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मंईयां सम्मान योजना राशि वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम हेमंत सोरेन, कोल्हान प्रमंडल से जुटी हजारों की भीड़


डेस्क: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरायकेला जिले के गम्हरिया स्थित रापचा फुटबॉल मैदान पहुंचे हैं. जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए.

 इस योजना के तहत अब यहां महिलाओं को मंईयां सम्मान राशि एक हजार रुपए प्रति माह मिलने लगेगी.96% से अधिक आवेदनों पर प्रशासनिक स्वीकृति

सीएम हेमंत सोरेन कार्यक्रम स्थल पर बने हेलीपैड पर उतरे. जहां मुख्यमंत्री को सरायकेला जिला पुलिस प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचने पर मंच से जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत अभिनंदन किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ विधायक कल्पना सोरेन, मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बेबी देवी, सांसद जोबा मांझी, विधायक रामदास सोरेन, विधायक दशरथ गागराई, विधायक सुखराम उरांव, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक संजीव सरदार ,विधायक नीरल पूर्ति मौजूद रहे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत 21 साल से 50 साल तक की 46 लाख से ज्यादा महिलाओं का निबंधन हो चुका है. वहीं, 96% से अधिक आवेदन को प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है. जिसके तहत हर महिला को प्रति माह एक हजार रुपए की राशि यानी सालाना 12 हजार रुपए सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी.

चंपाई सोरेन के बीजेपी में जाने पर सीएम हेमंत सोरेन की पहली प्रतिक्रिया, बीजेपी नेताओं पर कसा तंज


डेस्क: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिला सम्मान के बहाने अपनी शक्ति का एहसास कराते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेताओं की लुटिया इस राज्य में डूब चुकी है. इसलिए बाहर के नेताओं ने यहां आकर इनका बीड़ा उठाने की जिम्मेदारी ली है. उन्होंने कहा कि बैसाखी पर खड़ी इस सरकार ने लोकसभा चुनाव में भजन-कीर्तन के जरिए हिंदू-मुस्लिम कर बांटने की राजनीति की है. लेकिन फिर भी भगवान श्रीराम ने उन्हें नहीं बख्शा. 

सीएम सोरेन ने बीजेपी नेताओं पर तंज भी कसा और कहा कि ये नालायक नेता चरस गांजे की तरह मुफ्त गैस के कनेक्शन की लत लगाकर गरीबों की जेब काटने का काम कर रहे हैं. सीएम ने इस दौरान संताल परगना प्रमंडल के 6 जिलों के 7 लाख 32 हजार लाभुकों के बीच 78 करोड़ की पहली किस्त की पेंशन की राशि उनके बैंक खातों मे हस्तांतरित की.

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि संताल परगना प्रमंडल स्तरीय सम्मान कार्यक्रम मे उपस्थित भीड़ के उत्साह और उमंग को देखकर आश्चर्यचकित हूं. हम काम करने वाले हैं और काम करते रहेंगे. उन्होंने चंपाई सोरेन के बीजेपी मे जाने के सवाल पर संकेत दिया कि हमने राज्य में क्या किया है क्या नहीं किया. इसका जवाब यहां की जनता, यहां के युवा और यहां के महिलाएं तय करेंगी. उन्होंने कहा राज्य मे जेएमएम के नेतृत्व मे बनी सरकार लोगों के भरोसे पर टिकी है. किसी के आने जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. 

बता दें कि दुमका के पंजन पहाड़ी मैदान मे प्रमंडल स्तरीय मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना मे पूरे संताल परगना से करीब 7 लाख 32 हजार महिलाओं के बीच एक हजार रुपये के हिसाब से 78 करोड़ रुपये की पहली किस्त की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई. इसमें दुमका, जामताड़ा, देवघर, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज की 18 से 50 वर्ष की महिलाएं लाभुक के रूप मे शामिल हुईं. अपने संबोधन के दौरान सीएम सोरेन ने कहा कि इस योजना से 50 लाख महिलाएं जुड़ चुकी हैं. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त और समृद्ध बनाना है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने झारखंड में 20 साल तक राज किया, लेकिन इससे लोगों को कुछ लाभ नहीं मिला. गरीब और गरीब होते गए, व्यापारी मालामाल हो गए. गरीबों के ऋण माफ नहीं होते बल्कि बड़े-बड़े व्यापारियों के कर्ज माफ हो जाते हैं. मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर रोजगार के अवसर खत्म कर बेरोजगारी बढ़ाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार ने रेल, प्लेटफॉर्म और कोल इंडिया को बेचना चालू कर दिया है. यही नहीं बैंकिंग जैसे क्षेत्र में भी अब सैकड़ों बैंकों को मिलाकर 20 बैंक कर दिए हैं. ऐसे में युवाओं का रोजगार लेकर बेरोजगार बना दिया गया है. 20 साल तक राज करने वाली बीजेपी नौकरी के लिए एक कानून तक नहीं बना सकी, जब हमने कानून बनाकर 20- 30 हजार लोगों को नौकरी दी तो विपक्ष नए कानून को असंवैधानिक बताकर कोर्ट में चुनौती दे रहा है.

