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मुस्लिम मुल्‍क से ओवैसी ने पाक को किया बेनकाब, बोले-पाकिस्तान की वजह से आतंकवाद

#asaduddinowaisirevealpakistanreligionbasedterrorism

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम देश में बैठकर पाकिस्‍तान की पोल खोली है। भारत की मल्‍टी पार्टी डेलिगेशन दुनिया के विभिन्‍न हिस्‍सों में जाकर आतंकवाद पर पाकिस्‍तान के चेहरे को बेनकाब कर रही है। बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाला भारतीय डेलिगेशन बहरीन पहुंचा। जहां प्रतिनिधिमंडल ने भारत का पक्ष रखा और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की पोल खोल कर रख दी। इस दौरान एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा है।

कुरान की आयतों को तोड़-मरोड़कर पेश किया-ओवैसी

एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने कहा, इन आतंकवादी संगठनों ने भारत में निर्दोष लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए कुरान की आयतों को तोड़-मरोड़कर पेश किया। उन्होंने कुरान की आयतों को संदर्भ से बाहर जाकर बताया। हमें इसे समाप्त करना होगा। उन्होंने (पाकिस्‍तान समर्थित आतंकवादी) लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया है। इस्लाम आतंकवाद की निंदा करता है और कुरान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या पूरी मानव जाति की हत्या के समान है।

लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए धर्म का इस्तेमाल-औवैसी

ओवैसी ने कहा कि इन आतंकवादी संगठनों ने भारत में निर्दोष लोगों की हत्या को उचित ठहराया है। उन्होंने लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया है। इस्लाम आतंकवाद की निंदा करता है और कुरान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या पूरी मानव जाति की हत्या के समान है।

पाकिस्तान ने आतंकी समूहों को बढ़ावा दिया-ओवैसी

ओवैसी ने कहा, हमारी सरकार ने हमें यहां इसलिए भेजा है, ताकि दुनिया को पता चले कि भारत पिछले कई सालों से किस खतरे का सामना कर रहा है। दुर्भाग्य से हमने कई निर्दोष लोगों की जान गंवाई है। यह समस्या पाकिस्तान से ही पैदा हुई है और हमेशा ही होती है। जब तक पाकिस्तान इन आतंकवादी समूहों को बढ़ावा देना, सहायता देना और प्रायोजित करना बंद नहीं करता, तब तक यह समस्या दूर नहीं होगी। उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने हर भारतीय की जान की रक्षा के लिए सभी कदम उठाए हैं। इस सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगली बार अगर पाकिस्तान ऐसा दुस्साहस करेगा, तो यह पलटवार उनकी उम्मीद से परे होगा।

पाक को FATF की ग्रे सूची में वापस लाने की आपील

ओवैसी ने आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया और बहरीन सरकार से पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में वापस लाने के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के धन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए किया गया है। ओवैसी ने कहा, हमारा देश एकमत है, चाहे हम किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित हों। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन जब हमारे देश की अखंडता की बात आती है, तो यह सही समय है कि हमारा पड़ोसी देश समझे कि हम एक हैं। मैं अनुरोध करता हूं और उम्मीद करता हूं कि बहरीन सरकार पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में वापस लाने में हमारी मदद करेगी, क्योंकि इस पैसे का इस्तेमाल उन आतंकवादियों का समर्थन करने के लिए किया गया है।

दिल्ली-एनसीआर में आंधी बारिश ने मचाई तबाही, 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा, जानें देश के दूसरे राज्य का हाल

#delhincrstormandrain

शनिवार देर रात राजधानी दिल्ली और एनसीआर पर मौसम ने ऐसा कहर बरपाया। दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में शनिवार आधी रात के बाद मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया। आंधी-तूफान के बाद रविवार सुबह चार बजे के बाद भी बारिश होती रही। भीषण गर्मी से परेशान लोगों को बारिश से राहत की आस थी। हालांकि, बारिश राहत कम और आफत ज्यादा बनकर आई। भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी किया था और वो चेतावनी सही साबित हुई।

60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा

मौसम विभाग ने आंधी तूफान के साथ तेज बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया था। इसके साथ ही रेड अलर्ट भी जारी किया गया था। दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चली और मूसलाधार बारिश भी होने लगी। शनिवार देर रात को शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रविवार तड़के तक चलता रहा। रविवार सुबह को भी रिमझिम बारिश होती रही।

तेज बारिश से कई इलाके जलमग्न

तेज़ बारिश से राजधानी के कई इलाकों में हालात बिगड़ गए। दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज, आईटीओ, मिंटो ब्रिज, कनॉट प्लेस और हुमायूं रोड जैसे स्थान जलमग्न हो गए। मिंटो रोड ही नहीं दिल्ली की कई और जगहों का हाल भी कुछ ऐसा ही है, जहां बारिश के बाद जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, सड़कों पर लबालब पानी भर गया। कई जगह के वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें बारिश के बाद के हालात को साफतौर पर देखा जा सकता है।

उड़ानों पर भी दिखा असर

आंधी और तेज बरिश का असर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी देखने को मिला। कई फ्लाइट्स को या तो डिले किया गया या डायवर्ट करना पड़ा। इंडिगो, विस्तारा और अन्य एयरलाइंस ने यात्रियों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति चेक करके ही एयरपोर्ट पहुंचे। घने बादल, तेज़ हवाएं और सीमित विजिबिलिटी के चलते टेकऑफ और लैंडिंग दोनों प्रभावित हुए हैं।

अगले 24 घंटों में यहां बारिश के हालात

दिल्ली-एनसीआर ही नहीं देशभर में बारिश की स्थित बनी हुई है। स्‍काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान, विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, दक्षिण-पूर्व मध्यप्रदेश, तेलंगाना और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश संभव है। सिक्किम, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ गरज-चमक और बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दक्षिण गुजरात और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश व गरज-चमक संभव है।

कोरोना ने फिर बढ़ाई दहशत, देशभर में बढ़े संक्रमण के मामले

#covid19casesriseagaininindia

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर डराना शुरू कर दिया है। भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 अब धीरे-धीरे पैर पसार रहा है। मुंबई, दिल्ली, गुजरात में नए मामलों सहित अब तक देशभर में कुल 257 एक्टिव केस की सूचना मिली है। इसी बीच, शनिवार को महाराष्ट्र के ठाणे में एक कोरोना संक्रमित युवक की मौत हो गई। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को कोरोना मामलों से संबंधित मामले की समीक्षा की।

कोरोना को लेकर दिल्‍ली सरकार की एडवाइजरी

दिल्ली-एनसीआर में कोरोना के एक्टिव मरीजों की भी संक्रमण के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है। दिल्ली में 23 एक्टिव केस सामने आने के बाद, राजधानी की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं फिर अलर्ट मोड में आ गई हैं। वहीं, गाजियाबाद में भी 4 नए केस ने चिंता बढ़ा दी है। गुरुग्राम में तो एक शख्स घर से बाहर भी नहीं निकला था। कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। फिर भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। फरीदाबाद में भी कोरोना पैर पसारता दिख रहा है। राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने तुरंत एक स्पेशल एडवाइजरी जारी की है। अब सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।

महाराष्‍ट्र में 35 नए केस, बढ़ा रहे चिंता

महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 45 नए मामले सामने आए, जिनमें मुंबई में 35, पुणे में 4, कोल्हापुर में 2, रायगढ़ में 2 और ठाणे तथा लातूर में 1-1 मामला शामिल है. जनवरी से अब तक 6,819 स्वाब नमूनों की जांच की गई है, जिनमें 210 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 183 मुंबई से हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने न केवल महाराष्ट्र में, बल्कि पूरे भारत और अन्य देशों में संक्रमण में छिटपुट वृद्धि देखी है। हालांकि, महाराष्‍ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कमस कस ली है।

कर्नाटक में कोरोना से पहली मौत

कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि बेंगलुरु में हाल ही में कोविड-19 के प्रकोप के बाद शनिवार को शहर में पहली मौत हुई है। बेलगावी में एक गर्भवती महिला कोविड-19 से संक्रमित पाई गई है। वह पिछले महीने पुणे की यात्रा पर गई थी। धारवाड़ सहित कई जिला अस्पतालों ने विशेष रूप से कोरोना के मरीजों के लिए 10 बिस्तरों वाला आईसीयू वार्ड खोला है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख बने रहेंगे मोहम्मद यूनुस, इमरजेंसी मीटिंग के बाद “यूटर्न

#muhammad_yunus_to_continue_as_bangladesh_s_interim_govt_chief

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस अपने पद पर बने रहेंगे।बांग्लादेश के अंतरिम मुखिया मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे की अटकलों के बीच बुलाई गई आपात बैठक के बाद ये साफ हो गया है कि यूनुस फिलहाल अपने पद पर बने रहेंगे। उनके मंत्रिमंडल के एक सलाहकार ने शनिवार को यह जानकारी दी। दो दिन पहले यूनुस के एक प्रमुख सहयोगी ने कहा था कि वह इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। अब उन्होंने इसे पूरी तरह से नकार दिया है।

शनिवार को सलाहकार परिषद की एक गैर-निर्धारित बैठक के बाद योजना सलाहकार वहीदुद्दीन महमूद ने कहा कि यूनुस ने यह नहीं कहा था कि वह पद छोड़ देंगे। उन्होंने कहा था कि हमें सौंपे गए काम और जिम्मेदारियों को पूरा करने में कई बाधाएं आ रही हैं, लेकिन हम उन पर काबू पाने की कोशिश रहे हैं। वहीदुद्दीन महमूद ने आगे कहा- वे निश्चित रूप से बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी सलाहकार कहीं नहीं जा रहा है क्योंकि हमें सौंपी गई जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है; हम इस कर्तव्य को नहीं छोड़ सकते। यह बयान ऐसे समय आया है जब यूनुस के इस्तीफे की अटकलें दो दिन पहले सामने आई थीं।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने शनिवार को अपने प्रशासन, राजनीतिक दलों और सेना के बीच बढ़ती असहजता की समीक्षा के लिए सलाहकार परिषद की एक बैठक बुलाई थी। इससे पहले यूनुस ने मुख्य सलाहकार के पद से हटने की इच्छा व्यक्त की थी। उन्होंने बदलाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति न बन पाने के कारण काम करने में आ रहीं परेशानियों का हवाला दिया था।

देश की राजनीति इस समय अस्थिरता के दौर से गुजर रही है। अगस्त 2024 में शेख हसीना की सरकार को सत्ता से हटाए जाने के बाद से हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। विरोधी पार्टियों, छात्र संगठनों और ट्रेड यूनियनों ने पिछले कुछ दिनों में ढाका की सड़कों पर प्रदर्शन तेज कर दिया है। यूनुस की सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को भंग कर दिया है और उसके कई वरिष्ठ नेताओं को जेल भेज दिया है। इधर बीएनपी की मांग है कि जल्द से जल्द चुनाव की तारीख घोषित की जाए। पार्टी ने इस सप्ताह बड़े प्रदर्शन भी किए हैं। साथ ही, उन्होंने कैबिनेट से छात्र प्रतिनिधियों को हटाने की मांग की है, जबकि एनसीपी ने दो सलाहकारों को हटाने की बात कही है, जिन पर बीएनपी के हित में काम करने का आरोप है।

बांग्लादेश में फिर होगा तख्तापलट! जानें मोहम्मद यूनुस के सामने कैसे बढ़ा संकट

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बांग्लादेश एक बार फिर बड़े राजनीतिक संकट की ओर बढ़ रहा है। 9 महीने बाद ही देश में फिर पहले ही वाले हालात पैदा हो गए हैं। दरअसल, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस जो वहां अंतरिम सरकार चला रहे हैं, उन्होंने इस्तीफे का संकेत दे दिया है। जिसका कारण राजनीतिक दलों में आपसी मतभेद, सुधारों में रुकावट और जनता का बढ़ता गुस्सा बताया जा रहा है। इस बीच अंतरिम सरकार के मुखिया और सेना के बीच तनाव की खबरें भी सुर्खियां बटोर रही हैं। ऐसे में बांग्लादेश मे एक बार फिर सत्ता परिवर्तन और तख्तापलट को लेकर अटकलें लगने लगी है।

पिछले साल अगस्त में शेख हसीना को सत्ता छोड़कर भारत भागना पड़ा था। इसके बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया। लेकिन अब यूनुस चारों ओर से घिरते नजर आ रहे हैं। सेना, विपक्षी दल जैसे बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी, और यहां तक कि उनके अपने समर्थक भी उनसे नाखुश हैं।

इस बीच यूनुस ने एक बैठक में कहा, मैं बंधक जैसा महसूस कर रहा हूं। बिना राजनीतिक समर्थन के इस पद पर रहने का कोई मतलब नहीं।

यूनुस के इस्तीफे की खबरें उस समय आई हैं जब सेना और अंतरिम सरकार के बीच भी तनाव की खबरें सामने आई हैं। खासकर दो मुद्दों पर मतभेद है – पहला चुनाव की समयसीमा – सेना चाहती है कि चुनाव दिसंबर तक हो जाएं। दूसरा म्यांमार के रखाइन राज्य में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए प्रस्तावित कॉरिडोर – सेना को इस पर आपत्ति है। तीन दिन पहले सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान ने नौसेना और वायुसेना प्रमुखों के साथ मिलकर यूनुस से मुलाकात की और चुनाव की समयसीमा तय करने की बात दोहराई। 

अगली सुबह सेना प्रमुख ने एक बैठक में कहा कि कई अहम फैसलों की जानकारी उन्हें नहीं दी गई, जिससे यह संकेत मिला कि सेना अपनी स्थिति मजबूत कर रही है।सेना प्रमुख की कड़ी टिप्पणी के बाद अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और छात्रों की नवगठित नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के नेता नाहिद इस्लाम के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। नाहिद ने बताया कि मोहम्मद यूनुस ने इस्तीफा देने की पेशकश की है। इसके बाद राजनीतिक दलों और उनके नेताओं की तरफ कई बयान दिए गए, जिसमें यूनुस से इस्तीफा न देने का अनुरोध किया गया। इसके साथ ही सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की गई।

शुभमन गिल नए टेस्ट कप्तान, इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम घोषित

#shubmangillbecomesnewcaptainofindian

इंग्लैंड दौरे के लिए नए टेस्ट टीम की घोषणा हो गई है। टीम इंडिया की सिलेक्शन कमिटी के चीफ और पूर्व भारतीय ऑलराउंडर अजीत अगरकर ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस लेते हुए शुभमन गिल को भारत का नया कप्तान घोषित किया। वहीं, ऋषभ पंत टेस्ट में नए उपकप्तान हैं। टीम के एलान से पहले बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक भी हुई।

टीम के एलान से पहले बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक भी हुई। बैठक में बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया भी मौजूद रहे। लगभग साढ़े 12 बजे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया, भारतीय टीम के सिलेक्टर्स अजय रात्रा, सुब्रत बनर्जी और अजीत अगरकर मीटिंग के लिए पहुंचे थे। इसमें नए टेस्ट कप्तान के नाम पर भी मुहर लगी। युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को भारत की टेस्ट टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। वहीं, ऋषभ पंत टेस्ट में नए उपकप्तान हैं। बुमराह या केएल राहुल को जिम्मेदारी नहीं दी गई। इसके अलावा करुण नायर की सात साल बाद भारतीय टीम में वापसी हुई है। शार्दुल ठाकुर भी भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं। इसके अलावा भारतीय-ए टीम के कप्तान अभिमन्यू ईश्वरन को भी मौका दिया गया है। साई सुदर्शन और अर्शदीप सिंह टीम में नया चेहरा हैं।

इंग्लैंड दौरे के लिए ऐसी है टीम इंडिया

इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से शुभमन गिल अपना कार्यभार संभालेंगे। भारत का इंग्लैंड दौरा 20 जून से शुरू होगा। यह रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास के बाद भारत की पहली सीरीज होगी। इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम इस तरह हैः-

शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नितीश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव।

जर्मनी से एस जयशंकर की पाक को खुली चेतावनी, कहा-आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेंगे, यूरोपीय देशों से की खास अपील

#jaishankarwarnspakistan

भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर यूरोप के दौरे पर है। जयशंकर तीन देशों की यात्रा पर हैं। उन्होंने पहले नीदरलैंड और डेनमार्क का दौरा किया। बर्लिन उनकी यात्रा का अंतिम पड़ाव था। बर्लिन में उन्होंने जर्मनी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बर्लिन में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की। जर्मन काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में बातचीत के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बात की। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।

एस जयशंकर ने कहा, यह एक आतंकी हमला था, जो एक पैटर्न का हिस्सा है, जिसने न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि भारत के अन्य हिस्सों को भी निशाना बनाया है। इसका मकसद डर का माहौल बनाना और कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को नष्ट करना था। इसका मकसद धार्मिक मतभेद पैदा करना था। 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए हम आतंकवाद का जवाब दे रहे थे। जब हमने जवाब दिया तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी समझ थी। हमने आतंकी मुख्यालयों और आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। हमारा ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ है। इस मामले में आतंकी पड़ोसी देश से आते हैं, क्योंकि उस देश ने कई सालों से आतंकवाद को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है।

हम 80 साल से आतंकवाद झेल रहे हैं

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 1947 में हमारी आजादी के बाद से ही पाकिस्तान ने कश्मीर में हमारी सीमाओं का उल्लंघन किया है। उसके बाद से आठ दशकों (80 साल) में हमने क्या देखा है? जयशंकर ने कहा कि आप लोग तो अब जागे हैं हम 80 साल से आतंकवाद और पाकिस्तान की हरकतों को झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र को जितना कमजोर पश्चिमी देशों ने किया है, उतना किसी ने नहीं किया है।

जयशंकर ने कहा कि भारत ने सीमा पार आतंकवाद में पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठान की भूमिका को लगातार उजागर किया है और लंबे समय से यह कहा है कि इस्लामाबाद की सत्ता संरचना पर सेना का प्रभुत्व है, जो आतंकवादी समूहों को कश्मीर घाटी, अफगानिस्तान समेत पूरे उपमहाद्वीप में सपोर्ट करता रहा है।

वैश्विक मंच पर भारत अपनी बात बिना हिचक रख रहा-एस जयशंकर

जयशंकर ने वैश्विक गठबंधनों पर भी बात की। उन्होंने भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच बने क्वाड की तारीफ की। उन्होंने इसे एक लचीला और आधुनिक गठबंधन बताया, जो आज के बदलते वैश्विक माहौल में जरूरी है। यह गठबंधन देशों के हितों को ध्यान में रखकर काम करता है और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देता है।

जयशंकर की यह टिप्पणी भारत और यूरोप के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत चाहता है कि यूरोप और अन्य पश्चिमी देश पाकिस्तान की सैन्य नीतियों पर सवाल उठाएं और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाएं। उनकी यह स्पष्ट बातचीत दिखाती है कि भारत अब वैश्विक मंच पर अपनी बात बिना किसी हिचक के रख रहा है।

टीम इंडिया की तरह काम करें केन्द्र और राज्य, नीति आयोग की बैठक में बोले पीएम मोदी

#nitiaayoggoverningcouncil10th_meeting



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक शनिवार को हुई। नई दिल्ली के भारत मंडपम में गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। बैठक का विषय 'विकसित राज्य के लिए विकसित था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें भविष्य के लिए तैयार शहरों पर काम करना चाहिए। उन्होंने सभी राज्यों से मिलकर काम करने और एक विकसित भारत के निर्माण का आह्वान किया। बैठक में एक राज्य, एक वैश्विक पर्यटन स्थल के विकास पर भी चर्चा हुई।

हर राज्य में कम से कम एक ऐसी जगह हो जो दुनिया भर में मशहूर हो-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक में कहा कि विकसित भारत हर भारतीय का सपना है। जब हर राज्य विकसित होगा, तभी भारत विकसित होगा। यह 140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षा है। पीएम मोदी ने कहा कि हर राज्य को कम से कम एक पर्यटन स्थल को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित करना चाहिए, जहां सभी सुविधाएं और आधारभूत संरचनाएं उपलब्ध हों। एक राज्य: एक वैश्विक गंतव्य यह दृष्टिकोण न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि आस-पास के शहरों के विकास का माध्यम भी बनेगा। भारत तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है। हमें भविष्य के लिए तैयार शहरों की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, ग्रोथ, इनोवेशन और सस्टेनबिलिटी हमारे शहरों के विकास का इंजन होना चाहिए। शहरों को ऐसा बनाना है कि वे आगे आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें।

केंद्र-राज्य टीम इंडिया की तरह काम करें

पीएम मोदी ने नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में एक खास बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार मिलकर टीम इंडिया की तरह काम करें। ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों के साथ यह पहली बड़ी बैठक है। आम तौर पर, पूर्ण परिषद की बैठक हर साल होती है और पिछले साल यह 27 जुलाई को हुई थी।

तीन दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा नहीं लिया

इस मीटिंग में कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए।वहीं, एनडीए शासित पुडुचेरी सहित तीन दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों एन. चंद्रबाबू नायडू, एमके स्टालिन और ए. रेवंत रेड्डी ने बैठक में शिरकत की। कांग्रेस शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया राज्य में पूर्व व्यस्तताओं में व्यस्त थे। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपनी ओर से अपने कैबिनेट सहयोगी के एन. बालगोपाल को भेजा। इसी तरह पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए।

बता दें कि यह बैठक केंद्र और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को एक मंच प्रदान करती है, जिससे देश के समक्ष मौजूद विकासात्मक चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया जा सके और इस बात पर सहमति बन सके कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए राज्य किस प्रकार आधारशिला बन सकते हैं। इसमें उद्यमिता को बढ़ावा देने, कौशल विकास और टिकाऊ रोजगार सृजन जैसे विषयों पर भी चर्चा की जाएगी।

समय से पहले मॉनसून ने दी दस्तक, 8 दिन पहले पहुंचा केरल

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केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। यह अपने तय समय से करीब एक सप्ताह पहले चल रहा है। केरल में मॉनसून के आने की सामान्य तिथि एक जून है, लेकिन इस बार केरल में मॉनसून सामान्य तिथि से पहले आ गया है। साल 2009 के बाद ये मॉनसून भारतीय भूमि पर सबसे जल्दी दस्तक देने वाला मॉनसून बन गया है। इस तरह इस साल केरल में मानसून का आगमन पिछले 16 वर्षों में सबसे जल्दी हुआ है।

मौसम विभाग (आईएमडी) ने पहले 27 मई के आसपास मानसून के केरल में पहुंचने का अनुमान लगाया था, लेकिन मानसून 3 दिन और पहले आ गया। दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य तिथि से 8 दिन पहले केरल में प्रवेश कर चुका है। आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून एक जून तक केरल पहुंचता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू हो जाता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है।

पिछले साल 30 मई को केरल पहुंचा था मॉनसून

पिछले साल मॉनसून केरल में 30 मई को पहुंचा था। साल 2023 में यह आठ जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में तीन जून को, 2020 में एक जून को, 2019 में आठ जून को और 2018 में 29 मई को केरल पहुंचा था। आईएमडी ने अप्रैल में 2025 के मॉनसून के मौसम में सामान्य से अधिक वर्षा का अनुमान जताया था। इसमें अल नीनो की स्थिति की संभावना को खारिज कर दिया गया था, जो भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्य से कम बारिश से जुड़ी है।

2016 सबसे देरी से मानसून का आगमन

आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून को दस्तक देता है। हालांकि, सबसे पहले 1918 में 11 मई को मानसून ने केरल में दस्तक दे दी थी। देरी से मानसून के आने का रिकॉर्ड 1972 में था, जब मानसूनी बारिश 18 जून से शुरू हुई थी। पिछले 25 वर्षों में सबसे देरी से मानसून का आगमन 2016 में हुआ था, जब मानसून ने 9 जून को केरल में प्रवेश किया था।

पाकिस्तान ने तीन युद्ध थोपकर पहले ही सिंधु जल समझौते का उल्लंघन किया, यूएन में भारत में पड़ोसी देश को लताड़ा

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अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। संयुक्त राष्ट्र के मंच पर आज एक बार फिर भारत ने पाकिस्‍तान के झूठ की पोल खोली। भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने पाकिस्तान के खिलाफ जोरदार हमला बोलते हुए विश्व समुदाय के सामने उसकी दोहरी नीतियों और आतंकपरस्‍त सोच पर हमला बोला। भारत ने सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देते हुए संयुक्त राष्ट्र में कहा कि पाकिस्तान पहले ही भारत पर तीन युद्ध थोपकर और हजारों आतंकी घटनाएं कर सिंधु जल समझौते की भावना का उल्लंघन कर चुका है।

‘सिंधु जल समझौते का उल्लंघन कर रहा पाक’

संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि पाकिस्तान ही सिंधु जल संधि का उल्लंघन कर रहा है। पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश सुरक्षा परिषद की एरिआ फार्मूला बैठक में कहा कि सिंधु जल समझौते को लेकर पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल द्वारा दुष्प्रचार किया जा रहा है। भारत ने हमेशा जिम्मेदारी भरा व्यवहार किया है। भारतीय प्रतिनिधि पी हरीश ने कहा कि 65 साल पहले भारत ने अच्छी भावना के साथ पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता किया था। समझौते की प्रस्तावना का उल्लेख करते हुए पी हरीश ने कहा कि प्रस्तावना में साफ लिखा गया है कि ये समझौता अच्छी भावना और दोस्ती के साथ किया गया, लेकिन पाकिस्तान ने बीते 65 वर्षों में इस भावना का साफ उल्लंघन किया

‘भारत पर तीन युद्ध और हजारों आतंकी हमले थोपे’

हरीश ने कहा, भारत ने 65 साल पहले अच्छे विश्वास के साथ सिंधु जल संधि की थी। पाकिस्तान ने भारत पर तीन युद्ध और हजारों आतंकी हमले करके इसकी भावना का उल्लंघन किया है। 20,000 से ज्यादा भारतीय लोगों की जान चली गई है, हाल ही में पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। भारत ने हमेशा धैर्य और उदारता दिखाई है। पाकिस्तान का राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद नागरिकों के जीवन और आर्थिक समृद्धि को बंधक बनाना चाहता है।

‘पाकिस्तान का अड़ियल रवैया’

हरीश ने कहा, इन 65 सालों में बांध के बुनियादी ढांचे के लिए तकनीक बदल गई है ताकि संचालन और पानी के उपयोग की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित हो सके। कुछ पुराने बांधों में सुरक्षा संबंधी चिंताएं हैं। पाकिस्तान ने संधि के तहत अनुमत इस बुनियादी ढांचे में किसी भी बदलाव को लगातार रोका है। 2012 में, आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में तुलबुल नेविगेशन प्रोजेक्ट पर हमला किया, जिससे हमारी परियोजनाओं और नागरिकों की जान को खतरा बना रहा। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में बताया कि भारत ने पाकिस्तान से पिछले 2 वर्षों में संधि में संशोधन पर चर्चा करने के लिए कहा है। लेकिन पाकिस्तान का अड़ियल रवैया इस अभ्यास को करने से रोकता है।

यूएन में पाकिस्तान ने क्या कहा?

दरअसल, शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद की एरिआ फार्मूला बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुद्दा संघर्ष में पानी की सुरक्षा था। इस बैठक में पाकिस्तान ने भारत पर सिंधु जल समझौता तोड़ने के लिए बेबुनियाद और भ्रामक आरोप लगाए।संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत असीम इफ्तिखार अहमद ने अपने भाषण में कश्मीर मुद्दे को उठाया था। साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के संघर्ष के बारे में भी बात की।