दूल्हा-दुल्हन की सुहागरात की रील वायरल, सोशल मीडिया पर मच गया तहलका, लोग बोले- अब बचा ही क्या


सोशल मीडिया का जुनून लोगों  पर कुछ इस कदर सवार है कि किसी भी हद को पर करने से बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाते हैं। आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई ऐसी फोटो और वीडियो सामने आ जाती है जिन्हें देखकर दिमाग हिल जाता है।

आज ऐसे ही वायरल हो रहे वीडियो के बारे में बता रहे हैं, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। दरअसल,व्लॉगिंग और रील का जुनून लोगों के सर पर ऐसा सवार है कि इसके लिए वह कुछ भी करने से पीछे नहीं हटते हैं। हाल ही में एक वीडियो काफी ज्यादा चर्चाओं में आ गया है, जिसमें जोड़ा अपनी सुहागरात की प्राइवेट वीडियो को शेयर कर देता है।


वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से नव विवाहित यह जोड़ा अपनी प्राइवेट सुहागरात हो पब्लिकली कर देता है। वायरल हो रहे वीडियो में वह सब चीज बताई जाती है जो नव विवाहित अपनी सुहागरात में करते हुए नजर आते हैं यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है।

वीडियो में एक कपल दिखाई दे रहा है, ऐसा लग रहा है कि दोनों की शादी हाल ही में हुई है। दूल्हा, दुल्हन से पूछ रहा है कैसी रही हमारी सुहागरात? इसपर दुल्हन ने जवाब दिया अभी हुई कहां है? इसपर दूल्हे ने कहा हां, ये बात तो है कि अभी हुई कहां है। इसके बाद दोनों बेड की ओर गए और सजावट दिखाने लगे। इस वीडियो को सुनंनदा रॉय नाम की एक महिला ने X पर शेयर किया है।


सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद से ही काफी ज्यादा चर्चाओं का विषय बना हुआ है लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए नजर आ रहे हैं। कई ने तो लिखा है कि अब इसके बाद बचा ही क्या है? लोग पॉपुलर होने के चलते अपनी प्राइवेट चीजों को भी पब्लिक के साथ में शेयर कर देते हैं। इस तरह के वीडियो पहले भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुर्खियां बटोर चुके हैं।
हाथरस में हुए भगदड़ में 121 लोगों की मौत मामले की सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई, याचिका में विशेषज्ञ समिति से जांच की मांग



सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि वह हाथरस भगदड़ की घटना की जांच के लिए शीर्ष अदालत के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति की नियुक्ति की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करेगा. इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गई थी.

अधिवक्ता विशाल तिवारी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष अपनी याचिका का उल्लेख किया. पीठ में न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शामिल थे. तिवारी ने कहा कि सौ से अधिक लोगों की जान चली गई है और उन्होंने अदालत से आग्रह किया कि उनकी याचिका को तत्काल सूचीबद्ध किया जाए. सीजेआई ने कहा कि उन्होंने याचिका को सूचीबद्ध करने के संबंध में आदेश दे दिए हैं और इसे सूचीबद्ध किया जाएगा.

हाथरस जिले की सिकंदरा राव तहसील के रतिभानपुर गांव में एक अस्थायी तंबू में धार्मिक उपदेशक और उनकी पत्नी के संबोधन के दौरान भगदड़ मच गई. याचिका में कहा गया है कि इस तरह की घटना प्रथम दृष्टया सरकारी अधिकारियों द्वारा जिम्मेदारी की गंभीर चूक, लापरवाही और जनता के प्रति देखभाल के कर्तव्य की कमी को दर्शाती है.

याचिका में कहा गया है कि सरकारी अधिकारियों की ओर से यांत्रिक विफलता, चूक और लापरवाही बरती गई है, क्योंकि उन्होंने सभा के संबंध में सुरक्षा और बचाव उपायों की निगरानी नहीं की. याचिका में उत्तर प्रदेश सरकार को 2 जुलाई की घटना पर स्थिति रिपोर्ट पेश करने और अधिकारियों और अन्य के खिलाफ उनके लापरवाह आचरण के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है.


याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि वह सभी राज्य सरकारों को निर्देश दे कि वे ब्लॉक/तहसील से लेकर जिला स्तर तक भगदड़ की घटनाओं से निपटने के लिए उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति प्रस्तुत करें. याचिकाकर्ता ने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन उनसे कोई सीख नहीं ली गई है. इसलिए जांच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए न्यायिक आयोग की नियुक्ति का आदेश देना महत्वपूर्ण है.

