सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन का आह्वान परमाणु परीक्षण निषेध एवं निशस्त्रीकरण के दिशा में आगे आएं परमाणु संपन्न राष्ट्र एवं विश्व बिरादरी

बेतिया : आज दिनांक 29 अगस्त 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में परमाणु परीक्षण निषेध दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने लिया। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया ,पश्चिम चंपारण की संयोजक शाहीन परवीन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रुप से कहा कि प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को परमाणु परीक्षण निषेध दिवस के रूप में दुनिया भर में मनाया जाता है।

इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ, परमाणु संपन्न राष्ट्रो एवं विश्व बिरादरी से परमाणु निशस्त्रीकरण के दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग करते हुए कहा कि 02दिसम्बर, 2009 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 64वें सत्र में 29 अगस्त को परमाणु परीक्षण निषेध अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया था। यह पहली बार वर्ष 2010 में मनाया गया था।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि बीसवीं सदी में कई देशों ने परमाणु परीक्षण किए थे। पहला परमाणु परीक्षण अमेरिका ने 16 जुलाई, 1945 में किया था, जिसमें 20 किलोटन का परीक्षण किया गया था। अब तक का सबसे बड़ा परमाणु परीक्षण सोवियत रूस में अक्टूबर, 1961 को किया गया था, जिसमें 50 मेगाटन के हथियार का परीक्षण किया गया था। 2009 में उत्तरी कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया था, जिसे विश्व के अधिकांश देशों ने निंदनीय बताया। विश्व के परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों ने अब तक कम से कम 2000 परमाणु परीक्षण किये हैं।

परमाणु अप्रसार संधिपरमाणु अप्रसार संधि (नॉन प्रॉलिफरेशन ट्रीटी) को एनपीटी के नाम से जाना जाता है। इसका उद्देश्य विश्व भर में परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने के साथ-साथ परमाणु परीक्षण पर अंकुश लगाना है। 1 जुलाई, 1968 से इस समझौते पर हस्ताक्षर होना शुरू हुआ।

अभी इस संधि पर हस्ताक्षर कर चुके देशों की संख्या 190 है। जिसमें पांच के पास आण्विक हथियार हैं। ये देश हैं- अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्राँस, रूस और चीन।सिर्फ चार संप्रभुता संपन्न देश इसके सदस्य नहीं हैं। ये हैं- भारत, इजरायल, पाकिस्तान और उत्तरी कोरिया। एनपीटी के तहत भारत को परमाणु संपन्न देश की मान्यता नहीं दी गई है। जो इसके दोहरे मापदंड को प्रदर्शित करती है।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भारत का परमाणु कार्यक्रम विश्व शांति एवं मानवता की रक्षा के लिए है। इस संधि का प्रस्ताव आयरलैंड ने रखा था और सबसे पहले हस्ताक्षर करने वाला राष्ट्र फिनलैंड था।इस संधि के तहत परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र उसे ही माना गया है, जिसने 1 जनवरी, 1967 से पहले परमाणु हथियारों का निर्माण और परीक्षण कर लिया हो। इस आधार पर ही भारत को यह दर्जा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं प्राप्त है। क्योंकि भारत ने पहला परमाणु परीक्षण 1974 में किया था।

