहतर बनाएं।

इस मौके पर वार्ड नंबर 62 माया बाजार के पार्षद समद गुफरान भी मौजूद रहे।

*अन्तर्राष्ट्रीय भोजपुरी संगोष्ठी में जुटेंगे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय वक्ता*

गोरखपुर- भोजपुरी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये सतत प्रयासरत अंतर्राष्ट्रीय संस्था भोजपुरी एसोशियेशन ऑफ़ इंडिया “भाई” एवं दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 29 दिसंबर को “भोजपुरी साहित्य एवं देशज आधुनिकता” विषयक अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी संगोष्ठी का आयोजन गोविवि के संवाद भवन में प्रातः 10.30 बजे से किया जा रहा है। जिसमें देश विदेश से भोजपुरी के विद्वान शामिल होंगे।

विज्ञप्ति के माध्यम से यह जानकारी देते हुए गोविवि, अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष प्रो अजय शुक्ला एवं “भाई”के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि डॉ सरिता बुधु, पूर्व अध्यक्ष, भोजपुरी स्पिकिंग यूनियन , मारीशस उपस्थित रहेंगी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो पूनम टंडन, कुलपति, गोविवि करेंगी।

इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन के अध्यक्ष बृज भूषण मिश्र , प्रो जय कांत सिंह “जय” (मुज्ज़फ़रपुर), मनोज भाऊक, केशव मोहन पांडेय, जलज अनुपम (दिल्ली) गोपाल ठाकुर , अध्यक्ष भाषा आयोग (नेपाल), प्रो राम नारायण त्रिपाठी (ग़ाज़ीपुर ) प्रो प्रभाकर सिंह , समन्वयक भोजपुरी अध्यन केंद्र बीएचयू(वाराणसी) डॉ संध्या सिन्हा(जमशेदपुर),हिमांशु त्रिपाठी (नाइजीरिया) , कनक किशोर (राँची),अरविंद चित्रांश (आज़मगढ़) यशीन्द्र प्रो चितरंजन मिश्र ,पूर्व कुलपति ,खैरागढ़ विश्व विद्यालय ,प्रो विमलेश मिश्र , दीपक प्रकाश त्यागी ,पूर्व अध्यक्ष हिन्दी विभाग सहित अन्य भोजपुरी के विद्वान अपना व्याख्यान देंगे। सायं 7 बजे से पारंपरिक संस्कार गीतों की प्रस्तुति एवं मानवेंद्र त्रिपाठी के निर्देशन में लोक कलाकार भिखारी ठाकुर कृत विदेशिया का नाट्य मंचन होगा।इस अवसर पर भोजपुरी साहित्य एवं संस्कृति के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तित्व को “माटी के लाल” सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

*पूर्व पीएम के निधन से सिखों में शोक, हुई अरदास, गुरुद्वारा में दी गई डॉक्टर मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि*

गोरखपुर- देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन से सिख समाज में शोक की लहर है। शनिवार को पूर्व पीएम के निधन पर शोक जताते हुए गुरुद्वारा में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए सामूहिक अरदास की गई।

सुबह 10:00 बजे सामूहिक अरदास के बाद महानगर के प्रमुख गुरुद्वारा जटाशंकर में समाज के लोगों ने डॉक्टर मनमोहन सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए उनके अमर रहने के नारे लगाए।

इस मौके पर गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष जसपाल सिंह ने कहा डॉ मनमोहन सिंह जी जैसे विलक्षण प्रतिभा के धनी राजनेता का जाना हम सब देशवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है। पूर्व प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह जी जैसे ईमानदार, ज्ञानी और सादगी पसंद राजनेता की छवि हम सबके दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी। इस मौके पर मैनेजर राजेंद्र सिंह, मनप्रीत सिंह खालसा, अमित सिंह, बेअंत सिंह, अमरजीत सिंह, ओमप्रकाश बुधवानी, काकू सिंह, अमरपाल सिंह, शंटी सिंह, तेग सिंह, जसविंदर कौर, सुरेंद्र कौर, डिंपल मदान, सत्य प्रकाश सिंह, महेश संतानी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

