सिथ्री के द्वारा पूजा पंडालों में महिलाओं से जुड़ी मुद्दों पर किया जा रहा हैं जागरूक

ओबरा प्रखण्ड के विभिन्न पूजा पंडालों में सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज सिथ्री के द्वारा एक अनोखी पहल, की जा रही है। दुर्गा पूजा के दौरान पूजा पंडाल में आए महिला श्रद्धालुओं को उनसे जुड़ी हर एक मुद्दे पर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। नवरात्र के दौरान पूजा पंडाल में अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालिका शिक्षा,

लिंग आधारित भेदभाव जैसे मुद्दे पर भी लोगों के बीच जागरुकता फैलाया जा रहा है। पूजा पंडाल में पोस्टर, बैनर, अनाउंसमेंट के माध्यम से इन मुद्दों पर तथा मुद्दे से संबंधित सरकार के द्वारा जारी टोल फ्री नंबर के बारे में भी बताया जा रहा है। मां दुर्गा के पंडाल में कम उम्र में विवाह के दुष्परिणाम, बाल विवाह की रोकथाम, दहेज़ प्रथा निषेध, घरेलु हिंसा से मुक्ति, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन, महिलाओं की समाज में बराबरी विषयों पर शपथ भी लिया जा रहा है। इस दौरान रविवार को डिहरी पंचायत के सदीपुर डीहरी के पूजा पंडाल में मुखिया दिलीप कुमार के नेतृत्व में सिथ्री के सहयोग से चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में 20 किशोरियों ने भाग लिया। चित्रकला प्रतियोगिता मे प्रथम निजू कुमारी, द्वितीय पुरस्कार खुशबू कुमारी, एवम् तृतीय पुरस्कार साधना कुमारी ने प्राप्त किया। संबोधित करते हुए सीथ्री के जिल समन्वयक कमलेश राज ने बताया की हमारे समाज में बहुत सारी कुरीतिया और भ्रम फैला हुआ है, जिसकी जानकारी हमारे युवा को होना जरूरी है।

समाज में फैली कुरीतियों के विषय में युवा को जानकारी रहेगा तो वो अपने समाज से लड़ कर उन्हें खत्म कर सकते है। मुखिया दिलीप कुमार ने सभी ग्रामीणों को बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने हेतु शपथ दिलाया।कार्यक्रम में सकारात्मक व्यवहार अपनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपना-अपना हस्ताक्षर बनाया।

कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर प्रखण्ड क्षेत्र के सभी पूजा कमिटी के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों व युवाओं के द्वारा अपनी भागीदारी निभाई जा रही है। इस अवसर पर पहल प्लस परियोजना से जुड़ी वार्ड सदस्य गायत्री देवी, प्रखंड समन्वयक ब्रजकिशोर मंडल, नरेन्द्र कुमार, उज्जवला पूजा समिती के अध्यक्ष विवेकानंद कुमार, रितेश कुमार, सिद्धि कुमार, सहेंद्र कुमार, गोरख कुमार, शिक्षक दयानंद कुमार, लिलावती देवी सहित अन्य मौजुद रहे।

सदर अस्पताल के बेहद जिम्मेवार उपाधीक्षक के पद पर बैठे पीड़ित मानवता का सेवक कहे जाने वाले मेडिकल ऑफिसर की संवेदनहीनता और बड़ी लापरवाही की हुई उजाग

औरंगाबाद के सबसे बड़े हॉस्पिटल सदर अस्पताल के बेहद जिम्मेवार उपाधीक्षक के पद पर बैठे पीड़ित मानवता का सेवक कहे जाने वाले मेडिकल ऑफिसर की संवेदनहीनता और बड़ी लापरवाही उजागर हुई हैं।