उत्तरी कोरिया ने इस सन्धि पर हस्ताक्षर किये, फिर इसका उल्लंघन किया एवं इससे बाहर आ गया।व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधिव्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) को ही कांप्रेहेन्सिव टेस्ट बैन ट्रीटी कहा जाता है। यह एक ऐसा समझौता है, जिसके जरिए परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित किया गया है। यह संधि 24 सितंबर, 1996 को अस्तित्व में आयी। अब तक इस पर 183 देशों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं।भारत और पाकिस्तान ने सीटीबीटी पर अब तक हस्ताक्षर नहीं किया है। इसके तहत परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित करने के साथ यह प्रावधान भी किया गया है कि सदस्य देश अपने नियंत्रण में आने वाले क्षेत्रें में भी परमाणु परीक्षण को नियंत्रित करेंगे।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि123 समझौता' नाम से प्रसिद्ध यह समझौता अमेरिका के परमाणु ऊर्जा अधिनियम 1954 की धारा 123 के तहत किया गया है। इसलिए इसे 123 समझौता कहते हैं। सत्रह अनुच्छेदों के इस समझौते का पूरा नाम है- "भारत सरकार और संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार के बीच नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण प्रयोग के लिए सहयोग का समझौता। "इसके स्वरूप पर भारत और अमेरिका के बीच 1 अगस्त, 2007 को सहमति हुई। अमेरिका अब तक लगभग पच्चीस देशों के साथ यह समझौता कर चुका है। इस समझौते के अभिलेख में अमेरिका ने भारत को आणविक हथियार संपन्न देश नहीं माना है, बल्कि इसमें यह कहा गया है कि आणविक अप्रसार संधि के लिए अमेरिका ने भारत को विशेष महत्व दिया है।

वैश्विक परमाणु शक्तियों को आपस में हथियारों की होड़ से बचकर परमाणु ऊर्जा का मानवता की भलाई के लिए उपयोग करना चाहिए। जापान में परमाणु बम से हुई त्रासदी विश्व के लिए एक कटु उदाहरण है। भविष्य में होने वाले किसी भी परमाणु परीक्षण के विरोध में पूरे विश्व को एकसाथ खड़ा होना चाहिए तथा सभी परमाणु हथियारों से संपन्न देशों को परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में कार्य करना चाहिए।

महावीरी झंडा जुलूस मेला को लेकर प्रशासन ने किया फ्लैग मार्च, शांति बनायें रखने की अपील की

बगहा : बगहा पुलिस जिला के चौतरवा थाना क्षेत्र के रायबारी महुअवा व सिसवा बसंतपुर पंचायत में लगने वाले महावीरी झंडा जुलूस मेला को लेकर पुलिस अधीक्षक बगहा किरण कुमार गोरख जाधव व अनुमंडल पदाधिकारी डॉ अनुपमा सिंह के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों ने रविवार को थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाल कर शांति की अपील करते हुए शांति का संदेश दिया। 

प्रशासनिक अधिकारियों के फ्लैग मार्च रायबारी महुआ, सिसवा बसंतपुर तक गई। तथा दोनों पंचायतों में एसपी व एसडीएम के नेतृत्व में स्थानीय जनप्रतिनिधियों , समाजसेवियों व ग्रामीणों के साथ एक बैठक कर रुट चार्ट के अनुसार महावीरी झंडा जुलूस निकालने की अपील प्रशासनिक अधिकारियों ने की। 

एसपी व एसडीएम ने संयुक्त रूप से कहा कि समाजिक एकता से ही समाज को मजबूती मिलेगी। उन्होंने शांति, सौहार्द बनाये रखने की अपील बैठक में उपस्थित लोगों से की। कहा कि आपसी समरसता व भाईचारे का प्रतीक पर्व व त्योहार है। उन्होंने कौमी एकता का परिचय देने की अपील करते हुए कहा कि समाज में एक मिशाल पेश करें, जिससे आपसी प्रेम, सौहार्द, भाईचारे की सहयोग देखने को मिलें। तभी हम कुशल समाज सेवक व कुशल जनप्रतिनिधि साबित होंगे। 

पुलिस प्रशासन ने महावीरी झंडा जुलूस को सौहार्द वातावरण में भाईचारे के साथ मनाने व निकालने की अपील की। ताकि आने वाली पीढी भी स्वच्छ , भाईचारे, सौहार्द के साथ ही प्रेम का संदेश दें। तथा आपसी समानता व सौहार्द वातावरण का प्रतीक बनते हुए कौमी एकता को मजबूती मिलें। उन्होंने अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की। 

