लखनऊ एक्सप्रेस वे पर कंटेनर से टकराई बस, 3 की मौत, 12 घायल

लखनऊ/फिरोजाबाद। थाना नसीरपुर क्षेत्र अन्तर्गत आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर शुक्रवार को अयोध्या से दर्शन कर वृंदावन जा रही श्रद्धालुओं की एक बस, कंटेनर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में एक किशोर सहित तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है।

जरात से एक मिनी बस में 19 यात्रियों को लेकर जा रही थी

गुजरात राज्य के बड़साल निवासी चालक मनीष पुत्र नानुबाई 2 नवंबर को गुजरात से एक मिनी बस में 19 यात्रियों को लेकर देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर दर्शन के लिए निकला था। यात्रियों के जत्थे ने सबसे पहले अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम के दर्शन किए। शुक्रवार को बस वृंदावन के लिए आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से होते हुए आगरा की ओर जा रही थी। श्रद्धालुओं के अनुसार जैसे ही बस थाना नसीरपुर क्षेत्र के 54 किमी माइल स्टोन के पास पहुँची, तभी पीछे से एक आयशर कैंटर ने तेजी से बस को ओवरटेक किया। इस दौरान वाहनों को रगड़ से बचाने के लिए बस के चालक ने मिनी बस को दूर करने का प्रयास किया तभी अचानक बस आगे जा रहे एक कंटेनर से टकरा गई।

हादसा होते ही बस में मौजूद श्रद्धालुओं में चीख पुकार मच गई

हादसा होते ही बस में मौजूद श्रद्धालुओं में चीख पुकार मच गई। घटना को देखकर राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर यूपीडा कर्मी व नसीरपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिन्होंने राहत बचाव कार्य करते हुए तत्काल सभी घायलों को बस से निकालकर अस्पताल भिजवाया। घायल श्रद्धालुओं में एक महिला को सैफई पीजीआई, 5 को मेडिकल कॉलेज फिरोज़ाबाद तथा आधा दर्जन श्रद्धालुओं को शिकोहाबाद के जिला सयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।

दो अन्य की मौत इलाज के दौरान और हो गई

शिकोहाबाद में इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने किशोर युग (13) पुत्र मिलन निवासी खड़गपुर जिला सिलवास दमनदादर नगर हवेली को मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही रैफर किए गए घायलों में से दो अन्य की मौत इलाज के दौरान और हो गई। इस प्रकार इस हादसे मृतकों की संख्या किशोर सहित तीन हो गई है।इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अखिलेश भदौरिया का कहना है कि एक बस सड़क पर खड़े कंटेनर से टकराई है। हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यातायात व्यस्था सुचारु है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा में विशेष सचिव बृजभूषण दुबे की सड़क दुर्घटना में मौत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में विशेष सचिव बृजभूषण दुबे की गोरखपुर से लखनऊ आते समय अयोध्या में सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी। बृजभूषण दुबे अपने प्राइवेट वाहन से गोरखपुर से निकले थे और एक ट्रक को ओवरटेक करते उनका वाहन ट्रक से टकरा गया।

विशेष सचिव बृजभूषण दुबे मूलरूप से बस्ती जिले में पैकोलिया थाना क्षेत्र में सरयां तिवारी गांव के निवासी रहे। बृजभूषण दुबे का अंतिम संस्कार अयोध्या में होना तय हुआ। दुखद घटना के संबंध में लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश विधानसभा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जानकारी हुई तो उन्होंने शोक व्यक्त किया।

