छोटे बच्चों की उचित देखभाल के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण

खजनी गोरखपुर।आम तौर पर देखा जाता है कि छोटे बच्चे बिमारियों की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। वहीं कुछ मामलों में परिवारों में छोटे बच्चे हमेशा बीमार रहते हैं। मौसम बदलते ही रोगों के शिकार हो जाते हैं और सामान्य दिनों में भी उनके साथ पाचन संबंधित अथवा सर्दी, जुखाम, उल्टी, दस्त, बुखार जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हमेशा बनी रहती हैं।

वहीं उचित पोषण तथा देखभाल के अभाव में बच्चे गंभीर अथवा घातक बिमारियों की चपेट में भी आ जाते हैं।

खजनी पीएचसी में आशाओं, आशा संगिनी, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों को छोटे बच्चों की देखभाल के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ब्लाॅक क्षेत्र की कुल लगभग 120 आशाओं और 120 आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों तथा एएनएम को 6 वर्ष तक के छोटे बच्चों को घरों में उचित देखभाल के लिए एच.बी. वाई.सी योजना की तहत 26 दिसंबर से 4 जनवरी 2025 तक कुल 4 बैच में दिए जा रहे 5 दिवसीय प्रशिक्षण में बच्चों को संतुलित एवं सुपाच्य पौष्टिक आहार, आयरन, कैल्शियम, विटामिन की खुराक, कुपोषण से बचाव,सही देखभाल एवं नियमित टीकाकरण से संबंधित जानकारियां दी गईं।

इस दौरान प्रशिक्षक योगेश यादव खजनी पीएचसी के बीसीपीएम खुश मोहम्मद अंसारी स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी जुमराती अहमद समेत आशाएं,एएनएम आदि मौजूद रहे।

दस्तावेज लेखक एवं स्कूलों के प्रबंधक के निधन पर शोक

खजनी गोरखपुर।तहसील में दस्तावेज लेखक एवं विद्यालयों के प्रबंधक रहे रामजी यादव के असामायिक निधन पर क्षेत्र के लोगों ने शोक जताया और उनके निवास पर पहुंच कर शोक संतप्त परिजनों को धैर्य बंधाया।

किसान इंटरकॉलेज भाटपार खजनी, श्रीकृष्ण महाविद्यालय भाटपार खजनी, एस.वी.वी.एम. इंटरकॉलेज बेलघाट, गुरूवरा चिल्ड्रेन एकेडमी खजनी तथा विवेकानंद शिशु मंदिर भटवली के प्रबंधक एवं खजनी तहसील में दस्तावेज लेखक रहे।

सरल व्यक्तित्व के मृदुभाषी रामजी यादव के असामायिक निधन पर इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। निधन की सूचना मिलते ही गिरिजेश कुमार यादव, ऋषिकेश यादव,कपिल मुनि यादव,नारद मुनि यादव एवं मार्कंडेय यादव समेत क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने उनके आवास पर पहुंच कर शोक संतप्त परिवार जनों को ढांढस बंधाया और मृत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

ख़जनी: लिव-इन पार्टनर पर दुष्कर्म का आरोप, महाराष्ट्र पुलिस लौटी निराश आरोपी फरार

खजनी गोरखपुर।महाराष्ट्र मुंबई से अपने लिव- इन-रिलेशन पार्टनर युवक पर दुष्कर्म और धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाली और केस दर्ज कराने के बाद एक युवती उसकी तलाश में महाराष्ट्र पुलिस के साथ खजनी थाना क्षेत्र के ढढ़ौना गांव के निवासी युवक हर्ष सिंह पुत्र नारायण सिंह 30 वर्ष के पैतृक निवास पर पहुंची किंतु आरोपित और उसके परिवार के लोग नहीं मिले घर में ताला लगा देखकर तलाश में आई युवती महाराष्ट्र पुलिस के साथ निराश लौट गई।

मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई महाराष्ट्र की रहने वाली युवती का प्रेम प्रसंग गोरखपुर के खजनी क्षेत्र के ढढौना निवासी हर्ष सिंह से हुआ था। कुछ समय तक दोनों प्रेमी युगल लिव-इन रिलेशनशिप में रहे, लेकिन बाद में दोनों के बीच अनबन हो गई। युवती ने आरोप लगाया कि हर्ष सिंह ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया है।