कहा कि शरारती तत्वों के फिराक में नहीं पडे। किसी भी प्रकार की सुचना मिले तो जानकारी पुलिस प्रशासन को दे। ताकि वैसे असमाजिक तत्वों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की जा सके। 

इस अवसर पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बगहा कैलाश प्रसाद, डीएसपी हेडक्वॉर्टर, पुलिस इन्स्पेक्टर आनंद कुमार सिंह, थानाध्यक्ष चौतरवा सुरेश कुमार यादव के साथ ही बगहा पुलिस जिला के सभी पदाधिकारी, व विभिन्न थाना के थानाध्यक्ष मौजूद रहे।

आखिरी सोमवारी को लेकर वाल्मीकि नगर में लगा रहा काँवरियों का तांता, भव्य रूप से की पुजा अर्चना व जलाभिषेक

बेतिया : बीते सोमवार को जिले के वाल्मीकि नगर अंतिम सोमवारी पर कांवरियों की भारी भीड़ वाल्मीकि नगर में उमड़ी। शनिवार से ही पवित्र त्रिवेणी नदी और सोनभद्र से रविवार को जल लेकर विभिन्न शिव मंदिरों में कांवरियों का जत्था रवाना हुआ।

बोल-बम के नारों से वाल्मीकि नगर के कोना-कोना गुंजमान हो उठा।लोग भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर अपने मंजिल की ओर बढ़े जा रहे हैं। जगह-जगह कांवरिया शिव धुन गाते व भक्ति में नाचते दिखे।सावन के महीने में कडे धूप,बरसात और गर्मी के बीच शिव भक्त अपने मंजिल की ओर बढ़ते दिखे। 

वाल्मीकि नगर के आसपास के इलाके बोल-बम के नारों से गूंज रहे हैं।गोल चौक, टंकी बाजार, गंडक बराज आदि क्षेत्रों में शिव भक्त कांवरियों का भीड़ जुटी हुई है।हर दिन शिव भक्तो का काफिला वाल्मीकि नगर पहुंच रहा है।चारों तरफ शिव भक्ति ही नजर आ रहे हैं।

वीटीआर के घनघोर जंगल में स्थित मां नर देवी माता मंदिर,जटाशंकर धाम मंदिर,महा कामेश्वर मंदिर,सोनभद्र के तट पर बेतिया महाराज द्वारा निर्मित महाकालेश्वर धाम मंदिर और सीमा से सटे नेपाल के चितवन जिले में अवस्थित प्राचीन काल मंदिर वाल्मीकि आश्रम में भी कांवरियों का भीड़ जमा हुआ है। कीर्तन,भजन करते कांवरियों की टोली देखी जा रही है।

बकरी बचाने में सड़क किनारे बिजली के पोल से कार जाकर टकराई, हुई क्षतिग्रस्त।

 

वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के पिपरा कुट्टी कोतराहा पावर हाउस के समीप कोतराहा मोड पर वाल्मीकिनगर- बगहा मुख्य सड़क पर शनिवार की देर शाम वाल्मीकिनगर से बगहा की ओर तेज गति से जा रही एक अज्ञात कार बकरी के बचाने के क्रम में अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे खडे बिजली के लोहे के पोल से जा टकराई

।जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।कार में सवार लगभग चार लोग बाल-बाल बचे। राहगींरो द्वारा आनन-फानन में हल्की-फुल्की चोटे आई उक्त चारो को लक्ष्मीपुर स्थित एक निजी क्लिनिक में लाया गया

।समाचार लिखे जाने तक जहां सभी का उपचार जारी था।

12 फीट का विषैला किंग कोबरा को वन विभाग ने जंगल में छोड़ा।

वाल्मीकि नगर में लगातार हो रही झमाझम बारिश के कारणों से वन्य जीव के निकलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। वही इन दिनों वन्य जीव जंगल क्षेत्र से भटक कर रिहायशी इलाकों में लगातार विचरण कर रहे हैं। इसी क्रम में वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर-रमपुरवा

