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Sep 23 2024, 17:41

नियद नेल्लानार से बदल रही बस्तर की तस्वीर, गांवों में लौटी रौनक: सुरक्षा और विकास ने भरे खुशहाली के रंग

रायपुर-     प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर बस्तर के लोग अपनी संस्कृति और विशेष परंपराओं के निर्वहन के लिए जाने जाते हैं। कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने खुशहाल जीवन जीने के लिए स्वयं को प्रकृति के अनुकूल बनाए रखा, अपने को संभाले रखा, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उनके खुशहाल जीवन को माओवादियों की नजर लग गई थी, नाच-गाना बंद हो गए, मांदर की थाप मंद पड़ गई, सड़कें सुनी हो गई और स्कूल बंद होने लगे। स्थानीय हाट बाजार भी बंद हो गये, जहां से स्थानीय लोग अपनी छोटी-छोटी जरूरतों की खरीदी करते थे। हर हाल में अपनी जीवन में खुशियों के रंग सहेजकर रखने वाले बस्तर के वनवासियों की जिंदगी धीरे धीरे बेरंग हो गई।

माओवादी गतिविधियों के कारण शासन-प्रशासन द्वारा संचालित योजनाओं का समुचित लाभ भी अंदरुनी इलाकों में स्थानीय लोगों को नहीं मिल रहा था। इस सब समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार द्वारा ‘‘नियद नेल्ला नार‘‘ (अपका अच्छा गांव) संचालित की जा रही है। जिसमें सुरक्षा कैम्पों के पांच किलोमीटर के दायरे वाले गांवों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ शतप्रतिशत हितग्राहियों तक पहुंचाने की मुहिम चलायी जा रही है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। स्थानीय हाट बाजार अब गुलजार होने लगे हैं। बंद पड़े हाट बाजार और स्कूल अब फिर से शुरू हो रहे हैं। जिससे बस्तर की तस्वीर बदलती जा रही है और बस्तर में पुनः रौनक लौटी है।

आदिवासी क्षेत्रों में वामपंथी उग्रवाद को रोकने के लिए राज्य सरकार ने सुरक्षा और विकास की नीति को मूल मंत्र बनाया है, इसके सार्थक परिणाम दिख रहे हैं। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ-साथ उन्हें सभी जरूरी सुविधाएं भी दी जा रही है। बीते 9 महीनों के दौरान मुठभेड़ों में 156 माओवादियों को ढेर किया गया। पिछले 6 महीने में 32 फारवर्ड सुरक्षा कैम्पों की स्थापना की गई। निकट भविष्य में दक्षिण बस्तर एवं माड़ में रि-डिप्लायमेंट द्वारा 29 नए कैम्पों की स्थापना भी प्रस्तावित है।

नियद नेल्ला नार (आपका अच्छा गांव) योजना नक्सल प्रभावित इलाकों में गेम चेन्जर्स साबित हो रही है। माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित नए कैम्पों के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों एवं ग्रामीणों को 17 विभागों की 59 हितग्राहीमूलक योजनाओं और 28 सामुदायिक सुविधाओं के तहत आवास, अस्पताल, पानी, बिजली, पुल-पुलिया, स्कूल इत्यादि मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर छत्तीसगढ़ के माओवादी आतंक प्रभावित जिलों के विद्यार्थियों को तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए ब्याज रहित ऋण मिलेगा।

आदिवासी समुदाय की बसाहट ज्यादातर वनांचल क्षेत्रों में है। इन क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क बढ़ाया जा रहा है। कई ऐसे हाट बाजार जो वीरान हो गए थे, वे अब पुनः गुलजार होने लगे हैं। माओवादी क्षेत्रों में बारहमासी सड़कें और पुल-पुलियों का निर्माण किया जा रहा है, जो दिलों को जोड़ने का काम कर रही है। अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पक्की सड़कों के निर्माण, स्कूलों के नियमित रुप से खुलने, उचित मूल्य दुकानों के बेहतर संचालन से बस्तर की तस्वीर बदलने लगी है। केन्द्र सरकार द्वारा नगरनार में देश का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र भी शुरू किया गया है, इससे बस्तर अंचल के विकास को नई गति मिली है और लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

