/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz राज्य के मुखिया की उपस्थिति में धान खरीदी के कार्य का शुभारंभ होने से भाठागांव बी के किसान हुए प्रसन्नचित cg streetbuzz
राज्य के मुखिया की उपस्थिति में धान खरीदी के कार्य का शुभारंभ होने से भाठागांव बी के किसान हुए प्रसन्नचित

रायपुर-   समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के द्वारा बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के धान खरीदी केन्द्र भाठागांव बी में धान खरीदी के कार्य का विधिवत् शुभारंभ किया गया।

धान खरीदी के पहले दिन मुख्यमंत्री श्री साय की उपस्थिति में संपन्न धान खरीदी के कार्य के शुभारंभ में शामिल होने का अवसर प्राप्त होने पर इस दौरान मौजूद कृषकों ने इस पल को अपने लिए अविस्मरणीय पल बताते हुए इसकी मुक्तकंठ से सराहना की। इस अवसर पर धान की बिक्री करने हेतु धान खरीदी केन्द्र में पहुँचे ग्राम मोंगरी निवासी कृषक हरिराम साहू एवं ग्राम भाठागांव बी निवासी कृषक उत्तम निषाद मुख्यमंत्री के हाथों से सम्मानित होने पर बहुत ही अभिभूत हुए। इन दोनों किसानों ने इस पल को अपने जीवन का सबसे यादगार और रोमांचकारी क्षण बताया।

उन्होंने कहा कि अपने धान की बिक्री के लिए धान खरीदी केन्द्र में पहुँचने पर राज्य के मुखिया के हाथों से सम्मानित होना निश्चित रूप से हमारे लिए गौरव की बात है। यह क्षण उनके स्मृति पटल पर सदैव अंकित रहेगा। किसान हरिराम साहू ने बताया कि वे एक मध्यमवर्गीय किसान है। श्री साहू ने कहा कि राज्य शासन की समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना उनके परिवार की खुशहाली के लिए बहुत बड़ा आर्थिक आधार है। उन्होंने बताया कि धान खरीदी केन्द्र में उन्होंने कुल 65 क्विंटल 20 किलो पतला धान की बिक्री की है। श्री साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा प्रति क्विंटल 3100 रुपये की दर पर प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय लिया गया है, जो बहुत ही सराहनीय एवं किसान हितैषी फैसला है। इसी प्रकार ग्राम भाठागांव बी के किसान उत्तम निषाद ने कहा कि राज्य शासन के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि उनके परिवार के लिए मुश्किल वक्त का सहारा साबित होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक सच्चे अभिभावक की तरह राज्य की किसानों की वास्तविक जरूरतों को समझते हुए धान खरीदी के दर में जो वृद्धि की है, उससे उनके जैसे अनेक किसान लाभान्वित होंगे। उत्तम निषाद ने कहा कि राज्य शासन के इस निर्णय से राज्य के किसान बहुत ही प्रसन्नचित होकर इस योजना की भूरी-भूरी सराहना कर रहे हैं। उन्होंने इस किसान हितैषी निर्णय के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ सरकार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। धान खरीदी केन्द्र में धान बिक्री के लिए आने वाले किसानों के लिए छांव, बैठक, शुद्ध पेयजल, शौचालय आदि सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। इससे सभी किसान सुगमता से बिना किसी असुविधा के धान की बिक्री कर पा रहे हैं।

 

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर बैगा, गुनिया, सिरहा को दी सम्मान निधि की सौगात