याचिका में कहा गया, ‘भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े धार्मिक आयोजनों की परंपरा है. अक्सर, हजारों भक्त एक तंग जगह पर इकट्ठा होते हैं, जहां कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं होतीं. यहां तक कि आपातकालीन स्थिति में प्रवेश या निकास द्वार भी नहीं होते. कभी-कभी, इन आयोजनों के आयोजकों के पास स्थानीय अधिकारियों के साथ उचित संचार की कमी होती है. इसके परिणामस्वरूप अक्सर जानलेवा भगदड़ मच जाती है.’


याचिका में कहा गया है कि भगदड़ की इस भयावह घटना से कई सवाल उभर कर सामने आए हैं. इससे राज्य सरकार और नगर निगम की ड्यूटी और चूक पर सवाल उठते हैं. पिछले एक दशक से हमारे देश में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनमें कुप्रबंधन, ड्यूटी में चूक, लापरवाह रखरखाव गतिविधियों के कारण बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है, जिन्हें टाला जा सकता था.
उत्तराखंड के जोशीमठ में पहाड़ से गिरे भारी बोल्डर, बदरीनाथ नेशनल हाईवे हुआ बंद, बड़ा हादसा टला


बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ियों से बोल्डर गिरने से बंद हो गया है. सड़क मार्ग को खोलने का कार्य जारी है. पहाड़ से बोल्डर गिरने की घटना जोशीमठ के चुंगी धार पर हुई है. गनीमत रही कि इस दौरान कोई पहाड़ से गिरे बोल्डरों की चपेट में नहीं आया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.


चमोली जिले के सीमांत क्षेत्र जोशीमठ में मानसून की दस्तक के बाद आज मौसम खुशगवार बना हुआ है. बावजूद इसके हाईवे पर बिन बारिश पहाड़ियों से बोल्डर गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके चलते यात्री वाहनों सहित मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों को भी खतरा बना हुआ है. दरअसल आज मंगलवार सुबह जोशीमठ के प्रवेश द्वार चुंगी धार पालिका कूड़ा डंपिंग ग्राउंड के समीप बदरीनाथ हाईवे पर चट्टान दरकने से सड़क बाधित हो गई.


यहां बिन बारिश पहाड़ियों के दरकरने का सिलसिला जारी है. बदरीनाथ हाईवे पर की ये तस्वीरें मंगलवार आज सुबह की हैं. जब जोशीमठ के निकट चुंगी धार के पास बदरीनाथ हाईवे के ऊपर चट्टान दरकी है.

सड़क पर बोल्डर गिरने से पहले धीरे धीरे पहाड़ी से चट्टान दरकने की आवाज आने ओर एक एक करके पत्थर गिरने के कारण जहां जोगी धारा प्वाइंट की तरफ मॉर्निंग वॉक करने निकले कुछ स्थानीय युवा सहित कई यात्री वाहन बाल बाल बचे. सड़क बंद होने से हाईवे के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गई. इधर जेसीबी मशीन द्वारा बोल्डर हटाकर सड़क खोलने का काम जारी है.
यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी ने दोस्त पुतिन को दी नसीहत, बोले-बम और बारुद से युद्ध का समाधान नहीं
#pm_narendra_modi_latest_statement_on_russia_ukraine_war_to_vladimir_putin

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता में हिस्सा लिया।करीब 5 साल बाद रूस के दौरे पर गए पीएम मोदी ने आज मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति के साथ शिखर बैठक की। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए। इस बैठक में उन्होंने दोस्ती वाले अंदाज में एक बार फिर यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत का सहारा लेने की सलाह दी।

पीएम मोदी ने कहा, "पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 5 वर्ष पूरी दुनिया, पूरी मानवजाति के लिए बहुत चिंताजनक रहे और चुनौतीपूर्ण रहे और अनेक संकटों से गुजरना पड़ा। पहले कोविड के कारण और बाद में संघर्ष और तनावों के कारण। अब ऐसी स्थिति में भी भारत-रूस मित्रता के कारण, जब दुनिया फूड, फ्यूल और फर्टेलाइजर के संकट से गुजर रही थी, मैं मेरे देश के किसानों को फर्टिलाइजर में मुसीबर में नहीं आने दिया। उनकी आवश्यकता को पूरी करने में सफल रहे और इसमें रूस का मदद रहा।" पीएम मोदी ने किसानों के हितों में रूस के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की बात की।

वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध की बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- एक मित्र के तौर पर मैंने हमेशा कहा कि युद्ध के मैदानों से शांति का रास्ता नहीं निकलता है। पीएम मोदी ने कहा, "युद्ध हो, संघर्ष हो, आतंकवादी हमले हो, मानवता में विश्वास करने वाला हर व्यक्ति, जब जनहानि होती है तो बहुत पीड़ित होती है। उसमें भी जब मासूम बच्चों की मौत होती है, उन्हें मरते हुए देखते हैं तो हृदय छलनी हो जाता है। इस विषय में भी आपसे विस्तार से चर्चा हुई। मित्र के नाते हमने हमेशा कहा है कि हमारे भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए शांति सर्वाधिक आवश्यक है। लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं होते हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, "शांति बहाली के लिए भारत हर तरह से सहयोग करने को तैयार है। मैं आपको और विश्व समुदाय को आश्वस्त करता हूं कि भारत शांति के पक्ष में है। ऐसा करना संभव है।''

आतंकवाद पर भारत की चिंता प्रकट करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले 40-50 सालों में भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है। आतंकवाद कितना भयानक और घिनौना है, हम 40 साल से झेल रहे हैं। मॉस्को और दागेस्तान में हुई आतंकी घटनाओं का दुख हम महसूस कर सकते हैं। मैं कल्पना कर सकता हूं कि इसका दर्द कितना गहरा होगा। मैं सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता हूं।
कम नहीं हो रही हैं केजरीवाल की मुश्किलें, ईडी की चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान, प्रोडक्शन वारंट जारी
#production_warrant_issued_against_cm_arvind_kejriwal


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फिर मुसीबत बढ़ने वाली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर सप्लीमेंटरी चार्जशीट पर संज्ञान लिया है।कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को 12 जुलाई को पेशी का वारंट जारी किया है। राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के खिलाफ दायर सातवीं चार्जशीट पर संज्ञान लिया है।

दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी द्वारा दायर ताजा आरोपपत्र पर संज्ञान लिया। स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को 12 जुलाई के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया है। अदालत ने मंगलवार को उत्पाद शुल्क नीति के संबंध में दायर सातवें पूरक आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया।

कोर्ट ने ईडी द्वारा विनोद चौहान के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र पर भी संज्ञान लिया और 12 जुलाई को कोर्ट के समक्ष उनकी उपस्थिति के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया। ईडी ने इस चार्जशीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया था। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने आरोपपत्रों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है और मामले को 12 जुलाई को सूचीबद्ध किया गया, जब सभी आरोपियों को अदालत के सामने पेश किया जाएगा।

बता दें कि सीएम केजरीवाल शराब नीति मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें हाल ही में सीबीआई ने भी दिल्ली की तिहाड़ जेल से गिरफ्तार करके पूछताछ की थी। सीबीआई ने तिहाड़ जेल में केजरीवाल से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। यह दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा पीएमएलए मामले में उन्हें दी गई जमानत पर रोक लगाने के कुछ घंटों बाद हुआ।

अदालत की अनुमति के बाद, सीबीआई ने 26 जून को कोर्ट में केजरीवाल से पूछताछ की और फिर मामले में उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल ने सीबीआई द्वारा की गई अपनी गिरफ्तारी और तीन दिन की पुलिस हिरासत को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में जमानत के लिए याचिका भी दायर की है। दोनों मामलों की सुनवाई 17 जुलाई को तय की गई है।
कम नहीं हो रही हैं केजरीवाल की मुश्किलें, ईडी की चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान, प्रोडक्शन वारंट जारी

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फिर मुसीबत बढ़ने वाली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर सप्लीमेंटरी चार्जशीट पर संज्ञान लिया है।कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को 12 जुलाई को पेशी का वारंट जारी किया है। राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के खिलाफ दायर सातवीं चार्जशीट पर संज्ञान लिया है।

दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी द्वारा दायर ताजा आरोपपत्र पर संज्ञान लिया। स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को 12 जुलाई के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया है। अदालत ने मंगलवार को उत्पाद शुल्क नीति के संबंध में दायर सातवें पूरक आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया। 

कोर्ट ने ईडी द्वारा विनोद चौहान के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र पर भी संज्ञान लिया और 12 जुलाई को कोर्ट के समक्ष उनकी उपस्थिति के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया। ईडी ने इस चार्जशीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया था। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने आरोपपत्रों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है और मामले को 12 जुलाई को सूचीबद्ध किया गया, जब सभी आरोपियों को अदालत के सामने पेश किया जाएगा।