सीएम सोरेन ने आगे कहा कि झारखंड एक सोने की चिड़ियां हैं. यहां प्रचूर मात्रा में खनिज संपदा होने के वाबजूद भी लोग गरीब हैं. उन्होंने कहा अभी केंद्र सरकार की तरफ एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है, लेकिन मांगने पर जेल में डालने की बात कहती है हमारी सरकार बनने के बाद राज्य में जितने खनन हुए हैं, कंपनियों के साथ हिसाब चुकता करना है. अपने अधिकारी के लिए लड़ कर लेना है. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हम 200 यूनिट बिजली फ्री देते हैं अगर सरकार बनी तो हम गरीबों के पहले के बकाया बिजली के बिल माफ कर देंगे.

चंपाई सोरेन की जासूसी करने वाले स्पेशल ब्रांच के 2 सब-इंस्पेक्टर दिल्ली में पकड़ाए, हिमंता बिस्व सरमा ने किया खुलासा


डेस्क: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की लंबे समय से जासूसी कर रहे स्पेशल ब्रांच के दो 2 सब-इंस्पेक्टर को दिल्ली में पकड़ा गया है. दिल्ली पुलिस के सामने इन दोनों अधिकारियों ने चौंकान वाले खुलासे किए हैं. इन्होंने यह भी बताया है कि चंपाई सोरेन की जासूसी करने की जिम्मेदारी इन्हें किसने दी. झारखंड विधानसभा चुनाव के भाजपा के सह-प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह खुलासा किया है. इसके बाद झारखंड की राजनीति में एक नया भूचाल आना तय माना जा रहा है.

हिमंता बिस्व सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि यह बेहद गंभीर मामला है. झारखंड के एक आदिवासी नेता की इस तरह से जासूसी कराना बेहद गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि इन दोनों अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि चंपाई सोरेन की लंबे अरसे से जासूसी हो रही है. इन्होंने कहा कि स्पेशल ब्रांच के आईजी प्रभात कुमार, जो एसबी के एडीजी हैं, ने उन्हें इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी.

स्पेशल ब्रांच के दोनों सब-इंस्पेक्टर ने यह भी बताया कि चंपाई सोरेन जब झारखंड के मुख्यमंत्री थे, तभी ये दोनों उनकी जासूसी किया करते थे. उनकी गतिविधियों को ट्रैक करते रहते थे. हालांकि, हिमंता बिस्व सरमा ने इन दोनों अधिकारियों के नाम उजागर नहीं किए. उन्होंने कहा कि ये लोग कई और काम से जुड़े हैं, इसलिए उनके नाम का खुलासा करना उचित नहीं होगा.

असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सप्ताह पहले हिमंता बिस्व सरमा दिल्ली आए थे. तब भी इन दोनों अधिकारियों ने उनका पीछा किया था. एक बार फिर जब वह कोलकाता के रास्ते दिल्ली पहुंचे, तो दोनों उनके पीछे-पीछे दिल्ली आ गए. चंपाई सोरेन के साथ आए लोगों ने दोनों को ट्रैक किया. इसके बाद दोनों को पकड़कर दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया.

हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि चंपाई सोरेन ने कहा है कि वह इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करवायेंगे. चंपाई सोरेन का कहना है कि ये दोनों कोलकाता से उसी फ्लाईट में दिल्ली आए, जिसमें वह (झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन) आए थे. यहां उसी होटल में ठहरे, जिसमें वे ठहरे थे. पहले दोनों अधिकारियों ने कहा कि वे पत्रकार हैं, लेकिन बाद में बताया कि वे झारखंड की स्पेशल ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर हैं.

हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि दोनों अधिकारियों की तस्वीरें मेरे पास हैं, लेकिन ये लोग कई और काम करते हैं. ये लोग नक्सल ऑपरेशन समेत कई और ऑपरेशन में लगे हैं, इसलिए उनके कवर को तोड़ना मेरे लिए उचित नहीं है. उनके फोटो भी मैं शेयर नहीं करूंगा. हिमंता ने कहा कि आजाद भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ कि एक मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री की जासूसी कराई गई हो.

उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा मुद्दा है. किसी की निजता का हनन है. अभी दोनों अधिकारी दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं. आगे दिल्ली पुलिस क्या करेगी, यह वो जानें, लेकिन जो भी हुआ है, वह सही नहीं है. भाजपा नेता ने कहा कि चाणक्यपुरी के डीसी को इसकी शिकायत की गई थी. अभी दोनों अधिकारी चाणक्यपुरी थाने में हैं.

असम के मुख्यमंत्री ने आशंका व्यक्त की है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री, जो अभी कैबिनेट में मंत्री हैं, की जासूसी कराई गई है, तो यह भी हो सकता है कि चंपाई सोरेन के फोन भी टैप कराए गए होंगे. हिमंता ने कहा कि जब आपने 2 अधिकारियों के फाइव स्टार होटल में ठहरने की फंडिंग की, फ्लाइट में आने की फंडिंग की, तो आप समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा मामला हो सकता है.

हिमंता बिस्व सरमा ने ‘एक्स’ पर किया ये पोस्ट

हिमंता बिस्व सरमा ने अपने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा- चंपाई सोरेन जी अभी भी झारखंड राज्य के मंत्री हैं. आप सुन के हैरान होंगे कि झामुमो-कांग्रेस के लोग संविधान बचाने की बात करते हैं, लेकिन चंपाई जी जैसे वरिष्ठ आदिवासी नेता पर स्नूपिंग (Snooping) करने के लिए बड़ा षड्यंत्र भी रचते हैं. झारखंड पुलिस के कुछ अधिकारी पकड़े गये हैं.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की जासूसी के आरोप में स्पेशल ब्रांच के 2 अधिकारी दिल्ली में पकड़े गए हैं. इन्हें दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया है. दोनों अधिकारियों ने बताया है कि चंपाई सोरेन की हर गतिविधि को ट्रैक करने के लिए उन्हें भेजा गया है.

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कद्दावर नेता रहे चंपाई सोरेन जब सीएम बने, उसके बाद से ही उनकी जासूसी हो रही थी. दिल्ली में पकड़े गए स्पेशल ब्रांच के 2 सब इंस्पेक्टर ने इसका खुलासा किया है. हिमंता बिस्व सरमा ने प्रेस को बताया है कि इन दोनों अधिकारियों ने कहा है कि झारखंड पुलिस के आईजी प्रभात कुमार, जो स्पेशल ब्रांच के एडीजी हैं, ने उन्हें चंपाई सोरेन की गतिविधियों की निगरानी करने को कहा था.

चम्पाई सोरेन को केंद्र सरकार ने दी जेड प्लस कटैगरी की सुरक्षा,दिल्ली से लौटने के बाद होगी नई राजनितिक पारी की शुरुआत

झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने सोमवार की देर रात बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.

इस सियासी मुलाकात के बाद यह तय हो गया है कि चंपई सोरेन किसी भी वक्त बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. अमित शाह से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अब चंपई सोरेन जेड प्लस कटैगरी की सुरक्षा घेरे में रहेंगे.

दरअसल, हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था. सीएम बनने के बाद चंपई अभी कुर्सी पर बैठे ही थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से बेदखल कर दिया गया था.

हेमंत सोरेन को बेल मिली और जेल से बाहर आते ही हेमंत ने सत्ता की बागडोर फिर से अपने हाथ में ले ली थी और न चाहते हुए भी चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी.
चंपई सोरेन ने तो उस वक्त खुलकर कुछ भी नहीं कहा था लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी छीन जाने से आहत चंपई ने आखिरकार हेमंत सोरेन का साथ छोड़ दिया और अब बीजेपी के साथ जाने वाले हैं.

