*गुरु वशिष्ठ के आश्रम में दिखाई देंगे राम और लक्ष्मण*
लखनऊ। गोसाईगंज में जन्माष्टमी पर सजाई जा रही झांकियों में इस बार एक ओर राम और लक्ष्मण गुरु वशिष्ठ के आश्रम में विद्या ग्रहण करते दिखाई देंगे तो दूसरी ओर कंस के द्वारा भेजे गए राक्षस कुबलयापीड़ का श्रीकृष्ण के हाथो वध।
जन्माष्टमी पर गोसाईगंज के सतभइया धर्मशाला में हर वर्ष मनमोहक झांकियां सजाई जाती हैं जिनको देखने के लिए आसपास के जिलों से भी लोग आते हैं। झांकियां सजाने का काम जारी है।
गोसाईगंज में मनाए जाने वाले श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है। यहां की झांकी देखने के लिये दूर दराज के गांवों से ही नही बल्कि रायबरेली और बाराबंकी से भी लोग पहुंचते हैं।
जन्माष्टमी पर सतभइया धर्मशाला में मनाया जाने वाला जन्मोत्सव देखने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है।
यहां सजने वाली दर्जनों मनोहारी झांकियो में दो बड़ी झांकी होती हैं। इस बार धर्मशाला में श्रीराधा कृष्ण मंदिर के एक ओर राक्षस कुबलयापीड़ के वध को दशार्या गया है तो दूसरी ओर गुरु वशिष्ठ का आश्रम। आश्रम में राम और लक्ष्मण के साथ अन्य शिष्य अध्ययनरत दिखाई देंगे।
यहां की झांकी अब गोसाईगंज के ही कलाकार भोला पेंटर और उनके पुत्र धमेन्द्र शर्मा बनाते हैं। अन्य झांकियां सजाने का काम मुन्ना करते हैं।सतभइया धर्मशाला में दो बड़ी झांकियों के अलावा करीब दो दर्जनों छोटी झांकियां बनाई जाती हैं। कई अन्य स्थानों पर भी झांकियां सजती हैं। झांकियां देखने वालो को यहां स्थापित मंदिर में श्रीराधा-कृष्ण के दर्शनों का भी लाभ मिलता हैं।
पहले सतभैया स्वर्णकार के घर में झांकी सजती थी। इसके बाद पुरानी धर्मशाला में झांकी सजने लगी। अब नई धर्मशाला में झांकी सजती हैं। यहीं पर श्रीराधा कृष्ण मंदिर है। जन्माष्टमी के बाद भव्य शोभायात्रा निकलती है।
शोभायात्रा अर्थात रामडोल देखने के लिये गोसाईगंज में करीब पचास हजार की भीड़ जुटती है। जिस ठाकुरद्वारा से शोभायात्रा निकलती है वह भी सैकड़ों साल पुराना है। यहां बाके बिहारीजी भी विराजमान हैं।शोभायात्रा के दिन भंडारे भी लगते हैं। इस बार शोभायात्रा आठ सितंबर को निकलेगी। यहां जन्माष्टमी छह सितंबर को मनाई जाएगी।
Sep 05 2023, 11:00