युवती की शिकायत पर महाराष्ट्र पुलिस ने आरोपित हर्ष सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी। आरोपी की तलाश में महाराष्ट्र पुलिस गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के ढढ़ौना गांव में स्थित युवक के घर पहुंची, लेकिन आरोपी का घर खाली मिला जिससे पुलिस को खाली हांथ लौटना पड़ा।

फिलहाल, पुलिस आरोपित युवक की तलाश में जुटी हुई है।

मुंबई महाराष्ट्र की रहने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की युवती ने अपने लिव-इन पार्टनर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है और अपने वकील तथा मुंबई महाराष्ट्र पुलिस के साथ युवक की तलाश में पहुंची थी, लेकिन युवक फरार मिला उसके घर ताला लगा मिला आस पड़ोस के लोग भी उनका वर्तमान पता ठिकाना नहीं बता सके।

*महाकुम्भ रथ कलश यात्रा का खजनी में बैंड बाजे के साथ भव्य स्वागत*

खजनी गोरखपुर।महाकुम्भ 2025 के अवसर पर जागरण द्वारा संचालित रथ कलश यात्रा का आज गणेश पाण्डेय इंटरकाॅलेज कटघर खजनी के प्रबंधक नवीन उर्फ श्याम पांडेय ने विद्यालय परिवार के साथ रथ कलश पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धापूर्वक स्वागत किया।

खजनी तिराहे पर भाजपा एवं विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बैंड बाजा के साथ ब्लाॅक प्रमुख खजनी अंशु सिंह ने श्रद्धा पूर्वक भावांजलि अर्पित कर रथ कलश शोभा यात्रा को फूल माला पहनाकर स्वागत करते हुए कहा कि जागरण परिवार द्वारा देव दीपावली तथा कुंभ कलश रथ यात्रा सनातन हिन्दुत्व को जागृत करने का बहुत ही सुंदर और सफल प्रयास है। इससे जन जागृति आएगी महाकुम्भ के पौराणिक महत्व से सभी लोग परिचित होंगेमंडल अध्यक्ष खजनी धरणीधर राम त्रिपाठी,आदर्श राम त्रिपाठी,राम अशीष त्रिपाठी, शत्रुघ्न त्रिपाठी, अर्द्धचन्द्रधारी राम त्रिपाठी, गजेन्द्र राम त्रिपाठी, शक्ति सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष खजनी रामबृक्ष वर्मा, अनिल पांडेय, जनार्दन तिवारी, योगेश वर्मा, नगर पंचायत उनवल के अध्यक्ष प्रतिनिधि उमेश दूबे,सभासद श्रीप्रकाश गुप्ता सभासद मिथिलेश,शेषमणि पांडेय, प्राथमिक शिक्षक संघ खजनी के अध्यक्ष राजेश पांडेय सहित दर्जनों की संख्या में उपस्थित रहे लोगों ने रथ कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया।

*नियमित टीकाकरण में मददगार बन रहा ‘‘यूविन’’*

गोरखपुर। जरिये जिले में सरकारी तंत्र में हो रहे टीकाकरण को सुदृढ़ किया जा रहा है । इसकी मदद से बच्चों, गर्भवती और किशोर किशोरियों का समय से नियमित टीकाकरण संभव हो पा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में अब इस सेवा को निजी अस्पतालों तक विस्तार देने की तैयारी है। जिले में इस पोर्टल के जरिये एक वर्ष तक के करीब 1.84 लाख बच्चों, एक से पांच वर्ष तक के 79152 बच्चों, 62858 गर्भवती और 10594 किशोर किशोरियों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस पोर्टल पर लाभार्थी जब एक बार पंजीकृत हो जाता है तो उसके प्रत्येक ड्यू (बचे हुए) टीके के लिए पंजीकृत नंबर पर छह बार रिमाइंडर भेजा जाता है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा का कहना है कि बच्चों को बारह प्रकार की गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए पांच वर्ष में सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है। इसी प्रकार गर्भावस्था और किशोरावस्था में टीडी का टीका लगवाना अनिवार्य है। टीकाकरण की पहले की व्यवस्था में लाभार्थी कई बार कार्ड समय से देख नहीं पाते थे और टीकाकरण छूट जाता था। आशा कार्यकर्ता को भी फॉलो अप करने में दिक्कत होती थी, लेकिन यूविन ने इस कार्य को आसान कर दिया है। अब कोई भी लाभार्थी जब टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर आता है तो उसके मोबाइल नंबर के जरिये यूविन पर पंजीकरण कर दिया जाता है । इसके लिए लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भी भेजी जाती है और उसी ओटीपी के जरिये पंजीकरण होता है। पंजीकरण के बाद टीका लगाया जाता है और सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन जेनरेट होकर लाभार्थी को मिल जाता है।

