भगौतीपुर कांड के अपराधियों को बचाने का चक्रव्यूह चल रहा स्वामी प्रसाद
फरुर्खाबाद । राष्ट्रीय सोशलिष्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने दोनों लड़कियों की हत्या को लेकर सीबीआई जाँच के साथ ही सरकार को पीड़ित परिवारों को मुआबजा देना चाहिए।कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भगौतीपुर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहुंचकर सबसे पहले बबली पुत्री रामवीर 18 वर्ष व शशि पुत्री महेंद्र उर्फ पप्पू 15 वर्ष, दोनों मृतक लड़कियों के परिजनों से भेट की । बाद में शहर के मोहल्ला बढ़पुर स्थित एक होटल में पूर्व मंत्री नें पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि दोनों लड़कियों की मौत की जांच सीबीसीआईडी या सीबीआई से होनी चाहिए ।
पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा दिया जाये े उन्होंने कहा कि मृतक लड़कियों के परिजनों नें बताया कि पहली तहरीर को पुलिस ने नजर अंदाज कर दिया ह्ण जब दूसरी तहरीर देने के बाद हत्या की जगह आत्महत्या की एफआईआर दर्ज की है । उन्होंने आरोप लगाया की पुलिस अपराधियों को बचाने का चक्रव्यूह रच रही है। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पुलिस से पीड़ित परिवार को न्याय मिलता नजर नहीं आ रहा है। इसलिए सीबीसीआईडी या सीबीआई से जांच होनी चाहिए। क्योंकि दोनो शव मारकर आम के पेड़ से लटकाए गए हैं। उन्होंने कहा की पीड़ित परिवार को 20-20 लाख रुपए मुआवजा राज्य सरकार को देना चाहिए। यह घटना 2014 में बदायूं में हुई घटना से मेल खाती है। क्योंकि आम के पेड़ में भारी वजन की लड़की कई फुट ऊपर और हल्के वजन की लड़की का शव नीचे था।
सनातन धर्म पर टिप्पढ़ी किए जाने के प्रश्न पर कहा कि मैंने संविधान के दायरे में रहकर ही सनातन धर्म के बारे में कहा है। उन्होंने मीडिया पर बढ़ाचढ़ा कर टिप्पढ़ी करने पर प्रश्न उठाए। भाजपा छोड़ने के प्रश्न पर कहा कि 69,000 शिक्षको की भर्ती पर पिछड़ी जाति के साथ भेदभाव पर और सवर्ण को 18,000 पद देने पर मैने भाजपा छोड़ दी थी, जबकि अब हाई कोर्ट ने नए सिरे से शिक्षको की 69,000 की सूची बनाने का आदेश दिया है।
सपा भी भेदभाव के कारण छोड़ी। अब मैने राष्ट्रीय सोशलिष्ट पार्टी का गठन किया है। अब कहीं आने जाने की जरूरत नहीं बची है। अब इसी पार्टी से अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और पूरे प्रदेश में 403 सीटो पर चुनाव लड़ाएंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य से खुद की पुत्री संघमित्रा मौर्य के भाजपा से पार्टी में शामिल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी में जो भी आए उन सभी का स्वागत है लेकिन सीधे तौर पर पुत्री के पार्टी में शामिल करने के सवाल को टाल गए।
विपक्ष द्वारा जातिगत जनगणना की बात की जा रही है और संसंद में राहुल गांधी के जाति पूछने पर विपक्ष भड़क गया के सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि राहुल गांधी किस जाति के हैं सब जानते हैं। वह कोई रंगई बुधई परिवार के नहीं है। वह राजीव गांधी के परिवार के आते हैं। इसलिए जाति पूछना पार्लियामेंट में राहुल गांधी की मजाक बनाना, लोगों की सोच थी। जिसकी जाती पहले से लिखी पड़ी है उसकी जाति पूछने का औचित्य क्या है।जो समाज अपेक्षित है और जिनके हकों वा आरक्षण पर डकैती डाली जा रही है। उन्हें संख्या के मुताबिक सम्मान नहीं मिल रहा है। ऐसे लोगों की मांग जातिगत जनगणना की है, जाति के अनुपात में सबको भागीदारी देने की व्यवस्था कराई जाए। इसलिए जातिगत जनगणना महत्वपूर्ण है। जातिगत जनगणना किसी एक के लिए नहीं बल्कि सभी समाज के लिए है। जब पूछा तो कहा कि राहुल गांधी किस जाति की बात कर रहे हैं गांधी शब्द महात्मा गांधी ने दिया था उनकी ओरिजिनल जाति क्या है यह क्लियर होनी चाहिए इस सवाल के जबाव को टाल गए और कहा उनके आधार कार्ड पर दर्ज होगा लेकिन राहुल गांधी की ओरिजिनल जाति नहीं बता सके।
Sep 02 2024, 17:37