भदोही में 10 दिवसीय प्रशिक्षण में दिया गया विश्वकर्मा श्रम योजना की जानकारी

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। असनाव बाजार में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना अंतर्गत ट्रेड बढई,लोहार, राजमिस्त्री दर्जी ,हलवाई, धोबी,इन सभी ट्रेडो की विस्तार से जानकारी दी गई।

10 दिवसीय प्रशिक्षण मे मुख्य अतिथि राहुल ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दीमुख्य अतिथि द्वारा 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मे ट्रेड वार प्रशिक्षण का व्यावहारिक, सैद्धांतिक तथा तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किए गए। परंपरागत कारीगरों का फीडबैक लेते हुए विभाग की योजनाएं ,स्वरोजगार के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही है। सभी कारीगर परंपरागत रूप से कार्य कर रहे है।

सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को लाभ के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम संयोजक द्वारा सभी प्रशिक्षक तथा प्रशिक्षण में आए सभी कारीगरों का धन्यवाद किया। मुख्य रूप से ट्रेनर दिलीप कुमार, सचिन ,विवेक शास्त्री, अंकुर कुमार, पुष्पेंद्र कुमार गोपाल विकास , एवं महिला ट्रेनर रिजवाना बानो, मनाली, निधि यादव, ज्योति मौर्य मौजूद रहे

मां दुर्गा पूजनोत्सव की तैयारी में जुटी सीमितियां

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा पूजनोत्सव सीमित द्वारा तैयारी तेज कर दी है। पूजा पंडाल बनाने में बाहर से आए कारीगर दिन रात मेहनत कर रहे हैं। पूजा पंडाल सजाने के साथ ही प्रतिमाओं को भी अंतिम रुप दिया जा रहा है। नवरात्र को लेकर बाजारों में पूजा सामग्री की खरीद और वस्त्र आदि की खरीद बढ़ गई है।

पंडालों में तीन अक्टूबर को मां दुर्गा की प्रतिमाएं वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्थापित होंगे। दशहरा के दिन 12 अक्टूबर को मूर्तियों का विसर्जन होगा। इस वर्ष शारदीय नवरात्र तीन अक्टूबर को पड़ रहा है। जिले में बनने वाले पूजा पंडाल करीब तैयार हो चले हैं। बांस - बल्ली से पंडाल का ढांचा तैयार हो गया है। अब कपड़ा लगाने के साथ ही सजावट का काम शुरू हो होंगा ? जिले में गोपीगंज, जंगीगंज, भदोही, ज्ञानपुर, बाबूसराय, सुरियावां, दुगार्गंज, सीतामढ़ी,चौरी, औराई, समेत कई स्थानों पर आदि शक्ति का आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं। गोपीगंज में तो अक्षरधाम के रुप पंडाल तैयार किया किए जा रहे हैं।

बंगाल से आए कारीगर दिन - रात मेहनत कर रहे हैं। सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ मंदिर में पूजा पंडाल बनाने का काम तीव्र वेग से चल रहा है। मंदिर में सजावट भी की जा रही है। नगर पंचायत ज्ञानपुर में ही सिद्धपीठ हरिहरनाथ मंदिर, श्यामा मुखर्जी पार्क, बालीपुर, दूधनाथ मंदिर के पास मां दुर्गा का पंडाल बनता है। वहीं केएनपीजी कॉलेज मैदान में ऐतिहासिक रामलीला मंचन होता है। पूजा सामग्री की दुकानों पर इन दिनों ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। भक्त पूजा सामग्री संग फलहारी का सामना इक्कठा ले रहे हैं। केसरिया ध्वज की भी बिक्री बाजार में बढ़ गई है। प्रतिमा बनाने का काम तेजी से हो रहा है।