बस्तर जिले के दरभा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम कलेपाल में बारहमासी सड़क का निर्माण किया गया है, बिजली पहुंच गयी है। यहां का साप्ताहिक बाजार जो बंद हो गया था, वह फिर से शुरु हो गया है। दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण से बस्तर जिले के कलेपाल गांव तक पक्की सड़क का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। दरभा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोलेंग में बारहमासी सड़क का निर्माण हुआ है, बिजली पहुंची है, आंगनबाड़ी केन्द्र प्रारंभ हुआ है। लोहंडीगुड़ा विकासखण्ड के ग्राम बोदली में उचित मूल्य दुकान खोली गयी है तथा पहुंच मार्ग का निर्माण किया जा रहा है।

सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड अंतर्गत आने वाले गांव पूवर्ती में बनी राशन दुकान जल्द ही शुरू होगी। इस गांव में राशन दुकान नहीं होने के कारण यहां के लोगों को कई किलोमीटर दूर पैदल चल कर दूसरे गांव में राशन लेने जाना पड़ता है। अब गांव में ही राशन दुकान खुलने से ग्रामीणों को उनके ही गांव में राशन मिलने लगेगा। शासन-प्रशासन की पहुंच से कोंसो दूर बसा, यह गांव दशकों से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा था, लेकिन अब यहां शासन की योजनाएं पहुंचने लगी है।

आखिर क्यों खास है पूवर्ती गांव

सुकमा जिले के अंदरूनी व अतिसंवेदनशील क्षेत्र में बसा हुआ पूवर्ती गांव एक वक्त नक्सलियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना हुआ करता था। एक करोड़ रूपए का ईनामी नक्सली हिड़मा तथा टेकलगुड़ा कैंप निर्माण के दौरान नक्सली हमले की घटना का मास्टरमाइंड देवा का यह पैतृक गांव होने के कारण हमेंशा चर्चा में रहा है। माओवादियों का प्रभाव में होने के कारण पूवर्ती गांव में शासन की योजनाएं नहीं पहुंच पा रही थी, लेकिन अब इस गांव में सुरक्षा कैम्प खुलने से यहां के लोगों को तेजी से मूलभूत सुविधाएं सुलभ होने लगी है।

नियद नेल्ला नार योजना का ही यह परिणाम है कि सुकमा जिले के अंदरूनी क्षेत्र के गांव नवापारा एल्मागुंडा में डीटीएच का इंस्टालेशन किया गया है, जिसका लाभ बच्चों के साथ-साथ ग्रामीण भी उठा रहे हैं। मनोरंजन के साथ ही वे देश-प्रदेश की खबरों से भी रूबरू हो रहे हैं। मोबाइल टॉवर लगने से ग्रामीण अब शासकीय योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

नियद नेल्ला नार योजना के चलते ही नारायणपुर जिले के ओरछा विकासखण्ड के गांवों में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत् 12 हितग्राहियों के मकान बनाने का काम पूर्ण हो चुका है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में यहां के बच्चों को पूरक-पोषण आहार के साथ ही स्कूल पूर्व प्राथमिक शिक्षा मिलेगी। ग्राम मसपुर में नया उचित मूल्य दुकान भी स्थापित किया गया है, जिससे यहां के ग्रामीणों को अब अपने गांव में ही राशन सामग्री प्राप्त होगी। गांव में शुद्ध पेजयल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हैण्डपंप के स्थापना भी तेजी से की जा रही है। कोहकामेटा से कानागांव तक और आकाबेड़ा से कलमानार तक सड़क का निर्माण किया जाएगा।

