10 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्रों के भुगतान हेतु प्रधान डाकघर से चेक दिया जाना जमाकर्ताओं के साथ घोर अन्याय

चोपन सोनभद्र। 10 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्रों का परिपक्वता पर भुगतान जमाकर्ताओं के जी का जंजाल बन गया है। जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु सरकार के आनलाइन पोर्टल पर दर्ज समस्याओं का समाधान डाक विभाग के आला अफसरों की मनमानी से केवल कागजी खाना पूर्ति बन कर रह गया है जबकि जनसमस्याएं ज्यों कि त्यों हैं। अधिकारी जन समस्याओं के निदान के प्रति कितने सजग हैं इसका अंदाज डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यशैली से सहज ही लगाया जा सकता है।

मिली जानकारी के अनुसार एक दशक पूर्व डाकघरों द्वारा जारी 10 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्रों को तत्कालीन विभागीय लोगों की लापरवाही से आनलाइन दर्ज नही किया गया और अब जब उन बचत पत्रों के परिपक्वता भुगतान का समय आया तो संबंधित डाकघरों में जमाकर्ताओं को विभागीय औपचारिकताएं पूर्ण कर भुगतान का चेक सोनभद्र जनपद के प्रधान डाकघर सोनभद्र में जाकर लेने को कहा जा रहा है।डाक विभाग की यह तुगलकी कार्यप्रणाली न केवल जमाकर्ताओं के साथ धोखाधड़ी है अपितु राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान करने वाली भारत सरकार की अल्प बचत योजनाओं को पलीता लगाने जैसी है।

चोपन डाकघर के जमाकर्ताओं की इस समस्या को गत माह तमाम समाचार पत्रों ने प्रमुखता से उठाया था और जनहित में इस मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ता और चोपन उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष संजय जैन ने भारत सरकार के आनलाइन पोर्टल पर दिनांक 19 /3/2024 को शिकायत भी दर्ज कराई थी। जिसमें विभागीय अधिकारियों से जनहित में जमाकर्ताओं को भुगतान उनके निवेशित डाकघर शाखा से कराये जाने एवं विभागीय लापरवाही के चलते आनलाइन दर्ज होने से छूट गए आफलाईन बचत पत्रों को आनलाइन दर्ज करने की मांग की गई थी।प्रकरण की जांच विभाग द्वारा मीरजापुर मंडल के अधीक्षक को सौंपी गई थी।जांच के क्रम में अधीक्षक महोदय ने समस्या का समाधान किये बिना ही समस्या को निस्तारित दिखा कर शिकायत संदर्भ को बन्द कर दिया।शिकायत कर्ता श्री जैन ने जांच अधिकारी के इस कार्यशैली की कड़ी निंदा करते हुए इसे जमाकर्ताओं के साथ मजाक बताया है। श्री जैन ने पुनः इस प्रकरण में अपना फीडबैक देते हुए जमाकर्ताओं की समस्याओं के सार्थक समाधान की मांग की है

बासंतिक नवरात्र की तैयारियों पर डीएम , एसपी ने किया कोरिडोर निरीक्षण, सुरक्षा व्यवस्था पर दिए आवश्यक दिशा निर्देश

विन्ध्याचल , मीरजापुर । आगामी बासंतिक नवरात्र में दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन एवं पुलिसअक्षीक्षक अभिनंदन सिंह ने संयुक्त रूप से विंध्यवासिनी मंदिर व कोरिडोर का स्थलीय निरीक्षण किया । निरीक्षण की शुरूआत पुरानी विशिष्ठ मार्ग निर्मित मुख्य दरवाजा के पास से की । डीएम ने दर्शनार्थियों की मूल सुविधाओं पर जैसे बिजली , पानी , स्थाई बैरिकेटिंग , मुण्डन स्थल , शू कॉर्नर , शौचालय , धूप की तपिश से बचने के लिए जमीन पर मैट बिछाने , चारों प्रमुख मार्गो पर छाया का प्रबंध इत्यादि विषयों पर मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया ।