हर मन्नत पूरी होती है घोपइला देवी के दरबार में

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शारदीय नवरात्र 3 अक्तूबर से शुरू हो रहा है। इसके मद्देनजर जिले के सभी प्रमुख देवी मंदिरों में तैयारी जोरशोर से चल रही है। मंदिरों के रंग रोगन के साथ ही विद्युत झालर और फूलों से सजाने का कार्य शुरू हो गया है। देवी मंदिरों में नौ दिनों तक भक्तों का अंबार रहेगा और विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। जिले में लगभग 15 प्रमुख देवी मंदिर हैं, जहां पर पूरे नवरात्र भर मेले जैसा माहौल रहेगा।
देवी आराधना का पवित्र पर्व नवरात्र बृहस्पतिवार को आरंभ हो रहा है। नौ दिनों तक चलने वाली शक्ति स्वरूपा के विभिन्न रूपों की उपासन होती है।

नवरात्र में इस दुर्गा मंदिर का महात्म्य बढ़ जाता है। दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए यहां पहुंचते हैं।घोपइला धाम के नाम से प्रसिद्ध दुर्गा धाम पर नवरात्र में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु हाजिरी लगाने पहुंचते हैँ। मंदिर की स्थापना करने वाले परिवार से जुड़े अवधेश चंद्र श्रीवास्तव बताते हैं कि मंदिर की स्थापना 1924 में उनके दादा जी ने कराई थी। इसके पीछे संतान न होना वजह बताई गई थी। कहते हैं कि एक पंडित जी उन्हें बताया कि तुम एक दुर्गा मंदिर बनवाओ। इसके बाद मंदिर बनवाया गया और उसके दो साल बाद 1926 में मेरे पिताजी का जन्म हुआ। मां दुर्गा के आशीर्वाद से उनका जन्म होने के कारण उनका नाम दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव रखा गया। मां की महिमा अपरंपार है। मान्यता है कि जो भी भक्त यहां पूरी आस्था के साथ मां के दर्शन करने पहुंचता है, मां उसकी सभी मुरादें पूरी करती हैं। बृहस्पतिवार से पूरे नौ दिन यहां देवी महिमा से वातावरण भक्तिमय रहेगा।
*भदोही में आकाशीय बिजली से महिला की मौत, 3 बच्चों के सिर से उठा मां का साया*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- चौरी थाना क्षेत्र के रबेली खास गांव में शनिवार की दोपहर बाद बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से गांव के सिवान में पशु चराने गई एक अधेड महिला की मौत हो गई जिससे परिवार में कोहराम मच गया।

बताया जाता है कि शांति देवी (42) पत्नी बसंत लाल पाल गांव के सिवान में पशु चराने गई थी। अचानक बरसात होने लगी पानी से बचने के लिए वह एक बगीचे में पेड़ के नीचे चली गई कि इसी बीच पेड़ के ऊपर से होते हुए आकाशीय बिजली उसके ऊपर गिरी और वह गंभीर रूप से झुलस कर वही तड़पने लगी। सूचना पर पहुंचे परिजन उसे भदोही के एक निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया।

मृतिका का पति काम के सिलसिले में मुंबई रहता है। उसके पास अनिकेत, ऋषिकेश, विवेक नाम के तीन बच्चे हैं। जिनका पालन पोषण करने वाली वहीं महिला थी।

परीक्षा केंद्रों के लिए 20 तक ली जाएगी आपत्तियां

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- यूपी बोर्ड की परीक्षा को लेकर कालीन नगरी में तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है। विद्यार्थियों का संपूर्ण डाटा अपलोड हो चुका है, उसकी जांच प्रकिया भी समाप्ति की ओर है। इसके साथ ही अब परीक्षा केंद्रों का निर्धारण शुरू कर दिया गया है। नवंबर माह में परीक्षा केंद्रों को भी फाइनल करने की उम्मीदें हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा शांतिपूर्ण नकलविहीन अगले साल भी कराई जाएगी। गत दिनों यूपी बोर्ड के सचिव का पत्र मिला था। उसके बाद से सभी प्रधानाचार्य को इसे लेकर अवगत करा दिया गया था। अब तक विभाग के पोर्टल पर करीब दो सौ से अधिक स्कूल संचालकों ने आवेदन करके परीक्षा केंद्र बनाने की बात कही है।