 यह लापरवाही तब उजागर हुई जब राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-16 जीटी रोड पर औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र में बाइपास ओवरब्रिज के पास रविवार को देर शाम करीब 8 बजे दो तेज रफ्तार बाइक आमने-सामने से टकरा गए। टक्कर में दोनों बाइक पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों के सिर में गंभीर चोटे आई। तीनों को आनन फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। तीनों घायलों में एक युवक एक पत्रकार का छोटा भाई निकला। हादसे की सूचना मिलते ही पत्रकार शुभम् छोटे भाई के बेहतर इलाज के लिए रोते हुए दौड़ पड़े। इसी बीच औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपने आवास से निकले।

 आवास से थोड़ी दूरी पर उन्होने पत्रकार को रोते हुए दौड़ते देखा। यह देखकर सांसद ने अपनी गाड़ी पत्रकार के पास रूकवा कर पत्रकार से जानकारी ली। जानकारी के बाद सांसद ने सदर अस्पताल के सबसे जिम्मेवार उपाधीक्षक के पद पर बैठे मेडिकल ऑफिसर को कॉल किया। कॉल पिक नही होने पर भी सांसद ने उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार को बीसियों बार कॉल किया लेकिन कॉल रिसीव नही हुआ। आखिरकार सांसद ने दुर्गा पूजा की भीड़ को देखते हुए अपनी गाड़ी रमेश चौक के पास पार्क कराई। गाड़ी से उतर कर सांसद पैदल ही तेज चाल में सदर अस्पताल के लिए चल दिए। चलते चलते ही सांसद ने सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीकस्तव को कॉल किया।

 कॉल पिक होते ही सांसद ने उन्हे सारी बात बताते हुए तत्काल बेहतर प्राथमिक उपचार और हेड इंज्यूरी होने के कारण हायर सेंटर रेफर कराने का प्रबंध करने को कहा। तबतक सांसद अस्पताल पहुंच चुके थे। सांसद के अस्पताल पहुंचने के पहले ही डॉ. उदय प्रकाश घायलों के उपचार में लग चुके थे। अस्पताल पहुंचते ही सांसद ने खुद के देखरेख में तीनों घायल युवकों का प्राथमिक उपचार कराया। इसके बाद तीनों को हायर सेंटर रेफर कराया। 

साथ ही हायर सेंटर्स के प्रमुखों को खुद कॉल कर घायलों के पहुंचते ही बेहतर इलाज का निर्देश दिया और घायलों के परिजनों का अपना मोबाइल नंबर दिया। कहा कि कहीं किसी तरह की परेशानी होगी तो आधी रात में भी सीधा मुझे कॉल करेंगे। सभी घायलों को रेफर कराने के बाद सांसद का धैर्य जवाब दे गया। इसके बाद उन्होंने अस्पताल के उपाधीक्षक से लेकर सिस्टम तक पर भड़ास निकाली।

 कहा कि जैसे राज्य सरकार का सारा सिस्टम फेल है, वैसे ही यहां सदर अस्पताल का भी सिस्टम फेल है। अस्पताल के उपाधीक्षक में मानवीय संवेदना नाम की कोई चीज नही है। वें बेहद लापरवाह है। बीसियों बार कॉल करने पर जब मेरा कॉल नही पिक करते है, तो आमजन के साथ उनका कैसा व्यहार होगा, इसे समझा जा सकता है। कहा कि उपाधीक्षक को लेकर यह नई शिकायत नही है।

 इसके पहले भी उनकी कई तरह की शिकायत आई है। शिकायतों के बावजूद उन्हे यहां इस पद पर क्यो काबिज रखा गया है, यह उनकी समझ से परे है। वें इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और राज्य सरकार के मुख्य सचिव से करेंगे। उनकी मांग है कि ऐसे लापरवाह और संवेदनहीन उपाधीक्षक को यहां से हटाया जाए।

 कहा कि तीनों घायलों में एक को गया के डॉ. अभय हॉस्पिटल, एक को रोहतास के जमुहार के निजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एक को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है। तीनों जगहों के प्रमुखों को कॉल कर उन्होने घायलों के बेहतर इलाज का प्रबंध करा दिया है। 

तीनों घायलों में एक दधपा, एक बाकन और एक शहर के निवासी है, जो यहां के पत्रकार शुभम् के छोटे भाई है। माता रानी से तीनों के शीघ्र स्वस्थ होने की कमना करता हूं।

