तीन दिनों से गायब थी किशोरी, रेल ट्रैक किनारे मिली लाश तो परिजनों ने लगाया दुष्कर्म कर हत्या का आरोप
औरंगाबाद : पूर्व मध्य रेल के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड पर औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र में मई एवं औरवां गांव के बीच पुलिस ने रेल ट्रैक के किनारे एक 17 वर्षीय किशोरी का शव बरामद किया है।
पुलिस ने पहले तो इसे हादसा माना। पुलिस ने यह समझा कि किसी ट्रेन से गिरकर किशोरी की मौत हुई है। शव मिलने के बाद पहचान नही होने पर पुलिस ने हादसे की थ्योरी पर चलते हुए शव को अज्ञात का माना और अस्वाभाविक मौत(यूडी) का केस दर्ज किया।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम भी करा दिया लेकिन मंगलवार को दोपहर जैसे ही मृतका की पहचान हुई और परिजन सामने आए, वैसे ही पूरा मामला पलट गया। पूरा मामला जानने के बाद पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस को समझ में आ गया कि मामला हादसा का ही नही बल्कि बेहद गंभीर है।
मृतका के भाई ने आरोप लगाया कि हत्या के पहले दुष्कर्म हुआ है। इसके बाद हत्या की गई है और शव को रेल ट्रैक के किनारे फेंका गया है। मामले में मृतका के भाई ने पुलिस को प्राथमिकी के लिए इसी आशय का आवेदन दिया है।
प्राथमिकी के लिए दिए गए आवेदन में कहा है कि वह 23 अप्रैल से लापता थी।लापता होने के बाद काफी खोजबीन की गई। इसके बावजूद कुछ पता नही चला। इस बीच उसकी बहन के मोबाइल में उसके व्हाट्सएप चैट एवं इंस्टाग्राम के मैसेज से पता चला कि पौथु थाना के भेटनिया गांव निवासी नीरज कुमार उसकी बहन को धमकी देता था और ब्लैकमेल भी करता था। यह सारी चीजें साक्ष्य के रूप में मोबाइल में है।
इसी बीच 24 अप्रैल को ही शाम को सूचक को उसकी बहन ने किसी के मोबाईल से फोन किया कि वह हाजीपुर में हूं। इस सूचना के बाद उसे लाने के लिए अपने भाई के साथ हाजीपुर गया लेकिन वह वहां नही मिली।
इस दौरान उससे तीन चार अन्य मोबाईल से भी बात हुई। इस दौरान उसने बताया कि मैं यहां यहां हूं, लेकिन वहां-वहां जाने पर वह नहीं मिली। इस बीच मंगलवार को सूचना मिली कि पुलिस को रेलवे ट्रैक के पास एक किशोरी का शव मिला है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। शव की पहचान नही हो पाई है और पहचान के लिए पुलिस 72 घंटे तक शव को सुरक्षित रखेगी। इसके बाद जब वह मंगलवार की दोपहर थाना पहुंचा तो उसने शव को देखते ही पहचान लिया।
सूचक का दावा है कि उसकी बहन के साथ दुष्कर्म किया गया है। बाद में हत्या कर साक्ष्य छुपाने की नीयत और मामले को हादसे का रंग देने के लिए शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया गया। आवेदन में चार लोगो को आरोपी बनाया गया है।
वही मामले में थानाध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले का हादसे के एंगल के साथ ही मृतका के भाई द्वारा दिए गये आवेदन में वर्णित बिंदुओं के आधार पर भी जांच में जुटी है।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Apr 25 2023, 19:35