छोटे बच्चों की उचित देखभाल के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण

खजनी गोरखपुर।आम तौर पर देखा जाता है कि छोटे बच्चे बिमारियों की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। वहीं कुछ मामलों में परिवारों में छोटे बच्चे हमेशा बीमार रहते हैं। मौसम बदलते ही रोगों के शिकार हो जाते हैं और सामान्य दिनों में भी उनके साथ पाचन संबंधित अथवा सर्दी, जुखाम, उल्टी, दस्त, बुखार जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हमेशा बनी रहती हैं।

वहीं उचित पोषण तथा देखभाल के अभाव में बच्चे गंभीर अथवा घातक बिमारियों की चपेट में भी आ जाते हैं।

खजनी पीएचसी में आशाओं, आशा संगिनी, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों को छोटे बच्चों की देखभाल के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ब्लाॅक क्षेत्र की कुल लगभग 120 आशाओं और 120 आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों तथा एएनएम को 6 वर्ष तक के छोटे बच्चों को घरों में उचित देखभाल के लिए एच.बी. वाई.सी योजना की तहत 26 दिसंबर से 4 जनवरी 2025 तक कुल 4 बैच में दिए जा रहे 5 दिवसीय प्रशिक्षण में बच्चों को संतुलित एवं सुपाच्य पौष्टिक आहार, आयरन, कैल्शियम, विटामिन की खुराक, कुपोषण से बचाव,सही देखभाल एवं नियमित टीकाकरण से संबंधित जानकारियां दी गईं।

इस दौरान प्रशिक्षक योगेश यादव खजनी पीएचसी के बीसीपीएम खुश मोहम्मद अंसारी स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जुमराती अहमद समेत आशाएं,एएनएम आदि मौजूद रहे।

दस्तावेज लेखक एवं स्कूलों के प्रबंधक के निधन पर शोक

खजनी गोरखपुर।तहसील में दस्तावेज लेखक एवं विद्यालयों के प्रबंधक रहे रामजी यादव के असामायिक निधन पर क्षेत्र के लोगों ने शोक जताया और उनके निवास पर पहुंच कर शोक संतप्त परिजनों को धैर्य बंधाया।

किसान इंटरकॉलेज भाटपार खजनी, श्रीकृष्ण महाविद्यालय भाटपार खजनी, एस.वी.वी.एम. इंटरकॉलेज बेलघाट, गुरूवरा चिल्ड्रेन एकेडमी खजनी तथा विवेकानंद शिशु मंदिर भटवली के प्रबंधक एवं खजनी तहसील में दस्तावेज लेखक रहे।

सरल व्यक्तित्व के मृदुभाषी रामजी यादव के असामायिक निधन पर इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। निधन की सूचना मिलते ही गिरिजेश कुमार यादव, ऋषिकेश यादव,कपिल मुनि यादव,नारद मुनि यादव एवं मार्कंडेय यादव समेत क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने उनके आवास पर पहुंच कर शोक संतप्त परिवार जनों को ढांढस बंधाया और मृत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

ख़जनी: लिव-इन पार्टनर पर दुष्कर्म का आरोप, महाराष्ट्र पुलिस लौटी निराश आरोपी फरार

खजनी गोरखपुर।महाराष्ट्र मुंबई से अपने लिव- इन-रिलेशन पार्टनर युवक पर दुष्कर्म और धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली और केस दर्ज कराने के बाद एक युवती उसकी तलाश में महाराष्ट्र पुलिस के साथ खजनी थाना क्षेत्र के ढढ़ौना गांव के निवासी युवक हर्ष सिंह पुत्र नारायण सिंह 30 वर्ष के पैतृक निवास पर पहुंची किंतु आरोपित और उसके परिवार के लोग नहीं मिले घर में ताला लगा देखकर तलाश में आई युवती महाराष्ट्र पुलिस के साथ निराश लौट गई।

मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई महाराष्ट्र की रहने वाली युवती का प्रेम प्रसंग गोरखपुर के खजनी क्षेत्र के ढढौना निवासी हर्ष सिंह से हुआ था। कुछ समय तक दोनों प्रेमी युगल लिव-इन रिलेशनशिप में रहे, लेकिन बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई। युवती ने आरोप लगाया कि हर्ष सिंह ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया है।

युवती की शिकायत पर महाराष्ट्र पुलिस ने आरोपित हर्ष सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी। आरोपी की तलाश में महाराष्ट्र पुलिस गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के ढढ़ौना गांव में स्थित युवक के घर पहुंची, लेकिन आरोपी का घर खाली मिला जिससे पुलिस को खाली हांथ लौटना पड़ा।

फिलहाल, पुलिस आरोपित युवक की तलाश में जुटी हुई है।

मुंबई महाराष्ट्र की रहने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की युवती ने अपने लिव-इन पार्टनर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है और अपने वकील तथा मुंबई महाराष्ट्र पुलिस के साथ युवक की तलाश में पहुंची थी, लेकिन युवक फरार मिला उसके घर ताला लगा मिला आस पड़ोस के लोग भी उनका वर्तमान पता ठिकाना नहीं बता सके।

*महाकुम्भ रथ कलश यात्रा का खजनी में बैंड बाजे के साथ भव्य स्वागत*

खजनी गोरखपुर।महाकुम्भ 2025 के अवसर पर जागरण द्वारा संचालित रथ कलश यात्रा का आज गणेश पाण्डेय इंटरकाॅलेज कटघर खजनी के प्रबंधक नवीन उर्फ श्याम पांडेय ने विद्यालय परिवार के साथ रथ कलश पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धापूर्वक स्वागत किया।

खजनी तिराहे पर भाजपा एवं विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बैंड बाजा के साथ ब्लाॅक प्रमुख खजनी अंशु सिंह ने श्रद्धा पूर्वक भावांजलि अर्पित कर रथ कलश शोभा यात्रा को फूल माला पहनाकर स्वागत करते हुए कहा कि जागरण परिवार द्वारा देव दीपावली तथा कुंभ कलश रथ यात्रा सनातन हिन्दुत्व को जागृत करने का बहुत ही सुंदर और सफल प्रयास है। इससे जन जागृति आएगी महाकुम्भ के पौराणिक महत्व से सभी लोग परिचित होंगेमंडल अध्यक्ष खजनी धरणीधर राम त्रिपाठी,आदर्श राम त्रिपाठी,राम अशीष त्रिपाठी, शत्रुघ्न त्रिपाठी, अर्द्धचन्द्रधारी राम त्रिपाठी, गजेन्द्र राम त्रिपाठी, शक्ति सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष खजनी रामबृक्ष वर्मा, अनिल पांडेय, जनार्दन तिवारी, योगेश वर्मा, नगर पंचायत उनवल के अध्यक्ष प्रतिनिधि उमेश दूबे,सभासद श्रीप्रकाश गुप्ता सभासद मिथिलेश,शेषमणि पांडेय, प्राथमिक शिक्षक संघ खजनी के अध्यक्ष राजेश पांडेय सहित दर्जनों की संख्या में उपस्थित रहे लोगों ने रथ कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया।