पंचायत के धंगडहिया गांव के रत्ती टोला गांव स्थित रमन सिंह के बगीचा में लगे सागवान के पेड पर चढ़े लगभग 12 फीट का एक विशाल विषैला किंग कोबरा सांप पर ग्रामीण की नजर पड़ी।ग्रामीणो द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दी। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकि नगर वन

विभाग के वनपाल सोनू कुमार के नेतृत्व में वंरक्षी आजाद कुमार व वंरक्षी शशी रंजन कुमार ने वन कर्मियों के टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचा।घटनास्थल पर पहुंचते ही वन विभाग के स्नेक एक्सपोर्ट रेस्क्यू कर्मी शंकर यादव एवं वन कर्मिय गोरख राम,मणीभूषण कुमार आदि वन कर्मियों की टीम ने कई घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद विशाल विषैला किंग कोबरा सांप को सुरक्षित पकड़ लिया। कोतराहा वन परिसर के वनपाल सोनू

कुमार ने बताया कि विशाल विषैला किंग कोबरा सांप को सफल रेस्क्यू कर लिया गया है। किंग कोबरा सांप विषैला एवं बड़ा था। इसकी लंबाई लगभग 12 फिट था। जिसे पकड़ कर सुरक्षित वीटीआर के चुलभट्टा के कक्ष संख्या एम 29 के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।

लक्ष्मीपुर रामपुरवा पंचायत के संभावित बाढ़ इलाकों का बगहा दो सीओ ने किया जांच।

बगहा।बगहा दो अंचलाअधिकारी दीपक कुमार ने बगहा दो प्रखंड अंतर्गत लक्ष्मीपुर रामपुरवा पंचायत के संभावित बाढ़ इलाकों की जांच की। सीओ ने बताया कि जिला द्वारा मिले निर्देश के अनुसार लगातार हुए नेपाल में बारिश के कारण पहाड़ी नदियों में जल स्तर बढ़ा,

इसके साथ ही गंडक बाराज से भी अत्यधिक मात्रा में पानी छोड़ा गया। जिससे कुछ ग्रामीण क्षेत्र में संभावित बाढ़ इलाकों को लेकर पानी ग्रामीण क्षेत्रों में ना घुसे जिसको लेकर जांच पदाधिकारी द्वारा किया।

जिसमें लक्ष्मीपुर रामपुरवा पंचायत के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रैक्टर से घूम कर पहाड़ी नदियों आदि की जांच सीओ ने किया। सीओ ने ग्रामीणों से बचाव के लिए बात की और बाढ़ से बचने के लिए विभागीय पदाधिकारी को कुछ दिशा निर्देश दिया गया। इस मौके पर हल्का कर्मचारी कनियें अभियंता आदि मौजूद थे।

रक्षा बंधन को लेकर बगहा नगर में दिखाई देने लगी रौनक.

बगहा, 28 अगस्त ।रक्षाबंधन को लेकर बगहा शहर में रौनक दिखाई देने लगी है। वहीं राखियों की खरीदारी के लिए महिलाएं और युवतियां बाजारों में पहुंच रही हैं।भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन पर बाजारों में कई प्रकार की रंग-बिरंगी,फैंसी राखियों के स्टाल और दुकानें ग्राहकों को

आकर्षित कर रही हैं।बगहा के बाजारों में स्वदेशी राखियां उपलब्ध भी हैं। जहां महिलाएं और युवतियां राखियों को पसंद कर रही हैं । राखियों के स्टॉल के अलावा बगहा के बाजारों में उपहार और मिठाइयों के स्टॉल लगने शुरू हो गए हैं। 

खरीदारी करने आई प्रियंका, निरमता,पूजा,ज्योति व मनीषा ने बतायी कि वह राखियां और उपहार खरीदने आई हैं। जो हमारे भाई सेना या पढ़ाई के लिए दूसरे राज्यों में गए हैं, उन्हें राखियां पहुंचानी है और भाई जो घर हैं।उनके लिए भी राखी खरीद रहे हैं।

