Jul 15 2024, 16:21
फर्जी जॉबकार्डों पर कराया जा रहा मनरेगा भुगतान
शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) विकास खंड सकरन में प्रधान की पत्नी भाई भतीजे कर रहे मनरेगा में काम परिजनों के नाम पर कराया जा रहा लाखों का भुगतान ग्रामीणों ने मामले की शिकायत डीएम से की है |
विकास खंड सकरन की ग्राम पंचायत कल्ली में मनरेगा से फर्जी तरीके से पैसा निकाले जाने का मामला प्रकाश में आया है जहां प्रधान द्वारा अपने परिजनों के खाते पर मनरेगा का पैसा निकाला जा रहा है ग्राम प्रधान का एक भाई पंचायत मित्र तो दूसरा है सफाई कर्मी ग्राम प्रधान जमाल अहमद की पत्नी साहिना परवीन, भाई मोहम्मद आलम, पंचायत मित्र भाई की पत्नी आलिया, सफाई कर्मी भाई की पत्नी आसफा, पंचायत मित्र भाई का नाबालिग लडका समीर, भतीजे जावेद व मुख्तार के नाम फर्जी जॉब कार्ड बने है जिन पर वर्ष 2020/21 से मनरेगा से कराये जाने वाले कार्यों में जॉब कार्ड लगा कर लाखों रूपयों का भुगतान कराया जा रहा है।
उक्त लोगों के बैंक खाते तो अलग अलग है मगर पीएफएम खाता 50521976613 सब का एक ही है शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि ग्राम प्रधान का सगा भाई शकील इसी ग्राम पंचायत में पंचायत मित्र है जिसके संरक्षण में मनरेगा से फर्जी कार्य आसानी से किये जा रहे है प्रधान के परिजनों के जॉबकार्डों पर मनरेगा से कराये गये भुगतान की जानकारी पंचायत सचिव टीए व ब्लाक के अधिकारियों को भी है यही वजह है कि शिकायतों के बाद अब तक न तो फर्जी जॉबकार्डों की जांच हुयी है और न ही कोई कार्यवाही ब्लाक अधिकारियों द्वारा की गयी है ग्रामीण रामभूखन,शिवबालक आदि ने इस सम्बंध में जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर प्रधान द्वारा अपने परिजनों के नाम निकाली जा रही धनराशि की जांच कराये जाने की मांग की है |
इस सम्बंध में जब एडीओ पंचायत दिनेश यादव से बात की गयी तो उन्होने बताया कि मनरेगा ऐक्ट के तहत कोई भी इच्छुक ब्यक्ति अपना जॉबकार्ड बनवाकर कार्य कर सकता है |
Jul 19 2024, 19:01