*पूजा तिवारी ने बढ़ाया अयोध्या का मान, ग्रेजुएशन की परीक्षा में किया टॉप*
अयोध्या- अयोध्या की पूजा तिवारी ने वर्धा हिंदी विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में ग्रेजुएशन की परीक्षा में टॉप किया सर्वाधिक अंक पाकर अयोध्या का बढ़ाया मान। पूजा तिवारी ने अनुवाद अध्ययन में प्रथम स्थान पाया।
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा की होनहार छात्रा पूजा तिवारी ने अनुवाद अध्ययन में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने परिवार का मान बढ़ाया है। पूजा ने इस क्षेत्र में अपने समर्पण और कड़ी मेहनत से न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता प्राप्त की। उनकी यह सफलता केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह अनुवाद अध्ययन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान भी है। उन्होंने अपने चतुर्थ सेमेस्टर में 78% अंक प्राप्त किए, जबकि उनका कुल औसत प्रदर्शन 74.5% रहा है, जो उनके शैक्षणिक कौशल का प्रमाण है। पूजा को अंग्रेजी और हिंदी विषयों में स्नातक की उपाधि भी 73 प्रतिशत के साथ इसी विश्वविद्यालय से मिली थी।
भाषाई विविधता से परिपूर्ण भारत में, अनुवाद केवल भाषाओं का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों और विचारधाराओं को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। पूजा का कथन है कि अनुवाद न केवल संवाद को सुलभ बनाता है, बल्कि समाज के विभिन्न हिस्सों के बीच आपसी समझ और सामंजस्य को भी बढ़ाता है। भारत जैसे भाषाई विविधता वाले देश में अनुवाद की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है, पूजा ने इसे बखूबी समझा है। अनुवाद केवल शब्दों का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि यह दो भाषाओं और संस्कृतियों के बीच एक सेतु का काम करता है, जिससे परस्पर सांस्कृतिक समझ विकसित होती है। पूजा अनुवाद के क्षेत्र में भविष्य में और भी महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वह धर्मनगरी अयोध्या की निवासी हैं, उन्होंने अपने प्रोजेक्ट का विषय भी अंग्रेजी समाचार पत्रों में श्री राम मंदिर से संबंधित लेखों का अनुवाद चुना था। उनकी सफलता उनके निरंतर परिश्रम, समर्पण और शिक्षा के प्रति उनके गहरे रुझान का परिणाम है। उनके पिता श्री विपनेश तिवारी ने कहा, "पूजा ने हमेशा से शिक्षा में उत्कृष्टता पाने के लिए प्रयास किए हैं, और आज उनकी यह सफलता हमारे लिए गर्व का विषय है। उनकी यह उपलब्धि अयोध्या के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी। उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने यह सिद्ध कर दिया है कि लगन और समर्पण के साथ हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।" पूजा की इस उपलब्धि पर उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों और सहपाठियों ने भी उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
Oct 19 2024, 19:29