तेज हवा व बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी, धान और गन्ना की फसल बर्बाद
अमृतपुर फर्रुखाबाद। पिछले दो दिन से रुक-रुक कर हो रही बरसाने किसने की उम्मीद पर पानी फेर दिया है खरीफ सत्र की शुरुआत से ही सूखा और अब बारिश ने किसानों को मायूस कर रख दिया है सूखा से बची फसल अब बारिश और तेज हवाओं ने किसानों की नींद हराम करके रख दी है। एक तो आवारा गौ वंशों से परेशान किसान दिन रात जान पर खेलकर पशुओं से बचा रहा फसल तो दूसरी और तेज हवा ने धान और गन्ना की फसल को चौपट कर रख दिया है।
अब किसान के पास फसल को बचाने के लिए कोई ऐसा विकल्प नहीं बचा है। बस एक ही उम्मीद है। कि अब आगे वर्षा हो तो तेज हवा ना हो वरना धान और गन्ने की फसल बची हुई भी चौपट हो जाएगी। इस बार अधिकतर किसानों ने समय से धान की फसल की रोपाई कर दी थी।और बेहतर पैदावार की उम्मीद लगाए बैठे हुए थे। लेकिन तेज हवाओं और बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।गन्ने की फसल भी अच्छी थी। लेकिन वह भी तेज हवाओं ने गिराकर बर्बाद कर दी है। वही किसान राजू सोबरन सिंह राजपूत मदनपाल राजपूत हिरदेश पप्पू अशोक विजेंद्र नर्सिंग आदि बताया कि धान फसल बची ही पानी बरसता रहा तो बिल्कुल नष्ट हो जाएगी और गल कर धान की फसल खराब हो सकती है।
गन्ने की फसल को भी तेज हवाओं ने गिरा दिया है इसकी पैदावार भी काम हो गई है। अगर ऐसे ही पानी बरसता रात तो धान की फसल बिल्कुल नष्ट हो जाएगी और धान में भी पानी भरा हुआ है। किसान इस आप पर है कि अब पानी ना बरसे और तेज हवाएं बिल्कुल न चलें जिससे किसानों की फैसले बची हुई बच सके। और एक तो कोटेदार वैसे भी राशन 4 किलो 500 ग्राम दे रहा है 5 किलो के स्थान पर।ऐसे कैसे बच्चों का भरण पोषण हो पाएगा। जब जिम्मेदार लोग ही जनता पर डाका डालेंगे एक तो वैसे भी कुदरत रहम नहीं कर रही है
Sep 13 2024, 13:37