चंपई सोरेन दिल्ली में कैंप कर रहे हैं. सोमवार की देर रात चंपई सोरेन और असम के मुख्यमंत्री हेमंता विस्व सरमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.
हिमंत बिस्वा सरमा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चम्पई के साथ हेमन्त सोरेन को भी भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए,ऐसा क्यों कहा पढ़िये पूरी खबर

रांची : असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना चाहिए।

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, कि “चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होकर हमें मजबूती प्रदान करने में सहयोग करें, वे एक बड़े नेता हैं, इसलिए उनके बारे में टिप्पणी करना उचित नहीं है। 

इसके साथ-साथ मैं चाहता हूं कि हेमंत सोरेन भी BJP में शामिल हो जाएं। BJP का मतलब देशभक्ति है। हमें झारखंड को बचाना है, झारखंड में बाहरी घुसपैठियों को रोकने के लिए हम हेमंत सोरेन से बात करने के लिए तैयार हैं। 

झारखंड के सामने सबसे बड़ी समस्या घुसपैठिए हैं। हमारी पार्टी का एकमात्र उद्देश्य है कि आप चुनाव के दौरान जनता से किए गए वादों को पूरा करें और झारखंड को ऐसे घुसपैठियों से मुक्त करें।”

उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी से किसी को नेता बनने का इरादा नहीं है। अगर हेमंत सोरेन कह दें कि झारखंड को घुसपैठियों से मुक्त करूंगा, तो हमें और कुछ नहीं चाहिए।

 यह आदिवासी समाज की सबसे बड़ी समस्या है। अगर वे मुहर्रम के दौरान हिंदुओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार के खिलाफ खड़े होते हैं, तो हम उनके साथ हैं। जेएमएम को हमारा समर्थन करना चाहिए, हम भी JMM का समर्थन करते हैं। हमें घुसपैठियों को झारखंड से बाहर निकालना होगा।”

वहीं, चंपई सोरेन को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा, “उनके पास तीन विकल्प हैं। वह अभी दिल्ली में हैं, उनके साथ बातचीत का रास्ता खुला है। देखते हैं भविष्य में क्या होता है।”

कर्नाटक में जाति जनगणना के आंकड़े जारी नहीं किए जाने पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “BJP ने बिहार में जाति जनगणना कराई।

 आपने कांग्रेस भी कर्नाटक में जाति जनगणना कराई, आपको इसका डाटा जारी करना चाहिए। जनता दल ने कहा है कि जाति जनगणना पर बैठक में कांग्रेस अनुपस्थित रही। BJP ने बिहार में जाति जनगणना का समर्थन किया, BJP के लिए जाति जनगणना का विरोध कोई मुद्दा नहीं है।”

हिमंता बिस्वा सरमा झारखंड में बिना जानकारी के कानून सिखाने आए हैं : सुप्रियो भट्टाचार्य

झा.डेस्क

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा बिना जानकारी के झारखंड में कानून सिखाने आ गये हैं।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा बिना जानकारी के झारखंड में कानून सिखाने आ गये हैं। 

उन्हें बताना चाहिए कि किसान आंदोलन क्या पाकिस्तान में हो रहा था।ये वहीं हिमंता हैं जिनकी पार्टी ने किसान आंदोलनकारियों को रोकने के लिए सड़कों पर कीलें लगा दीं। 

कटीले तार और कंक्रीट के बैरियर लगा दिये। हिमंता बिस्वा सरमा तब कहां थे।

सुप्रियो ने याद दिलाते हुए कहा कि किसान आंदोलन के समय दिल्ली में 42 केस दर्ज किये गये। वहीं, हरियाणा में 138 केस दर्ज किये गये। कुल मिलाकर एक आंदोलन में 180 FIR दर्ज किये गये। नामजद और लाखों अज्ञात के नाम पर केस दर्ज किये गये। दरअसल, हिमंता को ये कहना चाहिये था कि हम डरे हुए हैं। हम JMM का मुकाबला नहीं कर सकते। हम हेमन्त सोरेन का मुकाबला नहीं कर सकते।

