सरायकेला :स्वीप

सरायकेला: आगामी लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के दौरान जिले में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के मद्देनजर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला के द्वारा मतदाता जागरूकता कोषांग को विभिन्न प्रतियोगिताओं, कार्यक्रमों आदि का आयोजन कर अधिक से अधिक मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया गया है।

 इसी क्रम में जिला स्वीप कोषांग के अंतर्गत आज JSLPS द्वारा आज खरसावां प्रखंड के कृष्णपुर पंचायत, गम्हरिया प्रखंड के यशपुर पंचायत में, कुचाई प्रखंड के बारहातु पंचायत में,गम्हरिया प्रखंड के बड़ा कांकडा पंचायत में,इचागढ़ प्रखंड के गुदड़ी पंचायत में,कुकडु प्रखंड के कुकडु पंचायत में उपस्थित होकर जागरूकता रैली शपथ आंगनबड़ी सहिया, सेविका(बीएलओ) के द्वारा आगामी लोकसभा आम निर्वाचन 2024 हेतु स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस दौरान मतदाता जागरूकता को लेकर बनाए गए मतदाता जागरूकता को लेकर रंगोली प्रतियोगिता आयोजन व पोस्टर के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र में "चुनाव का पर्व देश का गर्व" आई एम रेडी टू वोट थीम के तहत मतदाता जागरूकता के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही उपस्थित सभी मतदाताओं को आगामी लोकसभा आम निर्वाचन 2024 में मतदान करने हेतु  मतदाता शपथ कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

इस दौरान आंगनबाड़ी सहिया सेविका ने अपने-अपने क्षेत्र में सभी मतदाताओं को आगामी लोकसभा आम निर्वाचन 2024 में सभी मतदाताओं को जागरुक करते हुए बिना लोभ लालच या दबाव में आए हुए अपने नजदीकी मतदान केन्द्रो में जाकर अपना बहुमूल्य मतों का उपयोग को लेकर गांव-गांव घूम-घूम कर मतदान करने हेतु अपील की।

झारखंड क्षत्रीय युवा संघ की नई केन्द्रीय कमिटी की घोषणा, नीरज सिंह को अध्यक्ष तथा कुमार प्रभाकर को महामंत्री बनाया गया


सरायकेला : झारखंड क्षत्रीय युवा संघ की नई केन्द्रीय

कमिटी की घोषणा कर दी गई है. घोषित कमिटी में नीरज सिंह को अध्यक्ष तथा कुमार प्रभाकर को महामंत्री बनाया गया है. 

वहीं, अन्य लोगों को भी जिम्मेवारी दी गई है. कमिटी की घोषणा झारखंड क्षत्रीय संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष शंभूनाथ सिंह ने की. इस अवसर पर केन्द्रीय संरक्षक नन्द कुमार सिंह, शिवशंकर सिंह, अनूप सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे. 

 इस दौरान उन्होंने कहा कि पारिवारिक वातावरण और क्षत्रिय समाज के उत्थान के लिए हमे भी आरक्षण मिले इसको लेकर हम लोगो ने बैठक करेंगे। सरकार किसी की भी हो पर हम आरक्षण को लेकर संघर्ष करेंगे।

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस आज, समग्र स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है नृत्य

सरायकेला : अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस हर साल 29 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है। नृत्य न केवल एक कला है बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि 30 मिनट की नृत्य कक्षा एक जॉगिंग सत्र के बराबर होती है। यह सबसे अच्छे और सबसे मज़ेदार फिटनेस व्यायामों में से एक है जिसमें भारी वजन उठाने की ज़रूरत नहीं है, कोई दर्दनाक खिंचाव आदि नहीं है। नृत्य के मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभ हैं और यह आराम करने का एक शानदार तरीका है। कला के इस खूबसूरत रूप का जश्न मनाने और विश्व स्तर पर अन्य नृत्य रूपों को संजोने के लिए हर साल 29 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस का इतिहास