अयोध्या के पटरंगा थाना के निरीक्षक ओमप्रकाश ने बताया कि गनौली कट पर हुईं दुर्घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने तत्काल विशेष सचिव बृजभूषण दुबे और उनके पुत्र राजा दुबे को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में बृजभूषण दुबे को मृत घोषित कर दिया गया, वहीं राजा दुबे को मामूली चोट लगने पर डिस्चार्ज कर दिया।
जम्मू-कश्मीर को फिर से मजहबी उन्माद में धकेलना चाहती है कांग्रेस : योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार ने वहां की विधान सभा में अनुच्छेद 370 और 35ए को फिर लागू किए जाने का जो प्रस्ताव पारित किया है, कांग्रेस उसका विरोध करे अन्यथा देश में उसकी वही स्थिति हो जाएगी जो जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए की हुई है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ गुरुवार को गोमती नदी के किनारे आयोजित छठ महोत्सव में पहुंचे।

भोजपुरी में ही श्रद्धालुओं को छठ पर्व की बधाई दी

उन्होंने भोजपुरी में ही श्रद्धालुओं को छठ पर्व की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में भारत की संस्कृति का अलग स्थान है और भोजपुरी ने तो अपनी संस्कृति और मिठास के रूप में अलग ही पहचान बना कर रखा है। मुझे प्रसन्नता है कि 40 सालों से यह महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। छठ पर्व आज भोजपुरी समाज का नहीं बल्कि दुनिया का महोत्सव बन गया है।योगी ने कहा कि इसका भाव यह है कि हमसब भेदभाव भूलकर एक समरस समाज का निर्माण करें। जाति, क्षेत्र और भाषा का बंधन नहीं होना चाहिए।

छठी मैया की कृपा के लिए हम सब यह आयोजन करते हैं: सीएम योगी

इसी उद्देश्य के साथ हम सब छठ पर्व मनाते हैं। देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लोग इस आयोजन के साथ जुड़कर समरसता को नई ऊंचाई दे रहे हैं। छठी मैया की कृपा के लिए हम सब यह आयोजन करते हैं।यह पर्व सूर्य उपासना से जुड़ा है। सूर्य साक्षात देवता हैं। उनकी कृपा के बगैर जीवन संभव नहीं है। योगी ने कहा कि यह पर्व और त्योहार तभी संभव हैं जब हमारा राष्ट्र सुरक्षित है। इसमें हर व्यक्ति के लिए हर काम देश के नाम होना चाहिए। एक ओर जहां हम लोग समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ तत्व भारत में रहकर भारत की अस्मिता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किया

याद रखना उन्हें हमें बर्दाश्त नहीं करना है। एक स्वर से 140 करोड़ भारतीय बोलेगा तो दुनिया के किसी में दुस्साहस नहीं होगा कि वह हमारे ओर टेढ़ी नजर कर पाए। अगर हम बंटे रहेंगे तो उसका मनोबल बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किया। आज का भारत किसी को छेड़ेगा नहीं लेकिन जो छेड़ेगा उसको छोड़ेगा भी नहीं। कांग्रेस के समय में बाबा साहब अंबेडकर के न चाहने के बावजूद कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए थोप दिया गया। किसी सरकार में उसे हटाने की हिम्मत नहीं हुई।

युवाओं का भविष्य संवर रहा : योगी 

प्रधानमंत्री मोदी ने साहस दिखाते हुए कश्मीर को 370 से मुक्त कराया। आज कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान खुल रहे हैं, विकास हो रहा है। युवाओं का भविष्य संवर रहा है।योगी ने कहा कि यह वही कश्मीर है जहां से पहले लाखों की संख्या में कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा था। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की सरकार ने जम्मू कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर कहा है कि 370 फिर से लागू करेंगे। कांग्रेस को विघटनकारी सोच को त्यागना होगा। अब वह लागू नहीं हो सकता।