सुप्रियो भट्टाचार्य ने पत्रकार वार्ता में कहा कि इस साल चार राज्यों में चुनाव होने हैं। इसमें एक झारखंड भी है। पहले जम्मू-कश्मीर को विभाजित किया गया।

उन्हाेंने कहा कि लोकतंत्र को चोट पहुंचायी गयी। अब सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में आने पर वहां चुनाव कराये जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनावों की तिथियों की घोषणा कर दी है। इन दोनों राज्यों में आचार संहिता भी लागू हो गयी है। इस बीच हरियाणा BJP प्रदेश अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आयोग से हरियाणा में एक तारीख को होने वाले चुनाव की तिथि बदलने की मांग की है।

सुप्रियो ने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब केंद्र में काबिज सत्तारूढ़ दल का नेता ही चुनाव की तिथि बदलने की मांग कर रहा है। इसका कारण ये है कि भाजपा लोगों के सामने आने से डर रही है। इसलिए चुनाव को स्थगित या टालना चाहती है। इसका असर झारखंड में भी दिखाई पड़ा है। यहां 23 तारीख को इन्होंने एक रैली की।

इस रैली में BJP से संबंध रखने वाले तमाम उपद्रवी शामिल थे। इन्होंने राज्य के सुरक्षा कर्मी और पुलिस प्रशासन पर जानलेवा हमला किया। ऐसे लोगों को आंसू गैस के गोले छोड़कर नियंत्रित किया गया। ये लोग दस्ताने पहनकर आये थे और कटर अपने साथ लेकर आये थे। इन उपद्रवियों की ओर से पत्थर फेंके गये। पुलिसकर्मियों की हत्या करने की नीयत से पत्थर फेंके गये। उन्हाेंने कहा कि इसका वीडियो सभी के पास है।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन होंगे भाजपा में शामिल,दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद उनके निर्णय पर लगा मुहर

झारखंड डेस्क

अंततः भाजपा चंपाई सोरेन को अपने पाले में करने में सफल हुए।वैसे संकेत उसी समय मिल गया था जब वे अपने क्षेत्र में जनता के साथ सम्पर्क अभियान में भगवामय हुए थे। इस बार के दिल्ली यात्रा में तय हो गया कि बीजेपी में शामिल होंगे. सम्भवत 30 अगस्त को आधिकारिक रूप से पार्टी की सदस्यता लेंगे. 

दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के बागी वरिष्ठ नेता चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने पर फैसला हुआ. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट में इसकी पुष्टि की है. अब ऐसी भी चर्चा है कि 30 अगस्त को चंपाई सोरेन के साथ-साथ जेएमएम के कई बड़े नेता भी बीजेपी में उनके साथ शामिल हो सकते हैं.  

हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर की. इसमें गृह मंत्री अमित शाह और चंपाई सोरेन की मुलाकात की तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, "झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे देश के प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपाई सोरेन जी ने कुछ समय पहले माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी से मुलाकात की. वे आधिकारिक तौर पर 30 अगस्त को रांची में बीजेपी में शामिल होंगे."

बता दें कि इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि चंपाई सोरेन अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं औऱ आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों में बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ सकते हैं. जेएमएम से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने तीन विकल्प बताए थे. उन्होंने कहा था कि 'मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा. मैंने तीन विकल्प बताए थे, रिटायरमेंट, संगठन या दोस्त. मैं रिटायर नहीं होऊंगा, मैं पार्टी को मजबूत करूंगा, नई पार्टी बनाऊंगा और अगर रास्ते में कोई अच्छा दोस्त मिलता है, तो उसके साथ आगे बढ़ूंगा.'

आपसी रंजिश में दो गुटों में मारपीट, एक गुट ने चलायी गोली, एक व्यक्ति को लगी गोली, दुर्गापुर में चल रहा है इलाज


झा. डेस्क 

धनबाद : आपसी दुश्मनी के कारण दो गुट में झड़प हो गयी जिसमे एक युवक से तीन लोगों ने मिलकर मारपीट की. जिसके बाद फायरिंग फयरिंग कर दी.घटना 

गोंदूडीह ओपी क्षेत्र की है.