बाइक-टेंपो में आमने-सामने की टक्कर में एक की मौत, नौ घायल, सभी की स्थिति गंभीर

औरंगाबाद()। औरंगाबाद के रफीगंज में

रफीगंज दनई ओबरा पथ पर चंद्रहेटा कड़सारा गांव के बीच बाइक एवं टेम्पो में आमने-सामने की टक्कर में एक की मौत हो गई जबकि 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक के भाई कुटकुरी गांव निवासी विनोद रविदास के पुत्र विशाल कुमार ने बताया कि मेरा भाई 25 वर्षीय विकास

कुमार एवं गांव के ही रवि शंकर पासवान के पुत्र सौरम कुमार एवं सूबेदार पासवान के पुत्र घनश्याम कुमार तीनों एक ही बाइक से रफीगंज मेला देखने जा रहे थे। इसी बीच रफीगंज से अचूकी की ओर जा रहे टेंपो से आमने-सामने की टक्कर हो गई। जिसमें विकास कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।

बाइक सवार सौरभ कुमार, एवं घनश्याम कुमार तथा टेंपो में सवार अचुकी गांव के वीरेंद्र पासवान के 23 वर्षीय पुत्र सिंधु कुमार, ब्रह्मदेव पासवान के 20 वर्षीय पुत्र सच्चिदानंद पासवान, अचुकी गांव के ही स्वर्गीय विदेश्वर पासवान के 20 वर्षीय पुत्र सुधीर कुमार सहित चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी मिलते ही 112 रफीगंज एम्बुलेंस एवं रफीगंज पुलिस ने आनन फानन में रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया । जहां डॉक्टर एस नारायण द्वारा सभी घायलों का प्राथमिक उपचार कर औरंगाबाद रेफर कर दिया गया।

डॉ एस नारायण ने बताया कि सभी घायलों का स्थिति काफी गंभीर है। बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर किया गया है। सूचना पाते ही मृतक के परिजन, थानाध्यक्ष गुफरान अली, पीएसआई अभिषेक कुमार मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। मृतक के भाई विशाल कुमार का कहना है कि विकास कुमार की शादी इसी वर्ष में हुआ था।

संजीव सिंह के बयान पर बोले जदयू नेता राजीव रंजन, विधानसभा का टिकट पाने के लिए कर रहे गलत बयानबाजी

औरंगाबाद : जदयू के औरंगाबाद जिला मुख्य प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे चुके पार्टी नेता राजीव रंजन सिर्फ उर्फ राजा बाबू ने जिला 20 सूत्री कमिटी के गठन में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के पार्टी नेता संजीव कुमार सिंह के बयान पर बम फोड़ा है। 

पूर्व प्रवक्ता ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि संजीव सिंह ये बातें सिर्फ विधानसभा का टिकट पाने के लिए कर रहे है। वें नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से टिकट पाने के लिए बेकरार है। 

उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार के सिपाही है। पार्टी का काम करने के लिए पद की कोई जरूरत नहीं है। बिना पद पर रहे ही वे अब पार्टी के काम में लगे है। मेरा उद्देश्य औरंगाबाद में जदयू को पूरी तरह से मजबूत करना है। पार्टी में किसी के साथ भेदभाव नही हो, हम इस भावना से काम कर रहे है। हम पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता है। 

राजा बाबू ने कहा कि संजीव सिंह की बातों से पार्टी कार्यकर्ता आहत हुए है। संजीव सिंह के ब्यान से कार्यकर्ताओं के मान सम्मान को ठेस पहुंचा है। उनसे आग्रह है कि दल हित में इस तरह की बयानबाजी न करे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

हाजीपुर में नही होगी भावह-भैसुर में लड़ाई, एनडीए में तय हो चुका उम्मीदवार का नाम : चिराग पासवान

औरंगाबाद: लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई के सांसद चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में हाजीपुर में चाचा पशुपति कुमार पारस उम्मीदवार नही होंगे। 