बीजापुर जिले के चिक्कापल्ली में नियद नेल्ला नार योजना के तहत प्राथमिक शाला भवन और आंगन बाड़ी भवन का निर्माण प्रक्रियाधीन है। उचित मूल्य दुकान खोलने के लिए गांव में भवन बनाया जा रहा है। पेयजल सुविधा के लिए सोलर ड्यूल पंप स्थापित किया गया है। इसी प्रकार उड़तामल्ला पंचायत के ग्राम यमपुर में ग्रामीणों के लिए 08 नग बोर खनन, सोलर हाई मास्ट की स्थापना की गई है। गांव में प्राथमिक शाला भवन, आंगनबाड़ी भवन, उचित मूल्य की दुकान का भी निर्माण किया जा रहा है। अतिसंवेदनशील इलाके के इन गांवों की यह बदलती तस्वीर, बदलते बस्तर की बानगी है।

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Sep 23 2024, 17:34

पोषण माह अंतर्गत निकाली गई पोषण रैली, सोहर गीत और पोषण गान के माध्यम से दी गई संगीतमय जानकारी

रायपुर-    राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत 1 से 30 सितंबर तक महासमुंद जिले के कुल 1790 आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। पोषण माह के अंतिम सप्ताह में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। आज शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों द्वारा रैली निकालकर जागरूकता संदेश दिया गया। इस रैली का उद्देश्य बच्चों और ग्रामीणों में संतुलित आहार के साथ पोषण आहार की निरंतरता, मात्रा और खाने के तरीके पर लोगो तक जन जागरूकता लाना है। सही मात्रा में पौष्टिक भोजन लेने पर ही हम शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते है ।

महासमुंद शहरी परियोजना अंतर्गत सेक्टर 1 में पोषण माह अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में संतुलित आहार एवं खानपान की जानकारी दी गई। विभिन्न व्यंजनों का प्रदर्शन कर गर्भवती और शिशुवती माताओं को खानपान के बारे में समझाया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि गर्भवती माताओं के लिए जीवन के सुनहरे एक हजार दिन विशेष होते हैं। इस अवधि में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। उन्होंने महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने और अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की समझाईश देते हुए कहा कि समय पर पौष्टिक आहार लेवें। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं की जानकारी का भी लाभ उठाएं। इस दौरान बच्चों का वजन लिया गया एवं रैली निकालकर जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में स्थानीय भजन मंडली द्वारा सोहर गीत और पोषण गान गाकर बच्चों के आशीष और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की गई। पोषण गीत के माध्यम से भी उनके स्वास्थ्य और मानसिक, शारीरिक विकास हेतु प्रेरित किया गया। परियोजना अधिकारी ने बताया कि महिला को स्वस्थ रहने के लिए 20 मिलीग्राम आयरन प्रतिदिन चाहिए। यदि लंबे समय तक शरीर में पोषण की कमी बनी रहती है तो वही धीरे-धीरे कुपोषण के रूप में दिखाई देता है। 18 से 35 वर्ष की महिलाओं में उनके बैलेंस डाइट पर कार्य करने की जरूरत है महिला जैसे विवाहित होती है उसकी लगातार काउंसलिंग करने से उसके शरीर में खून की मात्रा का पता कर शरीर में खून की कमी ना हो इसके लिए लगातार परामर्श देना प्रारंभ करना अति उत्तम समय होता है। कार्यक्रम में पर्यवेक्षक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित महिलाएं एवं बच्चे मौजूद थे।

ज्ञातव्य है कि 23 सितम्बर से 29 सितम्बर तक जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। जिसमें 24 सितंबर को शाम को कुपोषण मुक्ति हेतु मशाल रैली, 25 सितंबर को बाजार हाट में पोषण जागरूकता, 26 सितंबर को समस्त कार्यकर्ता की पोषण भी पढ़ाई भी पर कार्यशाला, 27 सितंबर को पंचायतों में विशेष पोषण सभा (जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में), 28 सितंबर को स्वच्छता ही सेवा (आंगनवाड़ी और पोषण वाटिका, हितग्राही के पोषण बाड़ी की साफ-सफाई) एवं 29 सितंबर को व्यंजन, रंगोली, मेहंदी और पोषण खेलकूद का आयोजन किया जाएगा।

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Sep 23 2024, 17:29

मुख्यमंत्री ने आकाशीय बिजली से 8 लोगों की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजनांदगांव जिले में आकाशीय बिजली गिरने की घटना में मृतकों और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने जिला प्रशासन अधिकारियों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने साथ-साथ घायलों के उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

