जमीन व प्लाट के नाम पर इनवेस्ट कराकर करोड़ों की ठगी करने वाला इनामी गिरफ्तार


लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को साइन सिटी इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में जमीन व प्लाट के नाम पर इनवेस्ट कराकर हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य एवं 50,000 रुपये का पुरस्कार घोषित अपराधी राहुल शर्मा को लखनऊ से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। एसटीएफ ने अभियुक्तों के कब्जे से एक डीएल, एक पैन कार्ड, एक एटीएम कार्ड और 610 रुपये नकद बरामद किया है।

एसटीएफ को काफी दिनों से थी इनकी तलाश

एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फरार व पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एस०टी०एफ० की विभिन्न इकाईयो/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में श्री विषाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 लखनऊ के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।

अभियुक्त पर रखा गया था पचास हजार का इनाम

निरीक्षक शिवनेत्र सिंह के नेतृत्व में मु.आ. सुधीर सिंह, रमेश उपाध्याय, अमित कुमार की टीम जनपद लखनऊ में भ्रमणशील थी। इस दौरान ज्ञात हुआ कि साइन सिटी इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में जमीन व प्लाट के नाम पर इनवेस्ट कराकर ठगी करने वालों लोगों के विरूद्ध थाना गोमती नगर लखनऊ में मु0अ0सं0 630/2021 धारा 409, 420, 467, 467, 468, 471, 120-बी भा0द0वि0 का अभियोग पंजीकृत हुआ था। जिसमें अभियुक्त राहुल शर्मा वांछित है, और उसके गिरफ्तारी हेतु 50 हजार का पुरस्कार घोषित है। वह आज आर0आर0 बन्धा पर किसी से मिलने के लिए आने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुॅचकर वांछित अभियुक्त राहुल शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया।

साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी में हस्ताक्षरी नियुक्ति था

पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि उसने छत्रपति साहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से एमए किया है। मार्च-2016 में साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्रा0लि0, म0नं0- ए-105, साउथ सिटी, रायबरेल रोड, थाना-पीजीआई, लखनऊ में कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर कार्य शुरू किया था। कम्पनी में अलग-अलग कार्यो के लिए अलग अलग डिपार्टमेन्ट एवं अलग अलग एच0ओ0डी0 थे। 04 माह बाद कम्पनी बोर्ड के चेयरमैन व सदस्यों की मीटिग में प्रस्ताव के माध्यम से आवंटियों को कम्पनी की तरफ से रजिस्ट्री करने के लिए उसे अधिकृत हस्ताक्षरी नियुक्त किया गया था।

इन्वेस्ट करने के नाम पर प्रलोभन देकर उनसे करोडों की ठगी की गयी

अभियुक्त ने यह भी बताया कि कम्पनी का मुख्यालय आर स्क्वायर काम्प्लेक्स, पॉचवॉ तल, विपुल खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ में था। कम्पनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) राशिद नसीम एवं एमडी-आसिफ नसीम थे। साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्रा0लि0 द्वारा लोगों सेे जमीन/प्लाट खरीदने एवं विभिन्न प्रकार के इन्वेस्ट करने के नाम पर प्रलोभन देकर उनसे करोडों की ठगी की गयी है, जिस सम्बन्ध में जनपद लखनऊ सहित प्रदेष के विभिन्न जनपदों में लगभग सैकड़ों अभियोग पंजीकृत है।

पुलिस कर्मचारियों के लिए कानपुर में खुला प्रदेश का पहला स्मार्ट क्लीनिक, प्रदेश के लिए मॉडल बनेगा कानपुर पुलिस की स्मार्ट क्लीनिक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सबसे पहला कानपुर में पीपी मॉडल के तहत पुलिस कर्मचारियों के लिए बुधवार को स्मार्ट क्लीनिक खुला। यह पहल सफल हुई तो पूरे प्रदेश के पुलिस कर्मचारियों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा। यह बात कोतवाली थाना परिसर में तैयार हुए स्मार्ट क्लीनिक का उद्घाटन के बाद पुलिस आयुक्त कानपुर नगर अखिल कुमार ने कही।