श्री पासवान ने शनिवार को औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद कहा कि हाजीपुर को लेकर वें जो भी बातें कह रहे है, उन पर एनडीए में चर्चा हो चुकी है। यह भी लगभग तय हो चुका हैं कि कौन दल किस सीट से चुनाव लड़ेगा। इसके बावजूद चाचा पशुपति कुमार पारस द्वारा मीडिया के माध्यम से हाजीपुर से ही लड़ने की बात कहने के कोई मायने नही है। इसकी दावेदारी एनडीए के अंदर होनी चहिए।

 कहा कि एनडीए में इस पर चर्चा हो चुकी है। एक सीट पर एनडीए के दो घटक दल चुनाव नही लड़ सकते। किस दल को कितनी सीटे मिलनी है। कौन कौन सी सीट मिलनी है, सब कुछ फाइनल है। एनडीए में सीट को लेकर कही कोई दिक्कत नही। इसे लेकर कही कोई घमासान नही मचा है। कही कही चुनाव के पहले कुछ बाते होती है पर चुनाव आने तक सब कुछ ठीक हो जाता है। कहा कि चिंता करने की जरूरत विपक्षी दलों को है। एनडीए में ऑल इज वेल है। इंडिया गठबंधन भानुमति का कुनबा है, जो एक एक कर बिखर जाएंगा।

राजद के वरिष्ठ नेता सुरेश पासवान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा- आगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बिहार के तमाम सीटों पर जीत हासिल करेंगे


औरंगाबाद: सूबे के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता सुरेश पासवान ने भाजपा पर निशाना साधते हुए डंके की चोट पर कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बिहार के तमाम सीटों पर जीत हासिल करेंगे। 

उन्होंने कहा कि भाजपा पहले यह बताएं कि उनके पास जुमलेबाजी के अलावे है क्या? जबकि मौजूदा जातीय जनगणना में इंडिया गठबंधन के पास 55 प्रतिशत वोटर हैं। यहां सिर्फ वोटर ही नहीं बल्कि वर्कर और कैडर भी हैं।

 पांच राज्यों के होने वाले चुनाव में भाजपा को घेरते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास उम्मीदवार कहां है। स्थिति यह हो गई है कि एमपी को विधानसभा चुनाव लड़वाया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी देश के प्रत्येक राज्य में आंतरिक कलह से जूझ रही है और इंडिया गठबंधन का जनाधार बढ़ रहा है।

बिहार के औरंगाबाद से चिराग की दहाड़, कहा डिवाइड ऑफ रूल पर काम कर रही है बिहार सरकार

औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने आए लोजपा के रास्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने इंडिया गठबंधन पर जमकर निशाना साधा उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुये कहा कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री लिवास की तरह पार्टी बदलते है अगर महागठबंधन रहते है तो एनडीए के तरफ झांकते है और एनडीए में रहते है तो महागठबंधन की ओर झांकते है हमारे मुख्यमंत्री जनादेश को ठुकराते हुए अपनी मनमानी की गठबंधन करते है जब जनता महागठबन्ध को जनादेश दिया था तब वह एनडीए के साथ मिलकर सरकार चलाये और जब जनता एनडीए को जनादेश दिया तो वह महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार चला रहे है।

 जिसके कारण 2024, में आनेवाला लोकसभा चुनाव तथा विधानसभा चुना में जनता इनको सबक सिखाने का काम करेगी इनकी गलत राजनीतिक के कारण आज जदयू बिहार में तीसरे नम्बर की पार्टी बनकर रह गई है और आने वाले दिन में जदयू पार्टी शून्य पर बिहार में बोल्ड हो जाएगी उन्होंने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री को13 करोड़ बिहारियो की चिन्ता नही है,आज वह पूरे बिहार को जात पात में बाटकर अंग्रेजो वाली नीति पर काम कर रहे है आज वह बिहारियो को जात पात में बाट कर राज करना चाहते है, जो जनता पूरी तरह से समझ गई है,और आने वाले दिन में उन्हें सबक सिखाने की काम करेंगी जब उनसे यह पूछा गया कि एक तरफ समाजिक समरस्ता की बात किया जाता है।

