जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, लौरिया का किया गया औचक निरीक्षण।


जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय द्वारा आज 11ः20 बजे प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, लौरिया पहुंचकर औचक निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचने तक प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, लौरिया के कार्यालय प्रकोष्ठ पर ताला लटका हुआ पाया गया। जिला पदाधिकारी के प्रस्थान करने तक उक्त पदाधिकारी उपस्थित नहीं हुए।

इसके बाद जिला पदाधिकारी सीधे अंचल कार्यालय पहुंचे एवं उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया गया। निरीक्षण के दौरान अंचल नाजीर अजीत कुमार शर्मा, कार्यालय परिचारी, बलिराम प्रसाद, मनोज कुमार, चालक प्रमोद कुमार राम अनुपस्थित पाए गए। इसके अलावे तीन अंचल अमीन अनुष्का भारती, कंचन कुमारी एवं रंजीत कुमार का भी हस्ताक्षर 5 अगस्त से नहीं पाया गया। 

जिला पदाधिकारी द्वारा इसके बाद प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान श्री नरेन्द्र ठाकुर, प्रभारी लिपिक, कार्यालय परिचारी रीता देवी, वाहन चालक, रमेश चौरसिया एवं वीएलडब्ल्यू वीरेन्द्र प्रसाद अनुपस्थित पाए गए। श्रीमती पूनम कुमारी गुप्ता, प्रखंड समन्वयक विलम्ब से उपस्थित हुईं। प्रखंड विकास पदाधिकारी, लौरिया के संदर्भ में उपस्थित कर्मियों द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा सका। निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी के द्वारा प्रखंड कार्यालय के कैशबुक का भी निरीक्षण किया गया, जो 31.07.23 तक संधारित पाया गया। जिला पदाधिकारी के द्वारा इसे अद्यतन करने का निर्देश दिया गया।

जिला पदाधिकारी के द्वारा प्रखंड पंचायत कार्यालय के उपस्थिति पंजी का भी अवलोकन किया गया। इसमें श्री अजय कुमार तकनीकी सहायक की उपस्थिति 22.08.23 से नहीं पाई गई। उपस्थिति पंजी में तकनीकी सहायक, लेखापाल-सह-आईटी सहायक, पंचायत कार्यपालक सहायक का भी नाम दर्ज पाया गया किंतु किसी भी तिथि को हस्ताक्षर अंकित नहीं पाया गया। पृच्छा के क्रम में बताया गया कि इनका पंचायत में रोस्टर निर्धारित हो गया है।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि जिले में योगदान के उपरांत प्रत्येक कार्यालय का भ्रमण किया गया है तथा सभी विभागों के कार्यालय प्रधान सहित उनके प्रधान सहायकों के साथ भी कई बैठकें कर ली गई हैं। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान कार्यालय प्रधान एवं प्रधान सहायकों को कार्यालय प्रबंधन संबंधी विस्तृत दिशा-निर्देश जैसे समय पर कार्यालय आना, संचिकाओं का रख-रखाव एवं उपस्थापन, आमजन के साथ अच्छा व्यवहार रखना, कैश बुक अद्यतन रखना इत्यादि के संदर्भ में दिशा-निर्देश दिया गया है। 

उन्होंने कहा कि इसी क्रम में आज लौरिया अंचल एवं प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण किया गया, किंतु स्थिति अत्यंत ही दयनीय पाई गई। निरीक्षण के क्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, राजस्व अधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी अनुपस्थित पाए गए। साथ ही इनका कार्यालय प्रकोष्ठ में ताला लटका हुआ पाया गया। इसके अतिरिक्त कई कर्मी भी अनुपस्थित पाए गए, जो काफी खेद का विषय है तथा खराब कार्य संस्कृति का परिचायक है।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि स्वस्थ कार्य संस्कृति हेतु कार्यालय में साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही संचिकाओं का सही तरीके से रख-रखाव करने का भी निदेश दिया गया है, किंतु निरीक्षण के क्रम में स्थिति अच्छी नहीं पाई गई। जिला पदाधिकारी ने कहा कि टीम वर्क के साथ कार्यालय का ससमय संचालन हर हाल में होना चाहिए। कार्यालय में शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज होनी चाहिए। कार्यालय के सभी कार्य विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप होना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मी जनता के कल्याण, उत्थान एवं भलाई के लिए हैं। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं का लाभ योग्य व्यक्तियों को ससमय मिले, इस हेतु तत्परतापूर्वक कार्य करें। अपनी समस्याओं को लेकर कार्यालय आने वाले लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें, उनकी बातों को गंभीरतापूर्वक सुने तथा उनकी समस्याओं के निराकरण हेतु तत्परतापूर्वक अग्रतर कार्रवाई करें। जानबूझ कर जनता को परेशान करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। 