वह अनुच्छेद इतिहास बन चुका है: योगी

वह अनुच्छेद इतिहास बन चुका है। हमें समझना होगा कि कांग्रेसी जम्मू-कश्मीर को मजहबी उन्माद में फिर से ढकेलना चाहते है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय, मनोज सिंह समेत समाज के बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपा गया राष्ट्रीय जल पुरस्कार
लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल प्रबंधन और जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उत्तर प्रदेश को चार महीने में तीन पुरस्कार प्रदान किये गए। जिन्हें विभाग के अधिकारियों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री को सौंपा। ग्रामीण इलाकों में घर-घर तक नल कनेक्शन पहुंचाने के साथ जल संरक्षण और जल प्रबंधन के क्षेत्र में शानदार काम के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उत्तर प्रदेश को देश में दूसरा स्थान मिला। बीते दिनों (अक्टूबर) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश को प्रदान किया था, जिसे गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा गया। सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उड़ीसा को पहला और गुजरात-पुडुचेरी को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान मिला था।    

चार माह में उत्तर प्रदेश को मिले तीन पुरस्कार

जल जीवन मिशन के तहत उत्तर प्रदेश को चार माह में तीन पुरस्कार मिले। हर घर नल योजना के तहत उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक घरों तक नल से जल पहुंचाया है। उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों को सम्मानित किया गया। स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा स्वच्छता अभियान व अन्य नदी संरक्षण कार्यों के लिए उत्तर प्रदेश को 13 जुलाई को स्कॉच गोल्ड अवार्ड मिला था।

जल प्रबंधन में उत्तर प्रदेश को मिला था दूसरा स्थान

नोएडा इन्टरनेशनल ट्रेड शो-2024 में उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्यों और उपलब्धियों की प्रदर्शनी लगाने के लिए उत्तर प्रदेश को 27 सितंबर को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेस्ट डिस्प्ले अवार्ड प्रदान किया था। यह अवार्ड भी विभाग के अफसरों ने मुख्यमंत्री को सौंपा। जल संरक्षण और ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए 22 अक्टूबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्रदान किया था। इस श्रेणी में उत्तर प्रदेश को दूसरा स्थान मिला था। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, उ०प्र० ने अपना यूनिक मोमेंटो बनाया है। गुरुवार को इसे भी मुख्यमंत्री को सौंपा गया।

सीएम ने की तारीफ, नमामि गंगे के अफसरों की पीठ थपथपाई

गुरुवार को मुख्यमंत्री को नमामि गंगे के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने यह पुरस्कार सौंपे। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति के अफसरों की पीठ थपथपाई। साथ ही निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश ने अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है। हर घर नल के तहत ग्रामीण इलाक़ों में निरन्तर स्वच्छ जल पहुंचाया जाए।मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान विशेष सचिव बृजराज सिंह यादव, जलविज्ञानी अनुपम श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
भाजपा सरकार ने बदले की भावना से कार्य किया : अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में अराजकता पैदा किया है। कानून और संविधान का शासन खत्म कर दिया है। भाजपा की अराजकता से सभी लोग दुःखी और आहत है। भाजपा सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में बदले की भावना से कार्य किया है। राजनीतिक विरोधियों के साथ अन्याय और दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की।

सरकार द्वेष भावना से लोगों के घरों को गिरा रही

उन्होंने कहा कि सरकार द्वेष भावना से लोगों के घरों को गिरा रही है। निर्दोष लोगों के घर-परिवार को उजाड़ा जा रहा है। सत्ता की ताकत के अहंकार के कारण भाजपा सरकार में नैतिकता और मानवीयता भी नहीं रह गयी है।अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अब तक की सबसे नकारात्मक कार्य करने वाली सरकार है। इस सरकार ने पूरे कार्यकाल में विकास के बजाय विनाश ही किया है। लोगों के घर गिराए, विकास कार्यों को रोका, उन्हें बर्बाद किया और भ्रष्टाचार का चौतरफा बोलबाला है।

प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने में विफल रही

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने में विफल रही है। कानून व्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया है। इस सरकार ने लोगों का घर-परिवार और जिंदगी कुछ भी सुरक्षित नहीं है। हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। व्यापारी लूटे जा रहे हैं। इसी सप्ताह सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर में व्यापारियों के साथ लूट की घटनाएं हुई। कई जिलों में हत्याओं के घटनाएं हुई। महिलाओं और बेटियों के साथ दुष्कर्म और बलात्कार की घटनाएं लगातार हो रही है।