वही दूसरी तरफ बिहार सरकार जातीय जनगणना कर रही है इसको आप किस नजरिये से देखते है इस मामले पर उन्हों ने कहा कि सरकारी योजना की लाभ पहुचने हेतु अगर वह जातीय जनगणना सही तरीके से करवाया होता तो भी सामाजिक हित मे होता लेकिन वह जातीय जनगणना भी बंद कमरे में करवाया है जो किसी भी बिंदु पर सही नही है इस जातीय जनगणना से लोगो मे नफरत फैलाने का काम किया है उन्होंने जो कहि से उचित नही है।

 वही उन्होंने यह भी बताया कि अगर बिहार में मेरी सरकार बना तो हम हाथ पकड़ कर 13 करोड़ बिहारियो का चिंतन करेगे और उन्हें मुख्य धारा में लाने की कोशिस करेगे और मेरे सरकार में बिहारियो को शिक्षा और रोजगार को लेकर बाहर नही जाना पड़ेगा।।

इस मौके पर लोजपा महासचिव प्रमोद सिंह लोजपा जिला संयोजक सोनू सिंह ,अनूप ठाकुर महिला जिला अध्यक्ष रंजू वर्मा ,ट्रस्ट अध्यक्ष संजय मौआर, नीलमणि ,बिजय पाण्डेय मुकेश शर्मा ,रबीन्द्र शर्मा , उपस्थित थे।

जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिंहा ने बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा का किया अनावरण

औरंगाबाद: जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिंहा ने कहा हैं कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह ने राज्य में देश का पहला भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान चलाया था। केंद्र सरकार भी उन्ही के पदचिंहों पर चलते हुए भ्रष्टाचार के मामलें में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रखी है। 

श्री सिंहा ने शनिवार को यहां राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा कि बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंहा की धरती पर श्री बाबू की प्रतिमा का अनावरण करना, उनके लिए सौभाग्य की बात है। कहा कि श्री बाबू के जमाने में योजना आयोग के दृष्टिकोण में बिहार देश के टॉप-5 राज्यों में रहता था। अब किन्ही कारणों से बिहार इस मामले में पिछड़ गया है, जो विचारणीय विषय है।

 उन्होने कहा कि यदि श्री बाबू 10 साल और मुख्यमंत्री रह गए होते तो बिहार भी आज विकास के मामले में गुजरात और महाराष्ट्र के समकक्ष खड़ा होता। कहा कि श्री बाबू के समय बिहार में सुशासन और गुड गर्वनेंस बेहतर स्थिति में था। इस कारण श्री बाबू सुशासन और गुड गर्वनेंस की प्रतिमूर्ति माने जाते थे। उन्होने राजनीति में गंगोत्री बहाई थी, जिसमें भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नही था। भ्रष्टाचार के वें कितने बड़े विरोधी थे, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि श्री बाबू ने ही अपने समय में राज्य में देश का पहला भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान शुरू किया था। 

इसी तरह के अभियान के तर्ज पर केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रखी हैं। कहा कि श्री बाबू विद्रोही क्रांतिकारी थे। वें आधुनिक बिहार के निर्माता थे। वें हमेशा समसामयिक रहे। उनका सुशासन आज भी समसामयिक है और सुशासन के लिए उन्हे सदैव याद किया जाता रहेगा। गुटबंदी के बावजूद उनके लिए राष्ट्र निर्माण प्रथम था। वें यह मानते थे कि जन आकांक्षाओं की पूर्ति नौकरशाही के सहयोग के बिना संभव नही है। इसे उन्होने अपने कार्यकाल में साबित कर दिखाया भी था। 