बता दें कि गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे. गोली लगा एक युवक जख्मी अवस्था में जमीन पर पड़ा था. घरवाले भागे भागे घटनास्थल पर पहुंचे और गोली लगने से घायल 25 वर्षीय गुलटन यादव को आनन फानन में इलाज के लिए असर्फी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए घायल को दुर्गापुर मिशन अस्पताल रेफर कर दिया. 

जहां वह इलाजरत है. गोली पीठ के उपरी हिस्से में बांह के किनारे लगी है. गोली शरीर के भीतर फंसी हुई है. परिजनों के अनुसार घायल गुलटन की स्थिति सामान्य है. डॉक्टर ने कहा है कि खतरे की कोई बात नहीं है.

इस संबंध में गुलटन यादव के पिता ने गोंदूडीह ओपी में लिखित शिकायत की है. इसके आलोक में गोंदूडीह थाना की पुलिस ने छोटू यादव, सत्यम यादव और एक अन्य अज्ञात के खिलाफ जान मारने की नीयत से गोली चलाकर जख्मी करने की एफआईआर दर्ज कराई है. 

गोंदूडीह थाना प्रभारी राजन झा ने कहा कि जख्मी युवक का बयान अभी तक नहीं लिया गया है. जिसके खिलाफ एफआईआर की गई है, फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं. हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

कोयले में वर्चस्व को लेकर कई बार चल चुकी है गोलियां

गोंदूडीह ओपी क्षेत्र के कई इलाकों में कोयले में वर्चस्व को लेकर अक्सर दो गुटों के बीच ताबड़तोड़ गोलियां चल चुकी है. 2017 में कोयला चोरों और सीआईएसएफ जवानों के बीच भिड़ंत और फायरिंग की घटनाएं हो चुकी हैं. वहीं 2022 में भी दो गुटों के बीच रंगदारी और वर्चस्व को लेकर को मारपीट और फायरिंग की घटनाएं हुई थी. गोंदूडीह में देर रात फायरिंग की घटना को लेकर पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.

पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने बनायीं नयी पार्टी, इसबार झारखंड विधानसभा में उनकी पार्टी भी चुनाव लड़ेगी


झा. डेस्क 

हजारीबाग। भाजपा के बागी नेता और पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने नयी पार्टी का गठन किया है। उन्होंने पार्टी का नाम अटल विचार मंच रखा है। बताते चले कि, इस लोकसभा चुनाव में पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा के पुत्र जयंत सिन्हा को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था।

बीजेपी ने जयंत सिन्हा की जगह विधायक मनीष जायसवाल को हजारीबाग सीट से उम्मीदवार बनाया। पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से जयंत सिन्हा के समर्थकों में कहीं-न-कहीं नाराजगी थी।

हालांकि पुत्र जयंत सिन्हा का टिकट कटने के बाद उनके पिता यशवंत सिन्हा के अगले कदम के बारे में तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे थे। अब सिन्हा ने नयी पार्टी बनाने का एलान कर दिया है। माना जा रहा है कि पार्टी विधानसभा चुनाव में किसी न किसी रूप में अपनी भागीदारी करेगी।

2024 के विधानसभा चुनाव में एक हीं प्रतिष्ठित घराने के तीन बहुरानी होगी धनबाद जिला के चुनावी समर में,देखिये जनता का आशीर्वाद किन किन को मिलता है.

  

झारखंड डेस्क

इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत हीं दिलचस्प और संघर्ष पूर्ण होगा, कई सीटों पर ऐसे कैंडिडेट होंगे जिसमे जनता भी भ्रम क़ी स्थिति में होंगे कि वोट किसको दें.यह स्थितिब कमोवेश हर जगह होगी.

अगर हम बात करें धनबाद कि तो धनबाद जिला में झरिया विधानसभा सीट ऐसा सीट है जहाँ एक ही घराने के बीच के कड़ा प्रतिस्पर्धा के बीच आम मतदाता के पास धर्म संकट की स्थिति बन जायेगी क्योंकि इस सीट पर ऐसे घराने कि बहुये चुनाव मैदान में होगी जिन्हे यहां कि जनता भगवान् की तरह पूजती है.ऐसे स्थिति में जनता के लिए ऐसी स्थिति बन जायेगी की किसे चुने और किसे छोड़े.