गौरलतब है कि राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम जोरातराई में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मृत्यु हो गई है। जिला प्रशासन द्वारा मृतकों के परिजनों को आरबीसी 6-4 के तहत 4-4 लाख रूपए की सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है। आकाशीय बिजली गिरने से 5 बच्चे तथा 3 लोगों की मृत्यु हो गई है। इस घटना में एक घायल व्यक्ति का ईलाज अस्पताल में किया जा रहा है, वह खतरे से बाहर है।

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Sep 23 2024, 17:23

लोहारीडीह घटना की दण्डाधिकारी जांच पर बड़ी खबर

रायपुर-     कबीरधाम जिले के ग्राम लोहारीडीह में 15 सितंबर 2024 को शिवप्रसाद साहू की मृत्यु उपरांत घटित आगजनी में रघुनाथ साहू की मृत्यु होने के कारण उक्त घटनाक्रम के संबंध में दंडाधिकारी जांच के लिए अतिरिक्त कलेक्टर निर्भय साहू को दंडाधिकारी जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

अतिरिक्त कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री साहू ने बताया कि इस जांच बिन्दु से संबंधित जानकारी रखने वाले व्यक्ति 24 सितंबर 2024 से 04 अक्टूबर 2024 तक सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर पूर्वान्ह 11 बजे से सांय 5 बजे तक कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कबीरधाम के कक्ष क्रमांक 17 में उपस्थित होकर लिखित अथवा मौखिक साक्ष्य एवं अभिलेख प्रस्तुत कर सकते हैं।

घटना जांच के लिए निर्धारित बिन्दुओं में घटना का सिलसिलेवार विचरण। सम्पूर्ण घटना किन परिस्थितियों में हुई। घटना के क्या कारण थे। भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो या अन्य कोई सुझाव या जांच अधिकारी अन्य बिन्दुओं को शामिल करना उचित समझे।

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Sep 23 2024, 17:16

मतदान के प्रति जन-जागरूकता लाने विशेष अभियान

रायपुर-     नगरीय निकाय एवं पंचायत आम चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए बलरामपुर जिले में जाबो (जागव बोटर) कार्यक्रम अंतर्गत व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन की ओर से चुनाव के लिए गांव-गांव में मतदाता जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में जमीनी स्तर पर ग्रामीणों, आम नागरिकों, नव मतदाताओं को मतदाता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों से लेकर नगरीय क्षेत्रों तक अभियान चला कर लोगों को मतदान के लिए सब काम छोड़ मतदान करो की सीख दी जा रही है।

शिक्षा विभाग द्वारा रैली, मानव श्रृंखला, निबंध, लेखन, रंगोली एवं चित्रकला के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। मतदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए स्कूल के सभी छात्र-छात्राएं अपने घर मोहल्ले में मतदान करने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे है। रैली के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों द्वारा युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को मतदान करने की अपील की जा रही है। साथ ही मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को अपने अमूल्य मत का प्रयोग करने जागरूक कर रहें हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि चाहे वो 80 वर्ष से उपर के व्यक्ति हो या दिव्यांग हो या फिर 18 वर्ष पूर्ण कर चुकेे हो वे मतदान का उपयोग अवष्य करें।

विद्यार्थियों ने पेंटिंग के माध्यम से संदेश दिया कि लोकतंत्र में मतदान मतदाता का सबसे बड़ा अधिकार है। मतदाता को इस अधिकार का उपयोग अवश्य करना चाहिए। इससे लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़ें और अधिक मजबूत होती हैं। बच्चों ने मतदाता जागरूकता बैनर, पोस्टर बनाने में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया और जागरूक करने नये-नये तरीकों के माध्यम से मतदाताओं को लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी के संदेश को रचनात्मकता के साथ प्रदर्शित भी किया।