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने साइंस कॉलेज मैदान में राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय समाज का इतिहास बहुत समृद्ध और गौरवशाली है। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के मान, सम्मान और गौरव को बढ़ाने का काम किया है। श्री अटल ने जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए पृथक से मंत्रालय बनाया और इस समुदाय के विकास को एक नई दिशा दी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 24,000 करोड़ रूपए और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के लिए 80,000 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया है, जिसके चलते जनजातीय इलाकों में तेजी से बुनियादी सुविधाओं का विकास और जनजातियों की बेहतरी के काम हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती वर्ष समारोह के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य के जनजातीय समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बैगा, गुनिया, सिरहा लोगों के लिए मुख्यमंत्री सम्मान निधि दिए जाने की घोषणा की। इसके तहत उन्हें प्रति वर्ष 5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जनजातीय गांवों में धार्मिक एवं मांगलिक कार्य के लिए अखरा निर्माण विकास योजना शुरू करने और जनजातीय समुदाय के शहीदों की प्रतिमाएं चिन्हित स्थलों पर स्थापित किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने समारोह में जनजातीय समुदाय के विभूतियों, राज्य में हुए जनजातीय विद्रोह के शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर वन अधिकार अधिनियम से संबंधित ‘‘एटलस‘‘, कैलेण्डर ‘‘शौर्यांजलि‘‘ तथा ‘‘हल्बा जनजातीय की वाचिक परंपराएं‘‘ विषय पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। इनका प्रकाशन छत्तीसगढ़ आदिम जाति विकास विभाग द्वारा किया गया है।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्यसभा सांसद अरूण सिंह ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में सभी वर्गाें के उत्थान और कल्याण के लिए किए जा रहे कार्याें की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की लोकप्रियता और विनम्रता की सराहना पूरे देश में होती है। उन्होंने कहा कि रायपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय नृत्य महोत्सव समारोह में आकर ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ का दर्शन हुआ है। राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के इस विशेष आयोजन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर जनजातीय समुदाय के महापुरूषों को नमन करते हुए कहा कि वही देश और समाज जागृत रहता है, जो अपनी संस्कृति और अपने महापुरूषों को याद रखता है।

आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए चिंता की है। उन्होंने इस समुदाय के विकास के लिए कई योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से छत्तीसगढ़ के साढे छह हजार गांवों और ग्रामीणों का समग्र विकास होगा। उन्होंने कहा कि पीएम जनमन योजना के माध्यम से जनजातीय समुदाय के लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद अरूण सिंह, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन को न सिर्फ सुना, बल्कि वर्चुअल रूप से उसका हिस्सा भी बना।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती के अवसर पर देश के दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं विस्तार वाली 6600 करोड़ की लागत वाली कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने देश के जनजातीय इलाकों और जनजाति समुदाय के कल्याण के लिए पांच गुना बजट खर्च कर रहे हैं। दस साल पहले इसका बजट मात्र 25,000 करोड़ रूपए हुआ करता था, जो अब बढ़कर 1,25,000 करोड़ रूपए हो गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बिहार के जमुई में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती वर्ष के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। जमुई में आयोजित इस कार्यक्रम का लाईव प्रसारण पूरे देश में हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने इतिहास के एक बहुत बड़े अन्याय को दूर करने का एक ईमानदार प्रयास किया है। इतिहास में आदिवासी समाज के लोगों को वह स्थान नहीं मिला, जिसके वह अधिकारी थे। आदिवासी समाज वो है, जिसने राजकुमार को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम बना दिया। इस समाज ने देश की संस्कृति और परंपरा का मान बढ़ाया है। आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लोहा लिया है। अपनी अस्मिता, संस्कृति, और स्वाधीनता के लिए जनजातीय समुदाय के हजारों नायकों ने अपने प्राण न्यौछावर किए। देश की आजादी की लड़ाई में हजारों आदिवासी भाइयो-बहनों को मौत के घाट उतार दिया गया था, उनके योगदानों को हम नहीं भुला सकते। हमने जनजातीय समुदाय के गौरव को बढ़ाने का काम किया है। पीएम जनमन के तहत जितने कार्य शुरू हुए हैं, उसका श्रेय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी को जाता है। जब वह झारखण्ड में थी, तब मुझसे अति पिछड़ी जनजातियों की चर्चा करती थी। हमने 24 हजार करोड़ रूपए से पीएम जनमन योजना की शुरुआत की, जिससे अति पिछड़ी जनजातियों के बस्तियों और गांवों का विकास हो रहा है। जनजातीय बाहुल्य जिलों को आकांक्षी जिला घोषित कर वहां का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया, आज वहां बदलाव दिख रहा है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में देशवासियों को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरुनानक जी का प्रकाश पर्व भी है। आज भगवान बिरसा मुंडा की जयन्ती भी है, राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस भी है। आदिवासी समाज सूर्य, वायु और पेड़-पौधों, पहाड़-पर्वत को पूजने वाला समाज है। उन्होंने कहा कि जिलों में बिरसा मुंडा जनजातीय उपवन बनाए जायेंगे। हम मिलकर देश के आदिवासी समाज के विचारों को देश की प्रगति का आधार बनायेंगे। उनकी परंपरा और उनके आदर्शों को अपनाएंगे।