यह दिन विश्व स्तर पर मनाया जाता है और इसे यूनेस्को की प्रदर्शन कलाओं के मुख्य भागीदार इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट (आईटीआई) की नृत्य समिति द्वारा बनाया गया था। 29 अप्रैल की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि यह प्रसिद्ध फ्रांसीसी नृत्य कलाकार जीन-जॉर्जेस नोवरे का जन्मदिन है, जो 1727 में पैदा हुए थे, एक बैले मास्टर और नृत्य के महान सुधारक थे।

आयोजनों के निर्माता और आयोजक यूनेस्को द्वारा आईटीआई हैं। आपको बता दें कि 1982 में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस बनाया गया था और तब से अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस के लिए संदेश लिखने के लिए एक उत्कृष्ट व्यक्तित्व का चयन किया जाता है। यहां तक ​​कि आईटीआई, एक चयनित मेजबान शहर में, एक प्रमुख कार्यक्रम बनाता है जहां कई नृत्य प्रदर्शन, शैक्षिक कार्यशालाएं, गणमान्य व्यक्तियों के भाषण, नृत्य कलाकार, मानवीय परियोजनाएं आदि होती हैं।

इसके अलावा दुनिया भर में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जैसे ओपन-डोर पाठ्यक्रम, प्रदर्शनियाँ, लेख, स्ट्रीट शो, विशेष प्रदर्शन आदि।

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस का महत्व

 अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस को विश्व नृत्य दिवस के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन कला और संस्कृति को बढ़ावा देता है, और "नृत्य की कला" के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाता है। इसने नृत्य के कई रूपों और कला में उनके महत्व के बारे में शिक्षा भी फैलाई। 

मूल रूप से, यह दिन दुनिया भर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों और त्योहारों के माध्यम से नृत्य में भागीदारी और शिक्षा को प्रोत्साहित करता है। दुनिया भर की संस्कृतियों में नृत्य एक कला रूप और संचार का एक तरीका दोनों है और लाखों लोगों द्वारा इसका अभ्यास किया जाता है।

हम इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि यह दिन उन लोगों के लिए एक उत्सव है जो नृत्य और इसके कला रूपों को महत्व देते हैं और यह दूसरों, संस्थानों आदि के लिए एक जागृत कॉल के रूप में भी कार्य करता है जिन्होंने अभी तक इसके मूल्य को नहीं पहचाना है।

नृत्य की विभिन्न कलाएँ

1. ओडिसी नृत्य शैली

यह नृत्य की एक शुद्ध शास्त्रीय शैली है, जो मनमोहक मुद्राओं से समृद्ध है। इस नृत्य शैली में कहानी कहने का तत्व मौजूद है जिसकी जड़ें ओडिशा के मंदिरों में हैं।

2. भरतनाट्यम नृत्य शैली

यह सबसे पुराने शास्त्रीय प्रदर्शन कला रूपों में से एक है जो पूरी दुनिया में किया जाता है। आपको बता दें कि नृत्य की इस शैली की उत्पत्ति तमिलनाडु में हुई थी।

3. समकालीन नृत्य शैली

4. नृत्य का यह रूप आज चलन में है और थीम-शैली वाले नृत्य से भी जुड़ा है।

4. नवशास्त्रीय नृत्य शैली

यह प्रदर्शन कला का नवीनतम रूप भी है। इसे 2019 की वर्तमान पीढ़ी-एक्स से मेल खाने वाली आधुनिक शैली के रूप में भी जाना जाता है।

5. तांडव नृत्य शैली

शिव तांडव नृत्य शैली की जड़ें पौराणिक हैं जो भगवान शिव से संबंधित हैं और इन्हें विभिन्न रूपों में दर्शाया गया है।