रंगोली प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए मतदान के प्रति जागरूक किया। छात्र-छात्राओं ने विषयानुकूल सुंदर एवं आकर्षक रंग संयोजन के साथ अपनी कला का प्रदर्शन किया। जिसमें मतदाताओं को जागरूक करने अनिवार्य रूप से वोटिंग करने, मतदान द्वारा जिले, राज्य, देश को सशक्त बनाने आदि विषयों पर केंद्रित रंगोली बनाई गई। साथ ही ग्रामीण अंचल का चित्रण कर घर में बैठे महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करते हुए दिखाया गया। जबकि कुछ में ईवीएम, वीवीपैट का चित्रण कर मताधिकार का प्रयोग करने का संदेश दिया गया।

ग्राम पंचायतों में ग्रामीण स्तर पर दीवार लेखन के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न पारा, मोहल्ले में दीवारों पर नारों, स्लोगन के जरिए मतदान के विभिन्न आयाम एवं फायदे के बारे में बताया जा रहा है। विभिन्न प्रकार की दीवार लेखन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। मतदाता जागरूकता के लिए प्रशासन द्वारा जगह जगह पर चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। ताकि शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को सार्थक किया जा सके।

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Sep 23 2024, 16:39

छत्तीसगढ़ बास्केटबॉल संघ की नई कार्यकारिणी का गठन, पीताम्बर गुप्ता बने अध्यक्ष, सुमित उपाध्याय महासचिव…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ प्रदेश बाकेटबॉल संघ की प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक 22 सितंबर को रायपुर में हुई. बैठक में पुरानी प्रबंधकारिणी समिति को भंग करके नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया. अध्यक्ष पीताम्बर गुप्ता और महासचिव के लिए सुमित उपाध्याय का नाम सर्वसम्मति से पारित किया गया. इनके नाम का प्रस्ताव अनिल पुसदकर ने रखा था. 

प्रदेश कार्यकारिणी के साथ-साथ विभिन्न जिला संघों के पदाधिकारियों व सदस्य की उपस्थिति में बैठक हुई, जिसमें एजेंडे में प्रदेश संघ की महासचिव के निधन के पश्चात रिक्त पद के पूर्ति के साथ नवीन प्रबंधकारिणी के गठन और प्रत्येक जिला, नगर निगम एवं संस्थान को मान्यता देना शामिल था.

बैठक में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर परवानी, नरेश डाकलिया, अनिल पुसदकर, प्रमोद सिंह, राजेश पाण्डेय, आनंद सिंह, उमेश सिंह ठाकुर, राजेश प्रताप सिंह, आलोक गुप्ता, नमिताभ जैन, इकबाल अहमद, नुरेन चंद्राकर, राजेन्द्र तम्बोली, वरिष्ठ NIS कोच सुधीर राजपाल, प्रीतम दास, विष्णु पाण्डेय, वीरेन्द्र देशमुख उपस्थित थे.

इनके अलावा जिलों से प्रतियूश नेमी, अमित तिवारी, हुमन राम यदु, सुनील नायक, देवेन्द्र महानंद, अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी लुमेंद्र साहू, अंजू जोशी, अतुल मिश्रा, रघुनाथ मुखर्जी, नलिन शर्मा, अब्बाश आलम, राघव पाण्डेय सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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Sep 23 2024, 16:33

केशकाल घाटी में 50 घंटे से लगा जाम, दोनों ओर से फंसे मालवाहक वाहन, व्यापारिक गतिविधियों पर भी पड़ रहा असर
कोंडागांव-  केशकाल घाटी में शनिवार रात से लगा जाम अब तक नहीं हट सका है, जिससे मालवाहक वाहनों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. घाट के सातवें मोड़ पर एक ट्रक के खराब होने से यह जाम शुरू हुआ, जो अब लगभग 50 घंटे से जारी है.

केशकाल थाना प्रभारी विकास बघेल ने बताया कि रायपुर से जगदलपुर जाने वाली गाड़ियों को दादरगढ़ के पास और जगदलपुर की ओर आने वाली गाड़ियों को बटराली और फरसगांव के पास रोक दिया गया है. केवल बसों और छोटे वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति दी जा रही है. इस जाम से मालवाहक वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं, जिससे व्यापारिक गतिविधियों पर भी असर पड़ रहा है.