जिलाधिकारी स्तर से तहसील स्तरीय सीमित का गठन कल तक जियो लोकेशन अपलोड होगी। कहा कि आगामी माह 15 अक्टूबर तक विद्यालयों का भौतिक सत्यापन होगा। इसके बाद 20 अक्टूबर तक सत्यापन की रिपोर्ट अपलोड कर दी जाएगी। दो नवंबर तक छात्र संख्या के आधार पर केंद्रों का निर्धारण कर वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। छह नवंबर तक परीक्षा केंद्रों की सूची का प्रकाशन कर आपत्तियां मांगी जाएगी। 11 नवंबर तक निस्तारण है।

भदोही में क्रिकेट और बैडमिंटन जैसे खेलों में नहीं है प्रशिक्षण

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला स्टेडियम क?ई प्रमुख खेलों के कोच न होने से खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है। स्टेडियम में क्रिकेट, बैडमिंटन और खो-खो जैसी प्रमुख खेलों में प्रशिक्षण नहीं होने से इनमें पंजीकृत खिलाड़ियों को अभ्यास करने में दिक्कत हो रही है। इन खेलों में 50 से 60 खिलाड़ी पंजीकृत हैं। इसके बाद भी कोच न होने से खिलाड़ियों के सामने खुद से अभ्यास करने के अलावा कोई चारा नहीं बचता। जिले के इकलौते स्टेडियम में कई प्रमुख खेलों में प्रशिक्षण न होने से खिलाड़ियों का ठीक से अभ्यास नहीं हो पा रहा है।

जिले से? शिवम दूबे और यशस्वी जायसवाल जैसे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने खिलाड़ी निकले हैं। इसके बाद भी क्रिकेट जैसे खेल में भी जिला स्टेडियम में प्रशिक्षण नहीं है?। बल्कि इस खेल में स्टेडियम में 55 खिलाड़ी पंजीकृत हैं। इसके अलावा बैडमिंटन में 17 खिलाड़ी हैं, लेकिन कोच न होने से उनको बेहतर प्रशिक्षण नहीं मिल रहा है। यही हाल खो-खो का भी है। इनमें 20 खिलाड़ी होने के बाद भी कोच न होने से खिलाड़ी खुद ही प्रशिक्षण लेने को मजबूर हैं। सवाल उठता है कि प्रमुख खेलों में भी कोच न होने से खिलाड़ी को किस तरह से बेहतर प्रशिक्षण मिल सकेगा।

क्रिकेट प्रशिक्षण का बीते साल ही स्थानांतरण हो गया है और खो-खो प्रशिक्षण भी कुछ माह पहले ही अन्य जिले जिले में चले गए हैं। अगले सत्र में क्रिकेट, बैडमिंटन और खो-खो जैसे खेलों में प्रशिक्षण के लिए डिमांड की जाएगी। जिससे बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके।

अभिज्ञान मालवीय उप क्रीड़ा अधिकारी

बंद पड़ी अल्ट्रासाउंड और एक्स - रे मशीन से कैसे हो मरीजों की जांच

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहाल है। जिला अस्पताल का अल्ट्रासाउंड करीब छह महीने से बंद है तो सौ शैय्या का डिजिटल एक्स-रे मशीन तीन महीने पहले जवाब दे दिया और अभी तक नहीं बना।

वहीं सुरियावां सीएचसी पर आठ वर्षों से एक्स-रे मशीन इस्टाॅल नहीं किया जा सका है। जहां रोजना 250 से 300 लोग ओपीडी के लिए आते हैं। दुर्व्यवस्थाओं के बीच मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें निजी लैब संचालकों के पास अल्ट्रासाउंड एक्स-रे के लिए जाना जाता है। जिले में भले ही स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर किए जाने का दावा किया जाता हो , लेकिन जमीनी तौर पर अब भी मरीज चुनौतियों से जूझ रहे हैं। एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी मूलभूत सुविधाएं भी संचालित नहीं हो पा रही है। दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाले महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में छह माह से अल्ट्रासाउंड मशीन बंद है। इससे प्रसव पीड़िताओं की समस्या बढ़ गई है।