6. कुचिपुड़ी नृत्य शैली

यह भी शास्त्रीय नृत्य का दूसरा रूप है। इसकी उत्पत्ति आंध्र प्रदेश से हुई।

7. कथक नृत्य शैली

इसमें कोई संदेह नहीं है, यह आज तक भारत में सबसे ग्लैमरस शास्त्रीय नृत्य रूपों में से एक है। कथक की उत्पत्ति उत्तर भारत में देखी जा सकती है।

8. चाऊ नृत्य शैली

यह मंच नृत्य का एक अर्ध-शास्त्रीय रूप है और इसकी उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी भाग में हुई थी।

9. कथकली नृत्य शैली

यह नृत्य का एक शानदार मंच कला रूप है। इसकी उत्पत्ति भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण (डक्कन) भाग से हुई थी। यह केरल का एक दीप्तिमान कला रूप है। इसे भारत के सबसे कठिन नृत्य रूपों में से एक माना जाता है।

10. मणिपुरी नृत्य शैली

जैसा कि नाम से पता चलता है, नृत्य की इस शैली की उत्पत्ति देश के उत्तरपूर्वी भाग मणिपुर में हुई थी। यह एक जीवंत शास्त्रीय नृत्य है जो भारतीय देवी-देवताओं की शुद्ध भारतीय पौराणिक कहानियों के इर्द-गिर्द घूमता है।

आम जनता के बीच नृत्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस या विश्व नृत्य दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य दुनिया भर की सरकारों को शिक्षा की सभी प्रणालियों में नृत्य के लिए उचित स्थान प्रदान करने के लिए राजी करना भी है।

झारखंड से सटे पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला क्षेत्र में शराबी से तृणमूल नेता की धक्का मुक्की में हुई मौत,पुलिस कर रही छानबीन


सरायकेला : लोकसभा चुनाव के पहले झारखंड राज्य से सटे पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला अंतर्गत बड़ा बाजार थाना क्षेत्र में  कल शाम तृणमूल पार्टी के एक नेता का निधन हो गया।

मृतक पुरुलिया जिला के जिला परिषद सदस्य प्रतुल महतो( 55 वर्ष ) के बीच कुछ शराबी ने धक्का मुक्की किया उसके बाद वह बेहोस हो गया । जिसे स्थानीय लोगो द्वारा बड़ाबाजार स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उसे डॉक्टरों के टीम द्वारा ने उसे मृत् घोषित कर दिया ।

घटना बड़ा बाजार थाना क्षेत्र के रविवार की शाम् की है। 

झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिला के बोड़ाम थाना क्षेत्र से सटे खासबहाल गांव के आसपास कुछ शराबी के बीच प्रतुल महतो से चार लोगो के साथ बहस बाजी हुआ जिसे दोनो पंच के लोगो के बीच धक्का मुक्की शुरू हुआ और प्रतुल महतो गिर पड़े और बेहोश् हो गये ।हल्ला सुनते ही स्थानीय लोगो द्वारा तीन लोगो को पकड़ लिया और भागने में एक व्येक्ति सफल रहा ।

तीन लोगो को बड़ाबाजार थाना में लाया गया ।जहा पुलिस का कहना हे तीनो लोगो से पुछताछ की जा रही है। घटना को राजनीति बताया जा रहा है। 

इस संबंध में पुरुलिया एसपी अभिजीत बनर्जी ने बताया कि अबतक गहन पुछताछ किया जा रहा हे जल्द मामला का खुलासा होगा। स्थानीय लोगो का कहना है कि प्रतुल महतो कुछ माह से बीमार थे। बड़ाबाजार से दावा खरीद कर अपने घर जाने के क्रम में कुछ शराबी खाशबहाल के आसपास दारू पी रहा था। उन लोगो से बहस हो गया बतों -बातो में धक्का मुक्की हुआ और वह गिर पड़े ।

वेव इंटरनेशनल होटल की पार्टियों में देर रात्रि आतिशबाजियों के धमाके डीजे साउंड से ग्रामीण एवं वन्य जीव परेशान।