पुलिसकर्मियों की सेहत में कई समस्याएं

उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में अधिक तनावपूर्ण ड्यूटी के कारण पुलिसकर्मियों की सेहत में कई समस्याएं जैसे हाइपरटेंशन, बीपी, शुगर, स्ट्रेस, नींद न आना इत्यादि देखने को मिलती हैं जिसके दृष्टिगत पुलिस विभाग के कर्मियों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य की देखभाल को और अधिक सुलभ और आधुनिक बनाने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए यह एक नई पहल शुरू की गई है।

डॉक्टरों से निशुल्क ऑनलाइन परामर्श प्राप्त कर सकेंगे

पुलिस उपायुक्त मुख्यालय आरती सिंह ने बताया कि इस स्मार्ट क्लीनिक में शहर के सभी पुलिसकर्मी डॉक्टर से मुफ्त कन्सलटेशन प्राप्त कर सकेंगे और रियायती दरों पर जांचें, उपचार करा सकते हैं। जिससे उनकी सेहत में सुधार हो सके और वे अपनी सेवाएं और अधिक कुशलता से प्रदान कर सकें।यह कन्सलटेशन सामान्यतः ऑनलाइन होगा आवश्यकता अनुसार ऑफलाइन भी चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। टेलीमेडिसिन सेवाओं के जरिये पुलिसकर्मी दूरस्थ स्थानों से भी डॉक्टरों से निशुल्क ऑनलाइन परामर्श प्राप्त कर सकेंगे।


ईओएनएमईडी के सहयोग से खोली जा रही स्मार्ट क्लीनिक

यह स्मार्ट क्लीनिक ईओएनएमईडी के सहयोग से खोली जा रही है। स्मार्ट क्लीनिक के संस्थापक रमारमन मिश्रा और हर्षवर्धन पाण्डेय हैं। इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त लॉ एण्ड ऑर्डर हरीश चन्द्र, पुलिस उपायुक्त पूर्वी श्रवण कुमार, पुलिस उपायुक्त यातायात रवीन्द्र कुमार, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय आरती सिंह , एसीपी लाइन्स अंजली विश्वकर्मा, एसीपी कोतवाली आशुतोष कुमार, संस्थापक रमारमन मिश्रा आदि पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर कार ट्रक में घुसी, पति-पत्नी की मौत, बेटा गम्भीर
लखनऊ । मथुरा के नौहझील थाना क्षेत्र में बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा हो गया। चालक को नींद की झपकी आने से तेज रफ्तार कार सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से घुस गयी। इसमें बुजुर्ग दम्पती की मौत हो गई, जबकि पुत्र गम्भीर रूप से घायल है।

यमुना एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन-75 पर नोएडा से आगरा की ओर सड़क किनारे एक ट्रक खड़ा था। बुधवार सुबह कार पीछे से ट्रक में घुस गई। थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह व बाजना कट चौकी प्रभारी रविंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार ट्रक में बुरी तरह से फंस गई। घंटों मशक्कत के बाद कार को कटर की मदद से काटकर तीनों सवारों को बाहर निकाला। क्रेन की मदद से कार को ट्रक से बाहर खींचा गया।

कार में गुरुग्राम के पालम बिहार, पार्क ब्यू रेजीडेंसी निवासी 75 वर्षीय गोपीनाथ मल्होत्रा, उनकी 70 वर्षीय पत्नी प्रमिला मल्होत्रा व पुत्र आशीष मल्होत्रा सवार थे। ये सभी लखनऊ जा रहे थे। गोपीनाथ मल्होत्रा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं प्रमिला व आशीष को गम्भीर हालात में पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। जिला अस्पताल में प्रमिला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस के अनुसार कार आशीष चला रहा था। बराबर की सीट पर पिता गोपीनाथ व पीछे मां प्रमिला बैठी थीं। आशीष की पत्नी नीता ने बताया कि पति के ताऊ के लड़के का मंगलवार रात देहांत हो गया था। इसी में शामिल होने के लिए तीनों लखनऊ जा रहे थे। थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि हादसे में बुजुर्ग दम्पती की मौत हुई है। आशीष गम्भीर रूप घायल है। शवों कों पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
मथुरा : अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार तीन युवकों की मौत
लखनऊ /। थाना कोसीकलां क्षेत्र अंतर्गत बुधवार शाम आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर अजीजपुर के समीप एक भीषण दुर्घटना में एक बाइक पर सवार तीन युवकों की मौत हो गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शवों की शिनाख्त करते हुए उनके परिजनों को सूचना देकर शवों को पोस्टमार्टम गृह भिजवाया है।