इस अवसर पर विधायक मोती लाल साहू, अनुज शर्मा, पुरंदर मिश्रा, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, पूर्व विधायक उमेश कच्छप सहित अन्य जनप्रतिनिधि, जनजातीय समाज के पदाधिकारी, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा, आयुक्त नरेन्द्र दुग्गा सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिकण उपस्थित थे।

जनजातीय गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमुई से 6,600 करोड़ के विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास

बलौदाबाजार-       स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदिवासी जननायक धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा की 150 वीं जन्म जयंती वर्ष के मौके पर आज जिले में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन जिला मुख्यालय स्थित सर्व समाज डॉ भीमराव अंबेडेकर मांगलिक भवन में किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार राज्य के जमुई से वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया। उन्होंने बिरसा मुंडा के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका और उनकी प्रेरणादायक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान बिरसा आज भी हमारे समाज में एक आस्था के प्रतीक बने हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और विशेष डाक टिकट भी जारी किया। साथ ही इस अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया गया।जिला जमुई से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय दिवस,कार्तिक पूर्णिमा,देव दिवाली, गुरु नानक प्रकाशपर्व की बधाई दी और कहा कि भगवान बिरसा मुंडा 150 जन्म जयंती उत्सव कार्यक्रम अगले एक साल तक मनाया जायगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव उपवन बनाने की घोषणा भी की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति पूजक भी है,भगवान राम के प्रति भी यह समाज अटूट श्रद्धा रखता है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज का आजादी के प्रति अमूल्य योगदान रहा है, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आदिवासी महानायकों का देश,समाज और आजादी के प्रति गए योगदान को याद किया और कहा कि हम सब देशवासी इन महानायकों के ऋणी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजातीय समाज के विकास के लिए भारत सरकार के द्वारा लागू किए गए योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में भी बताया।जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भारत माता,छत्तीसगढ़ महतारी,भगवान बिरसा मुंडा एवं शहीद वीर नारायण सिंह के तैल्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर बिलाईगढ़ पूर्व विधायक सनम जांगड़े, महिला आयोग सदस्य लक्ष्मी वर्मा, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष चितावर जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य अदिति बाघमार, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुमन योगेश वर्मा,उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव, छ.ग.स्काउट गाइड प्रदेश उपाध्यक्ष विजय केसरवानी, कलेक्टर दीपक सोनी जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र ध्रुवंशी सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण मौजूद थे।

कार्यक्रम को संबोधित मुख्य अतिथि सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपस्थित सभी लोगों को आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती के पावन अवसर की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हम यहाँ जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन में एकत्रित हुए हैं, जो हमारे आदिवासी समाज की महान परंपराओं, संस्कृति,और स्वाभिमान का प्रतीक है। भगवान बिरसा मुंडा,हमारे गौरवशाली इतिहास के उस नायक का नाम है, जिन्होंने न केवल अपने समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष किया,बल्कि पूरे देश को स्वतंत्रता के संघर्ष में एक नई दिशा दी। उनके संघर्ष, उनकी वीरता,और उनकी अटूट संकल्पशक्ति ने हमें यह सिखाया कि यदि हमारा संकल्प मजबूत हो,तो कोई भी कठिनाई हमें रोक नहीं सकती। उन्होंने जल,जंगल,और जमीन की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित किया और आदिवासी समाज के लिए एक नई जागरूकता का संदेश दिया। उन्होंने साथ हो कहा कि देश के स्वाधीनता संग्राम में यदि किसी समाज का योगदान है तो जनजाति समाज का स्थान सबसे अग्रणी है। जितने भी महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर नारायण सिंह,महाराणा प्रताप या शिवाजी सभी के साथ जनजाति समाज के लोग ही संघर्ष में साथ में थे। जिनके बदौलत देश से अंग्रेजों एवं मुगलों को खदेड़ने का कार्य किया गया।