कोरिडोर में आगामी नवरात्र आरंभ होने के पूर्व से ही स्टील की स्थाई बैकेटिंग का प्रबंध कर दिया जाएगा । कड़ी धूप और गर्मी से दर्शनार्थियों को राहत दिलाने के लिए मंदिर परिपथ के अलावा चारों प्रमुख मार्गो तथा गंगाघाटों पर भी मैट बिछाया जायेगा । कोरिडोर के अंतर्गत बनाए गए कमरों का उपयोग जिलाप्रशासन , पुलिस के अंतर्गत नवरात्र सुरक्षा व्यवस्था में काम करने वाले विभागियों को आवंटित किए जायेंगे । जिसमे तमाम आवश्यक विभागियो के अलावा आकस्मिक सेवा उपलब्ध कराए जाने वाले संस्थाओं की भी तैनाती की जायेगी । मंदिर की पश्चिम तथा उत्तर पूर्व दिशा में कोरिडोर की छत पर बने गलियारों को बैरिकेटिंग कर दर्शन के लिए आने वाले विशिष्ठों व अति विशिष्ठो को बैठने के लिए स्थान तथा भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुंडन स्थल का प्रबंध किया जायेगा । मंदिर के चारों तरफ बेहतर साफ सफाई के साथ दर्जनों की संख्या में कूडादान भी लगाने के लिए डीएम ने ईओ नगरपालिका को निर्देशित किया । मंदिर के पूर्व में निर्मित प्लाजा में ही ऊपर कंट्रोलरूम तथा नीचे शू कॉर्नर बनाया जायेगा ।

इन तमाम स्थलों का निरीक्षण करने के पश्चात डीएम ने मौजूद पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया की आगामी नवरात्र में दर्शनार्थियों को सुगमतापूर्वक दर्शन पूजन कराने की संपूर्ण व्यवस्था की जा रही है । बिजली , पानी , साफ सफाई व स्थाईरूप से स्टील की बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गई है । मंदिर परिसर में स्वास्थ्य शिविर के साथ दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए व्हील चेयर तथा मंदिर तक पहुंचाने के लिए सुलभ मार्ग और सेवादारों का प्रबंध किया जायेगा । विशिष्ठों को दर्शन पूजन कराने के लिए पूर्व की तरह प्रोटोकाल का निर्धारण किया गया है । जिसका पूरा दायित्व नगर मजिस्ट्रेट तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर को दी गई है । पुलिसअधीक्षक अभिनंदन सिंह ने बताया की आगामी नवरात्र में सुरक्षा के ठोस प्रबंध किए गए है । मेरा पूरा फोकस इस क्षेत्र में रहेगा । अराजकतत्वों के विरुद्ध कठोर करवाई की जायेगी । वाहन स्टैंडों इत्यादि के माध्यम से अतिरिक्त वसूली करने वालों पर भी कड़ी करवाई की जायेगी । इस दौरान अपर जिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल , अपरपुलिसअधीक्षक नगर नितेश कुमार सिंह , परियोजना प्रबंधक वीरेन्द्र कुमार , उप जिलाधिकारी सदर ,अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका जी लाल , एसडीओ व जेई विद्युत विभाग जेई पी डब्लू डी प्रवीण चौहान , मेलाप्रभारी पुलिस चंद्रप्रकाश पाण्डेय, थाना प्रभारी दयाशंकर ओझा , मंदिरसुरक्षा प्रभारी राजेश मिश्र , सूचनाधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय इत्यादि लोग मौजूद रहे ।

राहत भरी खबर : सोनभद्र के डोंगिया जलाशय में धंधरौल बांध से 250 एमसीएफटी मिलेगा पानी