थाना कोसीकलां क्षेत्र अंतर्गत आगरा दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार की शाम को गांव अजीजपुर के समीप एक बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। भीषण दुर्घटना में बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि बाइक सवार दीपु पुत्र बलवीर, तरुण पुत्र जसवंत निवासी गोरखधाम कालोनी छाता तथा हरिओम पुत्र राधाचरण निवासी बदनगढ़ बरसाना गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि जब तक लोग मौके पर मदद के लिए पहुंचे, उससे पूर्व एक युवक ने दम तोड़ दिया। जबकि दो घायलों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां उन्हाेंने दम तोड़ दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक सवार तीनों युवक छाता से कोसी की ओर से आ रहे थे। जैसे ही बाइक सवार गांव अजीजपुर के समीप पहुंचे तो किसी वाहन की चपेट में आ गए। सभी की उम्र करीब 22 से 25 वर्ष प्रतीत होती है। कोसीकलां थाना प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त दीपू, तरूण और हरिओम के रूप में हुई है। उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।
प्रयाग महाकुम्भ-2025 में करीब 50 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुँचने की संभावना,अयोध्या में 1100 वेदाचार्यों के साथ सरयू आरती कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बन
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने अयोध्या में आयोजित होने वाले आठवें दीपोत्सव को अब तक का सबसे भव्य और दिव्य बनाने की तैयारियों के संबंध में एक प्रेस वार्ता की।मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा, सनातन धर्म के इतिहास में 500 वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान श्रीराम का भव्य-दिव्य मंदिर बना है। प्रभु श्री राम अब अपने मंदिर में विराजमान हैं। हम सभी लोगों के लिए यह आठवां दीपोत्सव अलौकिकता के साथ त्रेतायुग और आधुनिकता का अद्भुत संगम होगा।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह पर्यटन भवन में महाकुम्भ-2025 के लिए की जा रही तैयारियों तथा दीपोत्सव-2024 के बारे में मीडिया बंधुओं को सम्बोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2024 तक प्रदेश के प्रत्येक जिले में दीपोत्सव मनाने का परम सौभाग्य प्राप्त होगा। इस दौरान 04 किलोमीटर की शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें रामायण के विविध प्रसंगों पर आधारित सांस्कृतिक कलाकारों के विभिन्न दलों द्वारा आयोजन एवं मंचन होगा।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस बार अयोध्या में स्थानीय प्रशासन के साथ पर्यटन एवं संस्कृति विभाग 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित करेगा। इसके अतिरिक्त, 10 लाख दीप संत महात्मा अन्य मंदिरों में जलाएंगे। इस दिव्य व्यवस्था में अवध विश्वविद्यालय, स्वयंसेवक, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के साथ-साथ विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं का सहयोग प्राप्त होगा। पिछले वर्ष यानि 2023 में 22.23 लाख दीपक प्रज्जवलित किए गए थे, जिसके साक्षी 54 देशों के राजनयिक बने थे।

दीपोत्सव-2024 कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ गजेंद्र सिंह शेखावत, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री भारत सरकार तथा प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री व अन्य गणमान्यों के साथ समस्त आयोजनों सहित लक्ष्मण किला घाट से नया घाट तक 1100 वेदाचार्यों के साथ सरयू आरती कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। जगमगाते लाखों दीयों के बीच सरयू धारा, राम की पैड़ी पर पानी के बीचों बीच भव्य स्टेज पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं लेजर शो का अद्भुत आयोजन किया जाएगा।