इस दौरान कलेक्टर दीपक सोनी ने जनजाति विकास पर किए गए कार्यों के बारे में विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को एवं समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आदिवासी नागरिकों प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस दौरान सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने जिला स्तरीय कार्यक्रम में विभागवार विभागीय गतिविधियों के लिए लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया। जिसमें आदिवासी विकास,वन,पंचायत एवं ग्रामीण विकास,कृषि,समाज कल्याण, रोजगार कार्यालय हम होंगे कामयाब, स्वास्थ्य विभाग एवं नगरीय निकाय विभाग शामिल थे। साथ ही विभागीय स्टॉल से बल्दाकछार एवं अवराई के विशेष पिछड़ी जनजाति के 20 हितग्राहियों को पीएम जनमन के तहत आवास की चाबी, 2 किसानों को स्पेयर, 5 को मसूर बीज का वितरण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर उन्होंने आयुष्मान कार्ड का वितरण करते हुए खुद का बल्ड प्रेशर का जांच कराया। साथ ही एकलव्य आदिवासी स्कूलों बच्चों द्वारा आकर्षक आदिवासी नृत्य एवं अन्य समिति द्वारा आकर्षक गौरा-गौरी पूजन का दृश्य का प्रस्तुति किया गया। इस मौके पर अपर कलेक्टर भूपेंद्र अग्रवाल, एसडीएम अमित गुप्ता, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय आदिवासी समाज के प्रतिनिधि एवं स्कूली बच्चे मौजूद थे।

‘कवच सुरक्षा’ के दायरे में होगा नागपुर से झारसुगुड़ा रेल नेटवर्क, कवच प्रणाली लागू करने निविदा जारी

बिलासपुर-   दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर से झारसुगुड़ा रेलखंड (614 रूट किलोमीटर) के हाई डेंसिटी नेटवर्क मार्ग पर कवच प्रणाली लागू करने के लिए निविदा आमंत्रित की गई है. इस परियोजना का अनुमानित मूल्य 292 करोड़ रुपए है. निविदा 25 नवंबर 2024 को खोली जाएगी.

इस परियोजना के अंतर्गत- स्टेशन कवच उपकरणों की स्थापना, भवनों का निर्माण, टावरों की स्थापना, ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) बिछाने का प्रावधान आदि कार्य शामिल होंगे. इसके साथ ही लो डेंसिटी नेटवर्क के लिए 1563 रूट किलोमीटर क्षेत्र में कवच प्रणाली लागू करने विस्तृत इस्टीमेट को भी स्वीकृति प्रदान की गई है. इस खंड में निविदा आमंत्रण की प्रक्रिया जारी है और निविदा कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है.

जानिए कवच प्रणाली की खासियत

बता दें कि कवच प्रणाली भारतीय रेलवे की एक उन्नत संरक्षा तकनीक है, जो ट्रेन संचालन को संरक्षित और कुशल बनाने के लिए डिजाइन की गई है. इसका उद्देश्य दुर्घटनाओं को रोकना और रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है. भारतीय रेलवे ने चलती हुई ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए “कवच” नामक एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन) प्रणाली विकसित की है. यह पूर्ण रूप से स्वदेशी तकनीक है और ट्रेनों के संचालन की हर पल निगरानी करती है. यह प्रणाली सिग्नल एवं स्पीड से संबंधित दुर्घटनाओं को रोकने में पूर्णतया सक्षम है.