*नियमित टीकाकरण में मददगार बन रहा ‘‘यूविन’’*

गोरखपुर। जरिये जिले में सरकारी तंत्र में हो रहे टीकाकरण को सुदृढ़ किया जा रहा है । इसकी मदद से बच्चों, गर्भवती और किशोर किशोरियों का समय से नियमित टीकाकरण संभव हो पा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में अब इस सेवा को निजी अस्पतालों तक विस्तार देने की तैयारी है। जिले में इस पोर्टल के जरिये एक वर्ष तक के करीब 1.84 लाख बच्चों, एक से पांच वर्ष तक के 79152 बच्चों, 62858 गर्भवती और 10594 किशोर किशोरियों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस पोर्टल पर लाभार्थी जब एक बार पंजीकृत हो जाता है तो उसके प्रत्येक ड्यू (बचे हुए) टीके के लिए पंजीकृत नंबर पर छह बार रिमाइंडर भेजा जाता है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा का कहना है कि बच्चों को बारह प्रकार की गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए पांच वर्ष में सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है। इसी प्रकार गर्भावस्था और किशोरावस्था में टीडी का टीका लगवाना अनिवार्य है। टीकाकरण की पहले की व्यवस्था में लाभार्थी कई बार कार्ड समय से देख नहीं पाते थे और टीकाकरण छूट जाता था। आशा कार्यकर्ता को भी फॉलो अप करने में दिक्कत होती थी, लेकिन यूविन ने इस कार्य को आसान कर दिया है। अब कोई भी लाभार्थी जब टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर आता है तो उसके मोबाइल नंबर के जरिये यूविन पर पंजीकरण कर दिया जाता है । इसके लिए लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भी भेजी जाती है और उसी ओटीपी के जरिये पंजीकरण होता है। पंजीकरण के बाद टीका लगाया जाता है और सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन जेनरेट होकर लाभार्थी को मिल जाता है।

डॉ कुशवाहा ने बताया कि लाभार्थी खुद भी यूविन पोर्टल पर स्लॉट बुक कर नजदीकी सत्र स्थल का चयन कर टीकाकरण करवा सकते हैं। जिले में करीबी चार से पांच फीसदी लाभार्थियों ने यूविन पर खुद स्लॉट बुक कर अपने बच्चों, किशोर किशोरियों और घर की गर्भवती का नियमित टीकाकरण करवाया है। जिले में करीब 52695 सत्र यूविन के जरिये ही सम्पन्न हुए हैं। जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण जीरो डोज टीकाकरण भी इसके जरिये किया जा रहा है। करीब इक्कीस हजार से अधिक नवजात शिशुओं को इसके जरिये प्रसव केंद्रों पर ही जीरो डोज टीकाकरण की सुविधा प्रदान की गई। कोई भी बच्चा जिस दिन यूविन में पंजीकृत होता है उसी दिन उसके जन्मतिथि के अनुसार यूविन उसके सभी टीकों का ड्यू डेट तय कर देता है। इससे बच्चे के टीकाकरण से वंचित होने की आशंका कम हो जाती है।

टीकों की गुणवत्ता पर विशेष जोर

डॉ कुशवाहा ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर जितने भी कोल्ड चेन हैं वहां टीकों की गुणवत्ता इविन के जरिये सुनिश्चित की जा रही है। वहां टीकों के रखरखाव के लिए आईयलआर, डीप फ्रीजर और तापमान निगरानी के लिए टेंपरेचर लागर थर्मामीटर प्रयोग किया जा रहा है। सभी टीकाकरण अधिकारियों को आइस पैक कंडीशन करके भेजने के लिए कहा गया है ताकि पीसीबी आईपीबी और पेंटा जैसी महंगी वैक्सीन की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। यूविन के जरिये नियमित टीकाकरण के प्रभावों की भी रिपोर्टिंग की जाती है।

पहचान पत्र भी साथ लाएं

डॉ कुशवाहा ने अपील की कि प्रत्येक लाभार्थी अपने मोबाइल नंबर के साथ-साथ अपना पहचान पत्र भी सत्र स्थल पर अवश्य ले आयें। एक बार मोबाइल नंबर और पहचान पत्र से रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद दूसरे जनपद और अन्य राज्यों में भी मोबाइल नंबर और पहचान पत्र से टीकाकरण करवा सकते हैं।

इन बीमारियों से बचाता है टीकाकरण*

डायरिया, डिप्थीरिया, पोलियो, पीलिया, परटूसिस, टीबी, टिटनेस, इन्फ्लुएंजा,निमोनिया, मीजिल्स, रुबेला, इन्सेफलाइटिस