बता दें कि सीएम केजरीवाल शराब नीति मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें हाल ही में सीबीआई ने भी दिल्ली की तिहाड़ जेल से गिरफ्तार करके पूछताछ की थी। सीबीआई ने तिहाड़ जेल में केजरीवाल से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। यह दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा पीएमएलए मामले में उन्हें दी गई जमानत पर रोक लगाने के कुछ घंटों बाद हुआ।

अदालत की अनुमति के बाद, सीबीआई ने 26 जून को कोर्ट में केजरीवाल से पूछताछ की और फिर मामले में उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल ने सीबीआई द्वारा की गई अपनी गिरफ्तारी और तीन दिन की पुलिस हिरासत को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में जमानत के लिए याचिका भी दायर की है। दोनों मामलों की सुनवाई 17 जुलाई को तय की गई है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को रास नहीं आई मोदी-पुतिन मुलाकात, बोले- घोर निराशा हुई
#volodymyr_zelensky_not_like_pm_modi_hugging_putin

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय रूस यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने मोदी-पुतिन की मुलाकात पर नाराजागी जताई है और इस यात्रा को निराशाजनक और चिंताजनक बताया।जेलेंस्की ने पीएम मोदी की मॉस्को यात्रा की आलोचना करते हुए इसे शांति प्रयासों के लिए बड़ा झटका बताया है।इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बयान भी जारी किया है।

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते हुए देखना निराशाजक है। ये शांति प्रयासों के लिए भी झटका है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रूस पहुंचे थे, तभी खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन के 5 शहरों पर 40 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेन का दावा है कि सोमवार को रूस ने कीव में बच्चों के अस्पताल पर हमला किया जिसमें 41 लोग मारे गए। ये सब उस वक्त हुआ जब मोदी रूस दौरे पर रवाना हो चुके थे। अमेरिकी न्यूज चैनल CNN के मुताबिक हमले के बाद अस्पताल से 600 से ज्यादा मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। हमले के कुछ ही देर बात अस्पताल की इमारत गिर गई। पुलिस ने बताया कि 3 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी घायलों का इलाज किया जा रहा है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यह हमला ऐसे समय में किया गया जब अस्पताल में भीड़ ज्यादा थी।

बता दें कि यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने कभी भी हमले का समर्थन नहीं किया, जबकि हमेशा बातचीत से हल करने की बात कही।वहीं, अपने रूस दौरे पर भी भारतीय प्रधानमंत्री ने वही बात दोहराई है।इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर अपना महत्वपूर्ण संदेश दोहराया कि 'यह युद्ध का समय नहीं है।' सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पीएम मोदी ने यूक्रेन युद्ध का कूटनीतिक हल निकालने पर जोर दिया और रूसी राष्ट्रपति से कहा कि 'युद्ध के मैदान में समाधान नहीं ढूढ़ा जा सकता है।' भारत का यह रुख क्षेत्र में शांति और स्थिरता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है और आग्रह करता है कि संघर्ष के बजाय बातचीत से समाधान निकालना चाहिए।

वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने निजी मुलाकात में रूसी सेना के लिए यूक्रेन में लड़ रहे भारतीयों का मुद्दा भी उठाया, जिसके बाद रूस ने सभी भारतीयों को जंग से बाहर करने का फैसला किया है। पीएम मोदी की यात्रा की यह बड़ी सफलता है।
“खोखले भाषणों और झूठे वादों से कुछ नहीं होगा....” कठुवा अतंकी हमले के बाद राहुल गांधी का सरकार पर जोरदार प्रहार
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पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले बढ़े हैं। सोमवार को जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए जबकि 5 घायल हुए। घात लगाए बैठे आतंकियों ने सेना के वाहन पर पहले तो ग्रेनेड फेंका और फिर अचानक से गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले की नेता विपक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं ने निंदा की है।लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आतंकवादी हमलों पर अब खोखले भाषण और झूठे वादों से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है।

राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना के वाहन पर हुए आतंकी हमले का समाचार अत्यंत दुखद है। मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने वाले शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों को अपनी गहन संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायल जवानों के शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, ‘हमारी सेना पर ये कायरतापूर्ण हमले अत्यधिक निंदनीय हैं। एक महीने के अंदर पांचवा आतंकी हमला देश की सुरक्षा और हमारे जवानों के जीवन पर भयंकर आघात है। लगातार हो रहे आतंकी हमलों का हल कठोर कार्रवाई से होगा, न कि खोखले भाषणों और झूठे वादों से। इस दुख की घड़ी में हम मजबूती से देश के साथ खड़े हैं।’