इस प्रणाली में पूरे सेक्शन में विश्वसनीय वायरलेस कम्यूनिकेशन स्थापित किया जाता है. सभी स्टेशनों व सभी इंजिनों में डिवाइस लगाई जाती है, जिससे ट्रेन का इंजन सम्पूर्ण ट्रैक में लगे हुए रेडियो फ्रिक्वेन्सी टैग द्वारा ट्रैक व सिग्नल से संबन्धित विवरण प्राप्त करता है. इंजन में स्थित डिवाइस (लोको यूनिट) स्टेशन के इंटरलाकिंग सिस्टम, सिग्नल के निर्देश और समपार फाटकों से विवरण लेती है और कंप्यूटरीकृत प्रणाली के निर्देशानुसार ट्रेन का संचालन सुरक्षित गति से करती है अर्थात ट्रेन की गति सिग्नल की स्थिति-पोजीशन के साथ इंटरलॉक होती है.

आमने-सामने ट्रेनों को टक्कर होने से बचाएगी कवच प्रणाली

‘कवच’ प्रणाली द्वारा ऑटोमैटिक तकनीक के जरिए अब दो गाड़ियों के बीच आमने-सामने से टक्कर नहीं होगी. खास बात ये है कि इस तकनीक को देश में तैयार किया गया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मार्च 2022 में कवच सुरक्षा तकनीक का सफल जीवंत परीक्षण दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद मंडल में लिंगमपल्ली-विकाराबाद खंड पर गुल्लागुडा-चिटगिड्डा रेलवे स्टेशनों के बीच कराया था. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्रियों और कर्मचारियों की संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इस महत्वपूर्ण परियोजना को लागू कर रहा है.

मुख्यमंत्री गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाशपर्व में हुए शामिल

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के खालसा स्कूल प्रांगण में गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कीर्तन दरबार में मत्था टेका और सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रकाश पर्व पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज इस पवित्र दिन सिख समुदाय के अपने भाइयों-बहनों के बीच आकर मैं बहुत खुशी का अनुभव कर रहा हूँ। गुरु नानक देव जी का जीवन न केवल सिख समुदाय के लिए प्रेरक है अपितु सभी भारतीयों के लिए उनका जीवन प्रेरणादायी है। गुरु नानक जी के वचनों में सामाजिक एकता पर जोर दिया गया है। उन्होंने एक समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर दिया। देश की आज़ादी में सिख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। सिख समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली और समृद्ध है। धर्म के प्रति समर्पण और सेवा की भावना सिख समाज की अभिन्न पहचान है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब हम गुरु गोविंदसिंह जी का जीवन देखते हैं तो हमें पता चलता है कि उनके पुत्र साहेबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी पर धर्म बदलने का दबाव आया। उन्होंने शहादत कबूल की लेकिन धर्म नहीं बदला। ऐसा इतिहास सिख समाज का रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहेबजादों के शहादत दिवस 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया और हर साल हम गर्व के साथ यह दिन मनाते हैं।

इस अवसर पर विधायक पुरन्दर मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, भूपेंद्र सवन्नी, मनमोहन चावला व गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित थे।

मनपसंद एप पर सियासत : अजय चंद्राकर के बयान पर PCC चीफ बैज का पलटवार, कहा –

रायपुर-   छत्तीसगढ़ मदिरा प्रेमियों के लिए लॉच किए गए मनपसंद एप पर सियासत शुरू हो गई है. विधायक अजय चंद्राकर के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पलटवार किया है. बैज ने कहा है कि कांग्रेस में सभी कार्यकर्ता से लेकर नेता मर्द हैं. बीजेपी में सिर्फ विजय बघेल मर्द हैं. यदि अजय चंद्राकर को शक है तो बंद कमरे में भूपेश बघेल से बातचीत कर लें, समझ आ जाएगा.