दुकानदार विकास कुमार, विनय कुमार ने बताया कि उम्मीद है कि इस बार कारोबार बेहतर होगा।एक सप्ताह पहले से ही महिलाएं और युवतियां राखियों की खरीददारी कर रही हैं। विभिन्न राखियों के दुकानों पर महिलाएं और युवतियों की अच्छी खासी भीड़ भी जुट रही हैं।

वाल्मीकिनगर में जंगली बंदर के हमले में ढाई वर्षीय बच्ची जख्मी।

वाल्मीकीनगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी इलाकों में इन दिनों वन्यजीवों का आतंक थामने का नाम नही ले रहा है। खासकर बंदरो का आतंक काफी बढ़ गया है। आय दिन जंगली बंदर का शिकार आम ग्रामीण हो रहे है।

इसी क्रम में सोमवार की सुबह वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के तीन आर डी पुल स्थित विजयपुर निवासी साहेब अंसारी का ढाई वर्षीय पुत्री शाहिना प्रवीन अपने घर के आंगन में खेल रही थी।इसी क्रम में जंगली बंदरों के झुंड ने उस पर हमला बोल काट कर जख्मी कर दिया

।बच्ची की चिल्लाहट पर घटनास्थल पर पहुंचे उसके घर के परिजनो व आसपास के लोगों द्वारा हो-हल्ला करने पर जंगली बंदरो का झुंड भाग खड़ा हुआ।घर के परिजनो व आसपास के लोगों द्वारा आनन-फानन में जख्मी बच्ची को वाल्मीकि नगर स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र लाया गया।

जहां डॉक्टर संजय कुमार सिंह के द्वारा जख्मी बच्ची का उपचार जारी था। इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकीनगर वन क्षेत्र के प्रभारी वनपाल गजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि ऐसी सूचना मिली है। इसकी जांच पड़ताल की जा रही।

नेशनल थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में बिहार एक्टिविटी जोन के अभिषेक, शिवम् स्वर्ण पदक और बसंत रजत पदक जीत कर बिहार का नाम किया रौशन

बेतिया : 25, 26 और 27अगस्त को भुनेश्वर में हुए 14वीं राष्ट्रीय थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 में बिहार एक्टिविटी जोन,नरकटियागंज के प्रशिक्षक अभिषेक कुमार 60किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक और उनके दो प्रशिक्षु शिवम् कुमार 56किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक और बसंत कुमार 52किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतने पर क्लब के अध्य्क्ष समाज सेवी वर्मा प्रसाद ने खुशी व्यक्त किया है.

     

संस्था के उपाध्यक्ष खेल निदेशक सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि इन तीनों के कठिन मेहनत और लगन के फलस्वरूप राज्य के विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता के बाद इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दो स्वर्ण और एक रजत पदक प्राप्त करना जिला और नगर के लिए बहुत गर्व की बात है. इसके पूर्व भी इस संस्था के प्रशिक्षक और छात्र छात्राओं ने अनेक राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर इस नगर का नाम रौशन किया है.

     

संस्था के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में देश के 18 राज्यों से 900 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसके पदक तालिका में उड़ीसा को प्रथम स्थान, बिहार को द्वितीय स्थान और महाराष्ट्र को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। ज्ञातव्य हो कि ये तीनों उक्त वर्ग में बिहार का प्रतिनिधित्व किया था.

     

संस्था के प्रोo अतुल कुमार, दिनेश जायसवाल, बबलू तिवारी, चन्दन कुमार, सुमीत कुमार गुप्ता, विश्वजीत कुमार, दीपशिखा राय ने तीनों के इस उपलब्धि पर बधाई और शुभकामनाएं दी.

