वर्ष प्रतिपदा उत्सव:स्वयंसेवकों से सामाजिक परिवर्तन के पंच प्रण को पूरा करने का आह्वान
ललितपुर। वर्ष प्रतिपदा उत्सव, इसे आप भारतीय नववर्ष यां हिदू नव वर्ष भी कह सकते हैं। इसी दिन से विक्रमी संवत की शुरूआत हुई थी। इस दिन को मनाने के लिए संघ के स्वयंसेवक अपने पूर्ण गणवेश में संघ स्थान पर एकत्र होते हैं तथा अपने संस्थापक डा.हेडगेवार की स्मृति में सर झुकाकर उन्हें आद्य सरसंघचालक प्रणाम के माध्यम से स्मरण करते हैं। यह प्रणाम वर्ष में केवल एक बार सभी शाखाओं पर वर्ष प्रतिपदा के दिन होता है।
इस अवसर पर बौद्धिक देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ललितपुर के जिला संघचालक रमेश सोनी ने कहा कि विश्व आज भारत की ओर निहार रहा है, यह संघ की 100 वर्षों की अखण्ड साधना का प्रतिफल है। उन्होंने कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि गर्व से कहो हम हिन्दू हैं।
इसी संकल्प को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डा.केशवराव बलिराम हेडगेवार ने दोहराया। डा. हेडगेवार कहते थे कि देशभक्ति सिर्फ विचार-विमर्श का विषय नहीं है, यह आचरण का विषय है। व्यक्ति के आचरण में जब देश हित का भाव निहित होगा, तब देशभक्ति के आचरण से ओतप्रोत समाज का निर्माण होगा और आज समाज में इसी आचरण की आवश्यकता है।
चंद्रशेखर आजाद उद्यान में आयोजित वर्ष प्रतिपदा उत्सव में उन्होंने कहा कि डा.हेडगेवार के संकल्प और संघर्ष का प्रतिफल है कि आज संघ अपने 100 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है और यह ऐसा समय है, जब सम्पूर्ण विश्व भारत की ओर निहार रहा है। हमें वीर केशव मिले आप जब से, नई साधना की डगर मिल गई है गीत की पंक्तियों को उद्धृत करते हुए स्वयंसेवकों से पंच प्रण पूर्ण करने का आह्वान किया।
स्वयंसेवकों को सामाजिक परिवर्तन के पांच आयामों पर अपने कार्य को केंद्रित रखना है। इन पांच आयामों में सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण, नागरिक कर्तव्य शामिल हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उल्लेख करते हुए आंदोलन में स्वयंसेवकों के संघर्ष का स्मरण किया। साथ ही भारत के अमृतकाल में प्रवेश और संघ के सौवें वर्ष की ओर बढ़ती यात्रा के समय में समाज को दिशा देने में संघ की भूमिका से रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि समाज में विभेद के विरुद्ध विमर्श खड़ा करना तथा समरसता के लिए निरंतर प्रयास करना संघ का लक्ष्य है। अस्पृश्यता समाज के लिए कलंक है। संघ इसे सामाजिक समरसता के जरिये मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत आज हर क्षेत्र में अग्रणी है। तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है। सामरिक और कूटनीतिक मोर्चों में बढ़ती क्षमता से विश्व परिचित है।
ऐसे समय में भारतीय समाज को एकजुट होकर सामाजिक परिवर्तन के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करना है। हिन्दू विचार जब तक है, तब तक विश्व में शांति है। कार्यक्रम में विभाग कार्यकारिणी से सज्जन, अमर सिंह, जिला कार्यवाह आशीष चौबे, सह जिला कार्यवाह मनीष, जिला प्रचारक वीरजी, नगर संघचालक जितेंद्र वैद्य, शारीरिक प्रमुख अरविंद सोनी, प्रताप गुप्ता, राजेंद्र, प्रताप गोस्वामी, नगर कार्यवाह विवेक बोहरे, नगर प्रचारक अरुण सन्यासी, हाकिम सिंह, सुबोध गोस्वामी, दीपक राजा, राजा भैया, अवधेश नामदेव, रामकुमार, हर्ष, सूरत, छक्कीलाल साहू, महेश मिश्रा, रमन, विधायक रामरतन कुशवाहा, सानू उपमन्यु, गिरीश साहू आदि स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
Apr 11 2024, 18:49