कनाडा जा रहे पीएम मोदी, क्या जी-7 शिखर सम्मेलन के बहाने कम होगी रिश्तों में आई खटास?
#pmmodicanada_visit
![]()
कनाडा में होने वाले जी7 समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। भारत-कनाडा के बीच तल्ख रहे रिश्तों के बीच कनाडा के इस कदम की चर्च हर ओर हो रही है। करीब दस साल बाद प्रधानमंत्री मोदी कनाडा की यात्रा करेंगे। इससे पहले अप्रैल 2015 में पीएम मोदी ने कनाडा का दौरा किया था। उस समय स्टीफन हार्पर कनाडा के प्रधानमंत्री थे। 2023 में खालिस्तान समर्थक सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से ही भारत और कनाडा के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में हैं। ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा पर दुनियाभर की नजर है।
पीएम मोदी और पीएम कार्नी की पहली मुलाकात
भारत-कनाडा रिश्तों में खटास के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार कनाडा जा रहे हैं। पहली बार पीएम मोदी और कनाडा के नवनिर्वाचित पीएम मार्क कार्नी आमने-सामने होंगे। पीएम मोदी और कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक होगी। कार्नी ने चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार भारत को एक ‘महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया था। मोदी और कार्नी की ये मुलाकात न सिर्फ दो देशों के रिश्तों की दिशा तय करेगी बल्कि वैश्विक कूटनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ सकती है।
भारत को लेकर क्या बोले कार्नी
कार्नी ने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भी है, इसलिए उसको इस जगह पर जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा, इस संदर्भ में दो पहलुओं को बताता हूं। पहला ये कि हम भूमिका में हैं, कनाडा जी-7 के अध्यक्ष की भूमिका में है और हमारे जी-7 सहयोगियों के साथ हुई चर्चाओं में ऊर्जा, सुरक्षा, डिजिटल फ्यूचर, महत्वपूर्ण खनिजों समेत अन्य मुद्दों महत्वपूर्ण चर्चाएं शामिल हैं। साथ ही उभरते और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे के निर्माण में साझेदारी शामिल है।
निज्जर हत्या के बाद बिगड़े संबंध
बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा के साथ भारत के संबंध बहुत ही खराब हो गए थे। ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कनाडाई संसद में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने इस आरोप को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इस घटना ने दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। इसका प्रभाव नई दिल्ली में हुए जी-20 सम्मेलन में औपचारिक अभिवादन में और फिर ट्रूडो के विमान में आई ख़राबी के बाद विमान की पेशकश पर भी दिखाई दिया।
Jun 09 2025, 12:49