सरायकेला : वेव इंटरनेशनल होटल एंड रिसॉर्ट में आए रात्रि शादी समारोह में डीजे साउंड और आतिशबाजी धमाके से चांडिल दलमा की तराई में ईको सेंसिटिव क्षेत्र के ग्रामीण और वन्य प्राणीयो के परेशानियों कारण बन गया।

 बता दें वेव इंटरनेशनल होटल एंड रिसॉर्ट दलमा तराई क्षेत्र के ईको सेंसिटिव क्षेत्र में आता है महज हाफ किमी दूरी है। होटल और रिसॉर्ट है तो शादी, बर्थडे पार्टी, समारोह, होना लाजमी है।

  

होटल मैनेजमेंट की क्या है लापरवाही.?

 उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार रात्रि 10 बजे तक 6 वॉल्यूम तक बजा सकते है उसके बाद बंद, साथ ही दलमा तराई क्षेत्र ईको सेंसिटिव जोन में वन्य प्राणी आश्रय है, इस क्षेत्र अधिकांश जगली हाथी की झुंड विचरण करते नजर आते है ।जिसे हाथी की झुंड एब वन्य जीवजंतु भयभीत होकर दूसरी ओर पलायन करते हैँ ।

 इस कारण वेव इंटरनेशनल होटल एंड रिसॉर्ट में धमकेदार आतिशबाजी , अत्यधिक साउंड वाले पटाखे इत्यादि बजाना पर् प्रतिबंध है। 

वेव इंटरनेशनल होटल एंड रिसॉर्ट प्रबंधन की मनमानी के कारण ग्रामीणों को रात्रि जागरण करना पड़ रहा है। वन विभाग दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के जीव जंतुओं की संरक्षण के लिए सरकार करोड़ो रुपए खर्च कर रही है।टाटा रांची हाइवे एनएच 33 में दो जगहों पर जंगली जीव जंतु हाथियों के लिए एलिफेंट अंडरपास और नो साउंड क्षेत्र घोषित किया गया है। 

वही वेव इंटरनेशनल होटल एंड रिसॉर्ट नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है ये अति संवेदनशील मामला है। साथ ही ग्रामीणों का कहना है की इस संबंध में कई बार होटल प्रबंधन से कहा गया लेकिन कोई ध्यान नहीं देते। 

आसनबानी पंचायत वार्ड पार्षद मलिंदर उरांव ने बताया वेव इंटरनेशनल होटल एंड रिसॉर्ट मे आयोजित होने वाले पार्टी आदि में प्रबंधन की मनमानी के कारण डीजे साउंड और आतिशबाजी बम धमके के रात्रि जागरण करना पड़ता नियम के मुताबिक रात 10 बजे के बाद ये सब प्रतिबंध है।

 प्रबंधन ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान निकाले , नही तो ग्रामीण आंदोलन की राह चुनेंगे जिसकी जिम्मेवारी होटल प्रबंधन की होंगी।कब तक वन्य जीव जंतु की सुरक्षा देने में सक्षम होगा ,वन विभाग ।इस संबंध चांडिल दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के वन क्षेत्र के पदाधिकारी मौन बना रखा है।

गज परियोजना के आसंबानी पंचायत क्षेत्र में कोई जगह पर हाथी विचरण क्षेत्र में अवेध रूप से विभिन्न प्लाट लगाया गया जिसे गज परियोजना के वन्य जीव जंतु की भ्रमण क्षेत्र सिमटने लगा ।वन विभाग अबतक कोई ठोस कदम नही उठाया गया।

डोबो सतनाला डैम में नहाने के दौरान एक युवक की डूबने से मौत


सरायकेला :चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के कपाली ओपी अधीन डोबो सतनाला डैम में नहाने के दौरान एक युवक की डूबने से मौत हो गयी । घटना रविवार देर शाम की बताइ जा रही है। मृतक राहुल मंडल बागबेड़ा का रहने वाला था ,परंतु फिलहाल वह कदमा के भाटिया बस्ती में किराए के मकान में रहकर पेंटिंग का काम कर रहा था। 