भाजपाइयों ने सारी खाद दबा रखी है और खाद की कालाबाज़ारी कर रहे

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था सुधारने, विकास करने और आम जनता की मदद करने के बजाय समाज को बांटने का असंवैधानिक कार्य कर रही है। भाजपा की शोषणकारी नीतियों से किसान, नौजवान, व्यापारी, कर्मचारी, मजदूर सभी दुःखी और परेशान हैं। आज किसानों को डीएपी और अन्य खादें नहीं मिल रही है। भाजपाइयों ने सारी खाद दबा रखी है और खाद की कालाबाज़ारी कर रहे हैं।

ये दोनों ही भाजपा के पतन को और तेज कर देंगे

उन्होंने कहा कि डीएपी और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) दोनों में अक्षरों की समानता है और ये भी कि ये दोनों ही भाजपा के पतन को और तेज कर देंगे। जितना किसान सम्मान के नाम पर दिया जा रहा है, उससे ज़्यादा खाद की कालाबाज़ारी से लिया जा रहा है। भाजपा शासन से त्रस्त जनता भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए दृढ़ संकल्पित है और भाजपा सरकार से मुक्ति के लिए विधानसभा के उपचुनाव में एकजुट होकर मतदान के लिए तैयार हैं।
नफरत और भेदभाव की राजनीति करती है भाजपा : डिम्पल यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की मैनपुरी की सांसद डिंपल यादव ने गुरुवार को कहा है कि भारतीय जनता पार्टी नफरत और भेदभाव की राजनीति करती है। भाजपा समाज को बांटने और भड़काने का काम करती है। केंद्र की 10 साल और प्रदेश की 8 साल की भाजपा सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया है। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। किसानों को डीएपी और अन्य खाद नहीं मिल रही है। नौजवानों को नौकरी रोजगार नहीं मिल रहा है।

करहल में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी तेज प्रताप यादव के समर्थन में आयोजित सभा के बाद मीडिया से बात करते हुए डिंपल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का हक छीना है। पीडीए भाजपा के धोखे को समझ चुका है। करहल में समाजवादी पार्टी की ऐतिहासिक जीत होगी। भाजपा सरकार में अन्याय अत्याचार, महंगाई, भ्रष्टाचार चरम पर है। भाजपा की नफरत की राजनीति के खिलाफ हर वर्ग एकजुट होकर उसे हराने का काम करेगा।बदायूं लोकसभा क्षेत्र के सांसद आदित्य यादव ने चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए तेज प्रताप यादव को भारी मतों से जिताने की अपील की।
'एक भारत श्रेष्ठ भारत' का सपना साकार होगा : आनंदीबेन पटेल
लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में गुरूवार को राजभवन में कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों के स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति पर आधारित लोक नृत्य की प्रस्तुति के साथ-साथ राज्यों की सांस्कृतिक विविधता एवं अद्यतन विकास पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया।

राज्यपाल ने कहा कि सामान्यतः दक्षिण भारत की संस्कृति को जानने का प्रयास कम होता है और इस तरह के कार्यक्रमों से इन राज्यों की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को जानने का अवसर मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न प्रदेशों के युवा विद्यार्थीगण परस्पर एक-दूसरे राज्य में जाकर वहाँ की भाषा और संस्कृति सीखते हैं, जिससे ’एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करने में मदद मिलती है। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को जानें, क्योंकि जब तक हम विभिन्न भाषाएं नहीं सीखेंगे, हम क्षेत्रीय साहित्य और ज्ञान तक नहीं पहुंच सकते। उन्होंने अपनी भाषा का महत्व समझने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