वहीं नई उद्योग नीति को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने नई उद्योग नीति को फेल बताते हुए कहा, दो करोड़ नौकरी देने वाले 10 साल में अब तक नौकरी नहीं दे पाए. उद्योग नीति यह सफल नहीं हो सकती. आम जनता से लेकर उद्योगपति सभी नाराज हैं. नई उद्योग नीति फेल है. नगरीय निकाय चुनाव में ये साफ हो जाएगा.

हमेशा से आदिवासियों की विरोधी रही है भाजपा : बैज

जनजातीय गौरव दिवस में मंत्री रामविचार नेताम के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने तंज कसते हुए कहा, मोदी बीजेपी के भगवान हो सकते हैं, लेकिन आदिवासियों और देश की जनता के नहीं. जनजातीय गौरव दिवस को लेकर बैज ने कहा, भाजपा हमेशा से आदिवासियों की विरोधी रही है. आदिवासियों को जेल भेजना, फ़र्ज़ी एनकाउंटर करना, 15 साल की सरकार में आदिवासियों पर बीजेपी ने अत्याचार किया. हमारी सरकार ने उन्हें छुड़ाने, जल जंगल ज़मीन दिलाने का काम किया इसलिए बीजेपी ढोंग करना बंद करे.

छत्तीसगढ़ में चीतल और तेंदुए की खाल की तस्करी, वन 5 अमले ने 5 आरोपियों को रंगे हाथ दबोचा

महासमुंद-  महासमुंद जिले के बागबाहरा वन परिक्षेत्र में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीतल की खाल और तेंदुए की खाल के टुकड़े के साथ 5 तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन आरोपी चुरकी और दो मरार कसीबाहरा के रहने वाले हैं। ये तस्कर खाल बेचने की योजना बना रहे थे, लेकिन वन विभाग की टीम ने जाल बिछाकर इन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।

बता दें कि उदंती वन्यजीव अभयारण्य के उपसंचालक को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग चितल की खाल को बेचने की फ़िराक में है। इस सूचना के आधार पर उदंती वन्यजीव अभयारण्य के उपसंचालक ने टीम तैयार की। इसके बाद टीम ने खरीददार बनकर ओंकारबंद में तस्करों से संपर्क किया और दस हजार रुपये में सौदा तय किया। जब आरोपी खाल लेकर आए, तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान मानसिंग (40), सुकालु (45), हरक (40), गिरधर ध्रुव (38), और पिलाराम बेलदार (50) के रूप में हुई है।

पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि एक महीने पहले ओंकारबंद के जंगल में चीतल का शिकार कर मांस खा लिया था और बची हुई खाल को दस हजार रुपये में बेचने की योजना बना रहे थे। वन विभाग ने आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 9, 39(3), 44(1), 48, और 51 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें बागबाहरा न्यायालय में पेश किया है। जब्त की गई सामग्री में चीतल की पूरी खाल और तेंदुए के सिर की खाल शामिल हैं। वन विभाग ने बताया कि इनमें से कुछ आरोपी आदतन शिकारी हैं।

अब खाली जमीनों पर भी टैक्स वसूलेगा निगम, कमिश्नर ने रखा 500 करोड़ कर वसूली का लक्ष्य

रायपुर-    रायपुर नगर निगम ने इस साल के लिए 500 करोड़ रुपये के टैक्स वसूली का रिकॉर्ड लक्ष्य तय किया है. इस टारगेट को पूरा करने के लिए निगम इस साल खाली और डायवर्टेड जमीनों पर भी टैक्स लगाने जा रहा है.  

बता दें, पिछले साल निगम ने 300 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली की थी. वहीं इस साल जोन क्रमांक- 6, 8, 9 और 10 कमिश्मनरी के अंतर्गत 2 हजार स्क्वेयर फीट से लेकर 1-1 हेक्टेयर से अधिक खाली जमीनों पर टैक्स वसूल कर 500 करोड़ रुपए टैक्स वसूली के टार्गेट को पूरा किया जाएगा. ऐसे खाली प्लाटों की स्थिति जानने के लिए निगम ने पिछले महीने जिला प्रशासन के भू अभिलेख और रजिस्ट्री शाख को पत्र लिखा था, जिसकी पूरी जानकारी अब दे दी गई है. इसमें 1 लाख 60 हजार प्लॉट की रजिस्ट्री और डायवर्सन की जानकारी सामने आते ही निगम ने जोन स्तर पर डिमांड जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.