विकास अग्रहरी/संतोष देव, सोनभद्र/मीरजापुर। गर्मी के दिनों में पेयजल व सिंचाई समस्या के समाधान को लेकर मण्डलायुक्त सख्त हो उठे हैं। पेयजल व सिंचाई के समाधान के लिए वह लगातार जलाशयो और नहरों, बांधों की स्थिति का अवलोकन कर रहे हैं। इसी क्रम में मण्डलायुक्त डॉ मुथुकुमार स्वामी बी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मीरजापुर प्रियंका निरंजन, जिलाधिकारी सोनभद्र चन्द्र विजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मीरजापुर विशाल कुमार, सोनभद्र सौरभ गंगवार, संयुक्तत विकास आयुक्त रमेश चन्द्र, एवं सिंचाई, विद्युत, जल विद्युत उत्पादन व अन्य सम्बन्धित नहर प्रखण्डो तथा विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद मीरजापुर व सानेभद्र पेयजल व सिंचाई समस्या के समाधान पर गहनता पूर्वक विचार विमर्श किया गया।

बैठक में सर्वप्रथम मण्डलायुक्त ने कहा कि गर्मी के दिनों में जनपद सोनभद्र व मीरजापुर के अधिकांश क्षेत्रो में पेयजल समस्या बढ़ जाती है जिसका समय रहते समाधान आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को दूर करने के लिये सिंचाई विभाग व अन्य सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुये समस्या के समाधान के लिये दीर्घ कालिक कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करें।

कहा वर्तमान में सम्भावित सूखा प्रभावित क्षेत्रो में तत्काल पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु तात्कालिक उपाय किया जाये। बैठक में धधंरौल बांध, नगवा बांध, सोनपम्प कैनाल आदि के जल स्रोत की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली गयी तथा बैइक के उपरान्त सोनपम्प कैनाल फेज-1, 2 व 3 पर मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा पेयजल समस्या के समाधान हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

बैठक में जिलाधिकारी मीरजापुर के द्वारा जनपद मीरजापुर में सुखा प्रभावित क्षेत्रो में पेयजल समस्या के समाधान हेतु डोंगिया बांध, जलाशय में पानी छोड़ने की मांग पर निर्णय लिया गया कि सोनभद्र में स्थित नगवा बांध की क्षमता 3947 एमसीएफटी हैं जिसके सापेक्ष वर्तमान में 1613 एमसीएफटी पानी उपलब्ध हैं जिस पर बैठक में डोंगिया बांध में 250 एफसीएफटी पानी डोंगिया बांध को तत्काल देने हेतु निर्देशित किया गया, उक्त के क्रम में जनपद सोनभद्र में धंधरौल बांध में पानी की कमी के दृष्टिगत सिंचाई निर्माण खण्ड राबटर्सगंज के नियंत्रणाधीन नगवा बांध से संचालित नगवा एवं तेन्दुहारी पेयजल, रिर्जव पेयजल को छोड़कर अतिरिक्त पानी में से धंधरौल बांध को 250 एफसीएफटी पानी देने हेतु अधिशासी अभियन्ता सिंचाई निर्माण खण्ड राबटर्सगंज को एवं धंधरौल बांध से 250 एफसीएफटी पानी घाघर नहर प्रणाली के माध्यम से दो दिनो के भीतर डोंगिया बांध को देने हेतु अधिशासी अभियन्ता मीरजापुर नहर प्रखण्ड को निर्देशित किया गया।

उक्त क्रम में उन्होंने बताया कि दो दिन बाद नियमित रूप से पानी डोंगिया जलाशय को दिया जायेगा। मण्डलायुक्त ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि भविष्य में जनपद मीाजापुर एवं सोनभद्र हेतु पेयजल को रिजर्व कर अवशेष पानी धंधरौल बांध से सिंचाई हेतु दिया जाय। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने बताया कि उपरोक्त व्यवस्था से जनपद में सिंचाई व गर्मी के दिनों में पेयजल की समस्या का समाधान किया जा सकता हैं।

मण्डलायुक्त द्वारा सभी सम्बन्धितों को निर्देशित करते हुये कहा कि पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सकें इसके दृष्टिगत विभागवार आपस में समन्वय स्थापित कर दीर्घकालिक योजना तैयार कर ले। उन्होंने नगर निकायों में भी पेयजल उपलब्ध कराने के साथ ही ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रो में पशुओं व जीव जन्तुओं के पेयजल हेतु तालाबों व पोखरो को भरने का भी निर्देश दिया। उप निदेशक पंचायत को प्रभावित क्षेत्रो में टैंकरो से जलापूर्ति, हैण्डपम्पों की मरम्मत तथा पशुपालन विभाग को पशुओं के लिये चारा, बीमारियों के बचने के लिये आवश्यक दवाएं तथा कृषि विभाग में असिंचित क्षेत्रो में श्री अन्न की खेती यथा-सांवा, कोदो, रागी ज्वार सहित ऐसे फसल जिनमें कम पानी की आवश्यकता हो व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।