 सोमवार सुबह राहुल का शव डैम में तैरता हुआ पाया गया, सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को आपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।

 

सूत्र के अनुसार राहुल ने एक वर्ष पूर्व ही प्रेम विवाह किया था और वह अपनी पत्नी के साथ कदमा भाटिया बस्ती में किराए के मकान पर रहने लगा । रविवार की शाम वह अपने चार दोस्तों के साथ नहाने के लिए कपाली ओपी क्षेत्र के डोबो डैम पहुंचा था, जहां चारों दोस्तों ने खूब आपस में मौज मस्ती की वापसी के क्रम में राहुल मंडल लापता हो गया। 

दोस्तो ने काफी खोजबीन के बाद भी वह नही मिला, इसके बाद दोस्तों ने इसकी सूचना राहुल के पत्नी समेत पुलिस को दी।

सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और राहुल की तलाश में जुट गई पर अंधेरा होने की वजह से राहुल का पता नही चल पाया, आज सुबह राहुल मंडल का शव डैम में तैरता नजर आया।

झारखंड से सटे पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला क्षेत्र में शराबी से तृणमूल नेता की धक्का मुक्की में हुई मौत,पुलिस कर रही छानबीन*

सरायकेला : लोकसभा चुनाव के पहले झारखंड राज्य से सटे पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला अंतर्गत बड़ा बाजार थाना क्षेत्र में कल शाम तृणमूल पार्टी के एक नेता का निधन हो गया। मृतक पुरुलिया जिला के जिला परिषद सदस्य प्रतुल महतो( 55 वर्ष ) के बीच कुछ शराबी ने धक्का मुक्की किया उसके बाद वह बेहोस हो गया । जिसे स्थानीय लोगो द्वारा बड़ाबाजार स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उसे डॉक्टरों के टीम द्वारा ने उसे मृत् घोषित कर दिया । घटना बड़ा बाजार थाना क्षेत्र के रविवार की शाम् की है। झारखंड राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिला के बोड़ाम थाना क्षेत्र से सटे खासबहाल गांव के आसपास कुछ शराबी के बीच प्रतुल महतो से चार लोगो के साथ बहस बाजी हुआ जिसे दोनो पंच के लोगो के बीच धक्का मुक्की शुरू हुआ और प्रतुल महतो गिर पड़े और बेहोश् हो गये ।हल्ला सुनते ही स्थानीय लोगो द्वारा तीन लोगो को पकड़ लिया और भागने में एक व्येक्ति सफल रहा । तीन लोगो को बड़ाबाजार थाना में लाया गया ।जहा पुलिस का कहना हे तीनो लोगो से पुछताछ की जा रही है। घटना को राजनीति बताया जा रहा है। इस संबंध में पुरुलिया एसपी अभिजीत बनर्जी ने बताया कि अबतक गहन पुछताछ किया जा रहा हे जल्द मामला का खुलासा होगा। स्थानीय लोगो का कहना है कि प्रतुल महतो कुछ माह से बीमार थे। बड़ाबाजार से दावा खरीद कर अपने घर जाने के क्रम में कुछ शराबी खाशबहाल के आसपास दारू पी रहा था। उन लोगो से बहस हो गया बतों -बातो में धक्का मुक्की हुआ और वह गिर पड़े ।
नीमडीह पुलिस ने पांच अपहरणकर्ता को किया गिरफ्तार, भेजा जेल


मामला प्रेम प्रसंग का है प्रेमिका के परिजनों ने किया था अपहरण 

सरायकेला : नीमडीह थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर को युवक के अपहरण का प्रयास करने का मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है। युवक की प्रेमिका के परिजनों ने ही हत्या करने की नीयत से अपहरण की घटना को अंजाम दिया था। लेकिन ग्रामीणों की सजगता और पुलिस की सक्रियता के कारण अपहरणकर्ता अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके और सलाखों के पीछे भेज दिए गए। 