उन्होनें कहा कि पेंशन, अनुकंपा, कोषागार, पारिवारिक पेंशन आदि के लंबित मामलों को तुरंत निष्पादित करायें। कार्यालय के सभी कर्मियों को ससमय वेतन मिले, आकस्मिक, उपार्जित तथा अन्य अवकाश, सेवापुस्त आदि अपडेट रहे, इस हेतु कारगर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में प्राप्त पत्रों, निर्गत पत्रों, शिकायत पंजी, आगत पंजी, लॉग बुक, गार्ड फाइल आदि को अच्छे तरीके से संधारित करें तथा अधिकारी के समक्ष उपस्थिपित करें।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि आमजन को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पहुंचाना प्राथमिकता है, किंतु पदाधिकारी एवं कर्मी के इस प्रकार के उदासीन रवैया के कारण दूर-दराज से आने वाले आम जन को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिला पदाधिकारी के द्वारा अनुपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों का दिनांक- 26.08.23 को वेतन स्थगित रखते हुए स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि अबसे इसी प्रकार का औचक निरीक्षण अन्य कार्यालयों का भी किया जाएगा तथा निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाए जाने कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सभी पदाधिकारी एवं कर्मी सचेत रहकर कार्य संस्कृति में बदलाव लावें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान श्री अनील राय, अपर समाहर्ता-सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, श्री विपीन कुमार, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा, श्री सुजीत कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, श्री मनोज कुमार, अधीक्षक मद्यनिषेध उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी द्वारा की गई विधि-व्यवस्था की समीक्षा की गई


जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा बगहा पुलिस थाना पहुचंकर पुलिस अधीक्षक, बगहा के साथ विधि-व्यवस्था की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान बताया गया कि 60 से अधिक शरारती तत्वों को गिरफ्तार करते हुए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। 

पुलिस अधीक्षक, बगहा द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बगहा द्वारा किया जा रहा है। विडियो फुटेज एवं फोटोग्राफ्स के आधार पर लोगों को लगातार चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा भ्रमणशील रहकर रेगुलर मॉनिटरिंग की जा रही है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक गतिविधि पर ध्यान रखें एवं छोटी-से-छोटी गतिविधि की सूचना पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारी के उपलब्ध करावें। उन्होंने कहा कि सूचना/खुफिया तंत्र को मजबूत रखते हुए आसूचना संग्रहण करें ताकि किसी भी परिस्थिति से निबटा जा सके।

जिलाधिकारी, पश्चिमी चम्पारण, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा अपील की गई है कि बगहावासी आपसी सौहार्द, सद्भावना के साथ रहें। किसी भी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय एवं संवेदनशील है।

ज्ञातव्य हो कि बगहा में आपसी विवाद के पश्चात वर्तमान में वस्तुस्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है तथा शांतिपूर्ण है। इस दौरान कई शरारती तत्वों एवं अफवाह फैलाने वाले 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। साथ ही अन्य चिन्हित शरारती तत्वों की गिरफ्तारी हेतु सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

समीक्षा के दौरान श्री किरण कुमार गोरख जाधव, पुलिस अधीक्षक, बगहा, डा. अनुपमा सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, श्री कैलाश प्रसाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बगहा, श्री अनील राय, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, श्री विपीन कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, श्री सुजित कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी एवं प्रखंड एवं अंचल के विभिन्न पदाधिकारी मौजूद थे।

बेतिया शहर को बनाएं स्वच्छ और सुंदर, न फेंके जहां-तहां कचरा शहर अपना है और इसे स्वच्छ और सुंदर बनाने की जिम्मेदारी भी हम सब की।

आज दिनांक 27 अगस्त 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ने कहा कि बेतिया शहर अपका अपना है और इसे स्वच्छ और सुंदर बनाने की जिम्मेदारी भी हमारी है। हम सब मिलकर शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की दिशा में कांधे से कांधे मिलकर हर कदम साथ चलें। 

जहां-तहां कचरा न फेंके। इससे न केवल शहर में गंदगी फैलेगी बल्कि स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। कचरा को व्यवस्थित तरीके से संधारण के लिए निगम की ओर से तमाम उपाय किए गए हैं। शहरवासी कचरे उठाव करने वाली गाड़ी को ही कचरा दें। कचरा निष्पादन को लेकर निगम प्रशासन गंभीर है। 