जयवीर सिंह ने कहा कि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा अयोध्या दीपोत्सव-2024 में विभिन्न स्थलों गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली, तुलसी उद्यान, हनुमानगढ़ी, राम पथ, राम कथा पार्क, सरयू तट, राम की पैड़ी आदि स्थानों पर देश-विदेश के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, भव्य ड्रोन शो, म्यूजिकल लेजर शो सहित अन्य आयोजन होंगे।

पर्यटन मंत्री ने कहा, महाकुंभ-2025, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक मोक्षदायिनी मां गंगा, यमुना और सरस्वती के अविरल पवित्र संगम तट, प्रयागराज की पावन भूमि पर विश्व का सबसे बड़ा भारतीय सनातन संस्कृति का भव्य, दिव्य, अलौकिक, आध्यात्मिक एवं धार्मिक आयोजन है। इस आध्यात्मिक मेले में देश ही नहीं, विश्व के बहुत से देशों के श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने संगम तट पर आते हैं। इस बार 40 से 50 करोड़ के बीच श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। पर्यटन एवं संस्कृति, उप्र. तथा कुंभ मेला प्राधिकरण के साथ सरकार सुव्यवस्थित तैयारियां कर रही है।

उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यू.पी.एस.टी.डी.सी.) द्वारा महाकुंभ-2025 में अरैल और झूंसी में पी.पी.पी. मोड पर टेन्ट सिटी का कार्य चल रहा है। अयोध्या, काशी, विंध्याचल समेत अन्य स्थलों के भ्रमण के लिए विशेष पैकेज तैयार किए जा रहे हैं। साथ ही, फूड कोर्ट, हेलीकॉप्टर भ्रमण सहित अन्य सेवाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। उन्होंने विभिन्न देशों के भारत में तैनात राजदूतों एवं उच्चायुक्तों से भी आग्रह किया है, कि वह अपने-अपने देश में भारत की सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले हिंदू एवं अन्य श्रद्धालुओं को महाकुंभ-2025 में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।
विश्व पर भारत की शक्ति और सामर्थ्य का दिखने लगा प्रभाव :  राज्यपाल


लखनऊ/झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का 29वां दीक्षांत समारोह राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में गांधी सभागार में बुधवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ जीवन और पर्यावरण के पांच तत्वों -आकाश, वायु जल, पृथ्वी और अग्नि पर काव्य पाठ से हुआ।

अतिथियों का स्वागत कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने एकल पुष्प एवं चंदन, रुद्राक्ष, शमी, एवं नीम के पौधे देकर किया गया। इन्हें कार्यक्रम के उपरांत श्रीराम वाटिका में अर्पित किया गया। कुलाधिपति एवं अतिथियों द्वारा विभिन्न स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों के सर्वोच्च छात्रों को मेडल प्रदान किए गए।

राज्यपाल ने कहा कि विश्व पर भारत की शक्ति और सामर्थ्य का प्रभाव दिखने लगा है। इसका उदाहरण अमेरिका ने चोरी की 300 कलाकृतियां वापस की है।

कुलाधिपति ने बताया कि ब्रिक्स सम्मेलन से पूर्व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि आप हमारा मार्गदर्शन कीजिए। हाल ही में प्रधानमंत्री की अमेरिकी यात्रा पर वहां भारत से चुराई गई 300 सांस्कृतिक धरोहरों को वापस किया गया। पूर्व में हुए जी 20 के आयोजन में भारत वैश्विक नेतृत्व का अग्रणी होकर उभरा। प्रधानमंत्री की संकल्पना मेक इन इंडिया से आगे आकर हम मेकिंग फॉर वर्ल्ड की ओर बढ़ रहे हैं। विश्व की प्रमुख पांच आर्थिक महा शक्तियों में आज भारत शामिल है। एफडीआई के निवेश में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। नालंदा विश्वविद्यालय पुनः आकार ले रहा। सांस्कृतिक पुनर्जागरण के साथ ही भारत मिसाइल उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। यह सब इस बात का इशारा कर रहे हैं कि भारत आज वैश्विक महाशक्ति है। इसमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की शिक्षा, शोध, कौशल एवं नवाचार पर किए जा रहे कार्यों का प्रमुख योगदान है।

