बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: ऑस्ट्रेलिया-तुर्की में बनी पिस्तौल, यूट्यूब पर ट्रेनिंग, एक-एक कर खुल रहे राज

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महाराष्ट्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी शूट आउट केस में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में अब मुंबई पुलिस ने बताया है कि एनसीपी नेता की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद कर ली गईं हैं। दावा किया गया कि इनमें से एक ऑस्ट्रेलियाई मेड ग्लॉक पिस्‍टल तो दूसरी तुर्की मेड पिस्‍टल है। वहीं तीसरी एक देसी पिस्‍टल है। पुलिस ने तीनों हथियार बरामद कर लिए हैं। इससे पहले, मुंबई पुलिस ने बताया था कि जांच में पता चला है कि हत्या में शामिल शूटर्स ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर हथियार चलाना सीखा था।

मुंबई पुलिस पहले ही यह साफ कर चुकी है कि वारदात से चंद दिन पहले ही शूटर्स के पास ये हथियार पहुंचाए गए थे। हमलावरों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर ये पिस्टल चलानी सीखी थी। बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के निर्मल नगर इलाके में मौजूद ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में पुलिस के अनुसार तीन शूटरों ने उनकी हत्या की थी। हालांकि मामले में मुबंई पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस पुलिस ने अब तक जिन चार लोगों को अरेस्‍ट किया है, जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा के रहने वाले गुरमेल बलजीत सिंह और उत्तर प्रदेश का धर्मराज राजेश कश्यप है। इसके अलावा हरीशकुमार बालकराम निषाद और पुणे का सह-साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर भी इस हत्‍याकांड में शामिल हैं। निषाद और कश्यप उसी गांव के हैं, जहां का फरार आरोपी शिवकुमार गौतम है।

इस मामले में अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में शादियों में जश्न के दौरान की जाने वाली फायरिंग के दौरान बंदूक चलाना सीखा था। अधिकारी ने गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप से पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि शिवकुमार गौतम को इस वारदात में 'मुख्य शूटर' के तौर पर रखा गया था, क्योंकि वह बंदूक चलाना जानता था।

उन्होंने बताया कि शिवकुमार गौतम ने ही धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को कुर्ला में किराए के घर में हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया था, जहां उन्होंने खुली जगह की कमी के कारण ड्राई प्रैक्टिस (बिना गोली के गोली चलाना) किया था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब चार हफ्ते तक यूट्यूब वीडियो देखकर हथियार लोड करना और उतारना सीखा। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि कथित सह-षड्यंत्रकारियों में से एक शुभम लोनकर से पुलिस ने जून में अभिनेता सलमान खान के बांद्रा में मौजूद घर के बाहर गोलीबारी के सिलसिले में पूछताछ की थी, ये पूरी वारदात कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क से जुड़ी हुई है।

संजय राउत का शिंदे सरकार को खुला चैलेंज, बोले-हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी के हत्यारों का एनकाउंटर करो

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महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजित पवार वाली एनसीपी के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब इस मामले में जहां विपक्ष कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इस बीच शिव सेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में बड़ा बयान दिया है।संजय राउत ने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि मुंबई की नामी हस्ती को सरेआम मारकर लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर जिम्मेदारी ले रहे हैं, सरकार-पुलिस क्या कर रही?

संजय राउत ने कहा, शिंदे की सरकार महाराष्ट्र के लिए कलंक है, देवेंद्र फडणवीस तो किसी काम के नहीं हैं। मैंने पहले भी कहा था कि इस सरकार के आने के बाद मुंबई में गैंगवार और अंडरवर्ल्ड की ताकत बढ़ सकती है। संजय राउत ने आगे कहा, इस सरकार को अंडरवर्ल्ड का भी समर्थन प्राप्त है और ये अंडरवर्ल्ड गुजरात से चलाया जा रहा है। आज गुजरात में 5,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई हैं। इसका मतलब है कि देश में 50,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स पहले ही वितरित की जा चुकी हैं। जनता को यह बताने की जरूरत नहीं है कि यह पैसा किसके पास जाता है, किस पार्टी को इससे फायदा होता है और कौन इस पैसे का इस्तेमाल चुनाव लड़ने के लिए कर रहा है।

उन्होंने आगे बोला, 'गुजरात की साबरमती जेल में बंद एक गैंगस्टर बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेता है। सिद्दीकी कोई आम नेता नहीं हैं। ऐसे शख्स की पुलिस सुरक्षा में हत्या हो गई। इसकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है, जो एटीएस गुजरात की हिरासत में गैंगस्टर है वो। यह कितनी गंभीर बात है। केंद्रीय गृह मंत्री के लिए एक चुनौती है जो गुजरात से हैं। अजित पवार को अमित शाह के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए।

'सिंघमगिरी' यहां दिखाएं-राउत

राउत ने कहा कि उन्होंने (सीएम शिंदे) अक्षय शिंदे (बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी) को गोली मारने के बाद खुद को सिंघम घोषित कर दिया। अब इस 'सिंघमगिरी' को यहां दिखाएं। हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के साजिशकर्ताओं का एनकाउंटर करिए।

सीएम शिंदे ने क्या कहा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करेगी। ऐसे अपराधों के लिए जिम्मेदार आरोपियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन्हें दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा शिंदे ने पुष्टि की कि मुंबई पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और दोहराया कि महाराष्ट्र के नागरिकों की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

लॉरेंस बिश्नोई-सलमान खान का बाबा सिद्दीकी कि हत्याकांड से जुड़े है संबंध? मुंबई पुलिस ने दिया जवाब

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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान



मुंबई पुलिस ने रविवार को कहा कि वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अभिनेता सलमान खान का पहलू भी शामिल है। “बाबा सिद्दीकी के पास कोई वर्गीकृत सुरक्षा नहीं थी, लेकिन उन्हें मुंबई पुलिस से 3 सुरक्षाकर्मी दिए गए थे। घटना के समय, हमारा एक सुरक्षाकर्मी उनके साथ था। हम इस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई का पहलू भी शामिल है,” एएनआई ने डीसीपी क्राइम ब्रांच दत्ता नलावडे के हवाले से बताया।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड लाइव अपडेट

विजया दशमी पर सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले बिश्नोई ने पहले सलमान खान को धमकी दी थी, जिनकी राजनेता से गहरी दोस्ती थी। 14 अप्रैल को लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल से जुड़े शूटरों ने मुंबई के गैलेक्स अपार्टमेंट में अभिनेता के घर के बाहर कई गोलियां चलाईं। मामले में दायर आरोपपत्र के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने शूटरों को अभिनेता को डराने के लिए उनके घर के बाहर गोली चलाने का निर्देश दिया था।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड

बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रहे बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कल रात 9-9.30 बजे के बीच पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी को निर्मल नगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत उनके बेटों के कार्यालय के बाहर गोली मार दी गई। अपराध दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। मुंबई पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को मौके पर ही हिरासत में लिया गया। सिद्दीकी को शनिवार रात बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने घेर लिया और गोली मार दी। उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने कहा, "दो पिस्तौल और 28 राउंड बरामद किए गए हैं,आरोपी 21 अक्टूबर तक हमारे पास हैं। हम मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की भूमिका की जांच कर रहे हैं।" पुलिस ने कथित हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश के मूल निवासी के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य आरोपी को भी हिरासत में ले लिया गया है, जीशान अख्तर नाम से पहचान हुई है।  

21 अक्टूबर तक आरोपी हिरासत रहेंगे। 

बाबा सिद्दीकी के हत्यारों को पहले से किया गया था सेट, कुछ दिन पहले ही मिली थी हथियार की डिलीवरी

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Baba Siddiqui

मुंबई पुलिस को संदेह है कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या एक पूर्व नियोजित साज़िश थी। मुंबई पुलिस ने यह भी कहा कि अपराध शाखा ने मामले की विभिन्न कोणों से जांच शुरू की है, जिसमें संभावित अनुबंध हत्या, व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता या झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर धमकी शामिल है।

पुलिस ने कहा कि कथित हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है और उसका पता लगाने के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के रूप में हुई है।

बाबा सिद्दीकी के हत्यारों को अपराध में शामिल होने के लिए पहले से भुगतान किया गया था और उन्हें कुछ दिन पहले ही हथियारों की डिलीवरी मिली थी, टाइम्स ऑफ इंडिया ने रिपोर्ट में कहा गया। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं, हत्या के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में बाबा सिद्दीकी (66) को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के ठीक बाहर तीन लोगों ने उन्हें घेर लिया और गोली मार दी। उन्हें बांद्रा के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और नमूने एकत्र किए तथा पुलिस हमले के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आस-पास के स्थानों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है। 9.9 एमएम पिस्तौल से 4-5 राउंड फायर किए गए पुलिस ने बताया कि शूटरों ने 9.9 एमएम पिस्तौल से चार से पांच राउंड फायर किए, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी पर उस समय गोली चलाई, जब लोग दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान पटाखे फोड़ रहे थे। 

बाबा सिद्दीकी की मौत पर महाराष्ट्र सरकार ने क्या कहा

पुलिस ने कहा कि उन्हें इसका फ़ायदा मिला क्योंकि ज़्यादातर लोगों ने गोलियों की आवाज़ नहीं सुनी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने हमले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। उन्होंने कहा, "हमने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी किसी भी परिस्थिति में कानून को अपने हाथ में न ले। हम अपने शहर में किसी भी तरह के गैंगवार को फिर से शुरू नहीं होने देंगे।"

बाबा सिद्दीकी भव्य इफ़्तार पार्टियों के लिए जाने जाते थे

कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान, बाबा सिद्दीकी ने ज़रूरतमंद मरीजों के लिए बेहद ज़रूरी दवाइयों का इंतज़ाम किया था। उन्हें अपनी भव्य इफ़्तार पार्टियों के लिए भी जाना जाता था, जिसमें बॉलीवुड के बड़े सितारे शामिल होते थे। मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता, उन्हें सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था।

देवघर-बैद्यनाथधाम बाबा बैद्यनाथ एप्प का निर्माण किया गयासे संबंधित कई प्रकार की जानकारी यहां आगन्तुक उपलब्ध है।
देवघर: विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला, 2024 कई मायनों में खास है। इस कड़ी में श्रद्धालुओं को राज्य सरकार द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाएं बाबा नगरी में उपलब्ध करायी जा रही है। इसी के तहत् है। इस एप्प के माध्यम से बैद्यनाथधाम बाबा बैद्यनाथ एप्प का निर्माण किया गयासे संबंधित कई प्रकार की जानकारी यहां आगन्तुक उपलब्ध है, जैसे कि श्रावणी मेला से संबंधित जानकारी, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की जानकारी, मेला से संबंधित हेल्पलाईन नंबर, आवासन, पर्यटन स्थल आदि। इस प्रकार की कई जानकारी बाबाधाम एप्प के जरिये श्रद्धालु प्राप्त कर सकते हैं। इस एप्प के माध्यम से श्रद्धालुओं को उनसे जुड़ी सभी सुविधा मुहैया कराने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा बाबा बैद्यनाथ एप्प के माध्यम से कांवरियों की वास्तविक कतार की जानकारी भी मिलती रहती है, जिससे कि वो कांवरियों की कतार कहां तक स्थित है। इसकी जानकारी भी इस एप्प के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। राजकीय श्रावणी मेला, 2024 बैद्यनाथधाम से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन द्वारा विकसित Baba Baidyanath App से प्राप्त किया जा सकता है, जिसे दिए गए बार कोड या Google Play Store App से डाउनलोड किया जा सकता है।
জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

না মাটি, না পাথর, না কাঠ.. 8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলীর মূর্তি বসছে গুজরাটের গোধরায়
#Bajrangbali _idol _in _Godhra Gujarat

এসবি নিউজ ব্যুরো: মধ্যপ্রদেশের ইন্দোরের শিল্পী স্ক্র্যাপ মেটাল থেকে হনুমানজির অনন্য মূর্তি তৈরি করছেন। গতকাল  সারাদেশে পালিত হয়েছে হনুমান জন্মোৎসব। সকাল থেকেই হনুমানজির মন্দিরে ভক্তদের উপচে পড়া ভিড় লক্ষ্য করা যায়। জানা গিয়েছে,8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলী মূর্তি তৈরি হচ্ছে সম্পূর্ণ স্ক্র্যাপ মেটালে। ইন্দোরের শিল্পী দেবল ভার্মার তৈরি এঈ মূর্তিটি আগামী মাসে গুজরাটের গোধরায় স্থাপন করা হবে। দেবাল ভার্মা বলেন, 'আমরা গত 7-8 বছর ধরে স্ক্র্যাপ-মেটাল আর্ট নিয়ে কাজ করছি। আমরা স্ক্র্যাপ ধাতু থেকে প্রত্নবস্তু তৈরি সহ অর্ডার অনুযায়ী মূর্তি তৈরি করুন। গোধরা থেকে একটা অর্ডার এসেছিল। সাধারণত ক্লায়েন্ট আমাদের স্থান দেখায় এবং সেখানে কী থাকা উচিত সে সম্পর্কে পরামর্শ চায়।তাকে ঈশ্বরের মূর্তি স্থাপন করতে বলা হয়েছিল। তারা আমাদের কাছে জানতে চেয়েছিল কোন মূর্তি তৈরি করা উচিত এবং কীভাবে তৈরি করা উচিত। আমরা তাকে হনুমানজির মূর্তি বসানোর পরামর্শ দিয়েছিলাম। তারপর হনুমানজির মূর্তির নকশা করি।" দেবল ভার্মা আরও বলেন, 'প্রথমত, এটি বজরঙ্গবলীর মূর্তি এবং আমরা স্ক্র্যাপ থেকে কাজ করছি। মানে এটি শুধুমাত্র স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা উচিত ছিল। কিন্তু এটি এমন ছিল, আমরা সাধারণত যা করি তার থেকে ভিন্ন কিছু করতে হয়েছে ।তার মানে আমরা মূর্তিটা একটু অন্যরকম করব। আমরা এটিতে প্রচুর পিতল এবং স্টেইনলেস স্টিল রাখি। ডিজাইন করতে  2-3 মাস লেগেছে বজরঙ্গবলীজির এই মূর্তিটি ডিজাইন করতে আমাদের 2-3 মাস লেগেছে। প্রস্তাবনা-মাত্রা নকশা সেট. নকশা চূড়ান্ত হওয়ার পর, আমরা মূর্তিটি যে উপাদান থেকে তৈরি করা হবে তা অনুসন্ধান শুরু করেছি। স্ক্র্যাপ খুঁজে পেতে অনেক সময় লাগে। মূর্তিটিতে আছে পিতলের প্যান, প্লেট এবং স্টেইনলেস স্টিলের পাইপ। এসএস শিটও স্থাপন করা হয়। গাড়ির স্প্রিং এবং গিয়ার বিয়ারিং বিভিন্ন ধরনের স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা হয়। হনুমান চালিসা হনুমানজির মূর্তি বানাতে আমরা হনুমান চালিসার অনুবাদও করেছি। তাদের বৈশিষ্ট্য কি? যেমন, 'কান্ধে মুঞ্জ জেনেউ সাজাই', অর্থাৎ কীভাবে পবিত্র সুতো পরানো হয়। তাহলে কানে দুল কেন? সে রকম ডিটেইলিং করা হয়েছে। প্রায়ই বলেন কথিত আছে, শ্রী রাম জানকী বজরঙ্গবলী জির বুকে বসে আছেন। তাই আমরা একটি অনুরূপ স্কেচ তৈরি করেছি, ডিজিটালভাবে এটি পিতলের মধ্যে খোদাই করেছি, একটি দুল তৈরি করে তার বুকে স্থাপন করেছি। এই ধরনের ডিটেইলিং করা হয়েছে। হনুমানজির মূর্তি তৈরির ক্ষেত্রে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জটি হল বজরঙ্গবলী জির শরীর একেবারে সুস্থ। হনুমানজি শক্তিশালী। সেই সঙ্গে হনুমানজির মুখও খুব কোমল। মুখে সেই স্নিগ্ধতা ওভদ্রতা আনা ছিল একটি বড় চ্যালেঞ্জ। স্টেইনলেস স্টিল, ব্রাস, মাইল্ড স্টিল ব্যবহার করা হয়েছে। উদাহরণস্বরূপ, যদি এটি একটি পিতলের প্লেট হয় তবে এটি কোথায় ব্যবহার করা হবে এবং কীভাবে এটি ব্যবহার করা হবে তা কেটে কেটে লাগানো হয়েছে। মূর্তিটি তৈরি করতে কত সময় লেগেছে? বজরংবলী জির এই মূর্তিটি তৈরি করতে মোট 1 বছর সময় লেগেছে। ডিজাইন থেকে উপাদান সংগ্রহ থেকে চূড়ান্ত উত্পাদন পর্যন্ত। অর্ডারটি গত ফেব্রুয়ারিতে আমাদের কাছে এসেছিল এবং চলতি বছরের মার্চে মূর্তিটি তৈরি হয়। এই মূর্তি তৈরিতে আমাদের ৪ জনের দল কাজ করেছে। আমি দেবল ভার্মা, চিফ মেকানিক্যাল ইঞ্জিনিয়ার ফাইজান খান, চিফ ওয়েল্ডার রাজেশ ঝা এবং হেল্পার অর্জুন। ইন্দোরে আমাদের ডিজাইন স্টুডিওতে এই মূর্তিটি তৈরি করা হয়েছে। গোধরায় বাসস্ট্যান্ডের কাছে শ্রীসারভাত রেস্তোরাঁয় এই মূর্তি স্থাপন করা হবে। এই মূর্তি তৈরি করার সময় হনুমানজির সামনে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জ ছিল আবেগ আনতে হয়েছে। কারণ, স্ক্র্যাপ উপাদান থেকে কিছু তৈরি করা এবং তার মধ্যে অভিব্যক্তি আনা সবচেয়ে চ্যালেঞ্জিং কাজ। লোকেরা যখন এই মূর্তিটি দেখে, তখন তাদের মনে হয় যেন বজরঙ্গবলী জি তাদের দেখছেন। মানুষ আমাদের তাই বলেছে। প্রিভিউ দেখে অনেকেই বজরঙ্গবলীজির মূর্তির সামনে কেঁদেছিলেন। হনুমানজির দাড়িতে স্টেইনলেস স্টিলের তার লাগানো আছে। গদাটি পিতলের মাথা দিয়ে তৈরি। মুকুট উপর ঘূর্ণিত। নিচে চশমা পিতলের তৈরি। মুকুটের পিছনে সেলাই মেশিনের চাকা।
#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya *আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল*

#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya

এসবি নিউজ ব্যুরো: অযোধ্যায় রামনবমীতে রামলালের রামলালার সূর্যাভিষেক হল। ভগবান রামের মাথার অলৌকিক দৃশ্য দেখে সারা দেশের মানুষ আবেগাপ্লুত।আধ্যাত্মিকতা ও বিজ্ঞানের মিলনের এক মনোরম দৃশ্য আজ দেখা গেল অযোধ্যায়। রামনবমীর বিশেষ দিন উপলক্ষ্যে, অযোধ্যার রাম মন্দিরে যখন ভগবান শ্রীরামের কপালে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছিল তখন একটি অপূর্ব দৃশ্য দেখা যায়। এই সূর্যাভিষেক দুপুর ১২.০১ মিনিটে শুরু হয়ে প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলে। এই ঘটনাসারা বিশ্ব কৌতূহল নিয়ে দেখছে, আজ ৫০০ বছর পর অযোধ্যা ও দেশের মানুষের জন্য এই বিশেষ সুযোগ এসেছে। রাম মন্দির প্রতিষ্ঠার পর এটাই প্রথম রাম নবমী। অযোধ্যায় রামনবমী উপলক্ষ্যে, সূর্যের রশ্মি দ্বারা রামলালার তিলক করা হয়। এই উপলক্ষ্যে রামলালার বিশেষ মেকআপও করা হয়েছিল। 500 বছর পর, এই সূর্যাভিষেকের সময় রামলালা মূর্তির সূর্যাভিষেক হয়েছিল প্রায় 4 থেকে রামলালার মূর্তির মাথায় সূর্য তিলক লাগানো হয় ৬ মিনিটের জন্য। সূর্যের আলো রামলালার ওপর এমনভাবে পড়ল যেন ভগবান রামের গায়ে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছে। এই দৃশ্যটি সকলের মনকে মোহিত করেছে ।বিজ্ঞানীরা বহু মাস ধরে এই সূর্য তিলকের জন্য প্রস্তুতি নিচ্ছিলেন। এর জন্য অনেক ট্রায়াল করা হয়েছিল। আজ দুপুরে ঘড়ির কাঁটা 12:01 বাজতেই সূর্যের রশ্মি সরাসরি রামের কপালে এসে পৌঁছায়। 12:01 থেকে 12:06 পর্যন্ত সূর্যাভিষেক চলতে থাকে। পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে এই প্রক্রিয়া। বিজ্ঞানীরা গত 20 বছরে অযোধ্যার আকাশে সূর্যের গতিবিধি অধ্যয়ন করেছেন। সঠিক দিকনির্দেশ ইত্যাদি নির্ধারণের পর মন্দিরের উপরের তলায় প্রতিফলক ও লেন্স স্থাপন করা হয়েছে। সূর্যের রশ্মি ঘূর্ণায়মান হয়ে রামলালার কপালে পৌঁছে গেল। উপরের সমতলের লেন্সে সূর্যের রশ্মি পড়ল। এর পরে, এটি তিনটি লেন্সের মধ্য দিয়ে যায় এবং দ্বিতীয় তলায় আয়নার কাছে আসে। শেষেসূর্যের রশ্মি রাম লালার কপালকে 75 মিমি বুলেটের আকারে আলোকিত করতে থাকে এবং এটি প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে। সূর্য তিলকের পরে, ভগবান শ্রী রামের বিশেষ পূজা এবং আরতি করা হয়।রাম নবমীতে ভক্তদের ভিড়ের পরিপ্রেক্ষিতে প্রায় 25 লাখ ভক্তের আগমনের সময়টি 19 ঘন্টা করা হয়েছে।মঙ্গলা আরতি থেকে শুরু হয়ে রাত ১১টা পর্যন্ত খোলা থাকবে মন্দির। এর মধ্যেই রামলালকে ভোগ প্রদান ও আরতি করা হবে।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: ऑस्ट्रेलिया-तुर्की में बनी पिस्तौल, यूट्यूब पर ट्रेनिंग, एक-एक कर खुल रहे राज

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महाराष्ट्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी शूट आउट केस में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में अब मुंबई पुलिस ने बताया है कि एनसीपी नेता की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद कर ली गईं हैं। दावा किया गया कि इनमें से एक ऑस्ट्रेलियाई मेड ग्लॉक पिस्‍टल तो दूसरी तुर्की मेड पिस्‍टल है। वहीं तीसरी एक देसी पिस्‍टल है। पुलिस ने तीनों हथियार बरामद कर लिए हैं। इससे पहले, मुंबई पुलिस ने बताया था कि जांच में पता चला है कि हत्या में शामिल शूटर्स ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर हथियार चलाना सीखा था।

मुंबई पुलिस पहले ही यह साफ कर चुकी है कि वारदात से चंद दिन पहले ही शूटर्स के पास ये हथियार पहुंचाए गए थे। हमलावरों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर ये पिस्टल चलानी सीखी थी। बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के निर्मल नगर इलाके में मौजूद ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में पुलिस के अनुसार तीन शूटरों ने उनकी हत्या की थी। हालांकि मामले में मुबंई पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस पुलिस ने अब तक जिन चार लोगों को अरेस्‍ट किया है, जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा के रहने वाले गुरमेल बलजीत सिंह और उत्तर प्रदेश का धर्मराज राजेश कश्यप है। इसके अलावा हरीशकुमार बालकराम निषाद और पुणे का सह-साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर भी इस हत्‍याकांड में शामिल हैं। निषाद और कश्यप उसी गांव के हैं, जहां का फरार आरोपी शिवकुमार गौतम है।

इस मामले में अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में शादियों में जश्न के दौरान की जाने वाली फायरिंग के दौरान बंदूक चलाना सीखा था। अधिकारी ने गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप से पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि शिवकुमार गौतम को इस वारदात में 'मुख्य शूटर' के तौर पर रखा गया था, क्योंकि वह बंदूक चलाना जानता था।

उन्होंने बताया कि शिवकुमार गौतम ने ही धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को कुर्ला में किराए के घर में हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया था, जहां उन्होंने खुली जगह की कमी के कारण ड्राई प्रैक्टिस (बिना गोली के गोली चलाना) किया था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब चार हफ्ते तक यूट्यूब वीडियो देखकर हथियार लोड करना और उतारना सीखा। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि कथित सह-षड्यंत्रकारियों में से एक शुभम लोनकर से पुलिस ने जून में अभिनेता सलमान खान के बांद्रा में मौजूद घर के बाहर गोलीबारी के सिलसिले में पूछताछ की थी, ये पूरी वारदात कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क से जुड़ी हुई है।

संजय राउत का शिंदे सरकार को खुला चैलेंज, बोले-हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी के हत्यारों का एनकाउंटर करो

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महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजित पवार वाली एनसीपी के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। अब इस मामले में जहां विपक्ष कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इस बीच शिव सेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में बड़ा बयान दिया है।संजय राउत ने बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि मुंबई की नामी हस्ती को सरेआम मारकर लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर जिम्मेदारी ले रहे हैं, सरकार-पुलिस क्या कर रही?

संजय राउत ने कहा, शिंदे की सरकार महाराष्ट्र के लिए कलंक है, देवेंद्र फडणवीस तो किसी काम के नहीं हैं। मैंने पहले भी कहा था कि इस सरकार के आने के बाद मुंबई में गैंगवार और अंडरवर्ल्ड की ताकत बढ़ सकती है। संजय राउत ने आगे कहा, इस सरकार को अंडरवर्ल्ड का भी समर्थन प्राप्त है और ये अंडरवर्ल्ड गुजरात से चलाया जा रहा है। आज गुजरात में 5,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई हैं। इसका मतलब है कि देश में 50,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स पहले ही वितरित की जा चुकी हैं। जनता को यह बताने की जरूरत नहीं है कि यह पैसा किसके पास जाता है, किस पार्टी को इससे फायदा होता है और कौन इस पैसे का इस्तेमाल चुनाव लड़ने के लिए कर रहा है।

उन्होंने आगे बोला, 'गुजरात की साबरमती जेल में बंद एक गैंगस्टर बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेता है। सिद्दीकी कोई आम नेता नहीं हैं। ऐसे शख्स की पुलिस सुरक्षा में हत्या हो गई। इसकी जिम्मेदारी कौन ले रहा है, जो एटीएस गुजरात की हिरासत में गैंगस्टर है वो। यह कितनी गंभीर बात है। केंद्रीय गृह मंत्री के लिए एक चुनौती है जो गुजरात से हैं। अजित पवार को अमित शाह के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए।

'सिंघमगिरी' यहां दिखाएं-राउत

राउत ने कहा कि उन्होंने (सीएम शिंदे) अक्षय शिंदे (बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी) को गोली मारने के बाद खुद को सिंघम घोषित कर दिया। अब इस 'सिंघमगिरी' को यहां दिखाएं। हिम्मत है तो बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के साजिशकर्ताओं का एनकाउंटर करिए।

सीएम शिंदे ने क्या कहा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करेगी। ऐसे अपराधों के लिए जिम्मेदार आरोपियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन्हें दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा शिंदे ने पुष्टि की कि मुंबई पुलिस ने मामले के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और दोहराया कि महाराष्ट्र के नागरिकों की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

लॉरेंस बिश्नोई-सलमान खान का बाबा सिद्दीकी कि हत्याकांड से जुड़े है संबंध? मुंबई पुलिस ने दिया जवाब

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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान



मुंबई पुलिस ने रविवार को कहा कि वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अभिनेता सलमान खान का पहलू भी शामिल है। “बाबा सिद्दीकी के पास कोई वर्गीकृत सुरक्षा नहीं थी, लेकिन उन्हें मुंबई पुलिस से 3 सुरक्षाकर्मी दिए गए थे। घटना के समय, हमारा एक सुरक्षाकर्मी उनके साथ था। हम इस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई का पहलू भी शामिल है,” एएनआई ने डीसीपी क्राइम ब्रांच दत्ता नलावडे के हवाले से बताया।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड लाइव अपडेट

विजया दशमी पर सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले बिश्नोई ने पहले सलमान खान को धमकी दी थी, जिनकी राजनेता से गहरी दोस्ती थी। 14 अप्रैल को लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल से जुड़े शूटरों ने मुंबई के गैलेक्स अपार्टमेंट में अभिनेता के घर के बाहर कई गोलियां चलाईं। मामले में दायर आरोपपत्र के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने शूटरों को अभिनेता को डराने के लिए उनके घर के बाहर गोली चलाने का निर्देश दिया था।

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड

बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रहे बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कल रात 9-9.30 बजे के बीच पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी को निर्मल नगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत उनके बेटों के कार्यालय के बाहर गोली मार दी गई। अपराध दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। मुंबई पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को मौके पर ही हिरासत में लिया गया। सिद्दीकी को शनिवार रात बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने घेर लिया और गोली मार दी। उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने कहा, "दो पिस्तौल और 28 राउंड बरामद किए गए हैं,आरोपी 21 अक्टूबर तक हमारे पास हैं। हम मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की भूमिका की जांच कर रहे हैं।" पुलिस ने कथित हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश के मूल निवासी के रूप में हुई है, जबकि एक अन्य आरोपी को भी हिरासत में ले लिया गया है, जीशान अख्तर नाम से पहचान हुई है।  

21 अक्टूबर तक आरोपी हिरासत रहेंगे। 

बाबा सिद्दीकी के हत्यारों को पहले से किया गया था सेट, कुछ दिन पहले ही मिली थी हथियार की डिलीवरी

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Baba Siddiqui

मुंबई पुलिस को संदेह है कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या एक पूर्व नियोजित साज़िश थी। मुंबई पुलिस ने यह भी कहा कि अपराध शाखा ने मामले की विभिन्न कोणों से जांच शुरू की है, जिसमें संभावित अनुबंध हत्या, व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता या झुग्गी पुनर्वास परियोजना को लेकर धमकी शामिल है।

पुलिस ने कहा कि कथित हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है और उसका पता लगाने के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के रूप में हुई है।

बाबा सिद्दीकी के हत्यारों को अपराध में शामिल होने के लिए पहले से भुगतान किया गया था और उन्हें कुछ दिन पहले ही हथियारों की डिलीवरी मिली थी, टाइम्स ऑफ इंडिया ने रिपोर्ट में कहा गया। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं, हत्या के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में बाबा सिद्दीकी (66) को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के ठीक बाहर तीन लोगों ने उन्हें घेर लिया और गोली मार दी। उन्हें बांद्रा के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और नमूने एकत्र किए तथा पुलिस हमले के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आस-पास के स्थानों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है। 9.9 एमएम पिस्तौल से 4-5 राउंड फायर किए गए पुलिस ने बताया कि शूटरों ने 9.9 एमएम पिस्तौल से चार से पांच राउंड फायर किए, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी पर उस समय गोली चलाई, जब लोग दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान पटाखे फोड़ रहे थे। 

बाबा सिद्दीकी की मौत पर महाराष्ट्र सरकार ने क्या कहा

पुलिस ने कहा कि उन्हें इसका फ़ायदा मिला क्योंकि ज़्यादातर लोगों ने गोलियों की आवाज़ नहीं सुनी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने हमले को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है। उन्होंने कहा, "हमने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी किसी भी परिस्थिति में कानून को अपने हाथ में न ले। हम अपने शहर में किसी भी तरह के गैंगवार को फिर से शुरू नहीं होने देंगे।"

बाबा सिद्दीकी भव्य इफ़्तार पार्टियों के लिए जाने जाते थे

कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान, बाबा सिद्दीकी ने ज़रूरतमंद मरीजों के लिए बेहद ज़रूरी दवाइयों का इंतज़ाम किया था। उन्हें अपनी भव्य इफ़्तार पार्टियों के लिए भी जाना जाता था, जिसमें बॉलीवुड के बड़े सितारे शामिल होते थे। मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता, उन्हें सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था।

देवघर-बैद्यनाथधाम बाबा बैद्यनाथ एप्प का निर्माण किया गयासे संबंधित कई प्रकार की जानकारी यहां आगन्तुक उपलब्ध है।
देवघर: विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला, 2024 कई मायनों में खास है। इस कड़ी में श्रद्धालुओं को राज्य सरकार द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाएं बाबा नगरी में उपलब्ध करायी जा रही है। इसी के तहत् है। इस एप्प के माध्यम से बैद्यनाथधाम बाबा बैद्यनाथ एप्प का निर्माण किया गयासे संबंधित कई प्रकार की जानकारी यहां आगन्तुक उपलब्ध है, जैसे कि श्रावणी मेला से संबंधित जानकारी, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की जानकारी, मेला से संबंधित हेल्पलाईन नंबर, आवासन, पर्यटन स्थल आदि। इस प्रकार की कई जानकारी बाबाधाम एप्प के जरिये श्रद्धालु प्राप्त कर सकते हैं। इस एप्प के माध्यम से श्रद्धालुओं को उनसे जुड़ी सभी सुविधा मुहैया कराने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा बाबा बैद्यनाथ एप्प के माध्यम से कांवरियों की वास्तविक कतार की जानकारी भी मिलती रहती है, जिससे कि वो कांवरियों की कतार कहां तक स्थित है। इसकी जानकारी भी इस एप्प के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। राजकीय श्रावणी मेला, 2024 बैद्यनाथधाम से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन द्वारा विकसित Baba Baidyanath App से प्राप्त किया जा सकता है, जिसे दिए गए बार कोड या Google Play Store App से डाउनलोड किया जा सकता है।
জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল ভ্রমণে ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত সহ পাঁচ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল
# A five-member_ delegation_ including _the Ambassador of France _visited _the Garumara forest _in Duars, _Jalpaiguri



এসবি নিউজ ব্যুরো: জলপাইগুড়ির ডুয়ার্সের জঙ্গলের যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতে ফ্রান্সের এক প্রতিনিধি দল ঘুরলেন জঙ্গলে। মঙ্গলবার ফ্রান্সের রাষ্ট্রদূত থিয়ারি ম্যাথিউয়ের নেতৃত্বে ৫ সদস্যের এক প্রতিনিধি দল গরুমারায় এসেছিলেন। তাঁরা জানান,ডুয়ার্সের গরুমারা জঙ্গল কীভাবে পরিচালিত হচ্ছে? জঙ্গলের বন ও বুনোরা কেমন আছে? বন দপ্তরের সঙ্গে জঙ্গল লাগোয়া এলাকার বাসিন্দাদের সম্পর্কই বা কেমন? এইসব যাবতীয় বিষয় খতিয়ে দেখতেই তাদের এই সফর।ফ্রান্সের এই প্রতিনিধি দল ডুয়ার্সের মূর্তি ও জলঢাকা নদী দেখার পাশাপাশি সেখানে থাকা কুনকিদের পর্যবেক্ষণ ও তাদের সারাদিনের বিভিন্ন কাজকর্ম সম্পর্কে বন দপ্তরের আধিকারিক ও মাহুতদের কাছ থেকে তথ্য সংগ্রহ করেন। ফ্রান্সের এই দলের সঙ্গে উত্তরবঙ্গ বন্যপ্রাণী বিভাগের বনপাল ভাস্কর জেভি, গরুমারা ও জলপাইগুড়ি বনবিভাগের দুই ডিএফও দ্বিজপ্রতীম সেন, বিকাশ ভি, গরুমারা সাউথ রেঞ্জের রেঞ্জার সুদীপ দে ছাড়াও বন দপ্তরের অন্যান্য আধিকারিকরা উপস্থিত ছিলেন। মেদলার পর, গরুমারা যাত্রা প্রসাদ নজর মিনার হয়ে এই প্রতিনিধি দলটি বিকেলে চলে আসে গরুমারার ধূপঝোরা এলিফ্যান্ট ক্যাম্পে। সেখানে বন দপ্তরের আধিকারিকরা এই প্রতিনিধি দলকে কুনকি হাতির পিঠে চাপিয়ে জঙ্গলের আনাচে-কানাচে ঘোরান। এখান থেকে ফিরে তাঁরা স্থানীয় আদিবাসী নৃত্যগোষ্ঠীর নৃত্যও উপভোগ করেন। সেইসাথে কথা বলেন জয়েন্ট ফরেস্ট ম্যানেজমেন্ট কমিটির সদস্যদের সঙ্গেও। ভবিষ্যতে গরুমারার উন্নয়নে তাঁরা সহযোগিতা করবেন বলে আশ্বাস দিয়েছেন বলে বনদপ্তর সূত্রে জানা গিয়েছে।

না মাটি, না পাথর, না কাঠ.. 8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলীর মূর্তি বসছে গুজরাটের গোধরায়
#Bajrangbali _idol _in _Godhra Gujarat

এসবি নিউজ ব্যুরো: মধ্যপ্রদেশের ইন্দোরের শিল্পী স্ক্র্যাপ মেটাল থেকে হনুমানজির অনন্য মূর্তি তৈরি করছেন। গতকাল  সারাদেশে পালিত হয়েছে হনুমান জন্মোৎসব। সকাল থেকেই হনুমানজির মন্দিরে ভক্তদের উপচে পড়া ভিড় লক্ষ্য করা যায়। জানা গিয়েছে,8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলী মূর্তি তৈরি হচ্ছে সম্পূর্ণ স্ক্র্যাপ মেটালে। ইন্দোরের শিল্পী দেবল ভার্মার তৈরি এঈ মূর্তিটি আগামী মাসে গুজরাটের গোধরায় স্থাপন করা হবে। দেবাল ভার্মা বলেন, 'আমরা গত 7-8 বছর ধরে স্ক্র্যাপ-মেটাল আর্ট নিয়ে কাজ করছি। আমরা স্ক্র্যাপ ধাতু থেকে প্রত্নবস্তু তৈরি সহ অর্ডার অনুযায়ী মূর্তি তৈরি করুন। গোধরা থেকে একটা অর্ডার এসেছিল। সাধারণত ক্লায়েন্ট আমাদের স্থান দেখায় এবং সেখানে কী থাকা উচিত সে সম্পর্কে পরামর্শ চায়।তাকে ঈশ্বরের মূর্তি স্থাপন করতে বলা হয়েছিল। তারা আমাদের কাছে জানতে চেয়েছিল কোন মূর্তি তৈরি করা উচিত এবং কীভাবে তৈরি করা উচিত। আমরা তাকে হনুমানজির মূর্তি বসানোর পরামর্শ দিয়েছিলাম। তারপর হনুমানজির মূর্তির নকশা করি।" দেবল ভার্মা আরও বলেন, 'প্রথমত, এটি বজরঙ্গবলীর মূর্তি এবং আমরা স্ক্র্যাপ থেকে কাজ করছি। মানে এটি শুধুমাত্র স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা উচিত ছিল। কিন্তু এটি এমন ছিল, আমরা সাধারণত যা করি তার থেকে ভিন্ন কিছু করতে হয়েছে ।তার মানে আমরা মূর্তিটা একটু অন্যরকম করব। আমরা এটিতে প্রচুর পিতল এবং স্টেইনলেস স্টিল রাখি। ডিজাইন করতে  2-3 মাস লেগেছে বজরঙ্গবলীজির এই মূর্তিটি ডিজাইন করতে আমাদের 2-3 মাস লেগেছে। প্রস্তাবনা-মাত্রা নকশা সেট. নকশা চূড়ান্ত হওয়ার পর, আমরা মূর্তিটি যে উপাদান থেকে তৈরি করা হবে তা অনুসন্ধান শুরু করেছি। স্ক্র্যাপ খুঁজে পেতে অনেক সময় লাগে। মূর্তিটিতে আছে পিতলের প্যান, প্লেট এবং স্টেইনলেস স্টিলের পাইপ। এসএস শিটও স্থাপন করা হয়। গাড়ির স্প্রিং এবং গিয়ার বিয়ারিং বিভিন্ন ধরনের স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা হয়। হনুমান চালিসা হনুমানজির মূর্তি বানাতে আমরা হনুমান চালিসার অনুবাদও করেছি। তাদের বৈশিষ্ট্য কি? যেমন, 'কান্ধে মুঞ্জ জেনেউ সাজাই', অর্থাৎ কীভাবে পবিত্র সুতো পরানো হয়। তাহলে কানে দুল কেন? সে রকম ডিটেইলিং করা হয়েছে। প্রায়ই বলেন কথিত আছে, শ্রী রাম জানকী বজরঙ্গবলী জির বুকে বসে আছেন। তাই আমরা একটি অনুরূপ স্কেচ তৈরি করেছি, ডিজিটালভাবে এটি পিতলের মধ্যে খোদাই করেছি, একটি দুল তৈরি করে তার বুকে স্থাপন করেছি। এই ধরনের ডিটেইলিং করা হয়েছে। হনুমানজির মূর্তি তৈরির ক্ষেত্রে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জটি হল বজরঙ্গবলী জির শরীর একেবারে সুস্থ। হনুমানজি শক্তিশালী। সেই সঙ্গে হনুমানজির মুখও খুব কোমল। মুখে সেই স্নিগ্ধতা ওভদ্রতা আনা ছিল একটি বড় চ্যালেঞ্জ। স্টেইনলেস স্টিল, ব্রাস, মাইল্ড স্টিল ব্যবহার করা হয়েছে। উদাহরণস্বরূপ, যদি এটি একটি পিতলের প্লেট হয় তবে এটি কোথায় ব্যবহার করা হবে এবং কীভাবে এটি ব্যবহার করা হবে তা কেটে কেটে লাগানো হয়েছে। মূর্তিটি তৈরি করতে কত সময় লেগেছে? বজরংবলী জির এই মূর্তিটি তৈরি করতে মোট 1 বছর সময় লেগেছে। ডিজাইন থেকে উপাদান সংগ্রহ থেকে চূড়ান্ত উত্পাদন পর্যন্ত। অর্ডারটি গত ফেব্রুয়ারিতে আমাদের কাছে এসেছিল এবং চলতি বছরের মার্চে মূর্তিটি তৈরি হয়। এই মূর্তি তৈরিতে আমাদের ৪ জনের দল কাজ করেছে। আমি দেবল ভার্মা, চিফ মেকানিক্যাল ইঞ্জিনিয়ার ফাইজান খান, চিফ ওয়েল্ডার রাজেশ ঝা এবং হেল্পার অর্জুন। ইন্দোরে আমাদের ডিজাইন স্টুডিওতে এই মূর্তিটি তৈরি করা হয়েছে। গোধরায় বাসস্ট্যান্ডের কাছে শ্রীসারভাত রেস্তোরাঁয় এই মূর্তি স্থাপন করা হবে। এই মূর্তি তৈরি করার সময় হনুমানজির সামনে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জ ছিল আবেগ আনতে হয়েছে। কারণ, স্ক্র্যাপ উপাদান থেকে কিছু তৈরি করা এবং তার মধ্যে অভিব্যক্তি আনা সবচেয়ে চ্যালেঞ্জিং কাজ। লোকেরা যখন এই মূর্তিটি দেখে, তখন তাদের মনে হয় যেন বজরঙ্গবলী জি তাদের দেখছেন। মানুষ আমাদের তাই বলেছে। প্রিভিউ দেখে অনেকেই বজরঙ্গবলীজির মূর্তির সামনে কেঁদেছিলেন। হনুমানজির দাড়িতে স্টেইনলেস স্টিলের তার লাগানো আছে। গদাটি পিতলের মাথা দিয়ে তৈরি। মুকুট উপর ঘূর্ণিত। নিচে চশমা পিতলের তৈরি। মুকুটের পিছনে সেলাই মেশিনের চাকা।
#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya *আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল*

#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya

এসবি নিউজ ব্যুরো: অযোধ্যায় রামনবমীতে রামলালের রামলালার সূর্যাভিষেক হল। ভগবান রামের মাথার অলৌকিক দৃশ্য দেখে সারা দেশের মানুষ আবেগাপ্লুত।আধ্যাত্মিকতা ও বিজ্ঞানের মিলনের এক মনোরম দৃশ্য আজ দেখা গেল অযোধ্যায়। রামনবমীর বিশেষ দিন উপলক্ষ্যে, অযোধ্যার রাম মন্দিরে যখন ভগবান শ্রীরামের কপালে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছিল তখন একটি অপূর্ব দৃশ্য দেখা যায়। এই সূর্যাভিষেক দুপুর ১২.০১ মিনিটে শুরু হয়ে প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলে। এই ঘটনাসারা বিশ্ব কৌতূহল নিয়ে দেখছে, আজ ৫০০ বছর পর অযোধ্যা ও দেশের মানুষের জন্য এই বিশেষ সুযোগ এসেছে। রাম মন্দির প্রতিষ্ঠার পর এটাই প্রথম রাম নবমী। অযোধ্যায় রামনবমী উপলক্ষ্যে, সূর্যের রশ্মি দ্বারা রামলালার তিলক করা হয়। এই উপলক্ষ্যে রামলালার বিশেষ মেকআপও করা হয়েছিল। 500 বছর পর, এই সূর্যাভিষেকের সময় রামলালা মূর্তির সূর্যাভিষেক হয়েছিল প্রায় 4 থেকে রামলালার মূর্তির মাথায় সূর্য তিলক লাগানো হয় ৬ মিনিটের জন্য। সূর্যের আলো রামলালার ওপর এমনভাবে পড়ল যেন ভগবান রামের গায়ে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছে। এই দৃশ্যটি সকলের মনকে মোহিত করেছে ।বিজ্ঞানীরা বহু মাস ধরে এই সূর্য তিলকের জন্য প্রস্তুতি নিচ্ছিলেন। এর জন্য অনেক ট্রায়াল করা হয়েছিল। আজ দুপুরে ঘড়ির কাঁটা 12:01 বাজতেই সূর্যের রশ্মি সরাসরি রামের কপালে এসে পৌঁছায়। 12:01 থেকে 12:06 পর্যন্ত সূর্যাভিষেক চলতে থাকে। পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে এই প্রক্রিয়া। বিজ্ঞানীরা গত 20 বছরে অযোধ্যার আকাশে সূর্যের গতিবিধি অধ্যয়ন করেছেন। সঠিক দিকনির্দেশ ইত্যাদি নির্ধারণের পর মন্দিরের উপরের তলায় প্রতিফলক ও লেন্স স্থাপন করা হয়েছে। সূর্যের রশ্মি ঘূর্ণায়মান হয়ে রামলালার কপালে পৌঁছে গেল। উপরের সমতলের লেন্সে সূর্যের রশ্মি পড়ল। এর পরে, এটি তিনটি লেন্সের মধ্য দিয়ে যায় এবং দ্বিতীয় তলায় আয়নার কাছে আসে। শেষেসূর্যের রশ্মি রাম লালার কপালকে 75 মিমি বুলেটের আকারে আলোকিত করতে থাকে এবং এটি প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে। সূর্য তিলকের পরে, ভগবান শ্রী রামের বিশেষ পূজা এবং আরতি করা হয়।রাম নবমীতে ভক্তদের ভিড়ের পরিপ্রেক্ষিতে প্রায় 25 লাখ ভক্তের আগমনের সময়টি 19 ঘন্টা করা হয়েছে।মঙ্গলা আরতি থেকে শুরু হয়ে রাত ১১টা পর্যন্ত খোলা থাকবে মন্দির। এর মধ্যেই রামলালকে ভোগ প্রদান ও আরতি করা হবে।