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आतंकी हमले की निंदा की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक त्रासदी बनी हुई है। खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया, जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में हमारे चार बहादुर जवानों की शहादत पर गहरा दुख हुआ। 6 जवान घायल भी हैं। हम सेना पर हुए इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक महीने में यह पांचवां आतंकी हमला है।
कठुआ हमले पर फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, बोले-ऐसा ना हो कि युद्ध हो जाए

#farooq_abdullah_reaction_on_martyrdom_five_india_army_soldiers_in_kathua 

जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया। आतंकियों ने सेना के गश्ती वाहन को निशाना बनाया जिसमें पांच सैनिक शहीद हुए। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू के कठुआ में पांच जवानों के शहीद होने पर मंगवाल को बड़ा बयान दिया है।आतंकियों की इस हरकत पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है।

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कठुआ हमले पर कहा, सारी दुनिया में इसकी निंदा हो रही है। ये गलत है। दुनिया का कोई देश आतंकवाद को कबूल करने के लिए तैयार नहीं है। ये आतंकवाद उन्हें (पाकिस्तान) बर्बाद कर देगा। जब आतंकवाद बंद होगा तब बातचीत शुरू होगी। दोनों चीजें एक साथ नहीं चल सकती। उन्हें इस बारे में सख़्त कदम उठाने चाहिए।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी वारदातों से कहीं ऐसा न हो कि भारत के लोगों का लावा इतना बढ़ जाए कि उन्हें लड़ाई पर करनी पड़ जाए। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान पहले ही बर्बाद हो चुका है ऐसे में उसे यह सोचना चाहिए। इसके आगे उन्होंने कहा कि लड़ाई से दोनों ही मुल्कों में सिर्फ और सिर्फ तबाही ही मचेगी इससे ज्यादा और कुछ नहीं होगा। उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना बंद करना चाहिए. जो पाकिस्तान कर रहा है वह पूरी तरह से गलत है।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने कठुआ में सोमवार को भारतीय सेना की गाड़ी पर गोलीबारी और ग्रेनेड हमले की सख्त निंदा की थी। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है। गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में सेना के वाहन पर हुए आतंकी हमले में पांच जवानों की शहादत और छह जवानों के घायल होने की खबर बेहद दुखद और निंदनीय है। जम्मू प्रांत में आतंकवाद का बढ़ना बेहद चिंताजनक है। हमारी संवेदनाएं घायल जवानों और उनके परिवारों के साथ है। सरकार को आतंकवाद से निपटने और जनता की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.

राहुल बोले – ‘मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक', बीजेपी ने कहा – मणिपुर का जिक्र करते हुए देश को भारतीय संघ कहना हानिकारक

डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मणिपुर का दौरा किया. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने मणिपुर की त्रासदी को ‘‘भयंकर’’ करार देते हुए कहा कि पिछले साल मई में हिंसा शुरू होने के बाद से यह राज्य की उनकी तीसरी यात्रा है, लेकिन उन्हें ‘‘स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि वह हिंसा प्रभावित लोगों की पीड़ा सुनने और उनमें विश्वास जगाने के लिए राज्य के दौरे पर आए हैं. ‘‘हम मणिपुर में शांति लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे... विपक्ष में होने के नाते मैं सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हूं.’’ मेहनतकश मजदूरों को अधिकार, सुरक्षा और सम्मान दिलाना मेरा संकल्प: राहुल गांधी.


प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जब पत्रकारों ने सवाल पूछे तो राहुल गांधी ने कहा, "...मैं जो कह रहा हूं, उसका सम्मान करें. मैं यहां एक स्पष्ट संदेश देने आया हूं, मैं ऐसे सवालों का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता जो मुद्दे को भटकाने के लिए बनाए गए हों...मैंने अपना बयान दे दिया है." उन्होंने आगे कहा, "मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है."


मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक'

उन्होंने कहा कि कृपया मेरी बात का सम्मान करें। मैं यहां एक स्पष्ट संदेश देने आया हूं, मैं ऐसे सवालों का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता जो मुद्दे को भटकाने के लिए बनाए गए हैं। मैंने अपना बयान दे दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है।


इसपर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसमें यह कहा गया है कि "मणिपुर का जिक्र करते हुए इंडिया या भारत को भारतीय संघ कहना भ्रामक और हानिकारक है। यूरोपीय संघ के विपरीत, हमारे राज्य संप्रभु नहीं हैं" "राहुल गांधी का दृष्टिकोण हमारी राष्ट्रीय अखंडता के लिए बहुत खतरनाक है" ।