राज्यपाल ने झांसी जिलाधिकारी अविनाश कुमार एवं ललितपुर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी को आंगनवाड़ी हेल्थ किट प्रदान करते हुए कहा कि व्यवस्था करें इस प्रकार की हेल्थ किट हर आंगनबाड़ी केंद्र पर हर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पास रहे। आंगनबाड़ी हेल्थ किट के अंदर- टॉवल, कंघी, नेल कटर, सुई-धागा, रंग-बिरंगे बटन, सीशा, डेटॉल साबुन डिटॉल लिक्विड, सोफ्रेमायकिन क्रीम, विटामिन डी की टेबलेट सामग्री शामिल है। इस किट का उद्देश्य छात्रों के रहन-सहन के तरीके, उनके स्वास्थ्य में सुधार एवं छोटी मोटी चोटों से उपचार करना है।

कुलाधिपति द्वारा इस अवसर दीक्षांत स्मारिका स्वर्णदीप्ति, कला और संस्कृति को समर्पित पत्रिका चितेरी एवं विश्वविद्यालय की गृह पत्रिका संचारिका का विमोचन किया गया। इसके साथ ही कुलाधिपति ने अपनी ओर से 200 पुस्तकें झांसी एवं ललितपुर के विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रदान की। आंगनबाड़ी केंद्र की विभिन्न कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी किट जिसमें छात्रों के लिए कई प्रकार के खिलौने शामिल थे, प्रदान की। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत चयनित 5 ग्रामों में छात्रों के मध्य कारायी गई प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र वितरित किये।

राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी भारत के साथ ही महिलाओं की भी सदी है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की जल सहेलियां अपने द्वारा किए गए जल संरक्षण के कार्यों के लिए आज मिसाल बनी है। ऐसे ही ग्रामीण महिलाओं के समूह द्वारा तालाब खोदने का कार्य, लोगों को शराब छुड़वाने एवं गांव में चल रहे जुओं को बंद कर बच्चों को स्कूल भेजने में महिलाएं एक जुट होकर कार्य कर रही है। ऐसे प्रयास ही किसी भी देश को आगे ले जाने में साधन बनते हैं। प्रधानमंत्री की पहल से आज ड्रोन तकनीक का कृषि में इस्तेमाल हो रहा है ड्रोन दीदी की संकल्पना एवं ड्रोन पायलट ग्रामीण महिलाएं आज कृषि में आधुनिकता का मिसाल बनकर उभरी है। यह नए विकसित ग्रामीण भारत की पहचान है।

राज्यपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में अर्जित ज्ञान अपने आर्थिक उपार्जन के साथ ही देश के विकास में योगदान दें। सदैव सीखने की प्रवृत्ति को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की अभिप्रेरणा से केंद्र सरकार द्वारा डिफेंस कॉरिडोर का झांसी, ललितपुर, लखनऊ, चित्रकूट एवं कानपुर में प्रगति पर है। क्षेत्र के विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी है कि वह छात्रों को इससे जोड़ें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालय की के पुस्तकालयों में पांडुलिपियों जर्जर हो रही है उनके डिजिटलाइजेशन के साथ ही छात्रों को उन पर शोध कर भारत के पुरातन ज्ञान को सबके सामने प्रस्तुत करना चाहिए।

थूक कर रोटी बना रहा था युवक, वायरल हो रहा वीडियो
लखनऊ । यूपी के बाराबंकी जिले के रामनगर कोतवाली क्षेत्र के सुढ़ियामऊ में कस्बे में एक होटल पर थूक कर रोटी बनाने का मामला सामने आया है।इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक तंदूर पर रोटी बना रहा है और रोटी को थपथपाने के बाद उस पर थूकने के बाद तंदूर के अंदर लगाता है।स्ट्रीट बज्ज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। कुछ लोगों ने इसे लेकर आक्रोश जताया है। पुलिस अभी मामला संज्ञान में नहीं होने की बात कह रही है।
ভারতের ‘শেষ সতী’ রূপ কানোয়ার ৩৭ বছর পরও বিচার পেলেন না

