अंधविश्वास और आस्था का संगम पेड़ पर उभरी आकृति को देवी समझ शुरू की पूजा पाठ
अमृतपुर फर्रुखाबाद । साइंस की दुनिया में जहां इंसान चांद पर भी पहुंच चुका है और सूर्य व मंगल ग्रह पर भी पहुंचने का प्रयास कर रहा है वहां आज भी लोग अंधविश्वास में जी रहे है। मोबाइल की चकाचौंध लोगों को जीवन जीने की कला सिखाती है। पश्चात सभ्यता से लेकर पौराणिक जीवन भी लोगों के लिए आसान हो गया परंतु फिर भी अंधविश्वास ने जो जडे जमाई हैं उन्हें उखाड़ना या उखाड़ कर फेंकना ना तो साइंस के बस की है और ना ही मॉडर्न और इंटरनेट की दुनिया इसमें कुछ कर पाएगी।
अंधविश्वास की दुनिया जब चलती है तो उसके पीछे चलने वाले लोगों की कतार दिन पर दिन लंबी होती जाती है और फिर उनके कदमों को ना तो साइंस रोक पाता है और ना ही समाज में जागरूकता फैलाने वाले संस्थान ही। अंधविश्वास से भरा एक वाक्या थाना अमृतपुर के ग्राम गंगागंज में हुआ जहां गांव के बाहर गमा देवी के स्थान के पास खड़े नीम के पेड़ पर एक मानव आकृति उभर कर दिखाई देने लगी।
जिसे लोगों ने देवी का रूप देकर गांव में प्रचारित कर दिया और फिर वहां पर महिलाएं पुरुष बच्चे एकत्रित होने लगे। पूजा पाठ का दौर शुरू हो गया कोई अगरबत्ती जला रहा था कोई फूल कोई जल और कोई ढोलक की थाप पर भजन पूजन और कीर्तन गाने में लग गया। दोपहर को इस मामले का प्रचार हुआ और शाम तक काफी लोगों की भीड़ वहां इकट्ठी होने लगी।यह वाक्या 31 अगस्त का है। गांव के रहने वाले सतीश जनार्दन पवन रोहित राम जी जगतपाल आदि ने इसे देखा और बताया कि पेड़ पर देवी निकली है। जिससे हिंदू धर्म के लोग पूजा पाठ करने में जुट गए हैं।
इस आस्था की खनक और इसका प्रचार दूर-दूर तक पहुंचने लगा। सितंबर के पहले सप्ताह में वहां मेला आयोजन को लेकर लोगों की आस्था जोर पकड़ने लगी। इस कार्यक्रम में भाजपा विधायक सुशील शाक्य को भी बुलाया गया और फिर क्षेत्रवासियों ने पूजा पाठ हवन इत्यादि के उपरांत मेला आयोजन कार्यक्रम का फीता काटकर उद्घाटन विधायक सुशील शाक्य के कर कमलो द्वारा करवाया गया। इस मौके पर आस्था से जुड़े भक्त जनों की काफी भीड़ उपस्थित रही और सभी ने जयकारों के साथ मेला आयोजन के कार्यक्रम को स्वीकार किया। अब प्रतिवर्ष यहां सितंबर माह में मेला लगने के कार्यक्रम का आयोजन आयोजित होता रहेगा।
Sep 08 2024, 19:35