मण्डलायुक्त ने हर घर नल योजनान्तर्गत की समीक्षा की तथा निर्देशित किया गया कि संचालित परियोजनाओं को सुचारू ढंग से चलाया जाए तथा निमार्णाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में अधिशासी अभियन्ता विद्युत उत्पादन खण्ड पिपरी, सोनभद्र, अधिशासी अभियन्ता नहर प्रखण्ड मीरजापुर, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई कार्य मण्डल ओबरा, बन्धी प्रखण्ड राबटर्सगंज व रिहंद बांध, कनहर बांध, सिंचाई खण्ड निर्माण, जल निगम, विद्युत विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित रहें।

वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर स्थित बग्घानाला पुल को जनहित में किया गया चालू

सोनभद्र। दक्षिणाचंल की लाइफ लाईन कहे जाने वाली वाराणसी शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर स्थित बग्घानाला पुल को जनहित में मंगलवार को सायं 5 बजे पुल का श्रमिकों द्वारा पूजा करके आम जनता के लिए खोल दिया। पुल चालू होने के उपरांत निरिक्षण करने आए रेलवे के डिप्टी चिप इंजिनियर(ए ई ) शशि कुमार ने आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

 डाला वैष्णो मंदिर के पास चोपन-गढवा व चोपन-सिगरौली पर बने पुल संख्या 382 ROB में दरार आने की वजह से 19 जून को पुल पर तीन मीटर का हाईटगेज लगाकर भारी वाहनों के आवागमन का मार्ग परिवर्तन कर दिया गया था। रेलवे विभाग ने नए पुल को बनाए जाने के लिए टेंडर कर दिया था जिसे नौ महीने तेरह दिन में पुल का निर्माण पूरा करके यातायात को बहाल कर दिया गया।

मंडलीय अस्पताल में चोरों का आतंक, अस्पताल परिसर स्थित डॉक्टर आवास पर खड़ी गाड़ी का शीशा तोड़ बैट्री उड़ा ले गए चोर

मिर्जापुर। मुख्यालय स्थित मंडलीय अस्पताल में व्याप्त दुर्व्यवस्थाओं के साथ-साथ चोरों का भी आतंक चरम पर है। जिनके आतंक से अब डॉक्टर भी सुरक्षित नहीं है। बीती रात चोरों ने अस्पताल परिसर स्थित एक चिकित्सक की कार का शीशा तोड़ बैटरी गायब कर दिया है। चिकित्सक ने चोरी की इस वारदात की तहरीर स्थानीय पुलिस सहित मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भी देते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।

बताते चलें कि इन दिनों मंडलीय अस्पताल में चोरों का आतंक चरम पर है। बीती रात मंडलीय अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ सुनील सिंह अस्पताल परिसर स्थित आवास पर बाहर नित्य की भांति अपनी कार खड़ी किये थे कि रात में गाड़ी का शीशा तोड़कर चोर बैट्री उड़ा ले गए। चोर बैट्री सहित अन्य सामान भी चुरा लें गए हैं। सुबह कार का शीशा टूटा हुआ देखकर चिकित्सक डॉ सुनील सिंह ने देखा तो कार का बैट्री सहित अन्य सामान भी गायब था। डॉक्टर सुनील सिंह ने चोरी की सूचना अस्पताल चौकी प्रभारी को दी है। मंडलीय अस्पताल के डॉ सुनील सिंह ने चोरी की सूचना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को भी देते हुए कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।