डॉ कुशवाहा ने बताया कि लाभार्थी खुद भी यूविन पोर्टल पर स्लॉट बुक कर नजदीकी सत्र स्थल का चयन कर टीकाकरण करवा सकते हैं। जिले में करीबी चार से पांच फीसदी लाभार्थियों ने यूविन पर खुद स्लॉट बुक कर अपने बच्चों, किशोर किशोरियों और घर की गर्भवती का नियमित टीकाकरण करवाया है। जिले में करीब 52695 सत्र यूविन के जरिये ही सम्पन्न हुए हैं। जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण जीरो डोज टीकाकरण भी इसके जरिये किया जा रहा है। करीब इक्कीस हजार से अधिक नवजात शिशुओं को इसके जरिये प्रसव केंद्रों पर ही जीरो डोज टीकाकरण की सुविधा प्रदान की गई। कोई भी बच्चा जिस दिन यूविन में पंजीकृत होता है उसी दिन उसके जन्मतिथि के अनुसार यूविन उसके सभी टीकों का ड्यू डेट तय कर देता है। इससे बच्चे के टीकाकरण से वंचित होने की आशंका कम हो जाती है।

टीकों की गुणवत्ता पर विशेष जोर

डॉ कुशवाहा ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर जितने भी कोल्ड चेन हैं वहां टीकों की गुणवत्ता इविन के जरिये सुनिश्चित की जा रही है। वहां टीकों के रखरखाव के लिए आईयलआर, डीप फ्रीजर और तापमान निगरानी के लिए टेंपरेचर लागर थर्मामीटर प्रयोग किया जा रहा है। सभी टीकाकरण अधिकारियों को आइस पैक कंडीशन करके भेजने के लिए कहा गया है ताकि पीसीबी आईपीबी और पेंटा जैसी महंगी वैक्सीन की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। यूविन के जरिये नियमित टीकाकरण के प्रभावों की भी रिपोर्टिंग की जाती है।

पहचान पत्र भी साथ लाएं

डॉ कुशवाहा ने अपील की कि प्रत्येक लाभार्थी अपने मोबाइल नंबर के साथ-साथ अपना पहचान पत्र भी सत्र स्थल पर अवश्य ले आयें। एक बार मोबाइल नंबर और पहचान पत्र से रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद दूसरे जनपद और अन्य राज्यों में भी मोबाइल नंबर और पहचान पत्र से टीकाकरण करवा सकते हैं।

इन बीमारियों से बचाता है टीकाकरण*

डायरिया, डिप्थीरिया, पोलियो, पीलिया, परटूसिस, टीबी, टिटनेस, इन्फ्लुएंजा,निमोनिया, मीजिल्स, रुबेला, इन्सेफलाइटिस

