भैंस चोरी की शिकायत पर पुलिस की अजीब मांग, किसान से मांगा गया भैंस का आधार कार्ड
उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक किसान अपनी भैंस चोरी होने की शिकायत लेकर थाने में पहुंचा. आरोप है कि पुलिस चौकी वालों ने शिकायत लिखने से मना कर दिया. फिर वो नजदीकी थाने पहुंचा. यहां पर उससे पुलिस वाले भैंस का आधार कार्ड मांगने लगे. जब किसान ने कहा कि उसके पास भैंस का आधार कार्ड नहीं है तो पुलिस वालों ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की. किसान फिर शिकायत लेकर एसपी के पास पहुंचा.
एसपी ने किसान की शिकायत सुनी तो पुलिस से जवाब मांगा. पुलिस वालों ने इन आरोपों को निराधार बताया. बोले- किसान उन पर झूठे आरोप लगा रहा है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. बेहद अजीबोगरीब यह मामला टिड़ियावां के हरिहरपुर इलाके का है. यहां रहने वाले रंजीत ने बताया कि उसके घर के पास टीन शेड है. वो यहां अपनी गाय-भैंसों को रखता है.
बताया- 20 अक्टूबर को कुछ चोर उसकी भैंस को चुरा ले गए. अगले दिन जब शेड में भैंस नहीं दिखी तो उसने उसे ढूंढना शुरू किया. पूरे गांव भर में भैंस को ढूंढा. जब भैंस नहीं मिली तो वो हरिहरपुर चौक गया. यहां उसने हरिहरपुर पुलिस चौकी पर प्रार्थना पत्र दिया. लेकिन चौकी इंचार्ज ने प्रार्थना पत्र लेने से मना कर दिया. परेशान होकर फिर वह टड़ियावां थाना गया.
भैंस का आधार कार्ड मांगा
आरोप है कि यहां पुलिसकर्मियों ने उससे ऐसी डिमांड कर डाली जिसे वो पूरा नहीं कर सकता था. बोले- पहले भैंस का परिचय पत्र और आधार कार्ड लाइए, तभी रिपोर्ट दर्ज होगी. किसान मिन्नतें करता रहा कि रिपोर्ट दर्ज कर लीजिए, वो भैंस का आधार कार्ड कहां से लाएगा? दरअसल, किसान के पास भैंस का आधार कार्ड नहीं था. उसकी लाख मिन्नतों के बावजूद पुलिस वाले नहीं माने.
एसपी ने दिए जांच के आदेश
तंग आकर गुरुवार को पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए अपना दर्द सुनाया. एसपी ने जब कोतवाल अशोक सिंह से जवाब मांगा तो उन्होंने कहा- भैंस का आधार कार्ड व परिचय पत्र मांगने का आरोप पूरी तरह से निराधार है. दबाव बनाने के लिए किसान झूठे आरोप लगा रहा है. एसपी नीरज जादौन ने फिलहाल इस मामले की जांच सीओ हरियावां को सौंप दी है. जांच के बाद साफ हो पाएगा कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ. वहीं, भैंस चोरी होने की रिपोर्ट भी अलग से दर्ज कर ली गई है.
Oct 25 2024, 14:12