वन विभाग की लापरवाही से गंगा पार की विद्युत आपूर्ति ठप
अमृतपुर फर्रुखाबाद । चकाचोंध की दुनिया में जीवन चलाने के लिए कई उपयोगी चीजों की आवश्यकता पड़ती है। इसी उपक्रम में विद्युत प्रणाली का अपना अलग ही वजूद है। अगर बिजली सप्लाई सही ढंग से मिल रही है तो कारोबार से लेकर जनजीवन तक मस्त रहता है और अगर इसमें खलल पड़े तो काम धंधे के साथ जीवन जीने पर भी प्रभाव पड़ता है। पक्के और छोटे मकान गर्मी के महीना में बिना बिजली के गर्म हो जाते हैं।
शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता है। गलियों से लेकर घरों में भी समस्याएं पैदा होने लगती है। बीते दिन बुधवार से गायब हुई बिजली गंगा पार के चारों फील्डरों को धोखा दे गई। पांच सैकड़ा से अधिक गांव अंधकार के गलियारों में गुजरने लगे। हिंदू धर्म का राधा अष्टमी पर्व अंधेरी रात में बिना बिजली के ही मनाना पड़ा। तेज हवा और बरसात ने बिजली की समस्या को और गहरा बना दिया। विद्युत कर्मचारी अपने अधिकारियों के साथ इस समस्या के समाधान के लिए लगातार प्रयासरत रहे। 33 हजार लाइन में कई जगह फाल्ट आ गए और लाइनों पर कुतलुपुर जमापुर बरुआ गांव के पास पेड़ गिरने से विजली सप्लाई बंद हो गई।विभाग के 19 कर्मचारी देर रात तक फाल्ट ढूढ़ते रहे।तेज वारिश और हवा बिजली कर्मचारियों के काम में बाधा बन गई। जिससे कार्य करने में देरी होती रही।
अवर अभियंता हरि ओम ने बताया कि वन विभाग की लापरवाही के चलते बिजली विभाग को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सड़कों पर गिरने वाले पेड़ सूचना देने के उपरांत भी वन विभाग नहीं उठाता है। जिससे विद्युत सप्लाई देने में बिजली विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। जो पेड़ों की डालियां तारों पर झूल रही हैं उन्हें काटने के लिए भी वन विभाग एतराज जताता है। जबकि सही सप्लाई के लिए इन डालों का तारों पर से हटना अति आवश्यक है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें चाहे जितनी मेहनत करनी पड़े वह गंगा पार की विद्युत सप्लाई आज चालू करके ही हटेंगे। 33 हजार की लंबी लाइन क्षेत्र में सप्लाई देने में काफी बड़ी लाइन साबित होती है। जिसकी वजह से लगातार फॉल्ट आते रहते हैं।
अगर जनप्रतिनिधि और उच्च अधिकारी मिलकर इस समस्या का समाधान निकाले तो कुछ महीनो में ही बिजली की गंभीर समस्या से निजात दिलाई जा सकती है और फिर ऐसे में गंगा पार के चारों फीडर सहित पांच सैकड़ा से अधिक गांव बिजली समस्या से निजात पा सकेंगे।
Sep 12 2024, 19:25