*বিবিসি*


*ডেস্ক:* ৩৭ বছর আগে স্বামীর চিতায় পুড়িয়ে মারা হয় এক কিশোরীকে।নাম ছিল রূপ কানোয়ার। রাজস্থানের রূপের ‘সতী’ হওয়ার ঘটনা সে সময় বিশ্বজুড়ে খবরের শিরোনাম হয়েছিল, উঠেছিল নিন্দার ঝড়। এত বছর পর আবার দেশের খবরের শিরোনাম হয়েছেন রূপ।সম্প্রতি রূপ কানোয়ার হত্যার ঘটনাকে গৌরবান্বিত করার অভিযোগ ওঠা ৮ ব্যক্তিকে খালাস দিয়েছে আদালত।

ব্রিটিশ শাসকেরা প্রথম ১৮২৯ সালে সতীদাহ প্রথা নিষিদ্ধ করেন। ওই সময়ে ভারতবর্ষ ব্রিটিশ শাসনের অধীনে ছিল। আইন করে সতীদাহ প্রথা নিষিদ্ধ করা হলেও তা পুরোপুরি বন্ধ করা যায়নি। এমনকি ১৯৪৭ সালে ভারত স্বাধীন হওয়ার পরও সতীদাহ প্রথা দেখা গেছে। রূপকে ভারতের সর্বশেষ ‘সতী’ বলা হয়।

রূপের মৃত্যুর পর বিক্ষোভ শুরু হলে ভারত সরকার এই প্রথার বিরুদ্ধে আরও কঠোর একটি আইন প্রণয়নে বাধ্য হয়। ‘কমিশন অব সতী (প্রতিরোধ) অ্যাক্ট, ১৯৮৭’ আইনে সতীদাহ প্রথা নিষিদ্ধ করার পাশাপাশি প্রথমবার এই প্রথাকে গৌরবান্বিত করাও নিষিদ্ধ হয়। আইনে সতীদাহর পক্ষে প্ররোচনাকারীদের জন্য মৃত্যুদণ্ড ও যাবজ্জীবন কারাদণ্ডের সাজার কথাও বলা আছে।

কিন্তু এত বছর পর, রূপের মৃত্যু এবং সতীদাহ প্রথাকে গৌরবান্বিত করার অভিযোগে অভিযুক্ত সবাইকে আদালত ‘প্রমাণের অভাবে’ খালাস বলে ঘোষণা করেছে। গত সপ্তাহে আদালত এই নির্দেশ দেয়। তবে এ রায়ে নিয়ে উদ্বেগ প্রকাশ করেছে দেশের নারী অধিকার নিয়ে কাজ করা বিভিন্ন সংগঠন ও সমাজকর্মীরা।

উদ্বেগ প্রকাশ করা সংগঠনগুলোর একটি রাজস্থানের ফোরটিন উইম্যান্স গ্রুপ। তারা মুখ্যমন্ত্রী ভজন লালের কাছে একটি চিঠি লিখে রায় চ্যালেঞ্জ করার আহ্বান জানিয়েছে। চিঠিতে সতীদাহ প্রথাকে গৌরবান্বিত করা রোধে সব ধরনের ব্যবস্থা গ্রহণের কথাও বলা হয়। চিঠিতে লেখা হয়েছে, এত বছর পেরিয়ে যাওয়ার পর আসামিদের এভাবে খালাস পাওয়া ‘সতীদাহ প্রথাকে গৌরবান্বিত করার সংস্কৃতি উসকে’ দিতে পারে।

এদিকে ৮  অভিযুক্তদের হয়ে আইনি লড়াই করা একজন আইনজীবী বিবিসিকে বলেছেন, ‘তাঁদের বিরুদ্ধে কোনো প্রমাণ পাওয়া যায়নি। তাই খালাস দেওয়া হয়েছে।’

বিবিসির গীতা পান্ডে রাজস্থানের বিচারমন্ত্রী যোগরাম প্যাটেলের কাছে রায়ের বিরুদ্ধে সরকার আপিল করবে কি না, জানতে চেয়েছিলেন। বিচারমন্ত্রী তাঁকে বলেছেন, ‘আমরা এখনো রায়ের অনুলিপি হাতে পাইনি। আমরা আগে এটি খতিয়ে দেখব। এরপর আপিল করা বা না করা নিয়ে সিদ্ধান্ত হবে।’