उन्होने कार्यक्रम में अपने भाषण के पूर्व एलजेपीआर सुप्रीमो चिराग पासवान द्वारा कही गई बातों की ओर ईशारा करते हुए कहा कि जब फैसला लेने की बारी आए तो चिराग की बातों को जरूर याद करिएगा। उनके पूर्व एलजेपीआर सुप्रीमो चिराग पासवान ने कहा कि जब कश्मीर जल रहा था, तब नरेंद्र मोदी की सरकार ने जम्मू-कश्मीर से 370 और 35 ए को हटाने का काम किया। उस वक्त कश्मीर के जलने की आशंका जताई जा रही थी, जिसे राज्यपाल के रूप में मनोज सिंहा ने निर्मल साबित किया।

 कश्मीर को पुनः खुबसूरत परिस्थितियों में लाया। कहा कि श्री बाबू ने विपरीत परिस्थिति में भी बिहार को आगे बढ़ाने का काम किया लेकिन आज बिहार की स्थिति बद से बदतर हो गई है। आज बिहारी हर जगह और हर क्षेत्र में आगे है लेकिन बिहार पीछे है। नीति आयोग की रिपोर्ट कहती है कि बिहार हर मापदंड पर निचले पायदान पर है। श्री बाबू ने तो ऐसे बिहार की परिकल्पना नही की थी। इसके लिए दोषी यहां की सरकार है। अनंत संभावनाओं वाले बिहार का बुरा हाल है।

 यहां बदलाव की जरूरत है और बदलाव से ही बिहार फिर आगे बढ़ेगा। कार्यक्रम में औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह, महाराजगंज के बीजेपी सांसद जनार्दन सिग्रिवाल एवं पूर्व मंत्री भीम सिंह चंद्रवंशी आदि ने विचार रखे। 

कार्यक्रम में जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ. अरूण कुमार, विधान पार्षद डॉ. अजय सिंह, औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर सिंह, कुटुम्बा के विधायक राजेश कुमार, पूर्व मंत्री महाचंद्र सिंह, अवधेश कुमार सिंह, पूर्व विधायक डॉ. रणविजय कुमार, मनोज शर्मा, उषा विद्यार्थी एवं एलजेपीआर के प्रदेश महासचिव प्रमोद सिंह आदि मौजूद रहे।

जदयू प्रदेश सचिव संजीव कुमार सिंह ने डेढ़ दर्जन लोगों के इस्तीफा को राजनीतिक साजिश करार दिया

औरंगाबाद: 20 सूत्री में पद को लेकर जदयू के जिला कमेटी औरंगाबाद के पदाधिकारीओ द्वारा पार्टी के डेढ़ दर्जन लोगों ने इस्तीफा दिया गया है। 

उसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए बिहार के जदयू प्रदेश सचिव संजीव कुमार सिंह ने कहा कि जिस मुद्दे पर इस्तीफा दिया गया है वह 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति में पद को लेकर इस्तीफा नहीं दिया गया है।

 यह पार्टी के प्रति साजिश की गई है गठबंधन की सरकार है जिसमें जो हमारी हिस्सेदारी मिली है उसमें सभी को ध्यान में रखते हुए पार्टी के समीकरण के आधार पर इसका गठन किया गया है। अगर पार्टी में आपत्ति हुई तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से बात करनी चाहिए थी और नबीनगर को जिला कार्यकारिणी के गठन में सर्वाधिक हिस्सेदारी मिली है।

 तथा जिला के अध्यक्ष ने नबीनगर को पार्टी कार्यकारिणी में सर्वोच्च प्राथमिकता दिया है और जिला 20 सूत्री कार्यकारिणी में पद सीमित है और पार्टी के कार्यकर्ता अधिक हैं पार्टी में जिसकी जितनी भागीदारी होगी उसकी उतनी ही हिस्सेदारी होगी 20 सूत्री में सभी कार्यकर्ता को पद देना पार्टी को संभव नहीं है पार्टी में कई अन्य जगहों पर रिक्त पदों में स्थान दिया जाएगा जो भी बात को पार्टी फॉर्म में ना रह कर इस्तीफा देकर जदयू पार्टी के अनुशासन को भंग करना नीतीश कुमार के पार्टी के संविधान के विपरीत है इससे काफी आहत हुई है पद के लिए कोई पार्टी में आता है तो एक अनार और सौ बीमार की तरह बर्ताव करते हैं जो लोग ज्यादा लाभ पार्टी में रहकर लिए हैं वही लोग पार्टी को कमजोर करने में लगे हुए हैं जदयू नेता संजीव कुमार सिंह ने कहा कि इस्तीफा से कोई असर नहीं पड़ेगा वैसे लोग जो पद के लिए आये वैसे लोगों को आने-जाने का लगा रहता है पार्टी के वफादार सिपाही ही संगठन को मजबूती प्रदान करते हैं।