*नियमित टीकाकरण में मददगार बन रहा ‘‘यूविन’’*

गोरखपुर। जरिये जिले में सरकारी तंत्र में हो रहे टीकाकरण को सुदृढ़ किया जा रहा है । इसकी मदद से बच्चों, गर्भवती और किशोर किशोरियों का समय से नियमित टीकाकरण संभव हो पा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में अब इस सेवा को निजी अस्पतालों तक विस्तार देने की तैयारी है। जिले में इस पोर्टल के जरिये एक वर्ष तक के करीब 1.84 लाख बच्चों, एक से पांच वर्ष तक के 79152 बच्चों, 62858 गर्भवती और 10594 किशोर किशोरियों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस पोर्टल पर लाभार्थी जब एक बार पंजीकृत हो जाता है तो उसके प्रत्येक ड्यू (बचे हुए) टीके के लिए पंजीकृत नंबर पर छह बार रिमाइंडर भेजा जाता है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा का कहना है कि बच्चों को बारह प्रकार की गंभीर जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए पांच वर्ष में सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है। इसी प्रकार गर्भावस्था और किशोरावस्था में टीडी का टीका लगवाना अनिवार्य है। टीकाकरण की पहले की व्यवस्था में लाभार्थी कई बार कार्ड समय से देख नहीं पाते थे और टीकाकरण छूट जाता था। आशा कार्यकर्ता को भी फॉलो अप करने में दिक्कत होती थी, लेकिन यूविन ने इस कार्य को आसान कर दिया है। अब कोई भी लाभार्थी जब टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर आता है तो उसके मोबाइल नंबर के जरिये यूविन पर पंजीकरण कर दिया जाता है । इसके लिए लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भी भेजी जाती है और उसी ओटीपी के जरिये पंजीकरण होता है। पंजीकरण के बाद टीका लगाया जाता है और सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन जेनरेट होकर लाभार्थी को मिल जाता है।

डॉ कुशवाहा ने बताया कि लाभार्थी खुद भी यूविन पोर्टल पर स्लॉट बुक कर नजदीकी सत्र स्थल का चयन कर टीकाकरण करवा सकते हैं। जिले में करीबी चार से पांच फीसदी लाभार्थियों ने यूविन पर खुद स्लॉट बुक कर अपने बच्चों, किशोर किशोरियों और घर की गर्भवती का नियमित टीकाकरण करवाया है। जिले में करीब 52695 सत्र यूविन के जरिये ही सम्पन्न हुए हैं। जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण जीरो डोज टीकाकरण भी इसके जरिये किया जा रहा है। करीब इक्कीस हजार से अधिक नवजात शिशुओं को इसके जरिये प्रसव केंद्रों पर ही जीरो डोज टीकाकरण की सुविधा प्रदान की गई। कोई भी बच्चा जिस दिन यूविन में पंजीकृत होता है उसी दिन उसके जन्मतिथि के अनुसार यूविन उसके सभी टीकों का ड्यू डेट तय कर देता है। इससे बच्चे के टीकाकरण से वंचित होने की आशंका कम हो जाती है।

टीकों की गुणवत्ता पर विशेष जोर

डॉ कुशवाहा ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर जितने भी कोल्ड चेन हैं वहां टीकों की गुणवत्ता इविन के जरिये सुनिश्चित की जा रही है। वहां टीकों के रखरखाव के लिए आईयलआर, डीप फ्रीजर और तापमान निगरानी के लिए टेंपरेचर लागर थर्मामीटर प्रयोग किया जा रहा है। सभी टीकाकरण अधिकारियों को आइस पैक कंडीशन करके भेजने के लिए कहा गया है ताकि पीसीबी आईपीबी और पेंटा जैसी महंगी वैक्सीन की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। यूविन के जरिये नियमित टीकाकरण के प्रभावों की भी रिपोर्टिंग की जाती है।

पहचान पत्र भी साथ लाएं

डॉ कुशवाहा ने अपील की कि प्रत्येक लाभार्थी अपने मोबाइल नंबर के साथ-साथ अपना पहचान पत्र भी सत्र स्थल पर अवश्य ले आयें। एक बार मोबाइल नंबर और पहचान पत्र से रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद दूसरे जनपद और अन्य राज्यों में भी मोबाइल नंबर और पहचान पत्र से टीकाकरण करवा सकते हैं।

इन बीमारियों से बचाता है टीकाकरण*

डायरिया, डिप्थीरिया, पोलियो, पीलिया, परटूसिस, टीबी, टिटनेस, इन्फ्लुएंजा,निमोनिया, मीजिल्स, रुबेला, इन्सेफलाइटिस