पहले भी अस्पताल में हो चुकी है चोरी की घटनाएं

शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के मंडलीय अस्पताल में चोरी की यह कोई पहली वारदात नहीं है। इसके पूर्व भी चोरी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। यह अलग बात है कि कुछ का खुलासा हो गया है तो कुछ दब कर रह गया है। मंडली अस्पताल परिसर सहित वार्ड से मरीज तिमादारों के मोबाइल और पॉकेट मेरी की घटनाएं तो सामने आ चुकी हैं साइकिल और बाइक चोरी की भी घटना घटित हो चुकी है।

पूर्व में चोरी की दो घटनाओं में अस्पताल के सफाई कर्मियों की भी संलिप्तता सामने आ चुकी थी, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बताते चलें कि मंडलीय अस्पताल परिसर में अस्पताल पुलिस चौकी स्थापित होने के साथ ही सुरक्षा का हवाला देते हुए अस्पताल के बनने के बाद से ही निरंतर खुलती आ रहे गेट नंबर 1 को दोपहर बाद से बंद करा दिया जाता है, बावजूद इसके अस्पताल परिसर में चोरी की घटनाओं का होना चर्चा का विषय बना हुआ है।

योग कार्यशाला के दूसरे दिन अभ्यर्थियों को अष्टांग योग से परिचित कराया

मिर्जापुर। चुनार के कोलना स्थित आदर्श जनता महाविद्यालय में पतंजलि युवा भारत एवं मां बलिराजी योग संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में जनपद के विभिन्न स्थानों से चुनार, कैलहट, जमुई, अहरौरा, अदलहाट नारायनपुर, राजातलब वाराणसी, मिर्ज़ापुर आदि विभिन्य स्थानों से आए हुए बीएड अभ्यर्थियों के पांच दिवसीय योग कार्यशाला के दूसरे दिन युवा भारत के प्रदेश महामंत्री एवं राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला सिंह ने पावन गायत्री मंत्रों के उच्चारण के साथ योग सत्र को प्रारम्भ करते हुए, उन्हें महर्षि पतंजलि द्वारा बताए गए अष्टांग योग जिनमें यम नियम आसन प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान और समाधि के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुऐ कहा कि मनुष्य अपने जीवन में पूर्ण रूप से स्वस्थ और तारोताजा रहना चाहता है।

अपने जीवन को जन्म मरण के बन्धन से मुक्त करना चाहता है तो उसके लिए सबसे सरल तरीका है की वह अष्टांग योग को स्वीकार कर उसका पालन करे और उसे अपने जीवन में शामिल कर अपने जीवन को कृतार्थ कर सकता हैं। इस अवसर पर उन्होंने आए हुए महिला एवं पुरुष बीएड अभ्यर्थियों को पेट की चर्बी कमर की चर्बी कूल्हे की चर्बी व मोटापा से मुक्ती पाने के लिए पीठ के बल लेटकर करने वाले आसनों में एकपादउत्तानासन, उत्तानसन एकपादद्विचक्रासन, द्विक्रासन, अर्धसर्वांगासन, सर्वांगासन साथ ही बैठकर करने वाले आसनों में चक्कीआसन स्थितकोणासन पश्चिमोत्तानाशन जैसे आदि आसनों का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।

इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन के रोज के 24 घंटे में 1 घंटे योग प्राणायाम के लिए अवश्य निकालकर अपने शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए योग साधना करे तभी जीवन की सार्थकता है।इस अवसर पर केशराज सिंह ने कहा की विश्व योग गुरु बाबा रामदेव जी ने योग को विश्व के कोने कोने में पहुंचाकर लाखों लोगों को जीवनदान दिया है। इस अवसर पर रविकांत, गौतम, आनंद कुमार, दयानंद, सुषमा, कृष्णावती, ममता सुनीता, मंजू, अंबिका, पूजा, संगीता, पूनम विश्वकर्मा, सुनीता यादव, प्रज्ञा, प्रतिभा अजय कुमार, रविंद्र कुमार सिंह, संतोष कुमार, श्याम सिंह, शिवपूजन यादव अनिता दिनेश विश्वकर्मा, आनंद कुमार रविकांत, गुरुदाश सिंह आदि लोगों ने मन एवं मनोयोग के साथ योग सत्र में हिस्सा लिया।