উল্লেখ্য,১৯৮৭ সালের ৪ সেপ্টেম্বর প্রচুর সাধারণ মানুষের উপস্থিতিতে রাজস্থানের দেওরালা গ্রামে ১৮ বছর বয়সী রূপকে মেরে ফেলা হয়। শয়ে শয়ে গ্রামবাসীর দেখা এ ঘটনাকে ভারত ও রাজস্থানের জন্য কলঙ্ক বলা হয়।

রূপ যখন চিতায় ওঠার জন্য আসছিলেন, তখন তাঁকে বেশ অস্থিরভাবে হেঁটে আসতে দেখা গিয়েছিল। একদল রাজপুত তরুণ তাঁকে ঘিরে ধরে হাঁটছিলেন। তাঁকে সে সময় বেশ অস্থির মনে হচ্ছিল।

রূপের স্বামীর পরিবার ও উঁচু জাতের রাজপুত সম্প্রদায়ের অন্যরা বলেছিলেন, রূপ নিজে ‘সতী’ হওয়ার সিদ্ধান্ত নিয়েছিলেন এবং তা স্বেচ্ছায়। তাঁরা আরও বলেছিলেন, রূপ তাঁর বিয়ের পোশাক পরে গ্রামের রাস্তায় একটি মিছিল নিয়ে শ্মশানে আসেন। এরপর স্বামী মাল সিংহর চিতায় ওঠেন। এর মাত্র ৭ মাস আগে রূপ ও মাল সিংহর বিয়ে হয়েছিল।

রূপ চিতায় উঠে নিজের কোলে মৃত স্বামীর মাথা রাখেন এবং মন্ত্রজপ করতে থাকেন। ধীরে ধীরে আগুনে পুড়ে তাঁর মৃত্যু হয় বলে দাবি করেন ওই ব্যক্তিরা।

কিন্তু সে সময় সাংবাদিক, আইনজীবী, নাগরিক সমাজ ও নারী অধিকারকর্মীরা ভিন্ন দাবি করেছিলেন। প্রাথমিকভাবে রূপের পরিবারের দাবিও ভিন্ন ছিল।

রূপের পরিবার জয়পুরে বসবাস করত। সেখান থেকে রূপের স্বামীর গ্রামের দূরত্ব ছিল মাত্র দুই ঘণ্টার। অথচ তারা তাদের জামাতার মৃত্যু ও মেয়ের ‘সতী’ হওয়ার খবর পায় পরদিন সংবাদপত্রে। কিন্তু পরে তারাও বলেছিল, তাদের বিশ্বাস, তাদের মেয়ে স্বেচ্ছায় এ কাজ করেছেন। সমালোচকেরা বলেন, রূপের পরিবার প্রভাবশালী রাজনীতিবিদদের চাপে পড়ে এ কথা বলেছেন।


ছবি সৌজন্যে: বিয়ের দিন তোলা ছবিতে রূপ কানোয়ার ও তাঁর স্বামী
ছবি: এক্স থেকে নেওয়া
कार की टक्कर से बाइक सवार पति की मौत, पत्नी गम्भीर
मीरजापुर/लखनऊ । चुनार थाना क्षेत्र के पिरल्लीपुर गांव के पास हाईवे पर मंगलवार की रात एक कार ने बाइक सवार दंपति को कुचल दिया। घटनास्थल पर ही पति की मौत हो गई और पत्नी गम्भीर रूप से घायल है।चुनार थाना क्षेत्र के सुकुलपुरा गांव निवासी बालकरन (50) अपनी पत्नी गीता देवी (45) के साथ बाइक पर सवार होकर अपने गांव जा रहा था। पिरल्लीपुर स्थित हाइवे पर पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मार दी।

घायल युवक वाराणसी रेफर

हादसे में बालकरन की घटनास्थल पर ही मौत और उसकी पत्नी गम्भीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय भेजा, जहां से उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया। शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई में जुट गई है। वहीं महिला की मौत की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है।