इस मामले में निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा ने बताया कि निगम के जनप्रतिनिधियों की मांग थी कि किसी भी प्लॉट की रजिस्ट्री की तारीख से टैक्स न वसूला जाए. वहीं यह डाटा भी निगम को प्रशासन से हाल ही में दिया गया है, इसलिए इन प्लॉट्स पर इसी साल से ही टैक्स लिया जाएगा.

फोटो- निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा (फाइल फोटो)

आज हुई निगम की समीक्षा बैठक में आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने कहा कि जोनवार सूची दो दिनों के भीतर जोन कमिश्नरी भेज दी जाएगी, जिसके बाद तेजी से भू-स्वामियों की सत्यापन रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी.

राजस्व वसूली में 150 करोड़ रुपये का अतिरिक्त अनुमान

यदि इस साल से रायपुर नगर निगम खाली प्लॉट्स से टैक्स वसूलने में सफल रहता है, तो कुल राजस्व में 150 करोड़ रुपये का अतिरिक्त इजाफा हो सकता है. राजस्व अधिकारियों के अनुसार, 2 हजार वर्गफीट के प्लॉट से लगभग 2,500 रुपये तक का टैक्स लिया जा सकता है, जो कुल वसूली में महत्वपूर्ण योगदान करेगा.

कर्नाटक के निगम के शैक्षणिक दौरे से किया अध्ययन

बता दें, पिछले महीने रायपुर नगर निगम के महापौर, सभापति और पार्षदों के साथ अधिकारियों का एक दल कर्नाटक के शैक्षणिक भ्रमण पर गया था, जहां उन्होंने स्थानीय निगम द्वारा खाली प्लॉट्स पर टैक्स लगाए जाने की प्रक्रिया का अध्ययन किया था. इस अध्ययन के बाद निगम ने अपने टैक्स वसूली अभियान को और भी मजबूत करने का निर्णय लिया है.

मोबाइल नंबरों भी होंगे अपडेट

नगर निगम ने शहर के 3 लाख 25 हजार प्रॉपर्टी मालिकों के मोबाइल नंबर को अपने रिकॉर्ड में अपडेट किया है. हालांकि, वॉट्सएप चैटबोट और ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से भेजे गए संदेशों में से केवल 1 लाख 10 हजार तक ही लोगों तक पहुंच पा रहे थे. इस समस्या के समाधान के लिए निगम ने स्वसहायता समूह की महिलाओं और राजस्व विभाग को एक-एक घर का सर्वे करने का निर्देश दिया है.

3 नर कंकाल मिलने के मामले में आया नया अपडेट: 45 दिन से लापता मां, बेटी और बेटे की होने की आशंका, परिजन ने इनपर जताया शक …

बलरामपुर-  जिले दहेजवार पंचायत के बंद पड़े फ्लाई ऐश ईट भट्टे के पास 3 नर कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि आज सुबह दहेजवार से कुछ लोग ईट भट्टे के पास से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने वहां आसपास नर कंकाल के टुकड़े बिखरे मिले थे। जिसके बाद उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी, इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। वहीं अब इस खबर के फैलने के बाद एक युवक ने आशंका जताई है कि यह नर कंकाल उसकी लापता मौसी, भाई और बहन का है।

बता दें कि यह दावा करने वाले युवक का नाम बिट्टू श्रीवास है। जो जशपुर के कुनकुरी का रहने वाला है, उसने बताया कि उसकी मौसी कौशल्या ठाकुर (उम्र 36 साल) बीते 27 सितंबर को अपनी बेटी बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान ठाकुर (उम्र 17 साल) और बेटा मिंटू ठाकुर (उम्र 5 साल) के साथ बाजार जाने के लिए निकली थी, जिसके बाद से तीनों लापता है। बिट्टू ने बताया कि मौसी कौशल्या के पति सूरजदेव ठाकुर और परिजनों ने तीनों की झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में तलाश की, जब उनका कोई सुराग नहीं मिला तो उन्होंने 1 अक्टूबर को तीनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट कुसमी थाने में दर्ज कराई, लेकिन अब तक उनका कही भी पता नहीं चल सका है।