रविवार से केशकाल घाट की सड़क के नवीनीकरण का काम शुरू हो गया है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो सकती है. प्रशासन जाम हटाने के प्रयास में जुटा हुआ है, ताकि जल्द से जल्द यातायात बहाल किया जा सके.

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Sep 23 2024, 16:26

राजधानी में अंबिकापुर के युवक की हत्या : पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल, कहा –

रायपुर-     राजधानी के मरीन ड्राइव के पास आज सुबह अम्बिकापुर के युवक ईश्वर राजवाड़े की हत्या होने पर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा से बात की है. सिंहदेव ने कहा, प्रदेश की राजधानी के मुख्य पर्यटन क्षेत्र में थाने से चंद कदमों की दूरी पर घटित यह घटना हतप्रभ करने वाला है.

उन्होंने कहा कि इस घटना से मैं भौचक्का रह गया हूं. छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऐसी बुरी स्थिति छत्तीसगढ़ में कभी नहीं रही. सरगुजा निवासी ईश्वर राजवाड़े की इस तरह दिनदहाड़े हत्या से मन आहत है. घटना की जानकारी होते ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा को फोन कर इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को गिरफ्तार करने की बात कही है.

बता दें कि सरई टिकरा निवासी ईश्वर राजवाड़े शासकीय कार्य से अपने अधिकारी को लेकर प्रदेश की राजधानी रायपुर आया था. आज सुबह वह रायपुर के तेलीबांधा तालाब के पास मॉर्निंग वॉक के लिए गया था, जहां मोटरसाइकिल सवार तीन लुटेरों ने उसकी मोबाइल लूटने के प्रयास में उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी.

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर जांच में जुट गई है. वहीं अज्ञात आरोपियों की तलाश के लिए cctv कैमरे की भी मदद ली जा रही है. बता दें कि इससे पहले बीते दिनों ही एक सिरफिरे युवक ने तेलीबांधा तालाब के पास ही एक युवती को चाकू मारकर घायल कर दिया था. इलाज के दौरान युवती ने दम तोड़ दिया था.

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Sep 23 2024, 16:21

छत्तीसगढ़ में CBI की लिमिट तय होने पर PCC चीफ बैज ने उठाए सवाल, कहा –
रायपुर-    छत्तीसगढ़ में सीबीआई की लिमिट तय होने पर सियासत गर्म हो गई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने साय सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सीबीआई की एंट्री पर राज्य और केंद्र सरकार के बीच तालमेल नहीं है. CBI की एंट्री केवल कांग्रेस के लिए है.

बैज ने कहा, राज्य में हो रहे लेन-देन से बचने का यह रास्ता है. कांग्रेस सरकार में सीबीआई बैन पर भाजपा सवाल उठाती रही. भाजपा सरकार में सीबीआई की सीमा क्यों तय हुआ, इसका जवाब दें. बता दें कि छत्तीसगढ़ में सीबीआई बैन था. भाजपा की सरकार आते ही इस बैन को हटा दिया गया. वहीं राज्य सरकार ने CBI की लिमिट भी तय की है।

भारतीय न्याय संहिता के प्रावधान के तहत राज्य सरकार ने 9 सितंबर को अधिसूचना जारी की है. इसके मुताबिक, अब CBI राज्य सरकार के अधीन लोक सेवकों से संबंधित मामलो में लिखित अनुमति के बिना जांच नहीं कर सकेगी.

राज्य के कर्मियों के लिए ये है प्रावधान

राज्य सरकार ने सीबीआई के लिए ये शर्त रखी है कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा नियंत्रित लोकसेवकों से संबंधित मामलों में राज्य सरकार की पूर्व लिखित अनुमति के बिना ऐसा कोई अन्वेषण नहीं किया जाएगा, जैसा कि केंद्र सरकार या केंद्रीय उपक्रमों के अफसर, कर्मियों संबंधित मामलों में करने की अनुमति है। सूत्रों के अनुसार, अब राज्य सरकार जो मामले जांच के लिए सीबीआई को सौंपेगी, उन मामलों की ही जांच यह केंद्रीय संस्था कर पाएगी।

आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा गुमराह कर रही : बैज

जातिगत आरक्षण के मुद्दे पर भी सियासत जारी है. भाजपा की ओर से कांग्रेस को आरक्षण विरोधी बताए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष बैज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. बैज ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा गुमराह कर रही है. भाजपा आरक्षण की हितैषी है तो राजभवन में लंबित विधेयक पर ध्यान दें. छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही चाकूबाजी की घटना को लेकर बैज ने कहा कि राज्य में अपराधी बेलगाम हो गए हैं. सरकार का नियंत्रण नहीं दिख रहा. जनता में इस बात को लेकर आक्रोश है. सरकार अपराधियों को संरक्षण देने में लगी है.

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Sep 23 2024, 15:24

सरकारी अस्पताल देवभोग में 6 नन्हे फरिश्तों की गूंजी किलकारी, 15 घंटे के भीतर 6 महिलाओं की हुई सफल डिलीवरी

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में विशेष रूप से रूचि रखने और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में जनहित कार्यों और जन-सुविधाओं के पर्यवेक्षण रखने के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। अब लोगों को दूर जाए बिना ही घर के आसपास ही शासकीय अस्पताल में स्वास्थ्य जांच एवं इलाज की सभी सुविधाएं मिल रही हैं। वर्तमान में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। इसका सुखद परिणाम भी सामने आ रहा है। इसी कड़ी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवभोग में 6 महिलाओं की सफलतापूर्वक डिलीवरी कराई गई। मेडिकल टीम की सकुशल मेहनत और प्रयास से 6 नन्हे फरिश्तों ने जन्म लिया। सभी नवजात शिशु पूरी तरह स्वस्थ है। शिशुओं की आवश्यक स्वास्थ्य जांच कर सभी का प्रारंभिक टीकाकरण किया गया है।दरअसल देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 21 सितंबर दोपहर 1.30 बजे से 22 सितंबर के दोपहर 3 बजे तक 15 घंटे में 6 सुरक्षित प्रसव कराया गया। शुरू के डेढ़ घंटे में ही 4 प्रसव करा लिए गए थे। 15 घंटे के भीतर 6 महिलाओं की सफल डिलीवरी जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवभोग के डॉक्टरों की टीम ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई। साथ ही एक दूसरे का हौसला अफजाई भी किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गार्गी यदु पाल के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में डॉक्टरों की टीम ने विशेष रणनीति बनाकर महिलाओं की सफल डिलीवरी करने में विशेष भूमिका निभाई। इस उपलब्धि के लिए कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ की टीम को बधाई देते हुए जिले में निरंतर उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही गंभीरता एवं सक्रियता पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मेडिकल टीम की प्रशंसा भी की।

उल्लेखनीय है कि राज्य के मैदानी सहित दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में भी सक्रियता के साथ स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है। गांवों में स्थित प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित की गई हैं। साथ ही आवश्यक मेडिकल जांच एवं निशुल्क दवाइयां भी उपलब्ध की गई है। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। साथ ही डॉक्टर एवं मेडिकल टीम भी सक्रिय होकर काम कर रही हैं। जिससे लोग शासकीय अस्पतालों में उम्मीदों एवं विश्वास के साथ इलाज कराने आ रहे हैं। इसके फलस्वरूप लोगों को अपने गांव के आसपास ही शासकीय अस्पतालों में आसानी से मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल पा रहा है। इसके अलावा समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कैंप लगाकर भी वनांचल गांवों में लोगों का आवश्यक स्वास्थ्य जांच एवं इलाज किया जा रहा है।

गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच तथा समय-समय पर टीकाकरण भी सक्रियता के साथ किया जा रहा है। साथ ही शिशुवती माताओं को आवश्यक पूरक पोषण आहार भी प्रदान किया जा रहा है। इसके फलस्वरूप संस्थागत प्रसव को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। साथ ही लक्ष्य पूरा करने में सफलता मिल रही है। प्रति माह 9 व 24 तारीख को गर्भवती दिवस मनाया जाता है। जिसमे गर्भवती माताओं की पूरी जांच के अलावा उन्हें संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया जाता है।