जयकारों में गूंजी साहिबजादो की शहादत गाथा

गोरखपुर। देश व धर्म की रक्षा एवं मानव कल्याण के लिए खुद को न्योछावर कर देने वाले दशम गुरु गोबिंद सिंह महाराज के चार वीर साहिबजादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत पर गुरुवार को निकली नमन यात्रा वीर सपूतों के गुणगान की गूंज से सराबोर रही। नमन यात्रा में उमड़े श्रद्धालु जो बोले सो निहाल - सत श्री अकाल के जयघोष से महान बलिदान गाथा को नमन वंदन कर साहिबजादो के प्रति अपनी श्रद्धा को निवेदित कर रहे थे।

नमन यात्रा का शुभारंभ महानगर के प्रमुख गुरुद्वारा जटाशंकर में विगत एक माह से चल रहे पाठ की समाप्ति व अरदास के बाद हुआ।

सुबह 11 बजे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य डॉ धर्मेंद्र सिंह, महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता के साथ भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं की अगुवाई में नमन यात्रा अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई। यात्रा में सबसे आगे वहां पर सवार पांच प्यारों के स्वरूप में सुसज्जित छोटे-छोटे बच्चे चल रहे थे। उनके बाद हाथों में साहिबजादे के पोस्टर हमें जयकारों की गूंज लगाते श्रद्धालुओं का काफिला और भजन कीर्तन करती महिलाओं की टोली आगे बढ़ रही थी।

इसके अलावा नमन यात्रा में सैकड़ो दोपहिया वाहन और कार, स्कूटी, ई रिक्शा पर सवार होकर चलते युवाओं के गगनभेदी जयकारे माहौल को भक्ति और शक्ति के जोश से सराबोर किए रहे। इस मौके पर डॉ धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि साहिबजादों के त्याग, बलिदान और समर्पण को देश 'वीर बाल दिवस' के रूप में हमेशा याद रखेगा।नमन यात्रा गुरुद्वारा जटाशंकर से सुमेर सागर, विजय चौक, सिनेमा रोड, गणेश चौक, टाउन हॉल शास्त्री चौक, अंबेडकर चौराहा से छात्र संघ चौराहा होते हुए गुरुद्वारा पैडलेगंज साहिब पहुंची जहां 1 घंटे तक कीर्तन सत्संग व अरदास के साथ साहिबजादे को नमन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। अंत में सभी श्रद्धालुओं के बीच गुरु का लंगर प्रसाद वितरण हुआ।यात्रा का संचालन उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू तथा आभार ज्ञापन गुरुद्वारा जटाशंकर के अध्यक्ष जसपाल सिंह व गुरुद्वारा पैडलेगंज के अध्यक्ष कुलदीप सिंह नीलू ने किया।

यात्रा में राजेंद्र सिंह, रविंद्र पाल सिंह, चरनप्रीत सिंह मोंटू, मनप्रीत सिंह उप्पल, धर्मपाल सिंह राजू, डॉ दीपक सिंह, मनजीत सिंह, जगमीत सिंह, जसपाल सिंह, गुरमीत सिंह, अतिंदर पाल सिंह, गगनदीप सिंह, निरंजन सिंह सोनू, अंबर सिंह डेजी, जगदीप सिंह, सोल्टी दिलजीत सिंह, मनजीत सिंह भाटिया, केशव मृगवानी, परमिंदर सिंह रोबिन, मनोज आनंद, राजू मदान, अरविंद हरी गुप्ता, एडवोकेट मुकेश कुमार गुप्ता, मनजीत सिंह, एडवोकेट अरविंदर सिंह, रसपाल सिंह, तेजिंदर सिंह अमृतसरी, विक्की कुकरेजा, अमरजीत सिंह, मनजीत सिंह बंटी, संजू सिंह, सतवंत सिंह संकोली, जयपाल सिंह कोहली समेत भारी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे शामिल रहे।