झारखंड के रहने वाले शख्स पर जताई हत्या की आशंका

बिट्टू ने बताया कि ग्रामीणों इस बीच उन्हें जानकारी मिली की झारखंड में गढ़वा जिले के बरगढ़ में रहने वाले आरिफ अंसारी का कौशल्या के घर में आना जाना लगा रहता था। इसके बाद कौशल्या के पति सूरजदेव ठाकुर ने शक के आधार पर उसके खिलाफ कुसुमी थाने में शिकायत दर्ज कराई। बिट्टू ने बताया की जब पुलिस ने आरिफ ने इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने अपने भाई मुख्तार अंसारी पर शक जताया है। बहरहाल पुलिस सूरजदेव ठाकुर को लेकर बलरामपुर गई है। अगर तीनों के नर कंकाल गुमशुदा महिला और बच्चों से मेल खाते हैं तो उनका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।

आज सुबह मुख्यमंत्री के कॉल ने निशा के लिये खोली किलिमंजारो फतह की राह

रायपुर-     अलसुबह आज बिलासपुर में रहने वाली निशा यादव के पास एक फोन आया और फोन पर एक सौम्य सी आवाज में किसी ने उससे कहा आपको किलिमंजारो चढ़ना है, आप खर्च की चिंता न करें। निशा चकित हुई और आश्चर्य से पूछा आप कौन हैं, सामने से आवाज आई बेटा मैं विष्णु देव साय बोल रहा हूं।

निशा ने आश्चर्यचकित भाव से कहा आप सच में मुख्यमंत्री बोल रहे हैं। उसे यकीन नहीं हो रहा था, लेकिन जब मुख्यमंत्री ने पूरी बात बताई और कहा कि आप अपने लक्ष्य पर फोकस करें। छत्तीसगढ़ के हर एक बेटी का सपना पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। छत्तीसगढ़ सरकार आपके साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री के स्नेहपूर्ण आश्वासन को सुनकर निशा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। निशा को इस बात पर भी यकीन करना पड़ा मुश्किल हो रहा था कि बिना किसी आवेदन या आग्रह के मुख्यमंत्री ने उनका सपना पूरा करने की पहल की है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने निशा के साथ पर्वतारोहण के बारे विस्तार से बात की। निशा ने मुख्यमंत्री को यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस की चढ़ाई के दौरान आई चुनौतियों के बारे में बताया। उसने बताया कि पर्वत की यात्राएं रोमांच से भर देती हैं। पर्वतों की चोटी पर तिरंगा फहराना गर्व से भर देता है। निशा ने आगे बताया कि अब अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो को फतह करना चाहती हैं और उनका अंतिम लक्ष्य माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने का है।

निशा ने नम आवाज में मुख्यमंत्री को आगे बताया कि मैं पिछले कई दिनों से सो नहीं पा रही थी। मेरे पिता ऑटो चालक हैं और मेरे सपने को पूरा कर पाना उनके लिए कठिन था। मन में बड़ी दुविधा थी कि यह कैसे संभव हो पाएगा, मेरा सपना कैसे पूरा होगा । आज आप ने मेरी सारी चिंताओं को दूर कर दिया है। मुख्यमंत्री मैं आपको बहुत धन्यवाद देती हूं।

निशा की आत्मविश्वास भरी इन बातों को सुनकर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है। हम चाहेंगे कि छत्तीसगढ़ की बेटी माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराए। उन्होंने कहा कि आर्थिक हालात से हौसले पस्त नहीं होते। उन्होंने निशा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपका आत्मविश्वास और जुनून जरूर आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचाएगी।