जानसठ की जल समस्या: लाखों का समरसेबल महीनों से बदहाल, जनता प्यासी, नगर पंचायत मौन
![]()
- ब्लॉक के समीप लगा 'शोपीस' बना लाखों का बोरिंग, उद्घाटन के बाद से ही धूल फांक रहा; शुद्ध पेयजल की आस में तरस रहे स्थानीय निवासी
ब्रह्म प्रकाश शर्मा,जानसठ l नगर पंचायत द्वारा शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाखों रुपए की लागत से ब्लॉक कार्यालय के पास स्थापित कराया गया एक बोरिंग एवं समरसेबल पंप परियोजना अपनी शुरुआत से ही बदहाली का शिकार है। यह परियोजना, जिस पर जनता के लाखों रुपए खर्च किए गए, अब नगर पंचायत के लापरवाही भरे रवैये के कारण एक सफेद हाथी और मात्र 'शोपीस' बनकर रह गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जल संकट को देखते हुए नगर पंचायत ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को हरी झंडी दी थी। बोरिंग का कार्य जोर-शोर से कराया गया और समरसेबल पंप भी स्थापित किया गया। स्थानीय निवासियों को उम्मीद थी कि अब उन्हें पेयजल के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। हालाँकि, यह खुशी अल्पकालिक रही। सूत्रों के मुताबिक, बोरिंग के सफल संचालन के लिए आवश्यक विद्युत कनेक्शन, सुरक्षात्मक घेरा या संचालन स्टाफ की व्यवस्था कभी पूरी तरह से नहीं की गई।
जब से बोरिंग लगा है, तभ ी से यह बंद पड़ा है।
लाखों रुपए खर्च हो गए, लेकिन पानी की एक बूँद भी लोगों को नहीं मिल पाई। यह जनता के पैसे की खुली बर्बादी है," एक स्थानीय दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया। आज आलम यह है कि ब्लॉक के समीप लगा यह नया बोरिंग अपनी बदहाली के आँसू बहा रहा है। समरसेबल पंप उद्घाटन के कुछ समय बाद ही ठप पड़ी यह परियोजना नगर पंचायत के दूरदर्शिता के अभाव और कार्यों के प्रति उदासीनता को दर्शाती है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस गंभीर विषय पर नगर पंचायत के पदाधिकारी और संबंधित कर्मचारी पूरी तरह से मौन हैं। स्थानीय निवासियों द्वारा कई बार शिकायतें किए जाने के बावजूद, इस बदहाल बोरिंग की सुध लेने वाला कोई नहीं है। एक ओर जहाँ नगर पंचायत विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं दूसरी ओर पानी जैसी मूलभूत सुविधा के लिए लाखों खर्च करने के बाद भी जनता को तरसना पड़ रहा है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर परियोजना को संचालित ही नहीं करना था, तो लाखों रुपए क्यों खर्च किए गए? क्या यह धनराशि किसी अन्य जरूरी विकास कार्य में नहीं लगाई जा सकती थी? इस मामले ने नगर पंचायत के कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। जनता अब जल्द से जल्द इस बोरिंग को चालू करवाने और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रही है। नगर पंचायत को इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए बोरिंग को युद्धस्तर पर ठीक कराकर चालू करवाना चाहिए, ताकि जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके और सरकारी धन की बर्बादी पर रोक लगे। इस सम्बन्ध में नगर पंचायत कार्यालय से जानसठ संवाददाता ने जानकारी करने का प्रयास किया तों पता चला की अध्यक्ष जी नहीं आएं हैं। उसके उपरांत नगर पंचायत अध्यक्ष से फोन पर संपर्क करना चाहा तो फोन नॉट रिचेबल आता रहा।








Nov 19 2025, 18:26
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
4.2k