-भाजपाइयों ने दर्जनों जगह की नमन यात्रा पर पुष्प वर्षा

गोरखपुर। गुरुद्वारा जटाशंकर से निकाली गई नमन यात्रा का शहर में दर्जनों स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया। बीच रास्ते जहां-जहां सिख सिंधी पंजाबी समुदाय के लोगों की दुकान थी, उन लोगों ने चाय पान के स्टाल लगाकर श्रद्धालुओं की सेवा की। दूसरी और भारतीय जनता पार्टी संगठन की तरफ से विजय चौक से लेकर शास्त्री चौक के बीच लगभग 10 स्थलों पर कार्यकतार्ओं व पदाधिकारी के समूह द्वारा नमन यात्रा पर पुष्प वर्षा का प्रबंध किया गया था, जो देखने लायक रहा। नमन यात्रा में लगभग हर धर्म- वर्ग के लोग शामिल रहे। स्वागत करने वालों में विशेष रूप से भाजपा नेता पूर्व महापौर डॉक्टर सत्या पाण्डेय, कामेश्वर पांडेय, डॉक्टर बच्चा पाण्डेय, राहुल श्रीवास्तव, कुलदीप श्रीवास्तव,जनार्दन तिवारी, शिवसागर तिवारी, अच्युतानंद शाही, इंद्रमणि उपाध्याय, सिद्धांतों घोष, श्रीमती सुधा मोदी, पार्षद छठी लाल गुप्ता, पार्षद मनोज निषाद, शशांक शेखर तिवारी, दुर्गेश कोरी, अमर दत्त दुबे, अरविंद हरी गुप्ता, डॉ सौरभ पांडेय, विक्की कुकरेजा, पूर्व पार्षद जितेंद्र सैनी, महिला क्षेत्रीय अध्यक्ष अमिता गुप्ता, अनुपमा पाण्डेय, सरिता गुप्ता, सचिन गुप्ता शाहिद तमाम भाजपाइयों के अलावा आप पार्टी के जिला अध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ विनय पांडेय, कलीमुल हक, आदिल अमीन, मोहम्मद रजी सहित तमाम वरिष्ठ जन व समाजसेवी शामिल रहे।

रवि किशन ने गुरुद्वारा मोहद्दीपुर में मत्था टेककर साहिबजादों को किया नमन

गोरखपुर: वीरता और शहादत के प्रतीक चार साहिबजादों और सिख गुरुजन को श्रद्धांजलि देने के लिए गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला आज मोहद्दीपुर स्थित गुरुद्वारा पहुंचे। उन्होंने मत्था टेकते हुए गुरु परंपरा और सिख धर्म के योगदान को नमन किया।

रवि किशन ने कहा, "श्री गुरु नानक देव जी महाराज से लेकर गुरु श्री गोबिन्द सिंह जी महाराज तक, जो आदर्श सिख गुरुजन ने स्थापित किए, वे हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। उनकी शिक्षा और जीवन मूल्य समाज को सही दिशा देने का कार्य करते हैं।"

वीर बाल दिवस पर साहिबजादों को नमन

सांसद रवि किशन ने वीर बाल दिवस के अवसर पर गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज के चार साहिबजादों—बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह, और बाबा फतेह सिंह—और उनकी माता माता गुजरी जी के बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, "देश और धर्म के लिए साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति देकर शहादत की अद्वितीय मिसाल पेश की है। उनकी अमर स्मृतियां हमारे दिलों में सदैव जीवित रहेंगी।"

सिख धर्म का योगदान

रवि किशन ने गुरुद्वारा परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए सिख समुदाय द्वारा देश और समाज के लिए दिए गए योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि सिख गुरुजनों के आदर्श और साहिबजादों का बलिदान हर भारतीय को प्रेरणा देता है।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और सभी ने गुरुद्वारा में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया। वीर बाल दिवस के इस मौके पर सामूहिक प्रार्थना और संगत ने माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। सांसद रवि किशन ने सभी को साहिबजादों के बलिदान को अपने जीवन में प्रेरणा के रूप में लेने का आह्वान किया।

*एडीजी जोन डीआईजी रेंज एसपी सिटी उतरे रोड पर, ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने का दिया निर्देश*