कार्यक्रम में कर्नाटक और तमिलनाडु के लोक नृत्यों की प्रस्तुति करने वाले कलाकारों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि कलाकारों की अभिव्यक्तियों और भावभंगिमाओं से उनके संदेश को समझने का अवसर मिलता है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे इन कलाकारों की मुद्राओं और भाषाओं को सीखें, जो सांस्कृतिक अध्ययन का अहम हिस्सा हैं।

उन्होंने तमिलनाडु में स्थित ‘विवेकानंद स्टैचू‘ को महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केन्द्र बताया और ‘काशी तमिल‘ समागम का उल्लेख करते हुए कहा कि इन स्थलों से लोगों को एकजुट करने और हमारी साझा संस्कृति को समझने का अवसर मिलता है। उन्होंने तमिलनाडु के विश्व धरोहर स्थल महाबलीपुरम का भी जिक्र किया, जहाँ पाँच पांडवों का मंदिर स्थित है। राज्यपाल ने रामेश्वरम, कांचीपुरम और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों को दर्शनीय तथा ऐतिहासिक बताया।

कार्यक्रम में उत्तर मध्य सांस्कृतिक क्षेत्र प्रयागराज, संस्कृति विभाग एवं भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ के कलाकारों द्वारा कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य की लोक संस्कृति को दर्शाने वाले कई शानदार नृत्य प्रस्तुत किए गए, जिनमें कर्नाटक के महत्वपूर्ण लोकनृत्य सुग्गी, करगा तथा तमिलनाडु के कोलाट्टम, भरत नाट्यम, शिवतांडव, कावड़ी चिन्दू, तिललाना नृत्य आदि की मनमोहक प्रस्तुतियां शामिल थीं। नृत्य कलाकारों की अभिव्यक्ति और भावभंगिमा ने दर्शकों के बीच एक गहरी छाप छोड़ी। इस अवसर पर राज्यपाल ने कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य की संस्कृति, खान-पान, परिधान, प्रमुख स्थलों, महान विभूतियों एवं लोक संस्कृति पर आधारित एक प्रदर्शनी तथा आकर्षक रंगोली का भी अवलोकन किया।
उत्तर प्रदेश में रेशम उत्पादन विकास के पथ पर अग्रसर
लखनऊ/हरदोई। उत्तर प्रदेश सरकार कृषि के विकास तथा किसानों की समृद्धि के लिए कृतसंकल्पित है। इस उद्देश्य से प्रदेश में किसानों के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। प्रदेश के किसानों की आय में वृद्धि के लिए कृषि का विविधीकरण आवश्यक है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी और कृषकों को विविध फसलों की बुआई कर अतिरिक्त आय प्राप्त करने के लिए बीज, खाद, सिचाई आदि संसाधनों की पूरी सहायता दे रहे है। सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश फसलोत्पादन, तिलहन, दलहन आदि में अग्रणी है।

कृषि विविधीकरण परियोजनाओं में रेशम कीट पालन किसानों के अतिरिक्त आय का प्रमुख स्रोत है। प्रदेश में रेशम उत्पादन को दी जा रही सहायता/सुविधा का ही परिणाम है कि गत 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश से रेशम के निर्यात में 28 गुना की वृद्धि हुई है, जो कृषि व अन्य उत्पादों के मुकाबले सर्वाधिक है। उत्तर प्रदेश में पिछले 9 वर्षों में रेशम का निर्यात रू0 9.11 करोड़ से बढ़कर रू0 251.65 करोड़ हो गया है। रेशम एक जैविक एवं प्राकृतिक कृषि आधारित उत्पाद है। प्रदेश में रेशम उत्पादन की अपार संभावनाये है। रेशम उत्पादन की वृद्धि के लिए किसानों को जागरूक कर रेशम कृषि से जोड़ा जा रहा है। परम्परागत फसलो के साथ-साथ रेशम कीट-पालन के लिए कृषको को शहतूत के पौधें, मेड़ों व खाली भूमि पर लगाते हुए कीट पालन करने के लिए विशेष जागरूकता लाई जा रही है।