नीमडीह थाना की पुलिस ने पांच अपहरणकर्त्ता को घटना के आधा घंटा के अंदर दबोच लिया था। अपहृत ने पूछताछ के दौरान बताया कि चांडिल थाना के भुईयाडीह निवासी दिवंगत एक युवती से प्रोम प्रसंग होने का गलत आरोप लगाकर पांचों व्यक्तियों के द्वारा उनका अपहरण कर जान मारने के नियत से मारपीट किया जा रहा था। वहीं गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया कि जान मारकर लाश को जंगल में फेंकने का प्लान था।

इस संबंध में नीमडीह थाना प्रभारी तंजील खान ने बताया कि उन्हें दुरभाष के माध्यम से सूचना मिली कि रामनगर स्थित कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय, नीमडीह के पास एक बोलेरो वाहन संख्या जेएच 95सीटी 8203 पर चार-पांच अज्ञात अपराधियों के द्वारा एक व्यक्ति का अपहरण कर ले जाया जा रहा है। इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को देते हुए पुलिस बल के साथ तत्काल उक्त स्थान पर पहुंचे। पहुंचकर देखा तो पाया कि बोलेरो वाहन पर चालक के साथ कुल पांच व्यक्ति एक अज्ञात व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहे थे। 

पुलिस वाहन को देखते ही बोलेरों से कुल पांच व्यक्ति भागने लगे और एक व्यक्ति बोलेरों में ही जख्मी हालत में पड़ा रहा। सशस्त्र बल एवं ग्रामिणों के सहयोग से भाग रहे पांचों व्यक्तियों को दौड़ाकर पकड़ लिया गया।

गिरफ्तार आरोपियों में चांडिल थाना क्षेत्र के भुइयांडीह निवासी सुभाष लायेक, रावण मुखी उर्फ सुभाष मुखी, बादल महतो, स्थायी पता लावा, नीमडीह, सुकुमार महतो, कटिया, स्थायी पता लावा, नीमडीह और सत्यवान महतो, कटिया, स्थायी पता लावा, नीमडीह शामिल हैं। पकड़ाए युवकों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को घटना की जानकारी दी। 

वहीं, बोलेरो में जख्मी व्यक्ति ग्राम लावा, नीमडीह के रहने वाले आनंद महतो है। इस संबंध में पीड़ित सह जख्मी आनंद महतो के द्वारा थाना को दिए लिखित आवेदन के आधार पर पांचों अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज कर सभी को गिरफ्तार करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया। 

पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए बोलेरो वाहन के साथ छह मोबाईल जब्त करने के अलावा वाहन के अंदर तीन शराब की खाली बोतल बरामद किया है। बताया गया कि सभी आरोपी चांडिल प्रखंड के एक जिला परिषद सदस्य के काफी करीबी है।

अनुसूया जयंती आज, सती अनुसूया की परीक्षा लेने में शिशु बन गए थे त्रिदेव।


रिपोर्ट: विजय कुमार गोप

आज सती अनुसूया जयंती मनाई जाएगी। पतिव्रता स्त्रियों श्रेणी में अनुसूया जी का स्थान सर्वोपरि है। दक्ष प्रजापति की 24 कन्याओं में से एक अनुसूया, मन से पवित्र और निश्छल प्रेम का जीता-जागता उदाहरण थीं। उनका विवाह ब्रह्मा जी के मानस पुत्र परम तपस्वी महर्षि अत्रि जी के साथ हुआ था। अपनी सेवा तथा समर्पित प्रेम से इन्होंने अपने पति धर्म का सदैव पालन किया।

पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि जब देवता आकाश मार्ग से गुजरते थे, तो उन्हें देवी अनुसूया के तप और प्रताप का अनुभव होता था। माता सीता जी भी इनके तेज से बहुत प्रभावित हुई थी। वनवास में जाने के दौरान उन्होंने सीता जी को पतिव्रत धर्म की शिक्षा दी थी।

पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती को हुआ द्वेष।

पौराणिक कथा के अनुसार, देव ऋषि नारद बारी-बारी से विष्णुजी, शिव जी और ब्रह्मा जी की अनुपस्थिति में विष्णु लोक, शिवलोक तथा ब्रह्मलोक पहुंचे। वहां उन्होंने लक्ष्मी जी, पार्वती जी और सावित्री जी के सामने अनुसूया के पतिव्रत धर्म की बढ़-चढ़ के प्रशंसा की। उनके सती धर्म के बारे में सुनकर देवी पार्वती, लक्ष्मी जी और देवी सरस्वती जी के मन में द्वेष का भाव जागृत हो गया।

तीनों देवियों ने अनुसूया कि सच्चाई एवं पतिव्रता के धर्म की परिक्षा लेने की ठानी तथा अपने पतियों शिव, विष्णु और ब्रह्मा जी को अनसूया के पास परीक्षा लेने के लिए भेजना चाहा। हालांकि, त्रिदेवों ने पहले तो देवियों को समझाने का प्रयास किया कि यह पाप करने के लिए उन्हें विवश नहीं करें। मगर, जब उनकी एक भी नहीं चली, तो वे अत्रि ऋषि के आश्रम पहुंचे।

जब त्रिदेवों ने ली परीक्षा

वहां जाकर देवों ने साधुओं के वेश में पहुंचकर भोजन मांगा। जब देवी अनसूया उन्हें भोजन देने लगी, तो उन्होंने शर्त रखी कि वे तीनों तभी यह भोजन स्वीकार करेंगे जब देवी निर्वस्त्र होकर उन्हें भोजन परोसेंगी। इस पर देवी चिंता में डूब गईं। अत: देवी ने आंखे मूंद कर पति को याद किया इस पर उन्हें दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई तथा साधुओं के वेश में उपस्थित देवों को उन्होंने पहचान लिया।

तब देवी अनसूया ने कहा की जो वह साधु चाहते हैं, वह वैसा करेंगी, लेकिन साधुओं को शिशु रूप लेकर उनके पुत्र बनना होगा। इस बात को सुनकर त्रिदेव शिशु रूप में बदल गए और तब माता अनुसूया ने देवों को भोजन करवाया। इस तरह तीनों देव माता के पुत्र बन कर रहने लगे। काफी समय बीत जाने के पश्चात भी त्रिदेव देवलोक नहीं पहुंचे तो पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती जी चिंतित एवं दुखी हो गई।

तीनों देवियों ने सती अनसूइया के समक्ष क्षमा मांगी एवं अपने पतियों को बाल रूप से मूल रूप में लाने की प्रार्थना की। माता अनसूया ने त्रिदेवों को उनका रूप प्रदान किया और तभी से वह मां सती अनसूइया के नाम से प्रसिद्ध हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएंगे चाईबासा, 3 मई को करेंगे चुनावी सभा को संबोधित

चाईबासा : लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी सिंहभूम प्रत्याशी गीता कोड़ा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने 3 मई को चाईबासा आने वाले हैं।

 सिंहभूम में 13 मई को वोट डाले जाएंगे. उसके पहले ही पीएम मोदी का कार्यक्रम तय करने का निर्देश झारखंड भाजपा को मिल चुका है। 

 पीएम मोदी के कार्यक्रम की सूचना मात्र से ही सिंहभूम के भाजपाई जोश में हैं. उन्हें लगता है कि पीएम मोदी का जादू सिंहभूम सीट पर निश्चित तौर पर चलेगा, सभा का आयोजन चाईबासा के किस स्थान पर किया जाएगा इसकी जिम्मेवारी झारखंड भाजपा नेतृत्व को दी गई है।