जिलाधिकारी ने गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर का लिया जायजा, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, बगहा को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

बगहा : जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय द्वारा आज गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया गया। इस दौरान वे बगहा के पारसनगर एवं शास्त्रीनगर तटबंधों पर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों एवं कार्यपालक अभियंता को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नेपाल में अत्यधिक बारिश होने के कारण गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। गंडक बराज से आज प्रातः लगभग दो लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया है, जो निरंतर कम होते जा रहे है। नेपाल सहित जिले में भारी वर्षापात के मद्देनजर जलस्तर में वृद्धि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। सभी संबंधित अधिकारी एवं अभियंता अलर्ट रहेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने हेतु सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त रखी जाय। विभागीय दिशा-निर्देशों सहित एसओपी का अक्षरशः अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय। आपदा की स्थिति में जानमाल की क्षति नहीं हो अथवा कम हो, इस हेतु सभी को तत्परतापूर्वक कार्य करना है। सभी अधिकारी एवं अभियंता सजग एवं सतर्क रहकर अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे। इसमें तनिक भी लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी, सख्त कार्रवाई होगी।

उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यपालक अभियंता लगातार तटबंधों की पेट्रोलिंग करायेंगे। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षात्मक सामग्री का स्टॉक रखेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित गति से सुरक्षात्मक कार्य कराया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि जलस्तर में बढोतरी एवं कर्मी हो सकती है, इस पर नजर बनाकर रखें तथा ऐहतियातन सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखें।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कटाव होने की स्थिति में तुरंत फ्लड फाईटिंग का कार्य कराना सुनिश्चित किया जाय। कार्य गुणवतापूर्ण होना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी संबंधित कार्यपालक अभियंता कराये जा रहे फ्लड फाईटिंग कार्य सहित तटबंधों का लगातार निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि जलस्तर बढ़ने तथा बाढ़ आपदा की स्थिति में नीचले क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को माईकिंग सहित अन्य माध्यमों से अलर्ट कराया जाय। उन्हे सुरक्षित स्थलों पर जाने को कहा जाय। प्रभावितों को सुरक्षित रखने हेतु बाढ़ आश्रय स्थल सहित अन्य चयनित ऊचें स्थलों पर सभी प्रकार की व्यवस्थाएं कर ली जाय।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बढ़ते जलस्तर के कारण नावों के परिचालन पर रोक लगा दी जाय। इस हेतु अविलंब घाटों पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाय, जो नावों के परिचालन पर रोक लगाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि बढ़ते जलस्तर के दौरान चेतावनी के बावजूद नावों के परिचालन करने वाले नाविकों के विरूद्ध कार्रवाई की जाय।

डीएम द्वारा स्थानीय माननीय जनप्रतिनिधियों, नागरिकों से जलस्तर, कटाव, नावों के परिचालन आदि से संबंधित फीडबैक लिया गया। साथ ही स्थानीय नागरिकों को सजग एवं सचेत रहने की सलाह जिलाधिकारी द्वारा दी गयी। उन्होंने कहा कि बढ़ते जलस्तर के दौरान घाटों से नावों का परिचालन नहीं होने दें। इससे जान-माल की क्षति की संभावना बढ़ जाती है।

एसडीएम, बगहा, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल द्वारा बताया गया कि नदी के जलस्तर पर नजर बनाकर रखी गयी है। तटबंधों की लगातार पेट्रोलिंग करायी जा रही है। तटबंधों की सुरक्षा तथा नावों के परिचालन पर अंकुश लगाने हेतु कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है। संवेदनशील तथा अतिसंवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में फ्लड फाईटिंग मेटेरियल का स्टॉक सुरक्षित है।

इस अवसर पर पर पुलिस अधीक्षक, बगहा, किरण कुमार गोरख जाधव, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल राय, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा शाखा, विपिन कुमार यादव, एसडीएम, बगहा, डॉ0 अनुपमा सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी, सुजीत कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी, बाढ़ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता आदि उपस्थित रहें।