मिर्जापुर में ट्रैक्टर ट्राली पलटने से दो बच्चियों की हुई दर्दनाक मौत

अभिनेष प्रताप सिंह,हलिया, मीरजापुर। जिले के हलिया थाना क्षेत्र के कुशियरा गांव में ट्रैक्टर ट्राली पलटने से दो लोगों की मौत हो गई है। जबकि दो गंभीर रूप से घायलों की हालत नाज़ुक बताईं जा रही है।

मंगलवार, 2 मार्च 2023 को हलिया क्षेत्रांतर्गत ग्राम बधवा कुसियरा निवासी शंकर कोल पुत्र मुन्नी लाल कोल 48 वर्ष समीप के ही मन्दिर से भजन किर्तन के लिये परिवार के कुल 10 सदस्यों को ट्रैक्टर-ट्राली से लेकर जा रहे थी कि जाते समय जोगीबीर बन्धी के पास अचानक ट्रैक्टर पलट गया। परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गये। 

घायलों की चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों सहित सूचना पर पुलिस के उच्चाधिकारी व थाना हलिया पुलिस बल द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर गंभीर रूप से घायल ट्रैक्टर चालक सियाराम उर्फ कलेक्टर पुत्र मुन्नी लाल 55 वर्ष व साधना कोल पुत्री रमेश कोल 03 वर्ष को इलाज हेतु हॉस्पिटल भिजवाया गया। जबकि मधु कोल 10 वर्ष व 2. रंजना कोल 8 वर्ष पुत्रीगण रमेश कोल जिनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी के शव को कब्जे में ले लिया गया।

 जानकारी होते ही मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए थे। घायलों की चीख पुकार तथा दो बच्चियों की मौत से सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो उठा था।

राबर्ट्सगंज लोस सीट पर बसपा ने घोषित किया प्रत्याशी, पार्टी के मंडल प्रभारी धनेश्वर गौतम को घोषित किया है प्रत्याशी

सोनभद्र। प्रत्याशी चयन को लेकर सपा और भाजपा गठबंधन में बने ऊहापोह के बीच बसपा ने रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर पत्ते खोल दिए हैं। पार्टी ने मंडल प्रभारी धनेश्वर गौतम को प्रत्याशी घोषित किया है।

शनिवार को रामलीला मैदान में हुए लोकसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में इसका एलान किया गया।

पेशे से अधिवक्ता धनेश्वर गौतम मिर्जापुर के लालगंज क्षेत्र के निवासी हैं।

वर्ष 2017 और 2022 में वह बसपा के टिकट पर छानबे विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। अब वह रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर ताल ठोकेंगे। धनेश्वर गौतम ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर होने के बाद भी रॉबर्ट्सगंज का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है। पूर्ववर्ती सरकारों ने इस क्षेत्र के दबे-कुचले वर्ग की उपेक्षा की है। उनकी आवाज बनकर वह जनता में जाएंगे।

बसपा जिलाध्यक्ष बी. सागर ने कहा कि पार्टी ने पुराने व निष्ठावान कार्यकर्ता को प्रत्याशी घोषित किया है। रॉबर्ट्सगंज सीट पर अभी तक सपा और भाजपा गठबंधन की ओर से कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।

मजदूरों की आवास से बेदखली विधि विरुद्ध - ठेका मजदूर यूनियन, सीजीएम ओबरा से ठेका मजदूर यूनियन का मिला प्रतिनिधिमंडल

 

ओबरा, सोनभद्र । तापीय परियोजना में वर्षों से कार्य कर रहे ठेका मजदूरों को मिले आवासों से बेदखल करने, उनके आवास की लाईट व पानी काटने की कार्रवाई के खिलाफ आज ठेका मजदूर यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मुख्य महाप्रबंधक ओबरा तापीय परियोजना इंजीनियर राधेमोहन से मिला और उनसे बिना वैकल्पिक व्यवस्था के बेदखली की कार्रवाई पर त्तकाल रोक लगाने की मांग की। 

    