गोरखपुर। ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने रोड पर उतरकर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने का निर्देश दिया। एडीजी जोन डॉक्टर के एस प्रताप कुमार डीआईजी गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर आनंद कुलकर्णी पुलिस अधीक्षक नगर अभिनव त्यागी ने पैडलेगंज, मोहद्दीपुर, रेलवे बस स्टेशन का निरीक्षण कर ट्रैफिक व्यवस्था को व्यवस्थित तरीके से चलने का निर्देश दिया रेलवे बस्ती स्टेशन के अंदर खाली जमीनों को व्यवस्थित करकर रोडवेज की बसों को खड़ा करने का निर्देश दिया जिससे रोड़ों पर बस ना खड़ी हो सके और यात्रियों को आवागमन में कोई कठिनाई न होने पाए। इस दौरान टीआई मनोज राय सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

सीएम योगी के दृढ़ संकल्प की नजीर है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे

गोरखपुर, 26 दिसंबर। लो लैंड के कारण जहां सामान्य सड़क बनाना ही दुरूह था, वहां योगी सरकार ने एक्सप्रेसवे बना दिया है। यह एक्सप्रेसवे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दृढ़ संकल्प की नजीर भी है। यूं तो यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से आजमगढ़ के बीच चार जिलों से गुजरता है लेकिन इसकी कनेक्टिविटी से राजधानी लखनऊ की राह भी और आसान हो रही है। रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की इस शानदार सौगात का नाम है गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे। इसका 98 प्रतिशत काम पूरा होने के साथ वाहनों का आवागमन भी होने लगा है।

प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने पर लगातार काम कर रही योगी सरकार नए साल में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर आवागमन की पूर्ण सुविधा के साथ इसका औपचारिक लोकार्पण भी करने की तैयारी में है। इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर क्षेत्र, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ, आगरा एवं दिल्ली तक त्वरित एवं सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर बाईपास एनएच- 27 ग्राम जैतपुर के पास से प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर जनपद आजमगढ़ के सालारपुर में समाप्त हो रहा है। 91.35 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे की अद्यतन कुल लागत 7283.28 करोड़ रुपये (भूमि अधिग्रहण पर व्यय समेत) है। इससे जनपद गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे तीव्र संपर्क तथा बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगा। साथ ही साथ संबंधित क्षेत्र के जनमानस को भी एक दूसरे के और निकट लाने में मदद करेगा। यूपी एक्‍सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) की ऑफिशियल वेबसाइट पर 23 दिसंबर तक अद्यतन जानकारी के अनुसार के अनुसार गोरखपुर लिंक एक्‍सप्रेसवे का 98 फीसद निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मेन कैरिजवे में क्लियरिंग एंड ग्रबिंग का काम 100 फीसद, मिट्टी का काम 100 फीसद पूरा कराया गया है। एक्‍सप्रेसवे पर कुल प्रस्‍तावित 343 संरचनाओं में से 337 बन चुके हैं। अन्य के निर्माण का कार्य तेजी से कराया जा रहा है।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण का कार्य अत्यंत दुरूह था। कारण, गोरखपुर जिले में जितनी भी दूरी इस एक्सप्रेसवे के दायरे में आती है, वह लो लैंड वाला है। यहां सामान्य सड़क भी हर साल क्षतिग्रस्त हो जाती थी। ऐसे में एक्सप्रेसवे के लिए मिट्टी भराई करना चुनौतीपूर्ण कार्य था। पर, सीएम योगी के निर्देश पर प्रशासन के अफसरों ने इस चुनौती को भी सफलतापूर्वक निपटा दिया है। अब जबकि एक्सप्रेसवे लगभग बनकर तैयार है और काफी वाहनों का आवगमन भी होने लगा है, अधिकारी अपनी मेहनत पर संतोष व्यक्त कर रहे हैं।

लखनऊ पहुंचने में लगेंगे सिर्फ साढ़े तीन घंटे

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होते हुए लोगों को गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा। इसके अलावा इसकी कनेक्टिविटी से लोग दिल्ली से लेकर आगरा तक के शानदार सफर का आनंद ले सकेंगे। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेसवे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी संभव हो सकेगा।

लिंक एक्सप्रेसवे पर बन रहा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

इस एक्सप्रेसवे से अच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा। एक्सप्रेसवे से अच्छादित क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केंद्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा। एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ योगी सरकार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बना रही है।