झरिया विधानसभा पर 1977 से एक हीं घराने का अधिक समय तक कब्ज़ा रहा. वह घराने की जिसे सिंह मेंशन के नाम से जाना जाता है. जिसकी धनबाद ही नहीं बल्कि झारखंड से लेकर यूपी के बलिया तक अपनी रसूख है.

सिंह मेंशन और रघुकुल कभी एक ही घराना था. लेकिन अदावत की अंदर सुलग रही आग के कारण यह घराने के दो फाड़ हो गए रघुकुल और सिंह मेंशन. रघुकुल की बहु पूर्णिमा नीरज सिंह वर्तमान में झरिया की विधायक हैं. 

इसके पहले सिंह मेंशन के संजीव सिंह यहां के विधायक थे . अब इसी घराने से एक कुनबा और बन गया है. यह कुनबा है पृथ्वी मेंशन. पृथ्वी मेंशन की बहु आसनी सिंह भी मजदूर संगठन के रास्ते राजनीति में प्रवेश की है. इस बार आसनी सिंह को भी विधानसभा चुनाव में उतरने की चर्चा है.

मतलब साफ है एक ही घराने की तीन-तीन बहुएं इस बार झरिया विधानसभा सीट से चुनावी समर उतरेंगी. जबकि इसी झरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता ने इसी एक घराने से ही नौ बार विधायक का चुना हैं. मतलब साफ है, इस घराने पर झरिया की जनता का ना सिर्फ विश्वास है बल्कि अगाध प्रेम भी झलकता है.

मजदूरों के मसीहा कहे जाने वाले सूर्यदेव सिंह 1977 से चार बार विधायक रहे. उनके निधन के बाद उनकी पत्नी कुंती सिंह दो बार और फिर उनके बेटे एक बार यहां से विधायक रहे. उनके भाई बच्चा सिंह भी झरिया से विधायक रह चुके हैं.

फिलहाल झरिया से रघुकुल की बहु पूर्णिमा नीरज सिंह कांग्रेस से विधायक हैं. विधानसभा चुनाव 2019 में सिंह मेंशन की बहु यानी स्व सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह की पत्नी रागिनी भाजपा से चुनाव लड़ीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. पिछली बार झरिया विधानसभा सीट से पूर्णिमा नीरज सिंह ने जीत हासिल की.

झरिया विधानसभा सीट के लिए रागिनी सिंह पूरी तरह से एक्टिव मोड में हैं. शायद ही कोई ऐसा दिन हो जो रागिनी सिंह झरिया की जनता के बीच नहीं रहती हों. फिलहाल रागिनी सिंह बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य हैं. बीजेपी के हर छोटे बड़े कार्यक्रमों में वह काफी शिद्दत के साथ जुटी रहती है.

वहीं, वर्तमान विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी झरिया की जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. जन कल्याणकारी योजनाओं को झरिया में उतारने के लिए वह कड़ी मेहनत भी कर रही हैं. ताकि झरिया की जनता ने जो उन्हें जगह दी वह जगह उनकी बनी रही.

वहीं, दूसरी ओर तीसरे घराने पृथ्वी मेंशन की बहु आसनी सिंह भी मजदूर संगठन जनता श्रमिक संघ के रास्ते राजनीति में सक्रिय हो गईं हैं. मजदूरों की होने वाली सभाओं में आसनी सिंह शिरकत कर रहीं हैं. आसनी सिंह के मीडिया प्रभारी बिमलेश सिंह ने कहा कि उनका चुनाव लड़ना तय है. किस पार्टी से लड़ेंगी, इस पर फिलहाल निर्णय नहीं हो सका है. इसके लिए बैठक चल रही है. बहुत जल्द सब कुछ साफ हो जाएगा. अपने मजदूर संगठन के माध्यम से आसनी सिंह जनता के बीच जा रही हैं. उनकी समस्याओं को निदान करने की भरपूर कोशिश कर रहीं हैं.संभवत: वह धनबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी 

रागिनी सिंह स्व सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह की पत्नी हैं. जबकि पूर्णिमा नीरज सिंह, स्व सूर्यदेव सिंह के भाई स्व विक्रमा सिंह के बेटे स्व नीरज सिंह की पत्नी हैं. वहीं आसनी सिंह, सूर्यदेव सिंह के भाई रामाधीन सिंह के बेटे शशि सिंह की पत्नी हैं.