 सीजीएम को दिए पत्रक में यूनियन ने अवगत कराया कि 1997 में मजदूर यूनियन और प्रबंधन के बीच में यह समझौता हुआ था कि परियोजना में कार्यरत में ठेका मजदूरों को आवास का आवंटन किया जाएगा। ऐसा ही प्रावधान ठेका मजदूर कानून 1972 में भी है। इस समझौतें और कानून के मुताबिक मजदूरों को आवास का आवंटन किया गया और वह अपने परिवारों के साथ वर्षों से इन आवासों में रह रहे हैं। बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था का इंतजाम किए हुए बेहद कम मजदूरी पर काम करने वाले ठेका मजदूरों को उनके आवास से बेदखल करने की कार्रवाई विधि के विरुद्ध है। 

विधिक स्थिति यह है कि प्रबंधन और मजदूर संगठन के बीच हुए समझौतें से यदि कोई सुविधा प्रदान की जाती है तो उसे समाप्त नहीं किया जायेगा और प्रबंधन व संविदाकार को ठेका मजदूरों को रहने के लिए आवास का आवंटन करना चाहिए। अत: परियोजना के प्रशासन को बेदखली की इस अवैधानिक कार्रवाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगानी चाहिए।

 प्रतिनिधिमंडल से सीजेएम ने कहा कि बेदखली की कार्रवाई उच्चाधिकारियों के आदेश पर हो रही है फिर भी मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा और उच्च अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया जाएगा। 

   यूनियन के नेताओं ने बताया कि ठेका मजदूरों की न्यूनतम वेतन का वेज रिवीजन पांच वर्षों से ना होने के कारण बेहद कम मजदूरी में उन्हें काम करना पड़ता है और यदि ओबरा में उन्हें किराए का मकान लेकर रहना पड़ा तो वह अपने परिवार का वह भरण पोषण भी नहीं कर पाएंगे। इतना ही नहीं परियोजना में तो न्यूनतम मजदूरी का भी भुगतान नहीं किया जाता और कई महीनों से मजदूरी भी बकाया रखी जाती है। हालत इतनी बुरी है कि मजदूरों को सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए जा रहे हैं। अब घर से भी उन्हें बेदखल कर सड़क पर ला देने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में मजदूरों के परिवार को भुखमरी से बचाने और उनके गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित करना प्रशासन व प्रबंधन का संवैधानिक दायित्व है, जिसे पूरा किया जाना चाहिए। 

प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के जिला उपाध्यक्ष तीर्थराज यादव, संयुक्त मंत्री मोहन प्रसाद, पंकज कुमार, अरविंद माली, फुलेंद्र झा, मोहनलाल, परशुराम, नरेश आदि लोग शामिल रहे। पत्रक की प्रतिलिपि पीएम, सीएम, ऊर्जा मंत्री, एमडी उत्पादन निगम, डीएम, एसपी व डीएलसी को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी गई है।

ट्रांसफार्मर की चिंगारी से गेहूं की फसल में लगी आग

राजगढ़ मिर्जापुर /राजगढ़ क्षेत्र के धनसिरीया ग्राम सभा के सतौहा में किसान अमृत लाल सिंह कितने अपने खेत पर सिंचाई के लिए किसान पंप सेट योजना के तहत उच्च क्षमता का विद्युत कनेक्शन लिया है ।

कई सालों से बिजली विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने एवं जर्जर बिजली के तारों से आपूर्ति की जा रही है। हर साल गर्मी शुरू होते ही बिजली के तारों से निकली चिंगारी से गेहूं की फसल जल का राख हो जाती है। एक तरफ लू का प्रकोप तो दूसरी तरफ जर्जर बिजली के तार से बिजली की सप्लाई से निकली चिंगारी से अमृत लाल सिंह के एक बीघा गेहूं की फसल जल का राख हो गई। किसी तरह ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया और मिट्टी बालू डालकर आग को बुझाया गया।

पुरैनिया में सड़क के किनारे जर्जर बिजली के तार खाबो में लटक रहे हैं लेकिन इसे बलवान के लिए बिजली विभाग के पास समय नहीं है।