भारत सरकार के सेन्ट्रल सिल्क बोर्ड द्वारा सिल्क उत्पादन के लिए काफी सुविधायें दी जा रही है। वर्तमान में भारत अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व में दूसरा सबसे बड़ा रेशम उत्पादक देश है। विश्व रेशम उत्पादन का 42 प्रतिशत रेशम भारत वर्ष में उत्पादित होता है। विश्व में कुल 93,986 मीट्रिकटन उत्पादित रेशम में 38,913 मी०टन रेशम भारत में उत्पादित होता है। प्रदेश को रेशम उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचारों, नवीनतम तकनीको एवं अनुसंधानो पर बल देते हुए रेशम उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है। प्रदेश में नई परिभाषा एवं उत्साह के साथ रेशम उद्योग विकास के पथ पर अग्रसर है। कृषकों को रेशम कीटपालन एवं कोया उत्पादन अथवा धागा उत्पादन कार्य प्रारम्भ करने के लिये केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से संचालित योजनाओं के अन्तर्गत अनुदान सहायता दिये जाने हेतु पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से रेशम मित्र पोर्टल पर वर्ष 2023-24 से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने तथा पंजीकरण एवं मॉनीटरिंग व्यवस्था प्रारम्भ कर दी गयी है।

कृषकों को मोबाइल के माध्यम से योजनाओं की आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने तथा शिकायते एवं सुझाव प्राप्त कर निस्तारण हेतु शिकायत प्रकोष्ठ के अन्तर्गत रेशम विभाग द्वारा मो० नं0 7388305554 जारी किया गया है जो रेशम मित्र पोर्टल पर उपलब्ध है। प्रदेश में प्रथम बार एफ०पी०ओ० को रेशम उत्पादन कार्यक्रमों से जोड़ कर परियोजनायें संचालित की जायेंगी जिसके लिये प्रथम चरण में कुल 03 एफ०पी०ओ० जिनमें (2) शहतूती रेशम उत्पादन एवं 01 एरी रेशम उत्पादन) के प्रस्तावों का अनुमोदन भारत सरकार के केन्द्रीय रेशम बोर्ड से प्राप्त किया गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के लगभग 1050 महिला सदस्यों को रेशम उत्पादन के कार्यक्रमों से जोड़ा जा रहा है जिसके लिये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं रेशम निदेशालय, उ०प्र० के मध्य एम०ओ०यू० गठित किया गया है। इसके अतिरिक्त कृषि आजीविका सखियों का उपयोग रेशम उद्योग के प्रचार प्रसार हेतु किया जा रहा है।

कच्चे रेशम उत्पादन में प्रदेश को आत्म निर्भर बनाने एवं प्रदेश में उत्पादित रेशम कोये की खपत प्रदेश में ही किये जाने की नीति तैयार कर रेशम धागाकरण इकाईयों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पूर्व में संचालित 2 मल्टीइण्ड रीलिंग इकाई के अतिरिक्त रा० कृ०वि०यो० से 06 नई धागाकरण इकाईयों का विभिन्न जनपदों में स्थापित कर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। वर्ष 2024-25 में 4 नई मल्टीइण्ड रीलिंग इकाईयों की स्थापना का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त टसर क्षेत्र में टसर धागा उत्पादन कार्य हेतु 30 महिलाओं का ग्रुप बनाकर प्रत्येक सदस्य का एक-एक बुनियादी टसर रीलिंग चरखों की स्थापना की गयी है। प्रदेश में रेशम उत्पादन के लिए किसानों को कोया उत्पादन के लिए प्रदेश सरकार प्रशिक्षण एवं अनुदान भी दे रही है।
शॉर्ट सर्किट से घर में लगी आग, दो मासूमों की जिंदा जलकर हुई मौत