इसके अलावा अन्य मरीजों को भी परेशानी हो रही है। हर दिन 20 से 25 की संख्या में पहुंचने वाली प्रसुता महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए निजी जांच केंद्रों पर जाना पड़ता है। इससे उनका अतरिक्त पैसा खर्चा होता है। जिला अस्पताल में मार्च से ही मशीन में तकनीकी गड़बड़ी है। मशीन को बनाने के करीब चार बार इंजीनियरिंग आए, लेकिन उल्टे पांव लौट ग‌ए। जून में सौ शैय्या अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन आई, लेकिन तकनीकी खामी से यह भी नहीं चल सकी। जुलाई माह में अस्पताल प्रशासन और अगस्त में डीएम ने इसके लिए शासन को पत्र लिखा। अब तक इसे लेकर कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है।

यहीं हाल 100 बेड के हास्पिटल का भी है। यहां तीन माह से डिजिटल एक्स-रे बंद पड़ा है। लेकिन जिम्मेदार इसे लेकर लापरवाह बने हुए हैं। यहां केवल ट्रांसफार्मर में खराबी है लेकिन वह भी दुरुस्त नहीं हो पा रहा है। जिला अस्पताल वहां शिफ्ट किया जाता था, लेकिन अब वह भी बंद है। सुरियावां सीएचसी का डिजिटल एक्स-रे मशीन तो आठ वर्षों से सीएचसी पर धूल फांक रहा है। लेकिन मरीजों की सुविधा को देखते हुए अभी तक कोई ठोस इंतजाम नहीं हो सके हैं।

अस्पताल में मरीज को समूचित व्यवस्था उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है। अल्ट्रासाउंड को लेकर शासन को पत्राचार कर दिया गया है। सुरियावां में न‌ई मशीन लगाने की तैयारी चल रही है। सौ शैय्या अस्पताल में एक्स-रे क्यों बंद है। इसे लेकर सीएमएस ने बात की जाएगी।

डॉ संतोष कुमार चक मुख्य चिकित्साधिकारी भदोही

जिला अस्पताल में आयुष्मान पखवाड़ा का सीडीओ ने किया शुभारंभ, सरकारी व 29 प्राइवेट अस्पतालों में करा सकते हैं मुफ्त इलाज

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में मंगलवार को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी डॉ शिवकांत त्रिवेदी ने फीता काटकर किया।आयुष्मान पखवाड़ा का शुभारंभ करने के पश्चात उपस्थित लोगों को मुख्य विकास अधिकारी ने आयुष्मान कार्ड की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों को 5 लाख तक मुख्य इलाज किया जा सकता है ।

उन्होंने कहा कि जिले के सरकारी अस्पतालों समेत 29 प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से 5 लाख का निशुल्क इलाज किया जाएगा । उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने योजना संचालित कर गरीब लोगों को इलाज में काफी सहायता प्रदान किया है। कहा कि आज आयुष्मान पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया है। जिसके तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष चक ,चिकित्सा अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद ,चिकित्सक प्रदीप यादव सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।

कल मनाया जाएगा जीवित्पुत्रिका पर्व, बच्चों के लिए मां करती है ये कठिन व्रत

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सनातन धर्म में जीवित्पुत्रिका पर्व का विशेष महत्व है। इस व्रत को करने से संतान की आयु लंबी होती है। इस व्रत में महिलाएं 24 घंटे तक अनवरत निर्जला उपवास रखती हैं। इस व्रत के पुण्य प्रताप से व्रती के बच्चे तेजस्वी ओजस्वी और मेधावी होते हैं। सनातन पंचांग के अनुसार इस बार 24 सितंबर को दिन बुधवार यानी कल है। यह जीवित्पुत्रिका व्रत है। पूर्वांचल की महिलाएं इसे जिउतिया भी कहती हैं। यह पर्व हर वर्ष आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