लखनऊ में अलग-अलग सड़क हादसों में तीन की गई जान

लखनऊ के विभिन्न थानाक्षेत्रों में हुए सड़क हादसों में छात्र समेत तीन की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हाे गए।बीबीडी के जगपाल खेड़ा निवासी योगेंद्र आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनका बड़ा बेटा ईशान (18) प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। मंगलवार सुबह ईशान छोटे भाई अहान को बाइक से एमिटी स्कूल छोड़कर लौटा था। वह घर के बाहर सड़क पर खड़ा था। इस दौरान बेकाबू डंपर ईशान को कुचलते हुए निकल गया। परिवार में मां प्रियंका हैं।

सड़क पर गिरकर नाजिया की मौत

गोमतीनगर विस्तार के खरगापुर निवासी हाशिम के अनुसार, बेटा शाहबुद्दीन पत्नी नाजिया (28) के साथ दुबग्गा चौराहे के पास रहकर प्राइवेट गाड़ी चला रहा था। सोमवार रात बेटा बाइक लेकर बहू के साथ देवा शरीफ जा रहा था। मटियारी चौराहे के पास बाइक सवार सामने आ गया। उसे बचाने में शहाबुद्दीन ने ब्रेक लगा दी। बाइक बेकाबू हो गई और सड़क पर गिरकर नाजिया की मौत हो गई।इटौंजा में मंगलवार को कार ने ई-रिक्शे में टक्कर मारी दी। हादसे में ई रिक्शा चालक विश्रामपुर के गुड्डू (35) की मौत हो गई, जबकि सवारी परसधर, सौरभ डे और गोपाल जख्मी हो गए।
शत्रु संपत्तियों पर चारा उत्पादन और पशु संरक्षण केंद्र खोले जाएंगे, योगी सरकार का बड़ा फैसला
लखनऊ । यूपी में शत्रु संपत्तियों पर चारा उत्पादन और पशु संरक्षण केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। इस योजना में जमीन केंद्र सरकार मुहैया कराएगी, जबकि उन पर जरूरी सुविधाएं विकसित करने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार उठाएगी।

उत्तर प्रदेश में 7624 गोआश्रय स्थलों में 12 लाख से ज्यादा गोवंश हैं। पशुओं की संख्या को देखते हुए प्रदेश में हरे चारे की कमी है। इसके लिए नए-नए स्थान तलाश करने की योजना है, ताकि वहां हरे चारे के उत्पादन के साथ ही कृत्रिम गर्भाधान व शोध केंद्र भी स्थापित हो सकें।इसी योजना के तहत शासन ने केंद्र सरकार से शत्रु संपत्ति हासिल करने के लिए संपर्क किया है। चिह्नित शत्रु संपत्तियों पर अतिक्रमण होने पर उसे खाली कराया जाएगा। यहां खोले जाने वाले केंद्र आधुनिकतम तकनीक पर आधारित होंगे। इनकी मदद से देसी गायों के संरक्षण और संवर्धन पर जोर दिया जाएगा।


क्या है शत्रु संपत्ति, यहां स्थापित किये जाएंगे पशु संरक्षण केंद्र

भारत-पाकिस्तान बंटवारे और दोनों देशों के बीच हुए युद्ध के बाद तमाम लोग भारत से पलायन करके पाकिस्तान चले गए। वे अपनी संपत्ति यहां छोड़ गए। सरकार ने ऐसी संपत्तियों को अपने कब्जे में लिया और इन्हें शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया। इसी तरह से 1962 के युद्ध के बाद चीन में बसने वाले भारतीयों की संपत्ति को भी शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था। वर्ष 2017 में शत्रु संपत्ति अधिनियम के प्रावधानों में संशोधन के बाद ऐसी सभी संपत्तियां केंद्र के अधीन आ गई हैं।देश में सबसे ज्यादा शत्रु संपत्तियां यूपी में हैं। इनकी संख्या करीब 6017 है।शत्रु संपत्तियों पर चारा उत्पादन एवं पशु संरक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे, ताकि चारे की पर्याप्त आपूर्ति हो सके। पशुओं से संबंधित शोध केंद्र भी विकसित होंगे।*