लखनऊ/जालौन। जालौन में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ और यहां पर शॉर्ट सर्किट के चलते झोपड़पट्टी में आग लग गई। इस दौरान घर में मौजूद दो मासूम इस आग की चपेट में आ गए और जिंदा जलकर उनकी मौत हो गई। इस घटना के दौरान घर पर कोई भी परिजन मौजूद नहीं थे। घटना की सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मासूमों के शवों को कब्जे में लेकर पाेस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बता दें कि, पूरा मामला रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम बहराइ का है। यहां के निवासी दयाशंकर अपनी पत्नी के साथ खेत पर बाजरा काटने के लिए गए हुए थे। गुरुवार की सुबह घर में सूरज 1 वर्ष व कन्हैया 4 वर्षीय मासूम घर में खेल रहे थे। इस दौरान घर में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी उठी और घर के छप्पर में आग लग गई। मासूम कुछ समझ पाते जब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस आग की चपेट में आने से दोनों मासूमों की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।वहीं इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए रामपुरा सीओ राम सिंह ने बताया कि घर के छप्पर में आग लग गई थी। जिसमें दो मासूमों की जलकर मौत हो गई। बच्चों के माता पिता खेत पर काम के लिए गए हुए थे।

उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में बनेंगे नए बाल संरक्षण गृह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिला कल्याण विभाग ने बच्चों के सर्वांगीण विकास और सुरक्षा के लिए एक नई और महत्वपूर्ण पहल की है। इस पहल के तहत राज्य के विभिन्न जनपदों में 10 नए बाल संरक्षण गृहों का निर्माण और संचालन किया जाएगा। इन संरक्षण गृहों का उद्देश्य बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है, जहाँ वे अच्छे नागरिक के रूप में विकसित हो सकें।

वाराणसी, गोरखपुर,अयोध्या समेत 10 जिलों में बनेंगे नए बाल संरक्षण गृह

महिला कल्याण विभाग द्वारा प्रस्तावित इस योजना के अनुसार, प्रदेश के मथुरा, प्रयागराज, कानपुर नगर, आजमगढ़, झांसी, अमेठी, फिजाबाद, देवरिया, सुल्तानपुर, तथा ललितपुर में इन संरक्षण गृहों की स्थापना की जाएगी। हर संरक्षण गृह में 100-100 बच्चों को रखने की क्षमता होगी, जिससे अधिक से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जा सके। इनमें 1 राजकीय बाल गृह(बालिका) 1 राजकीय बाल गृह (बालक), 7 राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर), किशोर न्याय बोर्ड सहित 1 प्लेस ऑफ सेफ्टी गृह शामिल है। इन संरक्षण गृहों में बच्चों को न केवल रहने की सुविधाएं दी जाएंगी, बल्कि उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास का भी ध्यान रखा जाएगा।

समाज में बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम

इस योजना के तहत राज्य सरकार ने बाल संरक्षण गृहों के निर्माण के लिए आवश्यक फंड भी निर्धारित किए हैं। इन गृहों के संचालन में केंद्र सरकार द्वारा मिशन वात्सल्य योजना के प्राविधानों के केंद्रांश-60 प्रतिशत और राज्यांश-40 प्रतिशत के अनुसार राज्य सरकार पर 7.96 करोड़ रुपये का व्ययभार आएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बाल आश्रय योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 100 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है।

बाल अधिकारों की रक्षा में सीएम योगी का सशक्त प्रयास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य है कि राज्य का कोई भी बच्चा असुरक्षित या उपेक्षित महसूस न करे। सीएम योगी ने कहा कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि वे समाज के भविष्य हैं। इस योजना के तहत बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षित कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी, जो उनकी सुरक्षा और कल्याण के प्रति संजीदा होंगे। इन बाल संरक्षण गृहों में बच्चों को उनकी उम्र और जरूरतों के हिसाब से सेवाएं दी जाएंगी, ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकें।