व्यापार मंडल पदाधिकारियों को 8 साइबर अपराध से बचाव हेतु किया गया जागरूक
गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोंडा विनीत जायसवाल द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन सभागार में व्यापार मंडल के पदाधिकारियो के साथ गोष्ठी की गई। जिसमें सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी से परिचय प्राप्त कर उनकी समस्याओं के बारे में जाना गया । बैठक में मौजूद कुछ व्यापारी बन्धुओं द्वारा ट्रैफिक से सम्बन्धित दिये गये सुझावों को सुनकर व्यापारी बन्धुओं को आश्वस्त किया गया कि शीघ्र ही सम्बन्धित अधिकारियों/विभाग से समन्वय स्थापित कर अतिक्रमण हटाने का व्यापक अभियान चलाकर जनपद की सड़कों/सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा ।
व्यापारीगण को यह भी अवगत कराया गया कि कतिपय दुकानदार/व्यापरी बन्धुओं द्वारा दुकान के सामने ठेला लगवाने की शिकायते आती रहती है, यातायात की समस्या के निदान हेतु ऐसे व्यापारी बन्धुओं को भी संवेदनशील करने तथा सड़को/सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान/सहयोग देने की अपील की गयी । इस पर बैठक में मौजूद व्यापारी बन्धुओं द्वारा सार्वजनिक स्थलों/सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाने तथा ट्रैफिक की समस्या के निदान हेतु पूर्ण सहयोग प्रदान किये जाने का भरोसा दिलाया गया । सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में महोदय द्वारा सभी पदाधिकारियों से अपनी-अपनी दुकानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरें लगवाने हेतु बताया गया। गोष्ठी के दौरान पदाधिकारियों द्वारा बतायी गयी समस्याओं का उचित निदान करने का आश्वासन दिया गया।
तत्पश्चात उन्होंने गोष्ठी में उपस्थित सभी व्यापारी बंधुओ को साइबर अपराध से बचाव हेतु व्यापक स्तर पर जानकारी दी गयी। महोदय द्वारा बताया गया कि एटीएम में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर, फेसबक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें व अनजान कॉलध्मैसेज पर प्रतिक्रिया न दे।
कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी आॅफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। अन्त में उन्होंने ठउफढ स्रङ्म१३ंह्ण - ँ३३स्र२://ू८ुी१ू१्रेी.ॅङ्म५.्रल्ल की जानकारी दी तथा यह जानकारी अपने घर पर परिवारजनों व आसपास के लोगो को भी साझा करने हेतु बताया गया। जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो।
साइबर सुरक्षा टिप्स-
01. आॅनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें
02. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी बैंक डिटेल, ओटीपी, बायोमैट्रिक डेटा, पैन कार्ड व आधार कार्ड की डिटेल किसी के साथ साझा न करें।
03. सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
04. अनजान लिंक्स पर क्लिक न करें।
05. अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।
06. आॅनलाइन शॉपिंग में सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें।
07. पासवर्ड को मजबूत और गुप्त रखें।
08. आॅनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।
09. साइबर बुलिंग और साईबर स्टॉकिंग के मामलों में तुरंत पुलिस को सूचित करें।
10. आॅनलाइन उत्पीड़न के मामलों में कंपनी प्रबंधन और पुलिस को सूचित करें।
11. साइबर क्राइम की रिपोर्ट करने के लिए हेल्प लाइन नम्बर 1930 का प्रयोग करें।
Dec 06 2024, 19:24