कचरे से संबंधित किसी भी तरह की शिकायतों का 24 घंटे के अंदर निपटारा कराया जाएगा। सभी नगर वासियों एवं दुकानदारों को सूखा और गीला कचरा को अलग-अलग रखने की बात कही। 

स्पष्ट रूप से सभी दुकानदारों को किसी भी परिस्थिति में कचरा सड़क पर नहीं फेंकने का अनुरोध दिया गया। इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद, डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया , डॉ अमानुल हक,वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी एवं अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

वाल्मीकि नगर:: वन विभाग ने मगरमच्छ को पकड़ कर सुरक्षित गंडक नदी में छोड़ा

वाल्मीकि नगर: गंडक नदी के जलस्तर में उतराव-चराढ होने के कारण जलीय जीवो के निकलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में शनिवार की सुबह थाना क्षेत्र के गोल चौक स्थित जी टाइप गंडक कॉलोनी निवासी नेचर गाइड सोनू कुमार के घर में गंडक नदी से भटक कर एक विशाल मगरमच्छ लगभग 6 फीट लम्बा जा पहुंचा।

इसी बीच गृहस्वामी सोनू कुमार की नजर उस मगरमच्छ पर पडी। गृहस्वामी सोनू कुमार द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दी गई।घटना की सूचना को गंभीरता से लेते हुए कोतराहा वन परिसर के वनपाल सोनू कुमार के नेतृत्व में वंरक्षी आजाद कुमार,शशि रंजन कुमार, वन कर्मिय शंकर यादव, मुंद्रिका यादव,योगेन्द्र बैठा, डब्ल्यूटीआई के फील्ड असिस्टेंट सुनील कुमार, नेचर गाइड सोनू कुमार आदि वन कर्मियों की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया।

घटनास्थल पर पहुंचे वन कर्मियों की घंटों मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़ कर गंडक नदी में सुरक्षित छोड़ दिया। वनपाल सोनू कुमार ने आगे बताया कि पकड़े गए मगरमच्छ की लंबाई लगभग 6 फीट था।

 इन दिनों गंडक नदी के जल स्तर में उतराव-चढ़ाव होने के कारण जलीय जीव कभी काभार नदी व नहर से निकलकर रिहायशी क्षेत्रों में भटक कर चले आते हैं। वनपाल ने लोगों से अपील की है,कि किसी भी प्रकार के जलीय जीव व वन्यजीव दिखाई दे तो उसके साथ छेड़छाड़ ना करें।इसकी सूचना तुरंत वन कार्यालय को दें।

वाल्मीकि नगर: सड़क पर पेड़ गिरने से घंटो तक आवागमन रहा ठप

वाल्मीकि नगर: पिछले चार दिनों से हो रही झमाझम बारिश के चलते शुक्रवार की देर रात आई हल्की तेज आंधी से व झमाझम बारिश से वाल्मीकि नगर-बगहा मुख्य पथ के धोबहा और चमनिया सड़क के बीचो बीच दो पेड़ के गिर जाने के कारण घंटों तक आवागमन प्रभावित रहा।वही शनिवार की दोपहर बारिश व आंधी में गिरा जंगली पेड़ को राहगीरों के द्वारा वन विभाग कार्यालय को सूचित किया गया।

वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के अंतर्गत भेडिहारी वन कार्यालय में तैनात वनपाल नवीन कुमार ने इस घटना की सूचना को गंभीरता से लेते हुए वन कर्मियों के टीम को घटनास्थल पर भेजा कर राहगींरो व वन कर्मियों के द्वारा गिरा जंगली पेड़ को कई घंटों के मशक्कत के बाद पेड को काट कर रास्ते से हटाया गया। तब जाकर मुख्य सड़क का आवागमन फिर से बहाल हुआ।

बगहा एक में नि:शुल्क नेत्र शिविर जांच में 125 मरीज की हुई जांच

बगहा: प्रखंड बगहा एक के इंगलिसिया पंचायत के इंगलिसिया गांव में पंचायत की मुखिया संध्या देवी के निवास स्थान पर शनिवार को स्वस्थ दृष्टि अभियान एवं ऑख की चिकित्सा आपके द्वार कार्यक्रम के तहत नि:शुल्क नेत्र शिविर का आयोजन अखंड ज्योति आई होस्पिटल बगहा के द्वारा संपन्न किया गया। 

नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन कांग्रेस पार्टी बगहा के पूर्व प्रत्याशी जयेश मंगलम सिंह उर्फ जय सिंह व मुखिया संध्या देवी के नेतृत्व में संपन्न कराया गया। शिविर में क्षेत्र के गरीब, असहाय नेत्र रोगियों की नि:शुल्क जांचकर दवा एवं चश्मा दी गई। 

अखंड ज्योति अस्पताल बगहा के चिकित्सक डा. राजकुमार ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक एवं फेको मशीन से दर्जनों नेत्र रोगियों की नेत्र जांच करते हुए दवा, चश्मा दी गई। उन्होंने बताया कि उपचार के बाद रोगियों को परामर्श भी दी गई। 

इस दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष बगहा एक दिनेश यादव, पंचायत की मुखिया संध्या देवी व मुखिया प्रतिनिधि राजेश राव ने चिकित्सकों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। 

हालांकि प्रखंड अध्यक्ष ने मुखिया को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर समाजसेवी रामनाथ चौधरी, गोधन महतों, भूटेली शर्मा, धनंजय चौधरी, अखिलेश यादव, विजेंद्र चौधरी समेत कई लोग मौंजूद रहें।

*चार दिन से हो रही रूक-रूक कर झमाझम बारिश से गंडक नदी उफान पर*

बेतिया: वाल्मीकि नगर भारतीय क्षेत्र व पड़ोसी देश नेपाल के जलग्रहण वाले क्षेत्रों व पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले लगातार चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से गंडक नदी के जलस्तर में फिर एक बार वृद्धि जारी है।वहीं गंडक बराज द्वारा शनिवार की दोपहर दो लाख सत्रहर हजार चार सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है।

गंडक बराज के कार्यपालक अभियंता रज्जा समीम ने बताया कि जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए गंडक बराज के सभी 36 फाटको को आंशिक रूप से खोल दिया गया है।उन्होंने आगे बताया कि पानी की बढ़ती स्थिति के मद्देनजर गंडक बराज पर तैनात सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।

 उन्होंने आगे बताया कि गंडक बराज के जल स्तर में बनी वृद्धि को देखते हुए रात दिन गंडक बराज पर कैंप किया गया है।तथा पल-पल की रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही हैं। नेपाल के जल ग्रहण व पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले चार दिनो से हो रही रूक-रूक के झमाझम बारिश होने के कारण गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिससे नीचले कई इलाकों में फिर से गंडक नदी व बरसाती पानी फैलने लगा है।

 वही गंडक नदी से सटे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कक्षा संख्या एम 29 एवं 30, ठाडी,सिरला दियरा, चकदहवा, धनहिया आदि के जंगलो में गंडक का पानी और बरसात का पानी फैला रहा है। तथा वन क्षेत्र में बरसाती पानी व गंडक नदी का पानी घुसने से वन्य जीव सुरक्षित जगहों की तलाश में ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।

बेतिया: आत्म निर्भर बिहार के 'सात निश्चय -2 के तहत जिलाभर के बेसहारा वृद्धजनों को सहारा देने की योजना स्वीकृत

बेतिया: नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि 'आत्म निर्भर बिहार' सात निश्चय - 2 योजना के तहत जिला के बेसहारा वृद्धजनों को सहारा देने के लिए जल्द ही बेतिया जिला मुख्यालय में 50-50 बेड वाले दो आश्रय स्थलों का निर्माण नगर में शीघ्र शुरू किया जाएगा।

 महापौर श्रीमती सिकारिया ने आगे बताया कि 'मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल' योजना के तहत 50-50 बेड की 2 यूनिट को राज्य सरकार के मंत्री परिषद द्वारा भी संबंधित आवंटन की स्वीकृति मिल गई है। जिसके तहत पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय में निर्माण नगर निगम द्वारा शीघ्र शुरू कर दिया जायेगा। इन वृद्धजन आश्रय स्थलों के संचालन की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपे जाने से पूरे जिले के निराश्रित बृद्धजनों को सुविधाजनक आवासन का सार्वजनिक आश्रय बन जायेगा।

 नगर निगम महापौर श्रीमती सिकारिया ने नगर विकास एवं आवास विभाग से जारी पत्र के हवाले से यह भी बताया कि कुल एक करोड़ छह लाख 35 हजार की इस योजना पर अमलीजामा पहनाने के लिए प्रथम किस्त के रूप में 53 लाख 17 हजार 500 रुपया का आवंटन भी विभाग स्तर से जारी कर दिया गया है।

 नगर निगम प्रशासन को इस आश्रय स्थल के संचालन के लिए स्थान का चयन कर इसकी जल्द शुरुआत कर देनी है। इन आश्रय स्थल के संचालन के लिए वार्षिक बजट 1 करोड़ 6 लाख 35000 रुपये रखा गया है। आवंटित राशि से इसे 100 बेड का सभी सुविधाओं से संपन्न वृद्धजन आश्रय स्थल को स्थापित कर विकसित किया जाएगा।

 उक्त वृद्धजन आश्रय स्थल का संचालन बेतिया नगर निगम के स्तर से कराया जाएगा। महापौर गरिमा देवी सिकरिया द्वारा बताया गया कि बेतिया में वृद्ध आश्रम निर्माण को लेकर वह काफी उत्साहित है।

मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा के जीवन दर्शन से प्रेरणा ले विश्व की नई पीढ़ी।

   

 यूक्रेन रूस संघर्ष, फलस्तीन इजराइल संघर्ष ,पश्चिम एशियाई देशों मे संघर्ष, म्यांमार में संघर्ष एवं चीन ताइवान संघर्ष समाप्त करने की सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुनः की अपील।

“विश्व शांति दूत एवं मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा की 113 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन ।.”

बेतिया पश्चिम चंपारण।

सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व शांति एवं मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा की 113 वीं जन्मदिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ बुद्धिजीवियों, शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्व शांति के लिए सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर संपूर्ण विश्व एवं विशेष रुप से दक्षिण एशिया में सुख, शांति, समृद्धि एवं विकास के लिए प्रार्थना की गई ,साथ ही यूक्रेन रूस संघर्ष

,फलस्तीन इजरायल संघर्ष ,पश्चिम एशियाई देशों में संघर्ष ,म्यांमार में संघर्ष एवं ताइवान चीन संघर्ष समाप्त करने की अपील के साथ ही इन देशों में युद्ध समाप्ति के लिए एवं स्थाई शांति स्थापित करने के लिए विशेष प्रार्थना की गई। इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि मदर टेरेसा विश्व शांति दूत एवं मानवता की प्रतिमूर्ति थी। युगोस्लाविया गणराज्य में 26 अगस्त 1910 ई0 को उनका जन्म हुआ था। 18 वर्ष की आयु से ही उन्होंने मानव सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया। गरीब एवं असहाय बच्चों के लिए 1948 में कोलकाता स्थित एक विद्यालय की स्थापना की। इसके साथ ही मिशनरी ऑफ चैरिटी की स्थापना हुई। मदर टेरेसा ने यह साबित कर दिया कि सच्ची लगन एवं मेहनत से किया गया काम कभी निष्फल नहीं होता। 1996 उनकी संस्था मिशनरी ऑफ चैरिटी ने विश्व के 125 देशों में 755 निराश्रित गृह खोलें।

जिसमें लगभग विश्व के 05 लाख लाख भूखे लोगों के लिए पेट भर भोजन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमें कोलकाता में मदर टेरेसा के साथ मिलकर मानवीय कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।मदर टेरेसा ने यह साबित कर दिया कि जीवन का लक्ष्य दुखी मानवता की सच्ची सेवा ही है एवं प्रेम के रूप से ही ईश्वर को पाया जा सकता है। आज विश्व में मदर टेरेसा के प्रेरणा और संबल से लाखों लोग जाति धर्म से ऊपर उठकर मानवता की सेवा में लगे हैं। मदर टेरेसा ने दिन-रात गरीबों की सेवा में लगी रहती थी। वह जरूरतमंदों तक खुद ही पहुंच जाती थी। कहते हैं कि एक बार एक गरीब परिवार में खाना नहीं बना था।

इस बात की जानकारी मदर टेरेसा को हुई। मदर टेरेसा खुद चावल का पात्र लेकर उस गरीब परिवार की घर पहुंची। दरवाजे पर मानो वह महिला खड़े होकर पहले से किसी के आने का इंतजार कर रही हो। घर पहुंचते ही दरवाजे पर उसे चावल का पात्र दिया। चावल का पात्र पाते ही महिला ने मदर टेरेसा का धन्यवाद किया। उस महिला ने मदर टेरेसा से कहा कि “मदद आप बैठिए मैं तुरंत आ रही हूं “। घर में पड़े टूटे हुए कुर्सी पर मदर टेरेसा बैठ गई। कुछ देर बाद वह महिला वापस लौटती है और मदर टेरेसा ने देखा कि चावल का दिया हुआ पात्र खाली है। यह देखकर मदर टेरेसा बोली. ..आप कहां गई थी..? महिला बोली …मेरे बगल की झोपड़ी में एक मुस्लिम परिवार रहता है। उनका परिवार कई दिनों से भूखा है। उस परिवार में छोटे-छोटे बच्चे हैं। उस परिवार को चावल की आवश्यकता मेरे परिवार से कहीं ज्यादा थी। मैं उन्हें चावल देने गई थी। मदर ने महिला की ओर गर्व से देखती रह गई। तभी महिला का पुत्र एक डिब्बा लेकर आया और बोला मदर लीजिए… ! मदर टेरेसा ने हैरानी से देखते हुए बोली इसमें क्या है?..

बालक ..बोला मुझे चीनी बहुत पसंद है। मेरी मां हमेशा मुझे खाने के बाद थोड़ा चीनी देती थी। मैं हर बार चीनी बचाकर इस डब्बे में जमा कर लेता था कि मन करने पर खाऊंगा। हमारी बस्ती में अनेक बच्चे भूखे हैं और आप भूखे लोगों के लिए भोजन बांट रही हैं! वह बच्चे चीनी के साथ सूखी रोटी अच्छी से खा लेंगे। मदर टेरेसा का बच्चे एवं महिला की मानवता देखकर अभिभूत हो गए और बोली … धन्य है यह भारत देश जहां स्वयं भूखे रहकर भी लोग दूसरों की भूख मिटाने का प्रयास करते हैं।

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने संयुक्त रूप से युवाओं से आह्वान करते हुए कहा हुए कि हजारों हजार बरस की भारतवर्ष की परंपरा जहां भूखे रहकर भी लोग दूसरों की भूख मिटाने का प्रयास करें, इस परंपरा को जीवित रखने की आवश्यकता है। यही है राष्ट्र एवं मानवता के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि। डॉ एजाज अहमद, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल , डॉ अमित कुमार लोहिया,बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी डॉ शाहनवाज अली, वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू शरण शुक्ल ने संयुक्त रूप से कहा कि हमें मानवीय मूल्यों को जीवित रखते हुए भारतीय समाज में सुख,

शांति, समृद्धि एवं विकास के साथ प्रेम, भाईचारा एवं आपसी सौहार्द की आवश्यकता है ताकि मानव जीवन को और भी सरल एवं सुलह बनाया जा सके। साथ ही विश्व के संघर्षरत देशों में युद्ध विराम एवं स्थाई शांति ही होगी मानवता की प्रतिमूर्ति विश्व शांति दूत मदर टेरेसा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि।

वाल्मीकि नगर-घर के अंदर से अजगर को पकड़ कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया

इन दिनों वाल्मीकि नगर में हो रही झमाझम बारिश के कारण रिहायशी इलाकों के गांवो व सरेहो मे अजगरो के निकलने का सिलसिला नहीं थम रहा है।

इस क्रम में बुधवार की देर शाम वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा के धनहा टोला निवासी शंभु बैठा पिता हरि बैठा के आवास में एक लगभग 12 फिट का अजगर सांप को देख घर के परिजनो में अफरा-तफरी मच गई।गृहस्वामी शंभु बैठा के द्वारा इसकी सूचना वाल्मीकि नगर स्थित वन कार्यालय को दी गई।

सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र स्थित कोतराहा वन परिसर के वनपाल सोनू कुमार ने वंरक्षी आजाद कुमार के नेतृत्व में वन कर्मिय गोरख राम को घटनास्थल स्थल पर भेजा।वन कर्मिय गोरख राम ने घटनास्थल पर पहुंच कर घर के अंदर छुपा हुआ अजगर सांप को कडी मशकत के बाद पकड़कर वीटीआर के कक्ष संख्या 29 के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।

इसकी पुष्टि करते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के वनपाल सोनू कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी,कि वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा स्थित धनहा टोला निवासी शंभु बैठा के घर के अंदर एक बड़ा अजगर डेरा जमाया हुआ है। इस अजगर को पकड़ने के लिए वंरक्षी आजाद कुमार के नेतृत्व में वन कर्मिय गोरख राम को घटनास्थल पर भेजा गया।

 वन कर्मिय गोरख राम ने अजगर सांप को पकड़ कर वीटीआर के कक्ष संख्या 29 के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।वनपाल सोनू कुमार ने आगे बताया कि अजगर की लंबाई करीब 12 फीट और मोटाई करीब डेढ़ फिट है। अजगर को देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी थी।