इस दिन विवाहित स्त्रियां व्रत रखती हैं।इस व्रत के पुण्य प्रताप से संतान दीर्घायु होता है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि जितिया करने वाले व्रती के संतान की रक्षा स्वंय भगवान श्रीकृष्ण करते हैं। जिले में जिउतिया व्रत को लेकर महिलाओं ने तैयारियां शुरू कर दी है। महिलाएं बाजारों में खरीदारी करने के साथ ही व्रत की तैयारियाें में जुटी हैं। 24 घंटे तक निर्जला उपवास का यह कठिन व्रत महिलाएं अपने संतान की लंबी और आरोग्य पूर्ण आयु के लिए रखती हैं।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत युद्ध के दौरान अश्वत्थामा ने पिता की मौत से नाराज होकर पांच लोगों को पांडव समझकर मार डाला।

यह सभी द्रौपदी की पांच संतानें थी। जिसपर अर्जुन अश्वत्थाम को बंदी बनाकर उनकी दिव्य मणि छिन ली। जिस पर अश्वत्थामा ने अभिमन्यु की पत्नी के गर्भ में पल रहे बच्चे को मार डाला। जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने पुण्य प्रताप के बल पर अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा की अजन्मी संतान को देकर उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को पुन: जीवित किया। भगवान श्रीकृष्ण के आशीर्वाद से उत्पन्न बच्चे नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया। आगे चलकर यहीं राजा परीक्षित के नाम से प्रचलित हुए। तभी से इस व्रत को माताएं संतान की लंबी आयु के लिए रखती हैं।

मां दुर्गा की प्रतिमाओं को सजा रहे कलाकार ,बंगाल से आए कारीगर बना रहें आकर्षक मां की मूर्ति

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शारदीय नवरात्र को लेकर पूजनोत्सव सीमित की तैयारियां युद्ध स्तर से शुरू हो गई है। आकर्षक पंडाल बनाने का काम चल रहा है। ऐसे में बंगाल से आए कारीगर मां दुर्गा की प्रतिमाएं तैयार कर सजावट का काम कर रहे हैं। पटेल नगर में छह माह पूर्व से ही आदि शक्ति की प्रतिमाएं बनाने का काम शुरू हो गया है। कोलकाता से आए मिलन पाल ने बताया कि छह माह से पटेल नगर में मूर्ति बनाने का काम चल रहा है। भगवान श्री गणेश की मूर्तियां बनाई गई। आर्डर मिलने पर भगवान विश्वकर्मा की भी मूर्तियां बनकर तैयार कर दी गई थी।

मां दुर्गा की आकर्षक प्रतिमाओं को बनाने का काम चल रहा है। एक अक्टूबर से ही मूर्तियों की बिक्री शुरू हो जाएगी। पूजनोत्सव सीमित के लोग पूर्व में ही प्रतिमाएं बनाने का आर्डर दे चुके हैं। उसी अनुसार कारीगर द्वारा प्रतिमाओं को बनाया जा रहा है। बाहरी कारीगर छह माह पूर्व ही जिले में आ गए थे। विभिन्न स्थानों पर किराए पर भवन लेकर मूर्ति बनाने का काम चल रहा है। पंडाल में स्थापित होने वाली मूर्तियां इस वर्ष दस से चालीस हजार रुपए तक की बनाई जा रही है। पटेल नगर में इन दिनों 70 से ज्यादा मूर्तियों बनाएं जा रहे हैं। नवरात्र शुरू होते ही मां दुर्गा जिले के विभिन्न स्थानों पर विराजमान हो जाएंगी। समय नजदीक आते ही मूर्ति कलाकार भी मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। विभिन्न आकर्षक रंगों से मां की प्रतिमाओं को सजानेका कार्य कर रहे हैं। पूजा समितियां भी जोर-शोर से प्रतिमाओं के स्थापना को लेकर तैयारियों में जुट गई है।