 औरंगाबाद जिला में नबीनगर अपनी अग्रिम भूमिका निभाई है कोई भी भ्रम में ना रहे कि हमारे आने-जाने से पार्टी के सेहत पर कोई अंतर पड़ेगा कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना वाले बात को कहते हुए उन्होंने साफ कर दिया 20 सूत्री एक बहाना था।

उनको कहीं और जाना था पार्टी ने इन पर विश्वास किया और इन लोगों ने विश्वास घात किया है तथा उन्होंने साफ कहा कि जो लोग पार्टी में इस्तीफा दिए हैं वह पहले से ही राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के संपर्क में लगातार बने हुए थे।

20 सूत्री कार्यान्वयन समिति की घोषणा के बाद औरंगाबाद जदयू जिला कमिटि में मचा घमासान, समिति में जगह नही मिलने से बड़ी संख्या में नेताओं ने पार्टी से दिया इस्तीफा


औरंगाबाद - केंद्र में सत्तासीन बीजेपी की औरंगाबाद जिला कमिटी में घमासान के बाद बिहार में सत्तासीन जेडीयू की जिला कमिटी में भी घमासान मच गया है। बिहार सरकार द्वारा घोषित जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन(20 सूत्री) समिति की घोषणा के बाद समिति में स्थान नही मिलने से नाराज होकर पार्टी के करीब डेढ़ दर्जन पदाधिकारियों ने संगठन के मुख्य जिला प्रवक्ता सह काराकाट सांसद के नबीनगर प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू के नेतृत्व में पार्टी पदों से इस्तीफा दे दिया है। 

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को भेजे संयुक्त ईस्तीफे में नेताओं ने पार्टी के जिलाध्यक्ष सह रफीगंज के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह पर नबीनगर विधानसभा क्षेत्र में जदयू को कमजोर करने का षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। कहा है कि नवगठित 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति मे नबीनगर विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा की गई है। इसी वजह से वें पार्टी के पदों से सामूहिक रूप से इस्तीफा दे रहे है। 

यह भी कहा है कि विगत विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में नबीनगर से सबसे अधिक वोट एनडीए(जेडीयू) उम्मीदवार को मिला था जबकि अन्य उम्मीदवारों का जमानत जब्त हो गया था। इसके बावजूद जिलाध्यक्ष ने एक षड्यंत्र के तहत नबीनगर विधानसभा क्षेत्र में जनता दल(यू) को कमजोर करने की साजिश की है। जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन(20 सूत्री) के गठन में नबीनगर विधानसभा क्षेत्र के जदयू कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की गई है। 

इसी वजह से वें पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के प्रति आस्था व्यक्त करते हुए जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित जिला कमिटी के पदाधिकारी के पद से हम सब इस्तीफा दे रहे है। 

पार्टी के पदों से त्यागपत्र देने वालो में जेडीयू के मुख्य जिला प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, जिला उपाध्यक्ष विभूति नारायण पांडेय, उपाध्यक्ष सूर्यवंश सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, महावीर प्रसाद कुशवाहा, जिला महासचिव रंजीत सिंह, जिला सचिव फारुक कैंसर, जिला महासचिव उदय पटेल, जिला सचिव मुकेश पटेल, जिला सचिव नागेंद्र सिंह, जिला महासचिव ओमप्रकाश गुप्ता एवं अन्य शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र